Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2020 · 1 min read

बात हमारी कड़वी लग सकती है

बात हमारी कभी कभी कड़वी लग सकती है
शब्द हमारे सच्चाई हैं, चुभने लगते हैं।

हमने कहा घमण्डी का सिर नीचा होता है
विनयशील ही इस दुनियाँ में ऊंचा होता है
हमने कहा शिष्ट बन जाओ पाँव भूमि पर रहने दो
हमने कहा कहो तुम अपनी और हमें भी कहने दो
हमने कहा जला डालेगी लालच की चिंगारी है
हमने कहा महत्वाकांक्षा तो तलवार दुधारी है

“दुनियाँ जीतें” कुछ की ये हसरत हो सकती है
सुनकर हस्र सिकंदर का कुछ लोग संभलते हैं।

हमने कहा दिया जो रब ने खुश रहने को क्या कम है
हमने कहा “पड़ोसी खुश” तो इसका तुझको क्या गम है
औरों की पीड़ा अपनाओ सबसे अच्छा मरहम है
“जियो और जीने भी दो” सिद्धांत यही सर्वोत्तम है
सबके हैं अधिकार बराबर निम्न न कोई मध्यम है
घृणा कपट से भरे दिलों की श्रेणी सिर्फ निम्नतम है

उसे किसी से भी कैसे नफरत हो सकती है
बिना भेद के भाव हृदय में जिसके पलते हैं।

संजय नारायण

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मन रे क्यों तू तड़पे इतना, कोई जान ना पायो रे
मन रे क्यों तू तड़पे इतना, कोई जान ना पायो रे
Anand Kumar
*......कब तक..... **
*......कब तक..... **
Naushaba Suriya
■आज का सवाल■
■आज का सवाल■
*Author प्रणय प्रभात*
उम्मीद
उम्मीद
Paras Nath Jha
नरक और स्वर्ग
नरक और स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🚩माँ, हर बचपन का भगवान
🚩माँ, हर बचपन का भगवान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
Radhakishan R. Mundhra
जाने कैसे आँख की,
जाने कैसे आँख की,
sushil sarna
सुनो, मैं जा रही हूं
सुनो, मैं जा रही हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी ज़िंदगी ही होतीं हैं
ज़िंदगी ज़िंदगी ही होतीं हैं
Dr fauzia Naseem shad
उम्मीद है दिल में
उम्मीद है दिल में
Surinder blackpen
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
Ram Krishan Rastogi
They say,
They say, "Being in a relationship distracts you from your c
पूर्वार्थ
एक प्यार का नगमा
एक प्यार का नगमा
Basant Bhagawan Roy
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
सौगंध से अंजाम तक - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
: काश कोई प्यार को समझ पाता
: काश कोई प्यार को समझ पाता
shabina. Naaz
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन संगिनी
जीवन संगिनी
नवीन जोशी 'नवल'
मुझे याद आता है मेरा गांव
मुझे याद आता है मेरा गांव
Adarsh Awasthi
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
एहसास
एहसास
Kanchan Khanna
****प्राणप्रिया****
****प्राणप्रिया****
Awadhesh Kumar Singh
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
gurudeenverma198
"आत्मकथा"
Rajesh vyas
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
"माँ की छवि"
Ekta chitrangini
दर्द देह व्यापार का
दर्द देह व्यापार का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
2791. *पूर्णिका*
2791. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...