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8 Jul 2021 · 1 min read

चलो यूँ करें!

अहम् छोड़ कर चलो एक हम हो जाएं,
इक दूजे के दुःख में भागी हो जाएं।

चलो तराशे हिल-मिल कर इस जीवन को..
समरसता, सद्भाव के साथी हो जाएं।

जज्बा-ए-दिल में एक नया सुकून भरें,
इक दूजे के लिए फरिश्ता हो जाएं।

कदम एक हो, ताल एक हो, एक हो सुर
हर मानव से पावन रिश्ता हो जाएं।

जात-पात और ऊँच-नीच का भेद मिटे,
रिश्ते नाते सभी समन्दर हो जाएँ।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 286 Views
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