राहुल रायकवार जज़्बाती Language: Hindi 34 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read रेशम की डोर राखी.... रेशम की डोर तुम मुझे बांध रही हो, और हिफाज़त भी मेरी मांग रही हो... कलाई पे राखी तुम मुझे बांध रही हो, और सौगात भी तुम मुझे ही दे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा · पुस्तक समीक्षा 1 164 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है... आंसुओं से कोई तस्वीर पिघली है, हाल ही में मुझे छूकर मौत गुजरी है ।। यहां रास्तों पर मुझे ठोकर मिली है, आज भी होंठो की हंसी बिखरी है ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · पुस्तक समीक्षा · संस्मरण 2 141 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read शाम हो गई है अब हम क्या करें... शाम हो गई है तो अब हम क्या करें, यादें तुम्हारी सताएं तो हम क्या करें... हरेक दिन हम ने तेरे नाम कर दिया, कोई तुम सा न मिले तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · गीत · पुस्तक समीक्षा · शेर 1 189 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read नादान था मेरा बचपना मैंने सिर्फ अपना बचपन वापस मांगा था, जमाने ने तो मेरा बचपना ही छीन लिया। मैं तो लोगों को सिर्फ हंसाना ही जानता था, मगर यहां तो मुझे पागल ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · हास्य 1 125 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 15 Feb 2024 · 1 min read सबूत- ए- इश्क़ कोई सबूत नहीं है मेरे पास, तुम्हें कितना याद करता हूं।। एहसास जितने भी हैं सब तुम्हारे हैं, तुम्हें बेहिसाब मोहब्बत करता हूं।। कैसे साबित कर दूं मैं तुम्हारा हूं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 145 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 10 Nov 2020 · 1 min read शायद..... *"शायद"* इक और मुलाकात हो जाए उन्हीं से शायद.... उनकी आंखों में मैंने इंतजार देखा था शायद, बात कल परसों की नहीं हाल ही की है यारों, बदला बदला मिज़ाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 420 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 5 Jan 2019 · 1 min read नव वर्ष मुबारक हो तुम्हें... तेरी यादों से भरा वो लिफ़ाफा ढूंढ रहा हूं मैं आज, जुदा होकर तुझ से जज़्बाती कहां रहा हूं मैं आज... स्याही से लिखता हूं तुम्हें और तुम्हारे तसव्वुर को,... Hindi · मुक्तक 264 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 5 Jan 2019 · 1 min read मेरी मां...? ...मेरी मां... तुझे रोते बिलखते, तेरी रूह को तड़पते मैंने देखा है... दर्द से जुझके तुझे हंसते हुए मुझे जन्म देते वक्त क्यूं मैंने नहीं देखा है... .? खुदको तेरे... Hindi · कविता 268 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 17 Aug 2018 · 1 min read राजनीति की आत्मा थे अटल बिहारी जी तू क्यूँ हार गया मौत से... अटल था अपनी सोच से... तस्वीर मेरे हिन्द की बदल गया अटल, कहेंगे अब हम अटल बिहारी कौन से...? हो गये हैं हम सब... Hindi · कविता 1 391 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 15 Aug 2018 · 1 min read स्वधीनता हमारा पर्व.... हर एक गाँव में, हरेक शहर में जश्न आजादी का उभर रहा है... जनगणमन सर्वत्र एक स्वर में, 72वाँ भारत पर्व मना रहा है... . तस्वीर भारत की कुछ बदली-सी... Hindi · कविता 273 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 21 Jul 2018 · 1 min read ...हँसी कहाँ िमलती है... हाँ, टूटते हुये किनारों से लहरें जहाँ मिलती हैं... उन बिखरते साहिलों पर राहत कहाँ मिलती है... विपरीत वक्त में खुदको बदलना चाहता हूँ पर... इन खामोश लम्हों में मुझे... Hindi · मुक्तक 364 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Jan 2018 · 1 min read मुकाम अधूरा-सा है तुझ बिन... मुकाम मेरा अधूरा है, तुझ बिन अभी, आ चल मेरे साथ,चाँद के उस पार कहीं... . जरूरी है तेरा साथ,इस जमाने की भीड़ में, मिलोगे तुम मुझे हकीकत में,ये सोचा... Hindi · कविता 354 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 8 Jan 2018 · 1 min read ...बे-वक्त मचलती लहरें... मचलती उन लहरों का, गुम था किनारा कहीं... बदलते उन शहरों का, सूना था नजारा कहीं... हाँ बेवक्त उन पहरों का, सबब था मुनासिब कहीं... बिखरती उन सहरों का, इंतज़ार... Hindi · कविता 1 491 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 30 Jul 2017 · 1 min read ...बेचैन धरा....!! ........................ धरा आँचल गुम हुआ कलुष तह में... बिखरा है तिमिर नभ तल में कहीं... . विहग-वृंद आतुर हुए तरु आँचल को... मंद्र ध्वनि धरा की गूँज रही है कहीं...... Hindi · कविता 241 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 23 May 2017 · 1 min read बेचैन धरा... तपती धरा की बेचैनी, महसूस करके तो देखो... बिन पानी सूरज की गर्मी, खुद सहकर तो देखो... इतना ही नहीं, धरा की बंजर-सी हालत तो देखो... धरा की खामोश सिसकियाँ,... Hindi · मुक्तक 514 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 31 Mar 2017 · 1 min read !!....चाँदनी रात....!! आसमाँ की श्याम वर्ण रूपी चादर में... झिलमिलाते अनगिनत सितारे... जाने किसने टाँक दिये शीतल चादर में... पुष्प हों गुलचाँदनी के सितारे... . जगत सोया रहे शांत चाँद किरणों में...... Hindi · कविता 478 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 20 Mar 2017 · 1 min read __जिग़र का टुकड़ा होती है बिटिया___ बिदाई के दिन जिगर का टुकड़ा होती है बिटिया... मगर जन्म होने पर क्यों शोक होती है बिटिया... . निर्मल संस्कारों की छाँव में पलती है बिटिया... मगर बेटे की... Hindi · कविता 324 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 16 Mar 2017 · 1 min read ...तू है जुनून-सा... इन आँखों को... कैसे बंद करूँ... जब तू है मेरे सामने... . इस दिल में... इक शोर है... जैसे कह रहा हो हर दिन तू हो मेरे सामने... . जब... Hindi · गीत 654 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 12 Mar 2017 · 1 min read ....रंगोत्सव मंगलमय हो...।। ______मुक्तक_____ कुछ अनकही बातें कहना है इस रंगोत्सव पर... रूठे हुये यारों को मनाना है इस रंगोत्सव पर... गुजरा कल भूलकर सबको रंग-गुलाल लगाना है... रंगहीन यारी रंगीन करना है... Hindi · मुक्तक 252 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 12 Mar 2017 · 1 min read ___कैसे रंग लूँ चुनरिया सतरंगी___ कैसे चुनरिया अपनी रंग लूँ सतरंगी... बता मेरे सावरिया... कैसे दूर रंगों से रहूँ अंतरंगी... बता मेरे सावरिया... . कैसे जिन्दगानी अपनी करूँ रंगीन.... बता मेरे सावरिया.... कैसे विधवा अरूप... Hindi · कविता 305 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 11 Mar 2017 · 1 min read __यूँ बे-वजह पटरी पर बैठा न होता__ नम होती हैं आँखें... मगर अश्क नहीं झलकता... हजारों होती हैं शिकायतें... मगर अपना कोई नहीं समझता... . _______________ न लिखी होती गरीबी इन लकीरों में... यूँ ही बे-वजह घर... Hindi · कविता 1 347 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 25 Feb 2017 · 1 min read __दूर कहीं....?? दूर कहीं बह जाना चाहता हूँ... तन्हाँ अकेले लहरों में... . दूर कहीं सफर करना चाहता हूँ... ख्वाबों के बने शहरों में... . दूर कहीं रूक जाना चाहता हूँ... #जज़्बाती... Hindi · कविता 276 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 11 Feb 2017 · 1 min read ?...हूँ तेरे इंतज़ार में__? कब से तेरी राहों में... खड़ा हूँ बे-सब्र सा... जिन्दगी की राहों में... चलना चाहता हूँ बे-फिक्र सा... हूँ तेरे इंतज़ार में... बस तेरे ख्यालों में...? ______________ आहट मिलेगी तेरे... Hindi · कविता 256 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 10 Feb 2017 · 1 min read ___माँ की बनी रोटी___ मेरी माँ के हाथों की बनी रोटी... होती है गोल मटोल-सी छोटी... कभी वक्त मिले तुमको... दुनियादारी की मोहमाया से... कभी चैन मिले तुमको... बे-सब्र सी व्यस्त दिनचर्या से... .... Hindi · कविता 339 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 31 Jan 2017 · 1 min read उफ़.... मीठी_चाय... जज्बाती कलम अपनी कैसे रोक दूँ... उसने जब पूछा तेरा दिल कैसे तोड़ दूँ.... . इजहार-ए-दिल आँखों से कैसे कर दूँ... उसके नाम धड़कनें मेरी कैसे कर दूँ.... . पहली... Hindi · कविता 297 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 30 Jan 2017 · 1 min read इश्क़ की किताब... हर वक्त सोचता हूँ... इश्क की किताब को... कर दूँ आज बंद... हर दफा खामोश हूँ... खामोशी के पन्नों को... कर दूँ आज रंग... हर लम्हाँ रोकता हूँ... अश्कों की... Hindi · कविता 270 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 29 Jan 2017 · 1 min read हर दिल अजीज नहीं होता यारों.... हर दिल अजीज़ नहीं होता यारों.... हर दिल में दोस्ताना नहीं होता यारों... हरेक दिल इतने करीब नहीं होता यारों... हरेक दिल मोहब्बत जितना अमीर नहीं होता यारों... . हर... Hindi · शेर 298 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 24 Jan 2017 · 1 min read नन्हीं कूची से हर लूँ अंधियारा.... ..... #नन्हीं_कूची_से_हर_लूँ_अंधियारा....?? गहरे समंदर-सी है हमारी जिन्दगानी... जाने कब तक मिलेगी जीवन को रवानी... बादलों की गहरी-सी घटा कब छटेगी... जाने कब तक निकलेगा इंद्रधनुष सतरंगी... . तकदीर सुनहरी लिखना... Hindi · कविता 522 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 23 Jan 2017 · 1 min read ???? इक शाम यूँ ही गुजर जाती है.... ???? इक शाम यूँ ही गुजर जाती है.... वतन की पताका फहराते हुये... .???????? देशभक्ति यूँ ही मुकर जाती है... चमन-सी जिन्दगानी सजाते हुये... .???????? स्वदेशी एकता यूँ ही बिखर जाती... Hindi · कविता 183 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 22 Jan 2017 · 1 min read जमीं आसमाँ का मिलन....?? वसुंधरा और नीलाम्बर का मिलन... जगत का मनोहारी दृश्य इक... सतरंगी चादर निर्मित करेगा... इंद्रधनुष जितनी खूबसूरत इक... अप्सरा-सी प्रकट होगी वसुंधरा... धरा और आसमाँ का मिलन... वसंत ऋतु का... Hindi · कविता 233 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 21 Jan 2017 · 1 min read कागज कलम कलमकार.... कागज कलम कलमकार का केवल एक ही कमाल... कुरूप कोमला कविता कर कला-कौशल बने बेमिसाल... . हे कलम मैं सरल कलमकार कामना करूँ यही... कामयाबी का कल कदापि देखा नहीं...... Hindi · कविता 302 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 21 Jan 2017 · 1 min read दाना बना...#सजा... थी इक चंचल पवित्र हृदय-सी सुंदर चिड़िया... उड़ रही थी नभ मंडल में बहुत ही बढ़िया... . इक दफ़ा नजर को भा गयी थी सुंदर चिड़िया... जाल फैलाया शिकारी ने... Hindi · कविता 471 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 14 Jan 2017 · 1 min read .....वफ़ा का शहर..... गहरा है समंदर कहीं खो न जायें.... हासिल नहीं किसी की हमें वफायें... . फिर आज बहका हूँ कहीं बह न जायें... है उम्मीद कहीं टकरायेंगी हम से जफायें... .... Hindi · कविता 358 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 13 Jan 2017 · 1 min read ....नई_राह.... चारों कोणों से युक्त क्षितिज मंडल... है जीवन की परिभाषा... भवबंधन से मुक्त हो भू-मंडल... है जीवन की अभिलाषा... . सार्थकपूर्ण मुकाम हासिल हो कहाँ... हौसला नितांतपूर्ण है मेरा... नई... Hindi · कविता 509 Share