Sanjay Narayan Tag: कविता 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay Narayan 31 Dec 2021 · 1 min read नववर्ष तुम्हारा अभिनंदन आमोद !प्रमोद! विनोद !नवल !नव हर्ष! तुम्हारा अभिनंदन ! नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन !! ??????? नवसंतति के नवचेतन में फूटें अंकुर मुद -मंगलमय । नवचिंतन के नूतन किसलय महकें बनकर... Hindi · कविता 303 Share Sanjay Narayan 16 Nov 2021 · 1 min read दोस्त शर्मा शुक्ला मिश्रा यादव वर्मा वैश्य बनर्जी दोस्त। खतरनाक है सबमें लेकिन असल शक्ल में फर्जी दोस्त।। जिस थाली में करता भोजन उसी थाल को देता छेद। अपने घड़ियाली स्वभाव... Hindi · कविता 1 537 Share Sanjay Narayan 4 Nov 2021 · 1 min read दीपावली मंगलमय हो ?️?️?️?️?️?️?️?️?️?️ आ ज तम पर छा रही निश्चेतना । प र्व यह प्रतिमान कुछ ऐसे गढ़े, स त्य के आलोक की हो गर्जना। ब लबती दैदीप्य बाती यूँ बढ़े, को... Hindi · कविता 1 242 Share Sanjay Narayan 29 Oct 2021 · 1 min read जीवन प्रत्याशा मुस्काती इक कुसुमकली ने मोह लिया मधुकर का मन। मंत्रमुग्ध हो भूला मधुकर अपनी सुध अपना गुंजन। सोंच रहा था इसी कली के आलिंगन में है जीवन। सोंच रहा था... Hindi · कविता 1 351 Share Sanjay Narayan 4 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक को शिक्षण करने दो छात्रों का बौद्धिक स्तर ही शाला का आकर्षण होगा। शिक्षक को शिक्षण करने दो गुणवत्ता संवर्धन होगा।। बाबू कभी कभी चपरासी कभी सफाईकर्मी है। अपने पद अपनी प्रभुता की तनिक... Hindi · कविता 3 535 Share Sanjay Narayan 20 Feb 2021 · 1 min read कोई नहीं महान बना है फूलों के बिस्तर पर जन्मा पला बढ़ा उल्लासों में । जिसको प्रचुर मिली सुविधाएं डूबा भोग विलासों में । है भूमिका भाग्य की लेकिन अथक परिश्रम किए बिना, कोई नहीं... Hindi · कविता 3 3 315 Share Sanjay Narayan 1 Nov 2020 · 1 min read आशंकाएँ बढ़ रही हैं निगाहें दिलों की भावनाएँ पढ़ रही हैं। अनहोनियों की आशंकाएं बढ़ रही हैं। अपराधियों के साथ हाकिमों की हमदर्दियाँ, मासूमियत के सिर बलाएँ मढ़ रही हैं। धड़ाम हो गयी हैं... Hindi · कविता 7 1 274 Share Sanjay Narayan 6 Oct 2020 · 1 min read चकाचौंध चौकन्ने को ही भटकाता चकाचौंध का खटका। आँख मूँद कर पार हो गया आँख खोलकर अटका। मैंने देखा शांत सरोवर तट पर शांत खड़े थे तरुवर जिनके शांत बिम्ब थे... Hindi · कविता 3 431 Share Sanjay Narayan 2 Oct 2020 · 1 min read पानी और प्यास पानी पर हक नहीं किसी भी सरहद का सिर्फ प्यास का पानी पर अधिकार है। पानी की होती हैं दो आँखें जिनको प्यासे का प्रतिबिंब सिर्फ स्वीकार है। संजय नारायण Hindi · कविता 4 1 438 Share Sanjay Narayan 11 Aug 2020 · 1 min read कलेजा एक दिन मैंने जब इतिहास टटोला तो उसका पन्ना पन्ना बोला कि हमारे पूर्वज तो हुआ करते थे बंदर जो कूदा करते थे इस डाली से उस डाली पर धीरे... Hindi · कविता 5 1 312 Share Sanjay Narayan 6 Aug 2020 · 1 min read लड्डू कल पाँच अगस्त थी काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट व्यवस्था के दिल पर करते हुए चोट अपने जुदा स्वरूपों के संग एकजुटता का मलकर रंग प्यार की चाशनी में लिपटे समूचे... Hindi · कविता 5 4 430 Share Sanjay Narayan 27 Jul 2020 · 1 min read बहुत अच्छी लगने लगी हो बहुत अच्छी लगने लगी हो दिलो दिमाग पर छा गयी हो। चाँदनी ओढ़कर बर्फ की परी की तरह मुस्कराकर तुम मुख़ातिब आ गयी हो। घटाओं की चिलमन से चाँद झाँकता... Hindi · कविता 4 2 377 Share Sanjay Narayan 9 Jul 2020 · 1 min read मना है हसीनों का दबदबा मेरे दिल पर कुछ इस तरह बना है। जो भी देखो बेरोकटोक बिल्कुल बेखौफ बिंदास चली आती है, मानों मेरा दिल इन्हीं के लिए बना है। इनकी... Hindi · कविता 3 655 Share Sanjay Narayan 9 Jul 2020 · 1 min read पायल का यह टूटा घुँघरू सुनना चाहें लोग खुशी से मेरे गम की कविता। कैसे ढूँढूँ अपना हमदम उगी है तम की सविता। तन्हाई की आग लगी है तार जले हैं मन के। पायल का... Hindi · कविता 3 3 347 Share Sanjay Narayan 9 Jul 2020 · 1 min read आशा कुछ स्थितियाँ, कुछ स्मृतियाँ, बेसुध सा भावुक रखती हैं। ये दिव्य, मनोरम , अनुपम सी, कुछ विरली दुर्लभ दिखती हैं। कुछ स्थितियाँ ऐसी भी हैं, जो राग विरह के गाती... Hindi · कविता 3 2 274 Share Sanjay Narayan 12 Jun 2020 · 1 min read नन्हीं छोटी चिड़ियारानी नन्हीं छोटी चिडियारानी पंख तुम्हारे पीले धानी चूं चूं करके कुछ कहती हो अपनी धुन में खुश रहती हो चिडियारानी माह जून का बढ़ा रहा है ताप खून का क्यों... Hindi · कविता · बाल कविता 7 318 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read आज़ादी मैंने मुझमे से कुछ तुमको बिना दाम दे रक्खा था। अपने इकतरफा रिश्ते को प्यार नाम दे रक्खा था। चाहा था तुम इस बंधन में आजादी महसूस करो। तुम चाहो... Hindi · कविता 6 2 427 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read इज़हार तुम मिलते हो दिल खिलता है तुम हँसते हो दिल खिलता है वक़्त कभी जब ऐसा आएगा दिल तुमसे कुछ कहना चाहेगा जब होंठ हमारे आपस में सिल जाएंगे और... Hindi · कविता 6 482 Share Sanjay Narayan 5 Jun 2020 · 2 min read मुझे मुझसा हो जाने दो अपने बचपन में हूबहू मैं था मेरे जैसा अफ़सोस अब नहीं रहा वैसा मेरे वर्तमान को वही पुराने तराने दो मुझे मुझसा बन जाने दो। तब रहता था मैं बिंदास,... Hindi · कविता 6 2 549 Share Sanjay Narayan 25 May 2020 · 1 min read हार की जीत हौसला, इंसान में बहुत होता है अपने झूँठे, तिलिस्मी स्वाभिमान के लिए अपने सपनों के लिए अपने अपनों से भी लड़ जाता है जीतने के लिए उल्टे सीधे तिकड़म भिड़ाता... Hindi · कविता 6 2 443 Share Sanjay Narayan 5 May 2020 · 1 min read जब तक, तब तक तब तक हिन्दू बटे रहेंगे। वाभन अपनी वभनाई पर ठाकुर अपनी ठकुराई पर बनिये अपनी बनियाई पर शर्मा अपनी शर्माई पर वर्मा अपनी वर्माई पर अलगू अपनी अलगाई पर जब... Hindi · कविता 8 402 Share Sanjay Narayan 23 Apr 2020 · 1 min read तितली रानी ??????? तितली रानी तितली रानी पास हमारे आओ ना। तितली रानी राज खुशी का हमको भी बतलाओ ना। ??????? तितली रानी किस मस्ती में क्यारी क्यारी घूम रही हो? बारी... Hindi · कविता · बाल कविता 5 519 Share Sanjay Narayan 16 Apr 2020 · 1 min read ओ नानी नाना नानी नाना को शुभकामनाएं ------------------------------------ ?????? ओ नानी नाना, ओ नानी नाना! शादी की इस सालगिरह पर जमकर जश्न मनाना। ओ नानी नाना ओ नानी नाना! जल्दी उठना सुबह सुबह... Hindi · कविता · बाल कविता 6 1 816 Share Sanjay Narayan 10 Apr 2020 · 1 min read स्त्री बनाम पुष्प ओ सरस् सुकोमल सुंदर आकर्षक पुष्प! मेरे प्यारे घुंघराले बालों के आभूषण पुष्प! मुझे हैरत हुई ये जानकर कि तुम्हें पीड़ा पहुँची है क्योंकि तुम्हारी तुलना की जाती है स्त्री... Hindi · कविता 4 2 551 Share Sanjay Narayan 8 Apr 2020 · 2 min read पुष्प हूँ मैं पुष्प हूँ मैं। पुहुप कुसुम सुमन फूल इत्यादि मेरे ही नाम हैं। मैं पर्याय हूँ सुंदरता व कोमलता का । केंद्र हूँ रंगों व आकर्षण का। प्रफुल्लित कर देता हूँ... Hindi · कविता 3 2 376 Share Sanjay Narayan 7 Apr 2020 · 1 min read तुम तो हो आंखों के तारे तुम तो हो आँखों के तारे। चमचम चमचम मन की आंखें चमचम हैं मन के गलियारे। हँसते गाते मुस्काते जब तुम्हें निहारें नयन हमारे। क्योंकि तुम आँखों के तारे। ऐसे... Hindi · कविता 3 473 Share Sanjay Narayan 5 Apr 2020 · 2 min read सपनों का भारत बन जा सुख समृद्धि के मेरे सपने, उन सपनों का भारत बन जा। तुझ पर न्यौछावर जो अपने, उन अपनों का भारत बन जा।। अति विशेष कुछ नियम बना दे पालन जिनका... Hindi · कविता 3 598 Share Sanjay Narayan 14 Mar 2020 · 1 min read कोरोना चंद लोगों को शोहरत का सुरूर था चंद लोगों को ताकत का गुरुर था चंद लोगों ने कुदरत का उसूल न माना अब किस काम का है सर पीटना पछताना... Hindi · कविता 3 1 486 Share Sanjay Narayan 10 Mar 2020 · 1 min read उत्कृष्टता उत्कृष्टता, प्रतिवद्धता है, स्वयं को दिए अपने वचनों के प्रति। उत्कृष्टता, कटिवद्धता है अपने उद्देश्यों के प्रति। उत्कृष्टता, अधिक सजगता है अपने दायित्वों के प्रति। उत्कृष्टता, अधिक ध्यान रखना है... Hindi · कविता 3 227 Share Sanjay Narayan 9 Mar 2020 · 1 min read आया होली का त्योहार हैप्पी होली फ्रेंड्स। ?????? ?????? आया होली का त्यौहार, आया रंगों का त्यौहार। रँगे बिना ना बच पाए कोई चेहरा इस बार। कुछ का मुँह पहले से काला, कुछ में... Hindi · कविता 3 254 Share Sanjay Narayan 16 Feb 2020 · 1 min read समय सम्पदा किसे ज्ञात है अंत समय कब आएगा। ज्ञानी कार्य समय रहते निपटायेगा ।। समय निकालो जग को अपना करने का। अपनों से मिलने, मिलकर बातें करने का।। बतियाने का समय... Hindi · कविता 4 403 Share Sanjay Narayan 10 Feb 2020 · 1 min read जन्मदिवस है मेरा आया मेरा जन्मदिवस है आया। नहीं गुलाब नहीं गुलदस्ता, सजा नहीं है रस्ता- रस्ता। मेरे गलियारे की रौनक से जन्नत की हालत खस्ता। मैं तन्हा क्या क्या कर पाता, कैसे घर... Hindi · कविता · बाल कविता 4 275 Share Sanjay Narayan 10 Feb 2020 · 1 min read खाओ केक जन्मदिन वाली दिल के नगर में आज दिवाली यारों आज न बैठो खाली खाओ केक जन्मदिन वाली मिलकर सभी बजाओ ताली आज नहीं गुमसुम बैठेंगे आज करेंगे शोर। आज पतंग कटी है... Hindi · कविता · बाल कविता 6 4 442 Share Sanjay Narayan 10 Feb 2020 · 1 min read ये मौसम है सावन उमड़-घुमड़ कर बादल आये बूम-बड़ाम-बड़ाम। दुम दबाकर भागी गर्मी पारा हुआ धडाम। सुबह सुहानी दोपहर सुन्दर प्यारी प्यारी शाम। देशी लंगड़ा और दसहरी तरह तरह के आम। बाग-बाग दिल हुए... Hindi · कविता 4 378 Share Sanjay Narayan 9 Feb 2020 · 1 min read परिवर्तन समझाते मौसम परिवर्तन संसार का नियम । कुछ भी यहाँ नहीं है कायम।। सबके आगे दोनों पहलू कभी खुशी है और कभी गम।। मत इतराना रुतबा पाकर परिवर्तन समझाते मौसम।। हम भी... Hindi · कविता 6 305 Share Sanjay Narayan 5 Feb 2020 · 1 min read छोड़ो मेरे हाल पे मुझको छोड़ो मेरे हाल पे हमको दिल को हम बहला ही लेंगे. झूंठा कोई बहाना देकर प्यार के गम समझा ही लेंगे. लाख बुरे हैं मेरे सलीके फिर भी अपने प्यार... Hindi · कविता 5 428 Share Sanjay Narayan 5 Feb 2020 · 1 min read दीदार भी तुम्हारा फिर प्यार भी तुम्हारा दीदार भी तुम्हारा फिर प्यार भी तुम्हारा एक साथ जो मिले तो जिंदगी प्यारी लगे वो रूठना मनाना, वो आगोश में आ जाना, जब याद कभी आये तो दुनियां हमारी... Hindi · कविता 5 219 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read कब सीखोगे कब सीखोगे? रचनाकार- संजय नारायण कब तक रहोगे यूँ ही अनाड़ी तुम होशियारी कब सीखोगे? नए दौर की इस दुनियां की दुनियादारी कब सीखोगे? मेरी हिफाज़त में रखा था माल... Hindi · कविता 5 1 263 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read हम भी पहरेदार बनेंगे हम भी पहरेदार बनेंगे हम भी चोरी सीखेंगे संग हमारे हाकिम है हम सीनाजोरी सीखेंगे... जो दाता ने दे रक्खा है जीने को पर्याप्त है लेकिन क्या हो बढ़े पेट... Hindi · कविता 4 516 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल गमों में मुस्कराना हो गया है दिल ए दुश्मन जलाना हो गया है। दो पैंतरे क्या सीख लिये मैने दोस्त अब सारा जमाना हो गया है। शुरू आँखें दिखाना कर... Hindi · कविता 4 237 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read दिल को बच्चा ही बना रहने दो दिल को बच्चा बना ही रहने दो इस तरह जी भर जियो बचपने को। फूलों से उनके रंग माँगो तितलियों के पीछे पीछे भागो समंदरों के किनारों पर घूमो सीपियाँ... Hindi · कविता 4 291 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read यदि यह मोह यामिनी बीते यदि यह मोह- यामिनी बीते। वस्तु नष्ट हो सम्पति छूटे हृदय -अतिथि से नाता टूटे सच हारे या जीतें झूंठे नियति साथ दे अथवा रूठे उर- आँगन के, सुरभि सुमन... Hindi · कविता 4 183 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read है परीक्षा की घड़ी कस लो कमर कोशिशों में रह नहीं पाए जरा सी भी कसर। है परीक्षा की घड़ी कस लो कमर।। लक्ष्य को पहचान जाओ, ध्यान अर्जुन सा लगाओ है नहीं पतवार तो क्या, हौसलों... Hindi · कविता 4 1 310 Share Sanjay Narayan 3 Feb 2020 · 1 min read बात हमारी कड़वी लग सकती है बात हमारी कभी कभी कड़वी लग सकती है शब्द हमारे सच्चाई हैं, चुभने लगते हैं। हमने कहा घमण्डी का सिर नीचा होता है विनयशील ही इस दुनियाँ में ऊंचा होता... Hindi · कविता 4 2 240 Share Sanjay Narayan 3 Feb 2020 · 1 min read जिसने दुनियादारी सीखी चिर परिचित हो या हो अपरिचित, मिले उसे वह मुसकाता है, सबसे हाँथ मिलाता है वह, जिसने दुनियादारी सीखी। मुख मंडल पर प्रीति सजाता, प्रतिवेशी से मिलने जाता, सुंदर उजले... Hindi · कविता 4 265 Share