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23 Jan 2017 · 1 min read

???? इक शाम यूँ ही गुजर जाती है…. ????

इक शाम यूँ ही गुजर जाती है….
वतन की पताका फहराते हुये…
.????????
देशभक्ति यूँ ही मुकर जाती है…
चमन-सी जिन्दगानी सजाते हुये…
.????????
स्वदेशी एकता यूँ ही बिखर जाती है…
नफ़रती एहसास जताते हुये…
.????????
26 जनवरी यूँ ही गुजर जाती है…
शहीदों की कुर्बानी बताते हुये…
.????????
वतन की ध्वजा यूँ ही लहराती रहती है…
देशप्रेम की भावना जगाते हुये…
[स्वरचित]
#rahul_rhs

Language: Hindi
167 Views
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