मानवाधिकार दिवस
आज राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस मनाया जा रहा है ।हम भारतीय अपने मानवाधिकार को जानते और समझते हैं किंतु मानते नहीं ।सर्वप्रथम शिक्षा हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। किंतु अभिभावक अपने बच्चों को कितनी शिक्षा सुविधा प्रदान कर पाते हैं, यह एक समस्या बना हुआ है ।स्वास्थ्य सेवाएं मानव अधिकार में आती हैं किंतु अज्ञान वश रोगी दर-दर भटकते हैं और जब उन्हें स्वास्थ्य सहायता मिलती है तो बहुत देर हो चुकी होती है ।मानवाधिकार में निजता के अधिकार का व सुरक्षा के अधिकार का संरक्षण दिया गया है किंतु असामाजिक तत्वों द्वारा निजता के अधिकार का व सुरक्षा के अधिकार का अतिक्रमण कर दिया जाता है।जो निन्दनीय है। स्वच्छ पेयजल एवं स्वस्थ भोजन भी हम भारतीय का अधिकार है किंतु कहीं पर दूषित पेयजल उपलब्ध है, तो कहीं भूगर्भीय जल अत्यधिक खनिज युक्त है ,जो हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचा रहा है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी हमारा मानव अधिकार है किंतु अभिव्यक्ति की आड़ में लोग मर्यादा का उल्लंघन कर जाते हैं। मतदान करना एवं रक्तदान करना बालिग होने के पश्चात् व्यक्ति का अधिकार होता है किंतु कितने व्यक्ति स्वयं मतदान एवं रक्तदान हेतु प्रेरित होते हैं यह सोचनीय विषय है।
डा. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव
वरिष्ठ परामर्श दाता
जिला चिकित्सालय सीतापुर।