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राम आपको बनना होगा..
राम आपको बनना होगा..
raijyoti47.
देश नही झुकने देंगे
देश नही झुकने देंगे
raijyoti47.
बदलाव
बदलाव
raijyoti47.
भारत के शांतिदुत समान दुज़ा कोई विश्व में बुद्ध नही,
भारत के शांतिदुत समान दुज़ा कोई विश्व में बुद्ध नही,
raijyoti47.
हम ज़ात पात के नाम पर खुद को टुकड़ों में बाँट रहे ,
हम ज़ात पात के नाम पर खुद को टुकड़ों में बाँट रहे ,
raijyoti47.
🙏
🙏
raijyoti47.
तेल, तेल से मिलता जल से मेल नही हो सकता,
तेल, तेल से मिलता जल से मेल नही हो सकता,
raijyoti47.
फर्क नहीं पड़ता हमको,  खुश रहे कोई या खफ़ा रहे,
फर्क नहीं पड़ता हमको, खुश रहे कोई या खफ़ा रहे,
raijyoti47.
शब्द मेरे
शब्द मेरे
raijyoti47.
पुष्प
पुष्प
raijyoti47.
मै नहीं मेरी ज़िम्मेदारियाँ ही गुनहगार हैं
मै नहीं मेरी ज़िम्मेदारियाँ ही गुनहगार हैं
raijyoti47.
क्या औरत बरसों करती रहेगी रिश्तों की भरपाई
क्या औरत बरसों करती रहेगी रिश्तों की भरपाई
raijyoti47.
आखिर गद्दारी करके कब तक लोग संभलते हैं,
आखिर गद्दारी करके कब तक लोग संभलते हैं,
raijyoti47.
"सब कहते हैं बुरा किया तो करनी होगी भरपाई,
raijyoti47.
"अगर सही होते हुए भी हमे गलती स्वीकार करके माफ़ी माँगनी पड़ी,
raijyoti47.
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
raijyoti47.
एक बेहतर सरकार अनुशासन प्रशासन और आश्वसन से चलती है,,
एक बेहतर सरकार अनुशासन प्रशासन और आश्वसन से चलती है,,
raijyoti47.
अभी पतझड़ की जद में हैं मगर मौसम ये बदलेगा
अभी पतझड़ की जद में हैं मगर मौसम ये बदलेगा
raijyoti47.
किसी की ज़िंदगी का तुम कभी भी गम नही बनना
किसी की ज़िंदगी का तुम कभी भी गम नही बनना
raijyoti47.
मुद्दतों से रुलाया है मुझे अब तुझको रोना है,
मुद्दतों से रुलाया है मुझे अब तुझको रोना है,
raijyoti47.
जिन्हें पेड़ों सा सींचे हम कि हमको छाँव देंगे
जिन्हें पेड़ों सा सींचे हम कि हमको छाँव देंगे
raijyoti47.
हुक्म महोदय कीजिए मिलना किस इंसान से
हुक्म महोदय कीजिए मिलना किस इंसान से
raijyoti47.
खामोशी में तेरी औकात छिपा रखे हैं,
खामोशी में तेरी औकात छिपा रखे हैं,
raijyoti47.
अपनी ज़िंदगी में आप बस रफ्तार देखेंगे,
अपनी ज़िंदगी में आप बस रफ्तार देखेंगे,
raijyoti47.
खेतों में घंटों तक अपना वक़्त किसी ने बाँटा,
खेतों में घंटों तक अपना वक़्त किसी ने बाँटा,
raijyoti47.
जाने कितने देवालय को,नालन्दा से विद्यालय को,
जाने कितने देवालय को,नालन्दा से विद्यालय को,
raijyoti47.
नौ माह का समय बीता कर पुनः पृथ्वी पर आई हैं
नौ माह का समय बीता कर पुनः पृथ्वी पर आई हैं
raijyoti47.
ज़बरी क़ब्जा की गई जमीं पर सजदा ही नाजायज़ है,
ज़बरी क़ब्जा की गई जमीं पर सजदा ही नाजायज़ है,
raijyoti47.
अग्नि से ना जलने का था जिस होलिका को वरदान,
अग्नि से ना जलने का था जिस होलिका को वरदान,
raijyoti47.
संस्कारों का ताज़ केवल औरत के सिर पर रखा गया,
संस्कारों का ताज़ केवल औरत के सिर पर रखा गया,
raijyoti47.
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