Sangeeta Sharma kundra 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sangeeta Sharma kundra 19 Feb 2020 · 1 min read 1195 चाहत तेरी छोटी सी ये शरारत , तब्दील हुई, बन गई चाहत। दिल हो गया तेरा दीवाना, देख तेरे बदन की नजाकत। ख्याल आते ही तेरा मुझे , हो बदन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 1 396 Share Sangeeta Sharma kundra 27 Sep 2019 · 1 min read 1046 ना जल सखी री क्यों जलती हो सखी तुम। मेरे पी के प्यार से। तुम्हारे दिन भी आ जाएंगे। बीत जाएंगे दिन इंतजार के। समां मेरा बीत रहा है, आज प्यार मैं। हर पल... Hindi · कविता 6 2 255 Share Sangeeta Sharma kundra 29 Nov 2018 · 1 min read 631 हां मैं बदल रही हूं हां मैं बदल रही हूं। वक्त के साथ संभल रही हूं। अब मुझे दूसरों का कुछ बोलना नहीं सताता। क्योंकि जब वह बोल रहे हों, मेरा ध्यान ही नहीं जाता।... Hindi · कविता 6 9 535 Share Sangeeta Sharma kundra 8 Aug 2019 · 1 min read 1001 वह रात वह रात में नहीं भूल पाया। जब मैं तुमसे मिलकर आया। सोचा था तू है अपनी, पर तूने समझा मुझे पराया। वह रात जब मैंने सब कुछ कहा। अपना दिल... Hindi · कविता 6 4 559 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Aug 2019 · 1 min read 1014 श्याम की बँसी, राधा की पायल श्याम की बँसी, राधा की पायल, से जब, जग गुँजायमान होता है। राग सजता है, धुन बजती है, धरती पर स्वर्ग सा गुमान होता है। नाचने लगती है गोपियाँ जब,... Hindi · कविता 6 1 523 Share Sangeeta Sharma kundra 16 Oct 2019 · 1 min read 1070 रहते हो दिल के पास दूर हो तुम, फिर भी दूर नहीं। रहते हो सदा दिल के पास कहीं। जब चाहूँ मैं तुमसे बातें होती हैं। होता दूरी का एहसास नहीं। आँख बंद हो तो... Hindi · कविता 6 2 242 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Nov 2019 · 1 min read 1111 इंतजार है तेरा सुहानी शाम में इंतजार है तेरा। तुझे मिलने को सनम दिल बेकरार है मेरा। ख्वाब तेरे सज रहे हैं इन आँखों में। तुझे सामने पाने को दिल बेकरार है मेरा।... Hindi · कविता 6 296 Share Sangeeta Sharma kundra 6 Dec 2019 · 1 min read 1110 स्त्री पुरुष स्त्री पुरुष के संगम से, बनता यह संसार। जब तक तार जुड़े नहीं, बाजे नहीं सितार। पावन रूप यह हो जाता, जब मन में होता प्यार। प्रेमभाव से पूर्ण हो,... Hindi · कविता 6 3 300 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Dec 2019 · 1 min read 784 नये साल के नये पल मुड़ के देखा तो समय का पंछी उड़ गया था। कैसे बीता वह समा ,जो कल तक तो नया था।।g आने वाले दिनों की, सोचें थी, मन में तब कितनी।... Hindi · कविता 5 1 288 Share Sangeeta Sharma kundra 23 Sep 2019 · 1 min read 1047 इन कलियों को खिलने देना (बेटी दिवस) बेटी..... तेरे पैदा होने की खुशी, आज तक में मना रहा हूँ। शुक्रगुजार हूँ तेरा, मैं दिल के टुकड़े, तेरे होने से जिंदगी का जश्न मना रहा हूँ। जब आई... Hindi · कविता 5 3 364 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Jan 2020 · 1 min read 1171 जय जय जय जय हिंदुस्तान कर ले तू कुछ अच्छे काम , छोड़कर आलस और आराम। छोड़ कर होना नाकाम , आज तू मन में ले ठान । नहीं होना है बदनाम। छू लेना है... Hindi · कविता 5 245 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Jul 2019 · 1 min read 964 रहगुज़र तेरी रहगुज़र से न जाने, गुज़र गए कब। विरानगी का ना आया,ख्याल ,गुजरे जब। तेरी रहगुज़र से.........। ख्यालों में मेरे, तू आई ,ना गई जब। राह गुजर न जाने ,गुज़र... Hindi · कविता 5 2 314 Share Sangeeta Sharma kundra 9 Jul 2020 · 1 min read 1330 मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए सुनी पायल की झंकार, तो दीदर को हम तरस गए। याद में तेरी, मेरे आँसू ,बिन पूछे ही बरस गए। क्यों आता है ख्वाब, तड़पाता जो दिन रात। पाकर तुझको... Hindi · गीत 5 4 311 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Nov 2019 · 1 min read 1108 अपना पैमाना खुद बन तू निम्न है या उत्तम यह कोई और तय नहीं करेगा। तुझे अपना पैमाना खुद ही बनना होगा। कोई और , जिसमें तेरे जैसी गुणवत्ता नहीं, कैसे नापेगा तुझे अपने... Hindi · कविता 4 290 Share Sangeeta Sharma kundra 21 Jun 2019 · 1 min read 951 उलझे शब्द कभी-कभी शब्दों में यूँ उलझ जाता हूँ। कि शब्द कहाँ से कहाँ जा पड़ते हैं। कुछ समझ ही नहीं पाता हूँ। कभी-कभी शब्द यूँ भागते हैं कितना भी सँभालूँ उनको,... Hindi · कविता 4 514 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Apr 2020 · 1 min read 981 चाहा है तुझे वो तअस्सुर( प्रभाव) है तेरी आँखों में। कि ,खिंचता ही चला जाता हूँ। तू ही कायनात, तू ही जान ए हयात। बिन तेरे, मिटता ही चला जाता हूँ। चाहत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 386 Share Sangeeta Sharma kundra 29 Jul 2019 · 1 min read 989 जा लौट जा क्या मिलेगा तुझे यूँ, दूर से मुझको देखकर। तड़प तेरी बढ़ती रहेगी, इस तरह दिल फेंक कर। वह दिन अब बीत गए, जब हुए थे एक हम। बिखर गए सब... Hindi · कविता 4 2 223 Share Sangeeta Sharma kundra 23 Jul 2019 · 1 min read 986 कर हिम्मत क्यों डुबो रखा है खुद को ,नशे के जाल में। कर हिम्मत और खुद को इस भँवर से निकाल ले। जिंदगी हो जाएगी खत्म यूँ ही बेहोशी में, कर हिम्मत... Hindi · कविता 4 1 335 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Jun 2019 · 1 min read 960 खारों की बस्ती खामोशी है हर तरफ, गुल गुलशन मुरझा गए। खारों ( कांटों )ने बस्ती सजाई है। चाँद ने भी खो दी चाँदनी। गुल तिश्रन्गी में मर्ग (खत्म) हुआ। खारों ने बस्ती... Hindi · कविता 4 1 428 Share Sangeeta Sharma kundra 21 Jun 2019 · 1 min read मेरे सनम मेरे सनम तुझे मेरी कसम। मुझे तेरी कसम। साथ मेरे तू , रहना सदा। मैं सदा ही, रहूंगा तेरा। हर जन्म हर जन्म हर जन्म तेरे बिना मैं, कुछ भी... Hindi · हाइकु 4 4 268 Share Sangeeta Sharma kundra 28 Dec 2018 · 1 min read 781 देखो कैसी यह परी है आसमान से उतरी है। देखो कैसी यह परी है।। सुंदरता की मूरत है। जैसे देवी खड़ी है।। कैसे रोशन हुआ हर कोना। रोशन हुई यह घड़ी है।। आसमान से उतरी... Hindi · कविता 3 379 Share Sangeeta Sharma kundra 4 Aug 2019 · 1 min read 998 ऐ मेरे दोस्त तुमने मेरी दोस्ती को ना पहचाना। जरा सी बात का बना दिया अफ़साना। जरा अगर तू, सोच कर देखता। न यूँ समझता तू मुझको बेगाना। ज़रा देख गहराई से मेरे... Hindi · कविता 3 247 Share Sangeeta Sharma kundra 12 Mar 2019 · 1 min read 853 खुशी से जी लूँ क्या खबर कल की, आज ही मैं जी लूँ। क्यों खोया रहूँ गम में, क्यों ना आज खुशी से जी लूँ। गम के घूट पीकर,कल का मरता आज ही ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 415 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Sep 2019 · 1 min read 1049 छटपटाती जिंदगी छट पटा रही है जिंदगी ऐसे। जैसे टूटे हुए दांतों में जीभ । ज़रा भी मर्जी से हिलने नहीं देते। हिल जाए तो देते हैं तकलीफ। जरा सा हिलते ही... Hindi · कविता 3 2 309 Share Sangeeta Sharma kundra 5 Jul 2019 · 1 min read 966 ज़िदगी का सफर भरोसा नहीं है पल भर का भी इस डगर में। कब लग जाए पूर्ण विराम इस सफर में। कभी फूलों भरी, कभी कांटों भरी है राहें। कहना है मुश्किल, क्या... Hindi · कविता 3 1 249 Share Sangeeta Sharma kundra 2 Jul 2019 · 1 min read 965 ऐतबार ऐतबार की बात ना पूछ, हमें उनके हर लफ्ज़ पे ऐतबार है। वो करें ना करें हमसे, मान लेंगे हम, जो कहें हमसे प्यार है। रहगुजर है जो उनकी मंजिल... Hindi · कविता 3 1 251 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Sep 2019 · 1 min read 1035 अनकहा प्यार 1035 अनकहा प्यार (Ankaha Pyaar) मैंने छुपाना चाहा हर बार। फिर भी छुपा ना पाया मैं प्यार। रोका मैंने अपना इज़हार। करता रहा तेरा इंतजार। बेताबियां बड़ीं, फिर भी रोका।... Hindi · कविता 3 2 541 Share Sangeeta Sharma kundra 12 Oct 2019 · 1 min read 1053 झूमती हवा हो जाता है मन बावरा। पी को ,इस बात का, ऐ हवा , तू दे पता। झूमती है जब हवा। धड़कता है दिल मेरा। कैसे संभालू धड़कन को, तू ये... Hindi · कविता 3 354 Share Sangeeta Sharma kundra 14 Oct 2019 · 1 min read 1059 कुम्हार की पुकार दिये माटी के बनाए हैं मैंने। कर लेना अपने घर में तुम उजाला। जो ले जाओगे मेरे पास से तुम, मेरे भी घर में हो जाएगा उजाला। बड़ी आस है... Hindi · कविता 3 270 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Nov 2019 · 1 min read 1102 तेरी आदत हो गयी है मुझे तेरी आदत से मजबूर मैं। हो नहीं सकता तुझसे दूर मैं।। साँस बिन तेरे लेना है मुश्किल। बिन तेरे कहाँ धड़कता है ये दिल।। तू ही मेरा सुकून, तू ही... Hindi · कविता 3 481 Share Sangeeta Sharma kundra 2 May 2019 · 1 min read 904 बारिशों का मौसम यह बारिशों का मौसम है , पानी से हलचल हर ओर है । धरती महकी माटी की खुशबू से , खिला इसका कणकण हर ओर से। कभी आँधियां आती हैं... Hindi · कविता 3 1 503 Share Sangeeta Sharma kundra 12 Dec 2019 · 1 min read 708 तेरे बग़ैर जीना सीख लिया था तेरे बग़ैर जीना सीख लिया था। खुशी को करीब लाना सीख लिया था। जो तुम ना आते सामने मेरे यूं, हमने भी हंस हंस के जीना सीख लिया था। तुझे... Hindi · कविता 3 2 241 Share Sangeeta Sharma kundra 24 Apr 2019 · 1 min read 894 जिंदगी की ट्रैफिक लाइट जिंदगी है ट्रैफिक लाइट जैसी। जिंदगी की ट्रैफिक लाइट। लाल बत्ती रहती है जब, जीवन ठहर सा जाता है। कुछ होनी ,अनहोनी का, डर जैसे सताता है। सोचता रहता है... Hindi · कविता 3 1 228 Share Sangeeta Sharma kundra 26 Mar 2019 · 1 min read 866 अरदास करां गुरु वाणी दा पाठ करां। तेरे आगे अरदास करां। कन्ना विच जेहडे़ शब्द पैण। उन्हानू आत्मसात करां। गुरु वाणी दा पाठ करां। तेरे आगे अरदास करां। खुशियाँ मेरे मन च... Hindi · कविता 3 682 Share Sangeeta Sharma kundra 24 Feb 2019 · 1 min read 838 मुझे है परवाह इस देश की मुझे है परवाह इस देश की। जान न्योछावर कर सकता हूँ। क्यों नहीं हमारी नेता हैं ऐसे, जो कहे मैं देश के लिए मर सकता हूं। मेरा देश करे तरक्की,... Hindi · कविता 2 2 344 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Feb 2019 · 1 min read 839 जन्मदिन मुबारक मुबारक हो तुझको जन्मदिन की खुशियाँ। जैसे बीती जिंदगी, बीते और भी बढ़िया। मुबारक हो तुमको सेहत और बेहतर। खुश रहो ऐसे ही तुम, आगे भी चलकर यूं ही बरसती... Hindi · कविता 2 1 254 Share Sangeeta Sharma kundra 19 Nov 2019 · 1 min read 1100 वक्त के फैसले SQ1100 वक्त के फैसले (Wakt Ke Feisle) जो हम चाहे़ं वही हो ,ऐसा हर बार नहीं होता। वक्त भी कुछ फैसले लेता है जिंदगी के। बहुत सोचते हैं हम ,कभी... Hindi · कविता 2 250 Share Sangeeta Sharma kundra 13 Nov 2019 · 1 min read 1072 इश्क का जिक्र इश्क का जिक्र नहीं होता । इसकी तो खुशबू फैलती है । खुशबू जब फैलती है तो , जिक्र नहीं सिर्फ एहसास होता है। इश्क के एहसास में फिर, इक... Hindi · कविता 2 264 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Oct 2019 · 1 min read 1073 चंडीगढ़ की सुखना लहरें सुखना की देखो, कैसे यह चमकती है। सूरज की किरणें पड़ती है तब, हीरे सी यह दमकती है। इस पर चलती रंगबिरंगी नावें, अलग सा दृश्य प्रस्तुत करती हैं।... Hindi · कविता 2 1 335 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Feb 2019 · 1 min read 835 पढ़ने और सीखने का फ़र्क फ़र्क है, सीखने में ,और पढ़ने में। पढ़ कर हम भूल जाते हैं, सीख कर नहीं। पढ़कर मिलेगी नौकरी पर, बन पाएगा वह अच्छा इंसान नहीं। पढ़ाया तो जाता है... Hindi · कविता 2 2 236 Share Sangeeta Sharma kundra 22 Feb 2019 · 1 min read 834 खो गया जो देश के लिए झूमती गाती ए हवा़। दे जरा मुझे उसका पता। खो गया जो देश के लिए। कहाँ है आसमान में वो ये बता। कहां चमका आकाश में वो। कौन सा तारा... Hindi · कविता 2 218 Share Sangeeta Sharma kundra 31 Jan 2019 · 1 min read 813 कर एहसान मुझपे कर एहसान मुझपे, कुछ मेरी भी कद्र कर। मेहनत कर रहा हूँ, कुछ मेरा भी जिक्र कर। देख रहा हूं तेरी तरफ़, मैं प्यासी नजरों से। कर कुछ करम तू,... Hindi · कविता 2 1 231 Share Sangeeta Sharma kundra 1 Jan 2019 · 1 min read 784 नए साल के नए पल मुड़ के देखा तो समय का पंछी उड़ गया था। कैसे बीता वह समा ,जो कल तक तो नया था।। आने वाले दिनों की, सोचें थी, मन में तब कितनी।... Hindi · कविता 2 1 228 Share Sangeeta Sharma kundra 1 Mar 2019 · 1 min read 843 आ ज़रा पास आ होश खो बैठा हूँ, मुझे तू इतना ना सता। आ दिखा सूरत अपनी ज़रा पास आ। तड़प रहा हूँ सूरत तेरी देखने को। कर करम दे दरस ,आ ज़रा पास... Hindi · कविता 2 1 414 Share Sangeeta Sharma kundra 6 Mar 2019 · 1 min read 848 नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं। चाहे हुस्न का हो,या फिर धन का। नशा किसी भी चीज का अच्छा नहीं। होता ये वैसा ही है ,जैसे होता रम का।... Hindi · कविता 2 1 305 Share Sangeeta Sharma kundra 20 Dec 2018 · 1 min read 771 आदमी ,आदमी को क्यूं तड़पाता है। नहीं जानता क्यों यह आदमी ,आदमी को यूं तड़पाता है। चाहता है उसी से प्यार, जिसको दर्द देता जाता है। ना मिले खुद को प्यार ,तो तड़पता है मछली की... Hindi · कविता 2 200 Share Sangeeta Sharma kundra 14 Mar 2019 · 1 min read 855 क्या करूँ यूँ तो है भरोसा मुझे तुझ पर, पर क्या करूँ। भरोसा तूने तोड़ा भी बहुत है, मैं क्या करूँ।। यकीन तो बहुत किया तुझ पर, यकीन अब भी करता हूँ।... Hindi · कविता 2 261 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Mar 2019 · 1 min read 867 बुझ तो सबको जाना है दीया हो या सूरज। बुझ तो सबको जाना है। दिये को तो फिर भी मैं जला रखूं कल तक। सूरज को तो आज की आज ही, बुझ जाना है। कोई... Hindi · कविता 2 268 Share Sangeeta Sharma kundra 27 Mar 2019 · 1 min read 869 जब करो तो सोचो नहीं काम कोई भी मुश्किल नहीं। बस ,जब करो तो सोचो नहीं। कुछ दिमाग के हैं काम। तो कुछ हैं, बाहुबल के। बस ,जब करो तो सोचो नहीं। सोच तो पहले... Hindi · कविता 2 271 Share Sangeeta Sharma kundra 25 Apr 2019 · 1 min read 897 आँसू आँखों के सागर में समेटे रखता हूँ आँसुओं को। डरता हृँ, कहीं बह न जाएं, किसी के सामने। दर्द सारा सँभाल रखा है सीने में अपने, डरता हूँ जुबान कहीं... Hindi · कविता 2 1 499 Share Page 1 Next