Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2019 · 1 min read

843 आ ज़रा पास आ

होश खो बैठा हूँ, मुझे तू इतना ना सता।
आ दिखा सूरत अपनी ज़रा पास आ।

तड़प रहा हूँ सूरत तेरी देखने को।
कर करम दे दरस ,आ ज़रा पास आ।

खो ना जाऊं इसी आस में मैं,
पलट जा तू, और ज़रा पास आ।

आईने को बहुत देखा है तुमने,
मुझे भी देख जा ,पास आ के ज़रा।

तेरी खुशबू आए तो आऊँ होश में।
साँसो को मेरी, तू ज़रा दे हवा।

यह पल आखरी ना बन जाए मेरा,
ख्वाहिश आखिरी तू मेरी, पूरी कर ज़रा।
3.20pm 28Feb 2019

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 390 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
योग क्या है.?
योग क्या है.?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सहधर्मिणी
सहधर्मिणी
Bodhisatva kastooriya
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ  लोग घंटों  घंटों राम, कृष्ण
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ लोग घंटों घंटों राम, कृष्ण
ruby kumari
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
#अभी_अभी
#अभी_अभी
*Author प्रणय प्रभात*
__________________
__________________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
ना कुछ जवाब देती हो,
ना कुछ जवाब देती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
Raazzz Kumar (Reyansh)
पिता
पिता
Kavi Devendra Sharma
नयनों मे प्रेम
नयनों मे प्रेम
Kavita Chouhan
दो दोस्तों की कहानि
दो दोस्तों की कहानि
Sidhartha Mishra
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मंत्र: पिडजप्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
मंत्र: पिडजप्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
Harminder Kaur
2615.पूर्णिका
2615.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अनघड़ व्यंग
अनघड़ व्यंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"प्रेमी हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
आज बहुत दिनों के बाद आपके साथ
आज बहुत दिनों के बाद आपके साथ
डा गजैसिह कर्दम
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
दिल नहीं ऐतबार
दिल नहीं ऐतबार
Dr fauzia Naseem shad
*गणेश जी (बाल कविता)*
*गणेश जी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
नींद
नींद
Kanchan Khanna
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कविता: सपना
कविता: सपना
Rajesh Kumar Arjun
मेरा मन उड़ चला पंख लगा के बादलों के
मेरा मन उड़ चला पंख लगा के बादलों के
shabina. Naaz
जिन्दगी
जिन्दगी
Ashwini sharma
लू, तपिश, स्वेदों का व्यापार करता है
लू, तपिश, स्वेदों का व्यापार करता है
Anil Mishra Prahari
सुविचार
सुविचार
Neeraj Agarwal
Loading...