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Tag: ग़ज़ल
30 posts
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
SAGHEER AHMAD SIDDIQUI gazal
SAGHEER AHMAD SIDDIQUI gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह
तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह
तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
1 jan 2023
1 jan 2023
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेघर हुए शहर में तो गांव में आ गए
बेघर हुए शहर में तो गांव में आ गए
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने।
इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर।
तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने।
डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इश्क का तुमसे जब सिलसिला हो गया।
इश्क का तुमसे जब सिलसिला हो गया।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है
तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा।
अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा।
कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अजीब दौर हकीकत को ख्वाब लिखने लगे
अजीब दौर हकीकत को ख्वाब लिखने लगे
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मौसम यह मोहब्बत का बड़ा खुशगवार है
मौसम यह मोहब्बत का बड़ा खुशगवार है
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
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