Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2022 · 1 min read

Gazal

तुम्हारा होंठ लिखूंगा और उसको जाम लिखूंगा।
मैं अपनी हर ग़ज़ल में बस तुम्हारा नाम लिखूंगा।

तुम्हारा हुस्न लिखूंगा मैं सुबह ए बनारस में।
तुम्हारा इश्क लिखूंगा अवध की शाम लिखूंगा।

रातों दिन तुम्हारे नाम की तस्वीह पढ़ता हूं।
तुम्हें बस चाहते रहना मैं अपना काम लिखूंगा

तुम्हारे बिन हमारी जिंदगी का कौन सा मतलब।
तुम्हारे नाम से ही जोड़कर मैं नाम लिखूंगा।

न कोई मिस्र की बाजार, न यूसुफ जुलेखा है।
तेरी चाहत लिखूंगा मैं *सगीर” अंजाम लिखूंगा।

34 Views
You may also like:
शायद वो खत तूने बिना पढ़े ही जलाया होगा।।
शायद वो खत तूने बिना पढ़े ही जलाया होगा।।
★ IPS KAMAL THAKUR ★
💐प्रेम कौतुक-500💐
💐प्रेम कौतुक-500💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
RV Singh
RV Singh
Mohd Talib
कभी आधा पौन कभी पुरनम, नित नव रूप निखरता है
कभी आधा पौन कभी पुरनम, नित नव रूप निखरता है
हरवंश हृदय
सीमा पर हम प्रहरी बनकर अरि को मार भगाएंगे
सीमा पर हम प्रहरी बनकर अरि को मार भगाएंगे
Dr Archana Gupta
मैथिली भाषाक मुक्तक / शायरी
मैथिली भाषाक मुक्तक / शायरी
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
🙏माँ कूष्मांडा🙏
🙏माँ कूष्मांडा🙏
पंकज कुमार कर्ण
भगतसिंह कैसा ये तेरा पंजाब हो गया
भगतसिंह कैसा ये तेरा पंजाब हो गया
Surinder blackpen
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
*अजीब-सा व्यापार है 【मुक्तक】*
*अजीब-सा व्यापार है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
मैं होता डी एम
मैं होता डी एम
Satish Srijan
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय 6
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय 6
Pravesh Shinde
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
साजिशों की छाँव में...
साजिशों की छाँव में...
मनोज कर्ण
इन पैरो तले गुजरता रहा वो रास्ता आहिस्ता आहिस्ता
इन पैरो तले गुजरता रहा वो रास्ता आहिस्ता आहिस्ता
'अशांत' शेखर
शिव की बनी रहे आप पर छाया
शिव की बनी रहे आप पर छाया
Shubham Pandey (S P)
नया दौर है सँभल
नया दौर है सँभल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम।
मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल...
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धर्मांधता
धर्मांधता
Shekhar Chandra Mitra
मेरा संघर्ष
मेरा संघर्ष
Anamika Singh
“लोगों को अपना अंदाज़ जीने का कुछ तो सीखा जाइए”
“लोगों को अपना अंदाज़ जीने का कुछ तो सीखा जाइए”
DrLakshman Jha Parimal
खता मंजूर नहीं ।
खता मंजूर नहीं ।
Buddha Prakash
If you migrate to search JOBS
If you migrate to search JOBS
Ankita Patel
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
"किसी की नज़र ना लगे"
Dr. Kishan tandon kranti
■ मेरे अपने संस्मरण
■ मेरे अपने संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
Surya Barman
"डॉ० रामबली मिश्र 'हरिहरपुरी' का
Rambali Mishra
Loading...