Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2022 · 1 min read

मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।

मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम।
मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम।

दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं।
तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।

4 Likes · 1 Comment · 357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम ढाल हो मेरी
तुम ढाल हो मेरी
गुप्तरत्न
चुनाव
चुनाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अनजान दीवार
अनजान दीवार
Mahender Singh
నమో గణేశ
నమో గణేశ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*विश्व योग का दिन पावन, इक्कीस जून को आता(गीत)*
*विश्व योग का दिन पावन, इक्कीस जून को आता(गीत)*
Ravi Prakash
बिछोह
बिछोह
Shaily
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
Ravi Yadav
इश्क बाल औ कंघी
इश्क बाल औ कंघी
Sandeep Pande
गज़ल (राखी)
गज़ल (राखी)
umesh mehra
आज की बेटियां
आज की बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
#पंचैती
#पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
राखी प्रेम का बंधन
राखी प्रेम का बंधन
रवि शंकर साह
ता थैया थैया थैया थैया,
ता थैया थैया थैया थैया,
Satish Srijan
आंखों में
आंखों में
Surinder blackpen
भरमाभुत
भरमाभुत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
शिक्षित बनो शिक्षा से
शिक्षित बनो शिक्षा से
gurudeenverma198
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
VINOD CHAUHAN
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे या तो प्र
Urmil Suman(श्री)
औरत का जीवन
औरत का जीवन
Dheerja Sharma
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
shabina. Naaz
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
श्याम सिंह बिष्ट
रखे हों पास में लड्डू, न ललचाए मगर रसना।
रखे हों पास में लड्डू, न ललचाए मगर रसना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"जाम"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2904.*पूर्णिका*
2904.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्कूल जाना है
स्कूल जाना है
SHAMA PARVEEN
Loading...