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13 Mar 2025 · 1 min read

अग्नि से ना जलने का था जिस होलिका को वरदान,

अग्नि से ना जलने का था जिस होलिका को वरदान,
प्रह्लाद की भक्ति ज्वाला से बचा सकी ना अपने प्राण,,

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