Comments (3)
13 Jul 2020 03:05 PM
सौ बार तेरा दामन हाथों मे मेरे आया
जब आँख खुली तो देखा अपना ही गिरेबाँ था
SANJEEV PASWAN
Author
13 Jul 2020 03:16 PM
लाजबाव सर जी
मैं तुझसे इतना दूर हो गया हूं।
ख्वाबों में भी अब तुझको मुजस्स़िम नहीं पाता हूं।
श़ूक्रिया !