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138 posts
जिंदगी के अल्फा़ज
जिंदगी के अल्फा़ज
Sonu sugandh
दौर अच्छा आयेगा
दौर अच्छा आयेगा
Sonu sugandh
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Sonu sugandh
सत्य तेरी खोंज
सत्य तेरी खोंज
Sonu sugandh
वक्त गुजर जायेगा
वक्त गुजर जायेगा
Sonu sugandh
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया
Sonu sugandh
Snap chat वाली दोस्त
Snap chat वाली दोस्त
Sonu sugandh
पहला ख्याल
पहला ख्याल
Sonu sugandh
खत ए ईश्क
खत ए ईश्क
Sonu sugandh
छौर कर लिया
छौर कर लिया
Sonu sugandh
निच्छल नारी
निच्छल नारी
Sonu sugandh
गिरगिट सी दुनिया
गिरगिट सी दुनिया
Sonu sugandh
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
वजह.तुम हो गये
वजह.तुम हो गये
Sonu sugandh
काश
काश
Sonu sugandh
मरती इंसानियत
मरती इंसानियत
Sonu sugandh
जिंदगी
जिंदगी
Sonu sugandh
सुरत सरताज
सुरत सरताज
Sonu sugandh
तकिया
तकिया
Sonu sugandh
विरह
विरह
Sonu sugandh
ईश्के इजहार
ईश्के इजहार
Sonu sugandh
पगड़ी सम्मान
पगड़ी सम्मान
Sonu sugandh
मैं भी कृष्ण
मैं भी कृष्ण
Sonu sugandh
श्याम वंदना
श्याम वंदना
Sonu sugandh
ईश्क अतरंगी
ईश्क अतरंगी
Sonu sugandh
सुख की खोज़
सुख की खोज़
Sonu sugandh
तेरा चहेरा नज़र आता है
तेरा चहेरा नज़र आता है
Sonu sugandh
दीद की आस
दीद की आस
Sonu sugandh
ईश्क वाली दोस्तीं
ईश्क वाली दोस्तीं
Sonu sugandh
कविता
कविता
Sonu sugandh
श्याम रुप छवि
श्याम रुप छवि
Sonu sugandh
श्याम नाम
श्याम नाम
Sonu sugandh
हाथ में कलम और मन में ख्याल
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Sonu sugandh
कविता
कविता
Sonu sugandh
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
Sonu sugandh
Ishq gunah
Ishq gunah
Sonu sugandh
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
Sonu sugandh
कभी लगे के काबिल हुँ मैं किसी मुकाम के लिये
कभी लगे के काबिल हुँ मैं किसी मुकाम के लिये
Sonu sugandh
खत उसनें खोला भी नहीं
खत उसनें खोला भी नहीं
Sonu sugandh
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
उम्र बढती रही दोस्त कम होते रहे।
Sonu sugandh
निदा फाज़ली का एक शेर है
निदा फाज़ली का एक शेर है
Sonu sugandh
Who is your true friend ??
Who is your true friend ??
Sonu sugandh
जिंदगी न जाने किस राह में खडी हो गयीं
जिंदगी न जाने किस राह में खडी हो गयीं
Sonu sugandh
न कुछ पानें की खुशी
न कुछ पानें की खुशी
Sonu sugandh
मैं करता हुँ उस्सें पहल तो बात हो जाती है
मैं करता हुँ उस्सें पहल तो बात हो जाती है
Sonu sugandh
श्रृंगार दर्शन
श्रृंगार दर्शन
Sonu sugandh
अंग अंग में मारे रमाय गयो
अंग अंग में मारे रमाय गयो
Sonu sugandh
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
Sonu sugandh
तिरी खुबसुरती को करने बयां
तिरी खुबसुरती को करने बयां
Sonu sugandh
कुछ मीठे से शहद से तेरे लब लग रहे थे
कुछ मीठे से शहद से तेरे लब लग रहे थे
Sonu sugandh
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