*प्रणय* Tag: हिंदुस्तान 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 1 Dec 2023 · 5 min read #आलेख- #सामयिक_आलेख- ■ "एक्जिट पोल" माने "तीर में तुक्का" ★ केवल मज़ा लें, भरोसा न करें आंकड़ों के झूठे खेल पर ★ गर्भवती से प्रसूता बन ईव्हीएम सामने लाएंगी सच 【प्रणय... Hindi · आलेख · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 244 Share *प्रणय* 29 Nov 2023 · 1 min read ■ कृष्ण_पक्ष #दूसरा_पहलू- ■ पाओ मौक़ा, मारो चौका 【प्रणय प्रभात】 प्रकृति को छेड़ो, आपदा को बुलाओ। आस्था से खेलो, मुसीबत को लाओ। आई बला को, सुर्खी बनाओ। इसी सुर्खी को, अवसर बनाओ।... Hindi · राजनीति · व्यंग्यकविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 177 Share *प्रणय* 18 Nov 2023 · 4 min read #कड़े_क़दम #कड़े_क़दम ■ जो बनाएं सोशल प्लेटफॉर्म पर अनुशासन का माहौल।। ◆ चुनाव में विधानों को न लगे पलीता। ★ सरकारों सा तमाशाई न बने आयोग। 【प्रणय प्रभात 】 सोशल मीडिया... Hindi · आलेख · सम सामयिक · सरोकार · हिंदुस्तान 1 2 203 Share *प्रणय* 15 Nov 2023 · 1 min read #आह्वान_तंत्र_का #लघुकविता- ■ समझौतों की भाषा त्यागो।। 【प्रणय प्रभात】 "दो फेंक दूर झुनझुना कहीं, ना लोरी गा कर बहलाओ। इससे पहले कुरुक्षेत्र बने, ये देश दुष्ट-दल दहलाओ।। क्यों सीमा रक्तिम रहे... Hindi · लघुकविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 225 Share *प्रणय* 2 Nov 2023 · 1 min read ■ अभाव, तनाव, चुनाव और हम #सामयिक_रचना- ■ क्या खाक़ मनाएं दीवाली...? 【प्रणय प्रभात】 बरसात बिना गुम हरियाली। सूखी शाखें, सूखी डाली।। ऊपर से विकट महामारी। जिससे सारी दुनिया हारी।। लाचार करोड़ों कामगार। बेबस श्रम करता... Hindi · प्रणय की कविता · विडम्बना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 168 Share *प्रणय* 27 Oct 2023 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ आपदा में अवसर।। 【प्रणय प्रभात】 माणिक दास बड़े व्याकुल और चिंतित थे। व्यग्रता की वजह थी, दो लग्ज़री गाड़ियां। बेशक़ीमती गाड़ियां कुछ ही दिन पहले शो-रूम से उठा... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लघुकथा · हिंदुस्तान 1 143 Share *प्रणय* 17 Oct 2023 · 7 min read ■ सामयिक आलेख- #जागो_जनता_जनार्दन ■ अब दल नहीं जनता तय करे "मुद्दे" ★ ताकि सच मे सशक्त हो सके गणराज्य का जनमत ★ बेमिसाल हो चुनावों से भरा साल-2023/24 【प्रणय प्रभात】 लोकतंत्र का... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 220 Share *प्रणय* 14 Sep 2023 · 1 min read ■ देश भर के जनाक्रोश को शब्द देने का प्रयास। #कविता- ■ देश की बात, तंत्र के साथ 【प्रणय प्रभात】 शर्म एक दिन कर लेते तुम जश्न मनाने से। शर्म आज तो कर लेते सम्मान कराने से।। झूठी वाह-वाह के... Hindi · आक्रोश · प्रणय की कविता · हिंदुस्तान 1 257 Share *प्रणय* 1 Sep 2023 · 1 min read ■ eye opener... #लघु_कविता- ■ अगर लगे तो.....!! 【प्रणय प्रभात】 अगर लगे पहला टट्टू है, और दूसरा टटमट्टू है। तीजा वाला झींगर लप्पू, चौथा वाला पूरा चप्पू।। हवा-हवाई गुब्बारे हैं, मतलब सारे नाकारे... Hindi · चुनावी साल · लघुकविता · हिंदुस्तान 1 168 Share *प्रणय* 19 Aug 2023 · 1 min read #देश_उठाए_मांग #देश_उठाए_मांग ■ अगर सच में दौर क्रांतिकारी बदलाव का है। Hindi · आज की मांग · हिंदुस्तान 1 271 Share *प्रणय* 5 Jul 2023 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ एक तीर, कई शिकार...।। 【प्रणय प्रभात】 मुंह-अंधेरे फेरों से उठा दूल्हा किसी रस्म पर टेसू सा अड़ गया। मामला था मुंह मांगा नेग न मिलने का। वधु-पक्ष स्तब्ध... Hindi · राजनीति · लघुकथा · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 171 Share *प्रणय* 4 Jul 2023 · 1 min read #देसी_ग़ज़ल #देसी_ग़ज़ल ■ जाल तलक कब आएगी...? (आज के हालात पर) 【प्रणय प्रभात】 ◆ मन की बतिया तन की बतिया, माल तलक कब आएगी? जनता रोटी में उलझी है, दाल तलक... Hindi · Gazal ग़ज़ल · तेवरी · देसी ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 166 Share *प्रणय* 28 Jun 2023 · 1 min read #संशोधित_बाल_कविता #संशोधित_बाल_कविता ■ खा ले बच्चा मूंगफली (केवल वादों की लालीपोप चूस कर खुश हो लेने और अच्छे कल के नाम पर आज बहल जाने वाले बड़े-बूढ़ों और जवानों के लिए)... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 425 Share *प्रणय* 18 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा- चुनावी साल, वही बवाल #लघुकथा- ■ कौन उठाऐ सवाल...? 【प्रणय प्रभात】 चुनावी साल में जोशीले मंत्री घमंडी लाल एक मंच पर थे। हाथ में माइक, खून में उबाल, दिल में भड़ास और दिमाग़ में... Hindi · लघु कथा · लघुव्यंग्य · सियासत · हिंदुस्तान 252 Share *प्रणय* 16 Jun 2023 · 1 min read #प्रयोगात्मक_कविता- #प्रयोगात्मक कविता- ■ चाहे-अनचाहे...!! (राष्ट्रगीत के मुखड़े की पहली पंक्ति के शब्दों पर केंद्रित 【प्रणय प्रभात】 "जन" जितने सारे आहत। "गण" जितने पाते राहत। "मन" व्याकुल करता क्रंदन । "अधिनायक"... Hindi · कटाक्ष · कविता · हिंदुस्तान 2 338 Share *प्रणय* 15 Jun 2023 · 1 min read ■ खरी-खरी... ■ खरी-खरी... हमारी अपनी फ़ज़ीहत और ज़लालत की वजह कोई और नहीं, हम ख़ुद हैं। हमारी अपनी फ़ितरत और करतूत दोगली होगी तो इसका फ़ायदा शातिर लोग उठाएंगे ही।। ■प्रणय... Hindi · खरी खरी · हिंदुस्तान 1 492 Share *प्रणय* 9 Jun 2023 · 1 min read #लघुकथा / #हिचकी #लघुकथा ■ गुर्दा-फाड़ हिचकी 【प्रणय प्रभात】 देवलोक में चैन की बंसी बजा रहे सूबे के तमाम दिवंगत महापुरुष इन दिनों बेहद परेशान हैं। परेशानी की वजह है ताबड़तोड़ गुर्दा-फाड़ व... Hindi · राजनीति · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 317 Share *प्रणय* 8 Jun 2023 · 1 min read ■ सियासी ग़ज़ल #सियासी_ग़ज़ल ■ सत्ता का शिव धनुष 【प्रणय प्रभात】 ★ सत्ता का शिव-धनुष उठाएगा वो ही। सब मिल रोते रहना छाएगा वो ही।। ★ तुम बिल्ली से रोटी ले लड़ते रहना।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 481 Share *प्रणय* 5 Jun 2023 · 1 min read #उल्टा_पुल्टा #उल्टा_पुल्टा ■ कोई चुनाव आने को है 【प्रणय प्रभात】 "जुगनू के चरणों में तारे तारों की स्तुति चाँद करे। चंदा के पग धोए सूरज सूरज के पग यह सृष्टि गिरे।... Hindi · राजनीति · व्यंग्य कविता · हिंदुस्तान 1 305 Share *प्रणय* 23 May 2023 · 1 min read #दोहा #दोहा ■ मौजूदा हालात... बागड़ खेत को चरने लगे। रक्षक ख़ुद भक्षक बन जाए। भंडारी लुटेरा निकल पड़े। तो समझ जाइएगा कि हो गया उद्धार। बाक़ी बात दोहा बताएगा।। ◆प्रणय... Hindi · दोहा · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 525 Share *प्रणय* 22 May 2023 · 2 min read ■ एक कविता / सामयिक संदर्भों में #कविता ■ चित्र के गर्भ में.... 【प्रणय प्रभात】 एक चित्र नुमाइश में था लगाया गया, कुछ ऐसा वाक़या था दिखाया गया। एक वृद्ध अपने हाथों में लाठी लिए हुए, सिर... Hindi · कविता · शब्दचित्र · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 169 Share *प्रणय* 19 May 2023 · 4 min read 😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :-- 😊 #फ़ोकट_के_टिप्स ■ सुर्ख़ियों में आने के नायाब नुस्खे ★ छुटभैया बिरादरी के लिए 【प्रणय प्रभात】 एक समय कविवर रहीम दास ने कभी कहा था कि- "बड़े काम छोटे करें,... Hindi · चुनावी साल · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 162 Share *प्रणय* 18 May 2023 · 1 min read #नहीं_जानते_हों_तो #नहीं_जानते_हों_तो ■ आज जान ही लीजिए...!! 【प्रणय प्रभात】 क्या आप जानते हैं कि, सियासत, दल और नेता कहलाने वाले लोग "दशा और दिशा" कैसे बदलते हैं, वो भी एक झटके... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 281 Share *प्रणय* 17 May 2023 · 1 min read #कटाक्ष #कटाक्ष 😀 घोड़े से मंहगी घिसाई... 【प्रणय प्रभात】 अजब मुल्क़ है साहब हमारा। महज 5 रुपल्ली में भरपेट भोजन जबकि 10 रुपैया में सुलभ सेवा! मतलब, नेशनल पर भारी इंटरनेशनल।... Hindi · कटाक्ष · लघुव्यंग्य · हिंदुस्तान 1 293 Share *प्रणय* 17 May 2023 · 1 min read ■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी... ■ एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी... 【प्रणय प्रभात】 ■ कुछ तो ख़ूबी होगी प्यारे, भारत की अँगनाई में। ऊँचे-ऊँचे दबे पड़े हैं, मिट्टी की गहराई में।। ■ मैं बिस्मिल्ला बोल के भाई, रामायण भी... Hindi · Gazal ग़ज़ल · हिंदुस्तान 1 185 Share *प्रणय* 15 May 2023 · 1 min read ■ यक़ीन मानिएगा... ■ यक़ीन मानिएगा... घर से रियासत तक और समाज से सियासत तक पैठ बढ़ाने वाली एक ही योग्यता।। Hindi · कटाक्ष · राजनीति पर कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 195 Share *प्रणय* 11 May 2023 · 1 min read 😢 अच्छे दिन....? 😢 #अच्छे_दिन....! ■ ऐसे ही होते हैं शायद...? 【प्रणय प्रभात】 ■ ताबूत उठाते सैनिक। ■ सवाल उठाते विपक्षी। ■ पुष्पचक्र चढ़ाते अफ़सर। ■ शस्त्र उलटती टुकड़ी। ■ मातमी धुन बजाते... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 193 Share *प्रणय* 8 May 2023 · 1 min read #लघुकथा / #न्यूज़ #लघुकथा ■ मार डाला... 【प्रणय प्रभात】 देश-दुनिया का हाल जानना उसकी आदत में था। लॉकडाउन के दौरान उसका इकलौता साथी था टीव्ही। काम था दिन भर खबरिया चैनल देखना। कोविड... Hindi · मीडिया · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 311 Share *प्रणय* 8 May 2023 · 1 min read #सामयिक_ग़ज़ल #सामयिक_ग़ज़ल ■ बदचलन अदबी रिसाले हो गए 【प्रणय प्रभात】 ■ आपके घर में उजाले हो गए। हम चिताओं के हवाले हो गए।। ■ सुर्खियों में झूठ ने पाई जगहा। बदचलन... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 164 Share *प्रणय* 4 May 2023 · 3 min read #व्यंग्य_काव्य #व्यंग्य_काव्य ■ जूतों का आत्म-कथ्य... 【प्रणय प्रभात】 हम भदरंगे हम कटे-फटे टूटे से हम अपनी किस्मत पर रूठे-रूठे से। हम वो जिनके हैं दाग़ बदन पर भारी, हम वो जिनकी... Hindi · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · साहित्य · हिंदुस्तान 1 535 Share *प्रणय* 2 May 2023 · 4 min read ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग #विडंबना. ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग ★ दूर थी, दूर है, दूर ही रहेगी दिल्ली 【प्रण प्रभात】 "हम हैं मज़दूर हमें कौन सहारा देगा? हम तो... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 235 Share *प्रणय* 1 May 2023 · 1 min read 😟 आज की कुंडली :-- 😟 आज की कुंडली :-- "निंदा-राग अलापते केवल शंख-ढपोर। सिंहों की मृत देह को श्वान रहे झकझोर।। श्वान रहे झकझोर, दिखाते हैं बर्बरता। पता नहीं कब तक देखेंगे हम कायरता।।... Hindi · कुंडली · राजनीति · शहादत · सम सामयिक · हिंदुस्तान 314 Share *प्रणय* 1 May 2023 · 3 min read अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज...... ■ अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज... ★ दिवस विशेष पर सहालगी व चुनावी माहौल हावी ★ श्रमिकों को बनी रहेगी दो जून की रोटी की तलाश 【प्रणय प्रभात】 "मैं मज़दूर मुझे... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 527 Share *प्रणय* 25 Apr 2023 · 4 min read #प्रासंगिक #प्रासंगिक- ■ पाँव नहीं तो गति नहीं, बचे नहीं आधार 【प्रणय प्रभात】 ईश्वर की बनाई सृष्टि में सब ईश्वर के अंश हैं। सब एक-दूसरे पर निर्भर, एक-दूजे के पूरक। सभी... Hindi · चुनावी साल · जंगलराज · प्रेरक कथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 634 Share *प्रणय* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ पूछती है दुनिया ..!! #मुक्तक- ■ कैसे मिली मोहलत...? ★ माफ़िया, मनी और मोबाइल।। 【प्रणय प्रभात】 ना तेल था ना गैस थी, आटा न तवा था। अपराध के परांठे भला कैसे सिक गए? सिस्टम... Hindi · आज का सवाल · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 250 Share *प्रणय* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ #सेधिक्कार... ■ #सेधिक्कार... संवेदनाओं और सरोकारों से विमुख देश की धूर्त सियासत के लिए धिक्कार के साथ दो पंक्तियाँ। (प्रणय प्रभात) Hindi · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 241 Share *प्रणय* 21 Apr 2023 · 1 min read ■ जागो या फिर भागो...!! ■ आह्वान तंत्र का 【प्रणय प्रभात】 " फिर लहू बहा है सिंहों का जन-जन को फ़िक़्र चमन की है। निंदा के शंख नहीं सुनना ना करनी बात अमन की है।।... Hindi · आह्वान · राजनीति · हिंदुस्तान 1 345 Share *प्रणय* 19 Apr 2023 · 4 min read #मुबारकां_जी_मुबारकां #मुबारकां_जी_मुबारकां ■ बन ही गए आख़िर विश्व-विजेता ◆ चीन को पछाड़ा, झंडा गाढ़ा ◆ 142 करोड़ पार हुए इंडियंस 【प्रणय प्रभात】 आख़िरकार आज मिल ही गई वो ख़ुश-ख़बरी, जिसके लिए... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 1 302 Share *प्रणय* 18 Apr 2023 · 1 min read #गद्य_छाप_पद्य #गद्य_छाप_पद्य ■ मत का मूल्य सिफर 【प्रणय प्रभात】 "एक परिवार में छह सदस्य अक़ल के मामले में, पूरे के पूरे विलायती। मतलब छहों के छहों, अलग-अलग पार्टियों के पक्के हिमायती।... Hindi · चुनावी साल · राजनीति · लघुव्यंग्य · लोकतंत्र · हिंदुस्तान 1 199 Share *प्रणय* 15 Apr 2023 · 1 min read #एक_कविता #एक_कविता ■ सबक़ सीखने का मौसम है।। 【प्रणय प्रभात】 ■ मानवता संग घात समझ लो, ग़ौर करो हर बात समझ लो। किसकी कैसी ज़ात समझ लो, रिश्तों की औक़ात समझ... Hindi · कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 252 Share *प्रणय* 13 Apr 2023 · 2 min read ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... ■ दरकार एक नई आचार संहिता की... 【प्रणय प्रभात】 मौजूदा दौर में देश की सरकार को शांतिकाल से अलग युद्ध व आपदा काल के हिसाब से आचार संहिता बनानी चाहिए।... Hindi · आलेख · देश · सम सामयिक · समयोचित सलाह · हिंदुस्तान 1 409 Share *प्रणय* 12 Apr 2023 · 1 min read ■ लघु-व्यंग्य / खुशखबरी... 😊 खुल गया, खुल गया, खुल गया...।। 【प्रणय प्रभात】 आज की दुनिया के आन-बान-शान वाले अभिभावकों! आपके अपने शहर में खुलने जा रहा है एक वर्ल्ड क्लास स्कूल। अब स्कूल... Hindi · लघुव्यंग्य · लूट की छूट · शिक्षा · हिंदुस्तान 1 200 Share *प्रणय* 11 Apr 2023 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ मास्टर माइंड हुशियारी लाल 【प्रणय प्रभात】 मुश्किल से बीए पास हुशियारी लाल का दिमाग़ अचानक चला। उसने कुछ पढ़े-लिखों को समाजसेवा का ज्ञान दिया। फिर अपनी पहुंच के... Hindi · लघुकथा · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 193 Share *प्रणय* 11 Apr 2023 · 1 min read #काव्य_कटाक्ष #काव्य_कटाक्ष ■ सीधी न समझने वालों के लिए उल्टी बात... 【प्रणय प्रभात】 ◆ षड्यंत्रों की फ़सल उगाओ, घूम-घूम कर आग लगाओ। चिर संकट के तुम संवाहक, जितनी चाहो गदर मचाओ।... Hindi · कविता · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 318 Share *प्रणय* 10 Apr 2023 · 1 min read #हिंदी_ग़ज़ल #हिंदी_ग़ज़ल ■ इक मंथरा चाहिए..... 【प्रणय प्रभात】 साथ देवी नहीं अप्सरा चाहिए। पाप का घट हमेशा भरा चाहिए।। राज रानी बने ना कोई जानकी। हर मोहल्ले को इक मंथरा चाहिए।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · सम सामयिक · हिंदी ग़ज़ल · हिंदुस्तान 1 417 Share *प्रणय* 5 Apr 2023 · 1 min read #अबोध_जिज्ञासा #मासूम_सा_सवाल ■ जवाब पता हो तो बताएं... केंद्र सरकार में यूपी से एक बुज़ुर्ग मंत्री महोदय हैं, जो "स" को (ज़बरन नुक़्ता लगा कर) "श" बोलते हैं। उनके पास "बयान... Hindi · आज का सवाल · कटाक्ष · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 203 Share *प्रणय* 4 Apr 2023 · 1 min read #अपील.... #अपील.... बहुत ही बदतर माहौल है क़सम से। कोई महफूज़ नहीं, किसी से। सबकी आस, सबका विश्वास सब तबाह मानिए फ़िलहाल। सतर्क रहिए, सुरक्षित रहिए।। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · नेक सलाह · भक्ति मुक्तक · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 235 Share *प्रणय* 3 Apr 2023 · 1 min read ■ लघुकथा #लघुकथा ■ बस दो शब्द.....!! 【प्रणय प्रभात】 बिना किसी मीटर और मापदंड के अनाप-शनाप लिखने और जुगाड़ से छपवाने वाले एक स्वयम्भू साहित्यकार ने एक तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट करते... Hindi · लघुकथा · लघुव्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 329 Share *प्रणय* 3 Apr 2023 · 1 min read #कटाक्ष #कटाक्ष ■ कृपया ध्यान दें... "पाप का घड़ा" अब मिट्टी का नहीं, स्टेनलेस स्टील का हो गया है। फूटेगा नहीं, फोड़ना पड़ेगा दम लगा कर।। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · कटाक्ष · खरी खरी · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 397 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... #खरी_खरी... ■ नियति और नीयत...! "पत्थर बरसाना" किसी की "परिस्थितिजन्य मजबूरी"माना जा सकता है। मगर उन्हें "पहले से जुटा कर रखना" और कुछ नहीं, "कुत्सित मंशा" के सिवाय। ऊपर वाला... Hindi · खरी खरी · चिंता और चिंतन · मौजूदा हालात · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 192 Share Page 1 Next