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Tag: कविता
41 posts
कटा टिकट नेता जी का.. कबीरा सारा रा रा रा कबीरा सारा रा रा रा
कटा टिकट नेता जी का.. कबीरा सारा रा रा रा कबीरा सारा रा रा रा
रामचन्द्र दीक्षित
दुश्मन जो देश के है घुटनों के बल चलें
दुश्मन जो देश के है घुटनों के बल चलें
रामचन्द्र दीक्षित
तू मेरा मारुति नंदन है...
तू मेरा मारुति नंदन है...
रामचन्द्र दीक्षित
कुछ हो गए उदास हैं
कुछ हो गए उदास हैं
रामचन्द्र दीक्षित
/////लोकतंत्र/////
/////लोकतंत्र/////
रामचन्द्र दीक्षित
वो संख्या में चंद हैं
वो संख्या में चंद हैं
रामचन्द्र दीक्षित
सड़क का संघर्ष अब संसद में दिखा
सड़क का संघर्ष अब संसद में दिखा
रामचन्द्र दीक्षित
अटल एक युगदृष्टा
अटल एक युगदृष्टा
रामचन्द्र दीक्षित
क्षणिकाएं: नेता
क्षणिकाएं: नेता
रामचन्द्र दीक्षित
"मां" जो तुम में हैं ...
रामचन्द्र दीक्षित
ये आदमी सड़क पर...
ये आदमी सड़क पर...
रामचन्द्र दीक्षित
वो मुस्कराता ही नहीं ...
वो मुस्कराता ही नहीं ...
रामचन्द्र दीक्षित
वो राजनीति हो गई
वो राजनीति हो गई
रामचन्द्र दीक्षित
उसकी आंखों में
उसकी आंखों में
रामचन्द्र दीक्षित
बादल भी क्या पागल हुए
बादल भी क्या पागल हुए
रामचन्द्र दीक्षित
हर कोई मुझमें
हर कोई मुझमें
रामचन्द्र दीक्षित
मैं क्या-क्या भूलूं
मैं क्या-क्या भूलूं
रामचन्द्र दीक्षित
वो किधर से गए?
वो किधर से गए?
रामचन्द्र दीक्षित
सुबह-शाम
सुबह-शाम
रामचन्द्र दीक्षित
हो गए तुम सत्ता
हो गए तुम सत्ता
रामचन्द्र दीक्षित
वो सियासत के हो गए
वो सियासत के हो गए
रामचन्द्र दीक्षित
मेरी इस बस्ती के सभी घर
मेरी इस बस्ती के सभी घर
रामचन्द्र दीक्षित
आंख से ही इशारा करो
आंख से ही इशारा करो
रामचन्द्र दीक्षित
कभी-कभी
कभी-कभी
रामचन्द्र दीक्षित
जय-जय भारत हो
जय-जय भारत हो
रामचन्द्र दीक्षित
चूड़ियां सिन्दूर पिता हैं
चूड़ियां सिन्दूर पिता हैं
रामचन्द्र दीक्षित
सुबह-सुबह
सुबह-सुबह
रामचन्द्र दीक्षित
कभी-कभी
कभी-कभी
रामचन्द्र दीक्षित
जहां में हर किसी को
जहां में हर किसी को
रामचन्द्र दीक्षित
उच्चतम हो गए हो
उच्चतम हो गए हो
रामचन्द्र दीक्षित
मैं तो प्रकृति हूं
मैं तो प्रकृति हूं
रामचन्द्र दीक्षित
उम्मीदें ही काफी रही
उम्मीदें ही काफी रही
रामचन्द्र दीक्षित
मैं तो प्रकृति हूं
मैं तो प्रकृति हूं
रामचन्द्र दीक्षित
न दुआएं असर करती दिखी
न दुआएं असर करती दिखी
रामचन्द्र दीक्षित
न थकी हूं मैं नदी हूं
न थकी हूं मैं नदी हूं
रामचन्द्र दीक्षित
कविता: तुम्हें तो याद करता
कविता: तुम्हें तो याद करता
रामचन्द्र दीक्षित
मां की यादों को लाया हूं
मां की यादों को लाया हूं
रामचन्द्र दीक्षित
जब जब लिखता तेरा नाम
जब जब लिखता तेरा नाम
रामचन्द्र दीक्षित
न दुआएं असर करती दिखी
न दुआएं असर करती दिखी
रामचन्द्र दीक्षित
मेरे शहर की सड़क
मेरे शहर की सड़क
रामचन्द्र दीक्षित
मां के आंचल को ओढ़ना
मां के आंचल को ओढ़ना
रामचन्द्र दीक्षित
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