डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD Tag: कविता 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 1 Nov 2022 · 1 min read मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी हो ,गीतों की साज हो तुम। मेरे हमदम मेरे दिलबर मेरे हमराज हो तुम। मेरे दिल को जो भाता है वही आवाज हो तुम। दिलों के तार जुड़ते हैं नए झंकार करते हैं। तुम्ही मौसीकी मेरी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 366 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 1 Nov 2022 · 1 min read दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना। दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 3 257 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 26 Nov 2022 · 1 min read मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की। घर से जाते हो मगर याद हमें भी रखना. एक लम्हा अगर गुजरे लगे सदियां गुजरे। Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 164 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 31 Dec 2022 · 1 min read 1 jan 2023 दिल से नफरत मिटाना नए साल में। दिल से दिल को लगाना नए साल में। साल भर भी ना उतरे खुमारी तेरी। जाम ऐसा पिलाना नए साल में। प्यार की... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 209 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Dec 2022 · 1 min read इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने। इश्क में खुद को ही बीमार किया है तुमने। जानता हूं कि मुझसे प्यार किया है तुमने। मैं तो आंखों से ही पढ़ लेता मोहब्बत तेरी। हमसे तो प्यार का... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 184 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Nov 2022 · 1 min read तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है तेरी दहलीज पर झुकता हुआ सर लगता है। मुझे अब अपनी अना से भी डर लगता है। मेरी रूह भी बसने लगी है तेरे शहर में। हयात जितना है सामान... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 139 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Dec 2022 · 1 min read तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर। तुझ में जो खो गया है वह मंज़र तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर। जो शख्सियत निखार दे उसको वली बना। खुद से जो बेहतर हो,... Hindi · कविता · ग़ज़ल 2 2 167 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Nov 2022 · 1 min read डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने। डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने। मोहब्बतों का सलीका सिखा दिया तुमने। बिछड़ के कैसे लिखूंगा मैं कैफियत अपनी। किसी को दर्द का शायर बना दिया तुमने। कोई... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 146 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 15 May 2023 · 1 min read SAGHEER AHMAD SIDDIQUI gazal कैसे दिखाएं बच्चों को मां बाप अपने दर्द। बच्चों से दूर रहने पर मजबूर हो गए। ❣️ मजबूरियां बढ़ाई जरूरत ने इस कदर, कि बादशाह ए इश्क भी मजदूर हो... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 157 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 5 Jan 2023 · 1 min read तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह। छोड़ कर जाओ न हर किसी की तरह। छोड़ करके जमाना भरोसा किया। मोड़ लेना न रुख अजनबी की तरह। मिल गई हर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 1 197 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Jan 2023 · 1 min read तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह तुम हो मेरे लिए जिंदगी की तरह। छोड़ कर जाओ न हर किसी की तरह। छोड़ करके जमाना भरोसा किया। मोड़ लेना न रुख अजनबी की तरह। मिल गई हर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 24 Dec 2022 · 1 min read गजल अपनी मोहब्बतों को नुमायां न कर सके। तेरी नशाते रूह का सामां ना कर सके। 💖 आंसू गिरा के दर्द मेरा कम तो हो गया। लेकिन हम अपने जख्म का... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 388 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Dec 2022 · 1 min read तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर। तुझ में जो खो गया है वह मंजर तलाश कर। बाहर जो ना मिले उसे अंदर तलाश कर। ♥️ जो शख्सियत निखार दे उसको वली बना। खुद से हो,जो बेहतर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 255 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Nov 2022 · 1 min read इश्क का तुमसे जब सिलसिला हो गया। इश्क का तुमसे जब सिलसिला हो गया। नींद आती नहीं जाने क्या हो गया। दिल का इक टुकड़ा तेरा, मेरे पास है। जाने क्यों इस कदर फासला हो गया। Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 151 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Nov 2022 · 1 min read मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की। मोहब्बत जिससे हमने की है गद्दारी नहीं की। हमेशा हक बयानी की है मक्कारी नहीं की। फाकों में गुजारी जिंदगी मैंने फकीरी की। कलम को बेचकर मैंने तरफदारी नही की।... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 199 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Nov 2022 · 1 min read अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा। अकेला चलने का जिस शख्स को भी हौसला होगा। वही क़ाइद बनेगा उसके पीछे काफिला होगा। Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 140 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Nov 2022 · 1 min read कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा। कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा। इस तरह बिगड़ेगी औलादें तो जवाल आएगा। कुंवारा बेटा,विधवा मां, तलाकशुदा बेटी। बंटवारा होगा तो शरीयत का खयाल आएगा। किसी का हक अगर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 136 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Nov 2022 · 1 min read आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है। आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है। पास मे मेरे जो आओ तो मजा आता है। तुम मेरी जाने तमन्ना हो मेरी जाने गजल। हाथ से हाथ मिलाओ तो... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 170 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 21 Mar 2022 · 1 min read तेरा यह खत मोहब्बत की अलामत है निशानी है तेरा यह खत मोहब्बत की अ़लामत है निशानी है। कि इसमें हर घड़ी आती महक इक जा़फरानी है। ❤️ मेरी तन्हाई में भी तेरी यादें साथ रहती हैं। तुम्हारा साथ... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 162 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Jun 2022 · 1 min read मौसम यह मोहब्बत का बड़ा खुशगवार है मौसम ये मोहब्बत का बड़ा खुशगवार है। नजरें बता रही है तुम्हें मुझ से प्यार है। ❤️ मसरूफियत ने कर दिया है दूर आज कल। यादों में तेरे रहना मेरा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · डॉ सिद्दीकी खैरा बाजार · डॉक्टर सगीर अहमद सिद्दीकी 310 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 28 Apr 2023 · 1 min read आदमी असलियत को छुपाता है अब आदमी। नकली चेहरा बनाता है अब आदमी। सच्चे मासूम लोगों से धोखाधड़ी। कहां बाज आता है अब आदमी। Hindi · कविता 296 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 12 Mar 2023 · 1 min read ग़ज़ल दोस्त भी दुश्मन को लिए साथ आ गए। जितने थे दर्द साथ मुझे रास आ गए। आंखों को भी सुकून मिला दिल को भी सुकून। वह दिल में बनके जब... Hindi · कविता · ग़ज़ल 229 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 4 Feb 2023 · 1 min read ग़ज़ल दर्द हद से बढ़ गया औ जख्म भी गहरा हुआ। सिर्फ यादों का तुम्हारे रात भर पहरा हुआ। अब नजर आती नहीं उसको किसी की गलतियां। आंख उसने बंद कर... Hindi · कविता · ग़ज़ल 264 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 29 Jan 2023 · 1 min read गजल मासूम जिंदगी के अरमान बहुत हैं. हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं। खुदगर्जी में इंसानियत भी खो गई कहीं। चंद दिन की जिंदगी अरमान बहुत हैं. वो समझ के भी... Hindi · कविता 144 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Jan 2023 · 1 min read Sher रखेगा होंठ मेरे लब गुलाब कर देगा। पलक पर आएगा आंखों में ख्वाब कर देगा। शहर में उसकी ही आवाज मुझको भाती है। समाअतों को सगीर ख्वाब ख्वाब कर देगा। Hindi · कविता 60 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 27 Jan 2023 · 1 min read शेर मासूम जिंदगी के अरमान बहुत हैं. हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं। खुदगर्जी में इंसानियत भी खो गई कहीं। चंद दिन की जिंदगी है अरमान बहुत हैं Hindi · कविता 188 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 30 Dec 2022 · 1 min read Gazal तुम्हारा होंठ लिखूंगा और उसको जाम लिखूंगा। मैं अपनी हर ग़ज़ल में बस तुम्हारा नाम लिखूंगा। तुम्हारा हुस्न लिखूंगा मैं सुबह ए बनारस में। तुम्हारा इश्क लिखूंगा अवध की शाम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 147 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 26 Dec 2022 · 1 min read गजल तुम्हारे पास जो है, वह हमारा हो भी सकता है। जो तुमसे दूर है लेकिन तुम्हारा हो भी सकता है। चले आओ बदल डालो मेरे हालात को मोहसिन। बहुत रंगीन... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 25 Dec 2022 · 1 min read बेघर हुए शहर में तो गांव में आ गए बेघर हुए शहर में, तो गांवो में आ गए। मुझको लगी जो धूप तो छांवो में आ गए। ज़ुल्मो सितम के धूप से लाचार हो के हम। हम तो तेरी... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 13 Mar 2022 · 1 min read तेरी जुल्फ का बादल होना कितना अच्छा लगता है तेरी जुल्फ का बादल होना कितना अच्छा लगता है। खुद को जलाकर काजल होना कितना अच्छा लगता है। मां की ममता, बाप का साया,दोनों बहुत जरूरी है। सर पर मां... Hindi · कविता 351 Share