डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Tag: लेख 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 16 min read समीक्षा, कुकुरमुत्ता, कविवर सूर्य कान्त त्रिपाठी, "निराला" मित्रों, आज की साहित्यिक विचार गोष्ठी में प्रस्तुत है आदरणीय श्री सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी की प्रसिद्ध कविता "कुकुरमुत्ता "।आप समस्त से अनुरोध इस कविता को ध्यान से पढ़ें ,और... Hindi · लेख 1 3k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 6 min read विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका। विषय- विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका। विधा -आलेख विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक विकास में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक का अर्थ है।... Hindi · लेख 2k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2020 · 4 min read शिक्षा संस्कृति और संस्कार भारतीय संस्कृति में संस्कारों का महत्वपूर्ण स्थान है ।समाज में पुरुष प्रधान व्यवस्था होने के उपरांत भी, महिलाओं को बराबरी का दर्जा एवं बराबर का सम्मान देने की प्रथा है।... Hindi · लेख 2 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 3 min read मातृ भाषा हिंदी पुरस्कृत लेख विषय-" हिंदी है भारतवर्ष की मातृभाषा , राष्ट्रभाषा बने ये है अभिलाषा।" लेख समूचे विश्व में भारतीय जनमानस की पहचान मातृभाषा हिंदी से है। भारतवर्ष में हिंदी भाषा... Hindi · लेख 1 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Sep 2017 · 3 min read एक व्यंग्यात्मक लेख ---जीवन एक रंगमंच -------------जीवन एक रंगमंच -------- जीवन एक रंगमंच है । और इसमें अभिनय करने वाले पात्र कठपुतलियाँ हैं । इन सजीव पात्रों का सूत्रधार कोई अदृश्य शक्ति है , जो जितना... Hindi · लेख 4 1 976 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read समीक्षा ,आचार्य शिव प्रकाश अवस्थी आचार्य शिव प्रकाश अवस्थी जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। संगीत, साहित्य ,कला, धर्म, आध्यात्म, दर्शन ,मनोविज्ञान, कर्मकांड ,पूजन ज्योतिष विद्या में उन्हें सिद्धि हासिल है। मैं आचार्य जी की... Hindi · लेख 2 1 837 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 17 Feb 2022 · 6 min read पत्रकारिता एक सामाजिक दर्पण पत्रकारिता एक सामाजिक दर्पण पत्रकारिता सामाजिक दर्पण है। समाज की यथार्थ प्रस्तुति पत्रकारिता को प्रासंगिक व रोचक बनाती है। पत्रकारिता को संविधान के चतुर्थ स्तंभ के रूप में दर्शाया गया... Hindi · लेख 904 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 Feb 2019 · 2 min read मेधावी विद्यार्थी के लक्षण मेधावी विध्यार्थी के लक्षण मेरे विचार से मेधावी छात्रों की मुख्यत : तीन श्रेणियाँ होती हैं । प्रथम श्रेणी उन विध्यार्थियों की है जो एक बार में समझ लेता है... Hindi · लेख 876 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read बेबस सरकार-व्यंग्य वार्ता बेबस सरकार अम्बर भाई जगह-जगह शराब की नुक्कड़ दुकानें खुली है, किंतु आजकल बड़बड़ाते, लड़खड़ाते कोई बंदा दिखाई नहीं देता। अरसा हो गया इन शराबियों को बुरा भला कहे। नेक... Hindi · लेख 1 734 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2020 · 6 min read विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका विषय- विद्यार्थियों के चारित्रिक और मानसिक विकास में शिक्षक की भूमिका। विधा -आलेख विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक विकास में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक का अर्थ है।... Hindi · लेख 1 4 640 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 3 min read समीक्षा- कवि केदारनाथ शुक्ल आदरणीय कविवर केदारनाथ शुक्ला कि रचना धर्मिता अमर है। एवं सराहनीय है । विश्व को रंगमंच मानकर और उसमें पात्रों को कलाकार मानकर शुक्ल जी ने कल्पना की है वह... Hindi · लेख 588 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 25 Feb 2018 · 4 min read परतंत्रता की विरासत स्वतंत्रता के परिपेक्ष्य में । परतंत्रता की विरासत स्वतंत्रता के परिपेक्ष्य में इतिहास गवाह है कि बिहार के युवा छात्रों ने सचिवालय में धावा बोल कर यूनियन जैक का मान - मर्दन किया था ,... Hindi · लेख 2 588 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 28 Sep 2017 · 4 min read संवैधानिक समस्या एवं सामाजिक विषमता का आग्रह संवैधानिक दायित्व एवम सामाजिक विषमता का आग्रह अबोध बचपन मासूम होता है । माता –पिता की ममता भरी छाँव मे ये नन्हा बचपन अहंकार रहित ,ब्रह्म स्वरूप केवल प्रेम मय... Hindi · लेख 3 563 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Sep 2017 · 4 min read जय माँ एवं जय मातृ भूमि जय माँ एवम मातृ भूमि पांडिचेरी की शांत स्वच्छ सड़कों से होता हुआ काफिला गुरुदेव अरविनदों आश्रम की ओर बढ़ चला । अरविनदों आश्रम पहुँच कर शांत सौम्य वातावरण का... Hindi · लेख 3 552 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read मानवाधिकार दिवस आज राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस मनाया जा रहा है ।हम भारतीय अपने मानवाधिकार को जानते और समझते हैं किंतु मानते नहीं ।सर्वप्रथम शिक्षा हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। किंतु अभिभावक अपने... Hindi · लेख 481 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Dec 2017 · 4 min read वही व्यवहार चिकित्सक से करो,जो चिकित्सक से चाहते हो। December 27, 2017swargvibha वही व्यवहार चिकित्सक से करो , जो चिकित्सक से चाहते हो । प्रस्तुत लेख मे समाज के प्रतिष्ठित वर्ग की समस्यायों की जानकारी दी जा रही है , जिन्हें... Hindi · लेख 3 541 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 2 min read लेख अभियंता श्रेष्ठ अंबरीष जी एक विलक्षण व्यक्तित्व, संस्मरण अंबरीष जी से मेरी भेंट अचानक हिंदी सभा के वार्षिक उत्सव समारोह में हिंदी सभा के द्वार पर हुयी थी ।मैं नया-नया... Hindi · लेख 1 502 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Jan 2018 · 4 min read तंबाकू मुक्त जीवन की शुरुआत करें । तम्बाकू मुक्त जीवन की शुरूआत करें तम्बाकू से करीब 60 लाख व्यक्तियों की मृत्यु होती है, जिस में से 6 लाख वे व्यक्ति है, जो धुम्रपान नही करते है, परन्तु... Hindi · लेख 3 474 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read अहंकार अहंकार, काम, क्रोध, लोभ, मोह का मूल है ।अहंकार का स्वरूप मैं का स्वरूप होता है। अर्थात कार्य करने का श्रेय व्यक्ति स्वयं ही लेता है ,और अपने आप को... Hindi · लेख 485 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Mar 2021 · 5 min read भारतीय भाषाएं एवं राष्ट्र भाषा के रुप में हिंदी मित्रों भाषा भारती न्यास ,सीतापुर एवं नगर राज्य भाषा कार्यकारिणी समिति द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय में हिंदी भाषा को राष्ट्रीय गौरव प्राप्त कराने हेतु" भारतीय भाषाएं एवं राष्ट्रभाषा के रूप... Hindi · लेख 1 2 508 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 2 min read लेख मित्रों, अर्थ की प्रधानता हमारे जीवन में वैसे है जैसे जीने के लिए ऑक्सीजन। जब हम विचार करते हैं ,कि,अर्थ ,धर्म, काम, मोक्ष का हमारे जीवन में क्या उपयोग है... Hindi · लेख 2 458 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Sep 2017 · 4 min read नारी सशक्तिकरण एवं नारी संस्कार नारी सशक्तिकरण व नारी संस्कार कालचक्र अबाध गति से चल रहा है । पौराणिक कालों मे पूर्वजो की श्रंखला मे आदि पुरुष मनु एवम शतरूपा का वर्णन है । जिनसे... Hindi · लेख 3 433 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read समीक्षा ,कवि देवेंद्र कश्यप निडर। आदरणीय देवेंद्र कश्यप निडर जी की रचनाएं कुंडलिया,मुक्तक आदि समसामयिक व व्याकरण की दृष्टि से निर्दोष रचनायें हैं। कृषकों की पीड़ा को महसूस करते हुए देवेंद्र कश्यप जी लिखते हैं... Hindi · लेख 427 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 2 min read भजन विचार श्रंखला : मित्रो ,भजन पर मेरे विचार निम्न वत हैं।भजन भक्ति योग का माध्यम है ।भक्ति योग याने ईश्वर के प्रति समर्पणहै। शब्द को ब्रह्म कहा गया है, और नाद भी... Hindi · लेख 2 429 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Mar 2018 · 3 min read राष्ट्रवादी सोच एवं गांधी जी के तीन बंदर राष्ट्र वादी सोच एवं गांधी जी के तीन बंदर राष्ट्र वाद –मेरे विचार से सामाजिक मूल्यों , सामाजिक दायित्वों, संवैधानिक अधिकारों के प्रयोग की नैतिक ज़िम्मेदारी , देशभक्ति , एवं... Hindi · लेख 3 374 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 Oct 2021 · 2 min read शिक्षा नीति एवं विद्यार्थी व शिक्षक शिक्षा नीति एवं विद्यार्थी व शिक्षक भारत वर्ष की शिक्षा व्यवस्था कभी विवादों से मुक्त नहीं हो सकी ।कभी पाठ्यक्रम को लेकर विवाद ,कभी कार्यप्रणाली को लेकर विवाद सर्व विदित... Hindi · लेख 2 375 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read प्रेरणा का आतंक -व्यंग्य वार्ता प्रेरणा का आतंक शीर्षक दो मित्र चाय की दुकान पर मिले तो गुफ्तगू इ स तरह शुरू हुई। प्रवीण - अंबर भाई यह प्रेरणा एप क्या है शिक्षकों में बड़ा... Hindi · लेख 404 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 Mar 2021 · 6 min read रंग पर्व विशेषांक, कला कुन्ज भारती पत्रिका समीक्षा समीक्षा- रंग पर्व विशेषांक कला कुन्ज भारती पत्रिका कला और साहित्य को समर्पित ,"कला कुंज भारती "पत्रिका मार्च 2021 अंक का विशेषांक रंग पर्व आज प्राप्त हुआ। मुख पृष्ठ पर... Hindi · लेख 1 4 357 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read समीक्षा -कविवर गोपाल दास मित्रों, आदरणीय गोपाल दास नीरज हायकु सम्राट हैं ।उनका दर्शन हायकु में परिलक्षित हो रहा है । जैसे, जन्म मरण। समय की गति के । हैं दो चरण । श्री... Hindi · लेख 368 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 3 min read चिकित्सा व्यवसाय एक उत्कृष्ट उदाहरण चिकित्सा व्यवसाय एक उत्कृष्ट उदाहरण। मित्रों, मै स्व चिंतन के द्वारा स्व अनुभव से इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं ,कि, चिकित्सा कार्य एवं चिकित्सक होना, मनुष्य के जीवन का उत्कृष्ट... Hindi · लेख 1 392 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read समीक्षा कवि कमलेश चन्द्र मौर्य "मृदु" आदरणीय कमलेश मृदु जी राष्ट्रवादी कवियों में प्रमुख हस्ताक्षर हैं ।उनकी कविता में राष्ट्रप्रेम के दर्शन होते हैं, साथ में एक वियोगी कवि की कविता का मर्म छुपा हुआ है।... Hindi · लेख 361 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 20 min read समीक्षा, डिफाल्टर कहानी ,डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव [22/01, 08:06] Amberish Srivastava: सुप्रभात सम्मानित साथियों, आज बुधवार है। आज के स्तंभ सृजन विविध के अंतर्गत *डॉ0 मनोज दीक्षित के संचालन व कवि विनोद शर्मा सागर के सह संचालन*... Hindi · लेख 1 335 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read समीक्षा, चश्मे का नम्बर बदल गया है, कविता, संदीप सरस ?????????? 【गीत-चश्में का नम्बर बदल गया】 सुनो! आज अखबार मुझे दिखता है धुंधला, सम्भवतः चश्मे का नंबर बदल गया है। संबंधों में आना जाना कम हो यदि तो, रिश्तों में... Hindi · लेख 1 319 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Sep 2017 · 3 min read अविस्मरणीय क्रिकेट की वो रात अविस्मरणीय क्रिकेट की वो रातः सांय की हल्की -हल्की माटी की सोंधी खुसबू एवं षीतल पवन के मन्द-मन्द झोके मन को अंत्यन्त खुष कर रहे थे। मैंे मन में स्न... Hindi · लेख 3 314 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 30 Oct 2018 · 3 min read बाल श्रम संवैधानिक अपराध बाल श्रम संवैधानिक अपराध समाज में बाल श्रमिक मान्य नहीं है । बाल श्रम अपराध की श्रेणी में आता हैं । बालक जब अपने बौद्धिक , शारीरिक विकास के क्रम... Hindi · लेख 5 323 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 25 Feb 2019 · 3 min read बेघर हैं श्री राम , अवध पति क्यों कर बेघर बेघर हैं श्री राम , अवध पति क्यों कर बेघर ? माँ भारती के लाल माता सीता की संताने हैं। माता सीता ने अपने सम्पूर्ण जीवन में हमेशा दुख का... Hindi · लेख 2 318 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Nov 2018 · 1 min read भूखा कूड़ेदान भूखा कूड़ेदान प्रथम प्रहर में स्वास्थ्य लाभ हेतु भ्रमण के लिए मनोज निकला । उसने देखा कि , रोज की तरह उपेक्षित कूड़ादान आज भी मुंह बाये पड़ा है ।... Hindi · लेख 4 300 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Oct 2017 · 3 min read पीर पराई जानो रे पीर पराई जानो रे ------ रामू की फसल बर्बाद रहो गयी है । राधे कृषक ने अत्महत्या कर ली है । मोहन की सदमे से मृत्यु हो गयी है क्योंकि... Hindi · लेख 3 320 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Dec 2018 · 3 min read एड्स रोग एक सामाजिक ज्वलंत प्रश्न व स्थिति का आकलन एड्स रोग –सामाजिक ज्वलंत प्रश्न व स्थिति का आकलन एक दिसंबर को समस्त विश्व मे विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ।यह ज्वलंत प्रश्न हर शिक्षित युवा के मन में... Hindi · लेख 1 290 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Dec 2020 · 7 min read धर्म योग व विज्ञान विरोधी या परस्पर पूरक विषय :--धर्म ,योग व विज्ञान विरोधी या परस्पर पूरक । सनातन धर्म में कथन है, "जहां विज्ञान की सीमा अंत होती है,वहीं से अध्यात्म आरंभ होता है ।" धर्म पर... Hindi · लेख 2 284 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Jan 2019 · 2 min read मेधावी विध्यार्थी मेधावी विध्यार्थी के लक्षण मेरे विचार से मेधावी छात्रों की मुख्यत : तीन श्रेणियाँ होती हैं । प्रथम श्रेणी उन विध्यार्थियों की है जो एक बार में समझ लेता है... Hindi · लेख 259 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 2 min read सर है आपका, हेलमेट भी आपका होना चाहिए।-व्यंग्य वार्ता सर है आपका ,हैलमेट भी आपका होना चाहिए। व्यंग्य लेख जब दो मित्र चाय के स्टॉल पर मिले, तो गुफ्तगू कुछ इस तरह शुरूहुयी। अंबर भाई -प्रवीण आज कल पुलिस... Hindi · लेख 262 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 2 min read लेख मित्रों, अर्थ की प्रधानता हमारे जीवन में वैसे है जैसे जीने के लिए ऑक्सीजन। जब हम विचार करते हैं ,कि,अर्थ ,धर्म, काम, मोक्ष का हमारे जीवन में क्या उपयोग है... Hindi · लेख 2 2 235 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 2 min read धर्म और विज्ञान एक दूसरे के पूरक आदरणीय मित्रों आज की धर्म चर्चा में विज्ञान और अध्यात्म के समन्वय के विषय में विचार विमर्श चल रहा है ।एक समय था, जब हम सब मानते थे, कि जहां... Hindi · लेख 222 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read कवि दुष्यंत कुमार, समीक्षा आज के परिप्रेक्ष्य में। शाहकार श्री दुष्यंत कुमार जी समाज के विद्रोही कवियों के प्रतिनिधि हैं। उनकी रचना इसका प्रमाण है । हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिये। इस हिमालय से कोई... Hindi · लेख 235 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Dec 2019 · 3 min read पीर परायी जानो रे -व्यंग्य वार्ता पीर परायी जानो रे। दो मित्र ,चाय स्टाल पर मिलते हैं। चाय की चुस्कियों के मध्य गुफ्तगू शुरू हुई । प्रवीण -अंबर भाई, आजकल राष्ट्र में कैसा आतंकवाद फैल रहा... Hindi · लेख 208 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 2 min read लेख मित्रों, पति पत्नी का संबंध वैसे ही होता है जैसे दूध और पानी का संबंध होता है। गृहस्थ आश्रम को सभी आश्रमों में श्रेष्ठ आश्रम माना गया है ।क्योंकि इस... Hindi · लेख 1 207 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read जलवायु प्रदूषण जल वायु प्रदूषण का मुख्य कारण खनिज ईंधन के द्वारा प्रदूषण फैला जाना है । खेती की पराली जलाए जाने से सामूहिक रुप से धूम्र प्रदूषण फैलता है जिससे कार्बन... Hindi · लेख 1 217 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read मैकू रिक्शा चला रहा, कवि संदीप मिश्रा "सरस" मित्रों, आदरणीय सरस जी की कविता , यथार्थ वाद व साम्यवाद से प्रभावित है। कविता में एक ऐसे किसान का वर्णन है ,वह अपने सपनों को भुलाकर, अपना खेत खलिहान... Hindi · लेख 183 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read पूज्य पिता की स्मृति में मेरे पिता श्री श्री प्रेमचंद प्रसाद वर्मा हमेशा मेरे साथ इस स्मृतियों में रहते हैं उनका साथ आप विश्वास सामर्थ व प्रेरणा बनकर मेरे संभल को बढ़ाता है 1 दिन... Hindi · लेख 1 167 Share Page 1 Next