Roshni Sharma Language: Hindi 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Roshni Sharma 30 Apr 2024 · 1 min read खो गईं। वेदना तो बहुत है संवेदनाएं खो गई मौत तो दुगुनी हुई पर सांत्वनाएं खो गईं। स्वार्थ का है बोल बाला, हर तरफ संसार में प्रेम, ममता, स्नेह की संभावनाएं खो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीत 7 3 55 Share Roshni Sharma 4 Mar 2022 · 1 min read आज आज?? ज़िंदगानी के अजब हालात हैं अश्क में भीगे हुए जज़्बात हैं। हर तरफ है तिश्नगी छाई हुई बिखरे बिखरे से सभी ख्यालात हैं। सोच की फेहरिस्त कुछ ऐसी हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 614 Share Roshni Sharma 16 Feb 2022 · 1 min read जाने क्यों,! ?️जाने क्यों?️ आज के मौसम में जाने धांधली कैसी मची है कोयलें सिर पीटती कव्वों की पनाह में पड़ी हैं अर्थ का अनर्थ हुआ शब्द की रूठी कड़ी है अहम... Hindi · कविता 2 3 831 Share Roshni Sharma 1 Feb 2022 · 1 min read ?️चाह?️ सांझ का दीपक जलाना चाहती हूं भाव मन के गुनगुनाना चाहती हूं चाहती हूँ दर्द को निस्तार कर दूं राग मैं मल्हार गाना चाहती हूँ। न रुका है न रुकेगा... Hindi · कविता 2 306 Share Roshni Sharma 1 Feb 2022 · 1 min read ?️भारत की बेटी?️ मैं बेटी भारत माता की इसका गौरव स्वाभिमान हूँ मैं मुझको कम नही आंकना तुम बढ़ता हुआ एक सम्मान हूँ मैं मैं ही दुर्गा,मैं कल्याणी सीता, सावित्री,अनुसूया तुम समझो न... Hindi · कविता 2 296 Share Roshni Sharma 1 Feb 2022 · 1 min read आओ मिलकर बदलें। जहाँ जहाँ फैला अँधियारा आओ दीपक एक जलाएं। जहाँ जहाँ आंसू बहते हो आओ मिलकर दर्द बटाएं। जीवन मे यदि खार मिलें तो उपवन उपवन फूल खिलाएं। सूरज से चमके... Hindi · कविता 2 2 217 Share Roshni Sharma 8 Jul 2021 · 1 min read चलो यूँ करें! अहम् छोड़ कर चलो एक हम हो जाएं, इक दूजे के दुःख में भागी हो जाएं। चलो तराशे हिल-मिल कर इस जीवन को.. समरसता, सद्भाव के साथी हो जाएं। जज्बा-ए-दिल... Hindi · कविता 3 2 292 Share Roshni Sharma 27 May 2021 · 1 min read यह बरखा और याद तुम्हारी(बरसात) दूर दिशा कजरारे बदरा मन का चैन चुराए दामिनी दमक रही घन माही हिय में शूल चुभाए तुम याद बहुत आए तन मन भिगो रही जलधारा शीतल हो गया आंगन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 2 270 Share Roshni Sharma 25 May 2021 · 1 min read आओ न मेघा(बरसात) आओ न मेघा बरस जाओ न मेघा प्यासी धरती नेह माँगती शीतल जल बरसाओ न मेघा आओ न मेघा बरस जाओ न मेघा धरती सूखी, सूखे ताल तुम बिन कृषक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 520 Share Roshni Sharma 25 May 2021 · 1 min read फिर आई बरसात(बरसात) फिर मेघाच्छन्न हुआ गगन फिर टप-टप बूंदे आई धरा नटी की खातिर नभ से नव संदेशा लाई पा जिसको खिल उठी वसुंधरा धानी चूनर लहराई दिल की कली प्रस्फुटित हुई... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 513 Share Roshni Sharma 22 May 2021 · 1 min read मेघा (बरसात) घन घन मेघा बरसते मन हो गया विभोर प्रकृति नटी नाचन लगी शीतलता चहुँ ओर सर सर बहती है हवा झर झर बहता नीर मन तरंगित हो उठा विलसित हुआ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 357 Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read आओ जलाएं दीप️ मंदिर निर्माण की बेला में भावों के पुष्प चढ़ा दें हम आओ कुछ दीप जला दें हम है अवधपुरी सज गयी आज नव नूतन अतुलित आभा से कण कण श्री... Hindi · कविता 1 2 293 Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read यूँ ही ज़र्रा ज़र्रा खिताब दे आया ज़िन्दगी को जवाब दे आया महक उठे ज़िन्दगी सबकी प्रेम का वो सैलाब दे आया एक मीठी सी हंसी लब पे रहे ऐसा पुरनूर ख्वाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read छोड़ दे हर किसी को आज़माना छोड़ दे राह में कांटे बिछाना छोड़ दे दे दुआएं हर किसी को दिल से तूँ गरीबों का दिल दुखाना छोड़ दे। क्यों जलाता उंगलियां बेकार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read भोर वंदन जीवन अंतहीन संभावना क्यों इससे घबराए रे विपरीत बना है समय यदि स्वर्णिम अवसर भी आये रे। छोड़ निराशा दृष्टि बदलो अवसर को पहचानो रे दिवस निशा अनुभूति जरूरी मूल... Hindi · कविता 1k Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read जिंदगी ज़िन्दगी तेरा कोई हिसाब नही तू लाजवाब है तेरा कोई जवाब नही सच कहूँ तुमको जब से देखा है तुम हकीकत हो ,कोई ख्वाब नही मैंने अल्फ़ाज़ सदा यूँ लिखे... Hindi · कविता 282 Share Roshni Sharma 21 May 2021 · 1 min read हे माधव। ?????? हे माधव,मोहन गिरधारी पद्मनाभ,विष्णु अवतारी हे अखिल विश्व के दुखत्राता हे जगत नियंता,सुख दाता हे अगम,अनूप,अच्युत जगदीशा हे माधव,सुर नर,सुरपति,ईशा हो तीन लोक के तुम स्वामी घट घट वासी... Hindi · कविता 433 Share Roshni Sharma 19 May 2021 · 1 min read हर हर महादेव हे त्रिपुरारी,हे शिव शंकर अजर,अमर अविनाशी तुम महाकाल उज्जैन के हो तुम विश्वनाथ शिव काशी तुम तुम सृष्टि के संकट हर्ता पर दुःख हंता, मंगल कर्ता लीला तेरी अदभुत हरिहर... Hindi · कविता 1 2 571 Share Roshni Sharma 19 May 2021 · 1 min read ऐसा नहीं कभी किसी से कड़वी बातें मत कहना अपनों से यूँ खफा खफा से मत रहना। हँसी बाँट दो सबको यदि तुम बाँट सको अपना दर्द कभी भी किसी से मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 398 Share Roshni Sharma 19 May 2021 · 1 min read सुनो है जीवन इक पहेली,बूझना ही पड़ेगा, राह की रुसवाइयों से,जूझना ही पड़ेगा। क्यों भला फूलों की खुशबू ढूंढते हो तुम, दामन के काँटो से तो उलझना ही पड़ेगा। मत कदम... Hindi · कविता 2 355 Share Roshni Sharma 19 May 2021 · 1 min read आओ दीपक जलाएं आओ दीपक एक जलाएं सुमन,कुसुम से करें अर्चना आनंद की सरिता बरसायें दिव्य ज्योत्स्ना फैले चहुँ दिस सुनीति का मार्ग अपनाएं संतोष भाव से अलंकृत हो मन अज्ञान तिमिर को... Hindi · कविता 1 420 Share Roshni Sharma 19 May 2021 · 1 min read बारिश की बूंदे (बरसात) रिमझिम फुहार पड़ी बूंदों की लगी झड़ी नयन हुए रतनारे गालों पर लाली चढ़ी। वृक्षों के पात फूल बरखा में नहाए हैं मानों सजधज के मिलने को आए है फूलों... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 5 409 Share Roshni Sharma 7 Feb 2021 · 1 min read मेरा देश चंदन सा पवित्र है,वो देश हिंदुस्तान है। पुष्प सी सुगंध सा,मेरा देश हिंदुस्तान है सूर्य सबसे पहले जिसकी आरती उतारता, चाँद अपनी चाँदनी से रूप को सँवारता नदियां धोती आँगना,... Hindi · कविता 2 6 280 Share Roshni Sharma 18 Jan 2021 · 1 min read खो गईं वेदना तो बहुत है,सम्वेदनाएँ खो गई मौत तो दुगुनी हुईं,पर सांत्वनाएँ खो गईं स्वार्थ का है बोलबाला,हर तरफ संसार में प्रेम,ममता,स्नेह की संभावनाएं खो गईं। बेईमानी और रिश्वत ने कुछ... Hindi · कविता 5 491 Share