SANJEEV PASWAN 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SANJEEV PASWAN 15 Jul 2020 · 1 min read तेरे नीर भरे नयनों में डूब जाऊं.... तुम्हें देखूं तो सुकूं पाऊं, न देखूं तो टूट के बिखर जाऊं. बहुत नाज़ुक सा दिल है मेरा, तेरी इजाज़त हो तो तेरे नीर भरे नयनों में डूब जाऊं....... Hindi · मुक्तक 7 1 236 Share SANJEEV PASWAN 13 Jul 2020 · 1 min read क्या मिलेगा मुझे? "सो भी जाऊं तो क्या मिलेगा मुझे? तुम तो ख़्वाबों में भी नहीं आते....!" Hindi · शेर 6 3 415 Share SANJEEV PASWAN 13 Jul 2020 · 1 min read मुझे फ़ुरसत ही कहाँ.... मुझे फ़ुरसत ही कहाँ.. मौसम सुहाना देखूँ.. मैं तेरी याद से निकलूँ तो ज़माना देखूं.. Hindi · शेर 5 1 251 Share SANJEEV PASWAN 23 Feb 2020 · 1 min read इंसानियत आदमी को साहिबे किरदार होना चाहिए आदमी में जज्बे इसार होना चाहिए, पहले हम हैं आदमी फिर हिंदू ,मुस्लिम और बौद्ध आदमी को आदमी से प्यार होना चाहिए Hindi · मुक्तक 5 2 315 Share SANJEEV PASWAN 15 Jul 2020 · 1 min read जब तक... जब तक खुद का मकान टपकने नहीं लगे, तब तक बारिश सभी को अच्छी लगती है.. Hindi · शेर 5 2 287 Share SANJEEV PASWAN 15 Jul 2020 · 1 min read रोज जरा सा टूटता हूं... रोज जरा सा टूटता हूं, फिर बिखरता हूं.... मिट्टी से बना हूं, कुछ ऐसे ही निखरता हूं... Hindi · शेर 5 1 460 Share SANJEEV PASWAN 23 Feb 2020 · 1 min read शहीद कभी मरते नहीं है वफादार कह कर मुकरते नहीं है, जवां मर्द मरने से डरते नहीं है. सरे जंगे राहे वफा के सिपाही कफन ओढ़ लेते हैं मरते नहीं है Hindi · मुक्तक 5 2 442 Share SANJEEV PASWAN 9 Feb 2020 · 1 min read क्योंकि घर मेरा आज खाली है... मिला जो नोट मुझे वो जाली है, लिया मैंने तुम्हारे लिये फिर भी बाली है, तुम आओगे तो दिल लगेगा हमारा, क्योंकि घर मेरा आज भी खाली है.. Hindi · मुक्तक 5 1 415 Share SANJEEV PASWAN 8 Feb 2020 · 1 min read मेरे दिल की धड़कन बढ़ाओ न ऐसे.... ये चिलमन में चेहरा छुपाओ न ऐसे, मेरे दिल की धड़कन बढ़ाओ न ऐसे। तुम्हें भर नज़र देखना चाहता हूँ, नज़र फेरकर अब सताओ न ऐसे। यही मेरी चाहत है... Hindi · कविता 4 1 274 Share SANJEEV PASWAN 13 Jul 2020 · 1 min read तुझे छूने से डर लगा..... गुल की लगीं किताब खुश्बूओं का घर लगा गंगा नहा के भी तुझे छूने से डर लगा... Hindi · शेर 4 2 509 Share SANJEEV PASWAN 13 Jul 2020 · 1 min read तुझे जो पढ़ नहीं पाए... लिखा तुझे जो पढ़ नहीं पाए, किस्से थे वो भी जो गढ़ नहीं पाए, आसान था बहुत गैरों से लड़ना, जो अपने थे बस उन्ही से लड़ नहीं पाए.. Hindi · मुक्तक 4 2 210 Share SANJEEV PASWAN 13 Jul 2020 · 1 min read दोस्त ही चाहिए..... प्लम्बर कितना भी एक्सपर्ट क्यों ना हो...? पर.... वो ऑखों से टपकता.... पानी बंद नही कर सकता... उसके लिए तो *"दोस्त"* ही चाहिए! Hindi · शेर 4 1 238 Share SANJEEV PASWAN 28 Mar 2020 · 2 min read मेरे ख्वाबों में आते हैं तुम्हारे याद के किस्से.... मेरे ख्वाबों में आते हैं तुम्हारे याद के किस्से मेरे जहन मे है अब तक वही बरसात के किस्से... लिखा है मैने आज भी वो छोटा सा अफसाना, तेरा बारिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 228 Share SANJEEV PASWAN 25 Feb 2020 · 2 min read सचमुच कितना मुश्किल होता है, औरत को औरत होना, मां होना, बहन होना, पत्नी होना... मैं लेटा हुआ था, मेरी पत्नी मेरा सिर सहला रही थी। मैं धीरे-धीरे सो गया। जागा तो वो गले पर विक्स लगा रही थी। मेरी आंख खुली तो उसने पूछा,... Hindi · लघु कथा 4 1 400 Share SANJEEV PASWAN 23 Feb 2020 · 1 min read हिमालय की बुलंदी... हिमालय की बुलंदी से एक ललकार उठी थी ओ चूड़ी कि नहीं तलवार की झंकार उठी थी, और हिला तो आप उठा चंगेज का सीना जब हिंदुस्तानियों के हाथ में... Hindi · मुक्तक 4 872 Share SANJEEV PASWAN 10 Feb 2020 · 1 min read मेरे साथ मेरे दिल में हिन्दुस्तान सोया है... किसी के दिल में जब से आखरी अरमान सोया है किसी हाफिज के दिल में जिस तरह कुरान सोया है. यह तुरबत है शहीदे कोम की, ताजिम लाजिम है की... Hindi · मुक्तक 4 1 227 Share SANJEEV PASWAN 8 Feb 2020 · 1 min read नैनों की भाषा जो... नैनों की भाषा जो पढ़कर समझ गये होते तो वक्त के पहले हम भी संभल गये होते मुहब्बत का जाल जो फैलाया है तुमने,एतिहातन उससे निकल गये होते Hindi · मुक्तक 4 462 Share SANJEEV PASWAN 29 Jan 2020 · 2 min read सांवली सी एक लड़की.... सांवली सी एक लड़की दूर खेतों में खड़ी, साथ में है बकरियां जो हाथ में लेकर छड़ी पांव नंगे बाल मेले है भूरी काली कमर और घुटनों तक चढी है... Hindi · कविता 4 2 745 Share SANJEEV PASWAN 4 Sep 2020 · 1 min read वोह ख्वाब में ही सही आता तो है... वो ख्वाब में ही सही आता तो है। देख के मेरी ओर मुस्कुराता तो है।। वो सिर्फ मेरा होकर रहे जरूरी तो नहीं। वो मुझ से रिश्ता प्यार का निभाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 236 Share SANJEEV PASWAN 28 Dec 2020 · 1 min read अब लब उसे गुनगुनाने लगे हैं.… तेरा नाम लिखकर मिटाने लगेगें, तुझे भूलने में जमाने लगेगें। नहीं याद कोई सबक दूसरा है, तुझे याद करने में जमाने लगे हैं। जो आँखों ने अक्सर कागज पर लिखा,... Hindi · मुक्तक 4 4 411 Share SANJEEV PASWAN 23 Jan 2021 · 1 min read हर रोज.. वो रोज "वैकेंसी" सी सामने से निकलती है, मै "जनरल कैटेगरी" सा देखता रह जाता हूँ.. Hindi · मुक्तक 4 4 592 Share SANJEEV PASWAN 24 Jan 2021 · 1 min read एक इच... एक इंच भी छोड़ने को मन नहीं करता तुम्हें, किसी झगड़े की ज़मीन सी लगती हो तुम.. Hindi · शेर 4 2 419 Share SANJEEV PASWAN 7 Feb 2020 · 1 min read मेरे कलम को अभी और काम.... मेरे कलम ने सवारे है हुस्न के गेसू मेरे कलम ने उभारे है इश्क के पहलू . मेरे कलम ने मोहब्बत के गीत भी गाये मेरे कलम ने निगाहो के... Hindi · कविता 3 493 Share SANJEEV PASWAN 1 Sep 2020 · 1 min read इस मूल्क का राजा होता.. बातों से हसरते पुरी होती तो, मै खुशियों का सहजादा होता. अगर जुमलेबाजी मुझे भी आती,तो मैं भी इस मूल्क का राजा होता.. Hindi · शेर 3 242 Share SANJEEV PASWAN 19 Jun 2020 · 1 min read मै कोई आईना तो नहीं.. तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं, मेरा भी वजूद है, मैं कोई आईना तो नहीं.. Hindi · मुक्तक 3 1 375 Share SANJEEV PASWAN 21 Jan 2020 · 1 min read एक-दूजे से मोहब्बत एक- दूजे से, हम दोनों ही करते हैं निगाहें चार करके फिर, आंहे भी भरते हैं मेरा महबूब भी मेरे जैसा है सुनो तुम यारो वो भी कहने से... Hindi · मुक्तक 3 1 255 Share SANJEEV PASWAN 20 Jan 2020 · 1 min read गर तू.... ये बड़ेपन का ग़ुरूर भला किस काम का , जब बड़प्पन का काम , तुझे आता नहीं , गर तू समंदर भी है तो मैं क्या करूँ, जब तू प्यास... Hindi · मुक्तक 3 1 279 Share SANJEEV PASWAN 12 Jul 2020 · 1 min read मीलों का सफर... मेरा मीलों का सफर पल भर में बर्बाद हो गया जब उसने कहा कहो कैसे आना हुआ... Hindi · शेर 3 4 550 Share SANJEEV PASWAN 20 Jan 2020 · 1 min read दो पल.. कभी हमसे भी दो पल की... "मुलाकात" कर लिया करो..... क्या पता आज हम तरस रहे हैं... कल "तुम" ढुढते फिरो......!! Hindi · मुक्तक 2 403 Share SANJEEV PASWAN 24 Oct 2020 · 1 min read जख्म गहरा देखा है... मैंने उसकी आंखों में अपना चेहरा दिखा है मेरे लड़खड़ाते नजर पर उसका पहरा देखा है. कैसे कह दूं वह शख्स मुझसे प्यार नहीं करता उसके खामोश होठों पर जख्म... Hindi · मुक्तक 2 359 Share SANJEEV PASWAN 1 Jan 2021 · 1 min read नव वर्ष में खुशाल हो.... नव वर्ष में खुशाल हो नव वर्ष बेमिशाल हो विकास और विश्वास जनता का ख्याल हो मन के डर को दूर करो खुशिया को भर पुर करो खेतो ओर खलिहानों... Hindi · कविता 2 3 254 Share SANJEEV PASWAN 29 Jun 2020 · 1 min read एक दफा उसे भी इश्क होना चाहिए.... एक दफा उसे भी इश्क होना चाहिए, जिसे दिल के बदले सिर्फ खिलौना चाहिए. मुझसे बिछड़कर भी मुस्कुराते है वो, जिन्हे मुझसे लिपटकर रोना चाहिए... Hindi · मुक्तक 2 333 Share SANJEEV PASWAN 20 Jan 2020 · 1 min read जब तुम मिलोगे .... ख्वाब आँखो में बसा लेगे जब तुम मिलोगे अश्क पलको से उठा लेगे जब तुम मिलोगे. तुफा के थपे से कस्ती डगमगाती जरूर है ? नांव साहिल पर चला लेगे... Hindi · कविता 2 283 Share SANJEEV PASWAN 28 Jan 2020 · 1 min read नजर का शिकायत.... नज़र अक्सर शिकायत आजकल करती है दर्पण से, थकान भी चुटकियां लेने लगी हैं तन से और मन से, कहां तक हम संभाले उम्र का हर रोज गिरता घर, तुम... Hindi · मुक्तक 2 1 2k Share SANJEEV PASWAN 20 Jan 2020 · 1 min read दो पल.. कभी हमसे भी दो पल की... "मुलाकात" कर लिया करो..... क्या पता आज हम तरस रहे हैं... कल "तुम" ढुढते फिरो......!! Hindi · मुक्तक 2 565 Share SANJEEV PASWAN 27 Jan 2020 · 1 min read आंखों को सिखाएंगे गजलों का हुनर अपनी आंखों को सिखाएंगे, रोएंगे बहुत लेकिन आंसू नहीं आएंगे. कह देना समुंदर से हम ओस के मोती है, दरिया की तरह तुमसे मिलने नहीं आएंगे. वे... Hindi · कविता 2 2 428 Share SANJEEV PASWAN 27 Jan 2020 · 1 min read इतना मत चाहो उसे... सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा, इतना मत चाहो उसे वो बेवफा हो जाएगा. हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है. जिस तरफ भी चल पड़ेंगे, रास्ता... Hindi · कविता 2 606 Share SANJEEV PASWAN 20 Jan 2020 · 1 min read जी भर के.. मेने कब कहा मुझसे मुहब्बत कीजिये काबिल ए नफरत हूं तो जी भर के कीजिये... Hindi · मुक्तक 2 443 Share SANJEEV PASWAN 7 Jul 2020 · 1 min read ये कैसा सितम है मुझ पर.... ये कैसा सितम है मुझ पर , एक पल मोहब्बत के लिए मुझे सालो आजमाया गया. पहले मेरी फांसी मुकम्मल की गयी, फिर बाद में मुझे अदालत ले जाया गया.... Hindi · मुक्तक 2 359 Share SANJEEV PASWAN 21 Jan 2020 · 1 min read वे अनजान क्या जाने.... दिल पे क्या गुजरी वो अनजान क्या जाने, प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने, हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का, कैसे बना था घोसला वो... Hindi · मुक्तक 2 3 480 Share SANJEEV PASWAN 16 Dec 2020 · 1 min read अब आ भी जाओ.. कहती थी वो #जनवरी में आऊंगी मिलकर तुम पर सारा प्यार लुटाऊंगी #फरवरी महीना का दिन कम था तेरी इंतजार मे आंखें नम था #मार्च #अप्रैल कोरोना आ गया घर... Hindi · कविता 1 391 Share SANJEEV PASWAN 12 Jan 2021 · 1 min read वो रात भी क्या रात होगी... वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत "उनकी" बारात होगी. उठ जाता हूं मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, के एक गैर की बाहों में मेरी... Hindi · मुक्तक 1 2 452 Share SANJEEV PASWAN 23 Jan 2020 · 1 min read क्या मंज़र था ..... रुख्सते यार का मंजर भी क्या मंज़र था मैने खुद को खुद से बिछड़ते देखा.... कौन कहता है प्यार होता नहीं सच्चा आजकल इनकी रूह को बेबस होकर रोकर तड़पते... Hindi · मुक्तक 1 1 315 Share SANJEEV PASWAN 27 Jan 2020 · 1 min read सुनहरा मंजर... दूर से देखा तो बड़े ही सुनहरे मंजर थे, पास पहुंचा तो सारे खेत बंजर थे. हम उनके पास से भी प्यासे लौटे, जिनके आंखों में प्यार के समंदर थे.... Hindi · कविता 1 1 660 Share SANJEEV PASWAN 28 Jan 2020 · 1 min read उसका हक... कभी होठों पे उँगलियाँ,कभी गिरेवान खीचना.. उसका हक जताने का अंदाज़ बड़ा जानलेवा था.. Hindi · मुक्तक 1 257 Share SANJEEV PASWAN 29 Jun 2020 · 1 min read कोरोना का पीड़ित मरते समय क्या सोचता होगा.. कोरोना का पीड़ित मरते समय क्या सोचता होगा, बस एक बार अपने परिवार को देखना चाहता होगा.... सांसें जब फूलती होंगी,तो वो जीवन से थोड़ी मोहलत मांगता होगा, एक और... Hindi · कविता 1 1 399 Share SANJEEV PASWAN 12 Jan 2021 · 1 min read इंटर वाला बैच.. कितने क्लास पढ़े हैं देखो, नहीं मिला है मैच याद बहुत आता है हमको, इंटर वाला बैच बेंच तीन की और बैठते, पांच पांच मिल यार टॉयलेट लगती एक दोस्त... Hindi · कविता 1 297 Share SANJEEV PASWAN 23 Jan 2021 · 1 min read ऐसा लगा... ऐसा लगा लौट वो ज़माने आये मुझसे मिलने जब लोग पुराने आये। झुलस गया था वक़्त की तपन से मैं पुष्प नये फिर से वो खिलाने आये। इस दौर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 540 Share SANJEEV PASWAN 22 Mar 2021 · 1 min read रेती सा प्यासा प्यासा हूँ, गंगा के तट पर रहकर मैं रेती सा प्यासा प्यासा हूँ, मन उड़े गगन में राकेट सा तन से जैसे मैं नासा हूँ, करता है अनुसन्धान हृदय ज्यों चाँद पे... Hindi · कविता 464 Share