पंकज कर्ण 286 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज कर्ण 10 Oct 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक देखो,देखो; नेताओं का नकली प्यार। सिंहासन पाने को आतुर, नेता हजार। आगे-पीछे हो चले, कमलपुष्प तोड़ने; पर, औंधे मुंह गिरते हैं; सब बारंबार। pk Quote Writer 2 403 Share पंकज कर्ण 6 Oct 2025 · 1 min read बेरोजगारी दूर करने के 4 उपाय: बेरोजगारी दूर करने के 4 उपाय: _________________________ 1. कामचोर की नौकरी छीन लो। 2. ड्यूटी से फरार रहने वाले को बर्खास्त कर दो। 3. बीमारी का बहाना बनाने वाले को... Quote Writer 137 Share पंकज कर्ण 6 Oct 2025 · 1 min read 'अच्छी बातें' किसी भी जाति व धर्म का हो, 'अच्छी बातें' किसी भी जाति व धर्म का हो, स्वीकार्य होना चाहिए। 'सच्ची बातें' किसी भी जाति व धर्म का हो, स्वीकार्य होना चाहिए। किंतु कथित बात बताने वाले का... Quote Writer 1 90 Share पंकज कर्ण 30 Sep 2025 · 1 min read मुद्दे की बात 'मुद्दे की बात' मुद्दा मोदी नहीं, मुद्दा योगी नहीं; मुद्दा मोदी हारे या जीते,ये नहीं; मुद्दा ये नहीं; कि विकल्प योगी बने, मुद्दा तो है, राष्ट्र सुरक्षित हाथ में रहे;... Hindi · कविता 3 371 Share पंकज कर्ण 29 Sep 2025 · 1 min read पूजा - पाठ बन रहा, दिखावा; पूजा - पाठ बन रहा, दिखावा; लफंगे भी बन रहे अब, बाबा; भक्तों में दिखे, तस्वीरी जज्बा; विरक्त चाहे,भगवान पे कब्जा। '''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''' pk Quote Writer 2 364 Share पंकज कर्ण 22 Sep 2025 · 1 min read आरोप प्रचंड "आरोप प्रचंड" हाथ से लेकर सदा, रुपया चंद; पक्ष में गाती तब , राठौर उदंड; कोर्ट ने माना जो,आरोप प्रचंड; तब बुद्धि पड़ गई, उसकी मंद। बड़ी चिंता थी, यूपी-बिहार... Hindi · कविता 3 779 Share पंकज कर्ण 13 Sep 2025 · 1 min read मिले जिसे, माड़ नै; मिले जिसे, माड़ नै; खोजे, वो भी ताड़ी; लहंगा मिले, महंगा; पहने न नारी, साड़ी; जो पहने,लगे प्यारी; कहलाये, देशी नारी। pk Quote Writer 96 Share पंकज कर्ण 7 Sep 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक इंसान क्यों जलता, इंसान से। जलन तो हमने देखी, शान से। जब सिर्फ हाथों की जलन थी; लगा था, अब तो गए जान से। pk Quote Writer 574 Share पंकज कर्ण 7 Sep 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक इंसान क्यों जलता , इंसान से। जलन तो हमने देखी, शान से। जब सिर्फ हाथों की जलन थी; लगा था, अब तो गए जान से। pk Quote Writer 111 Share पंकज कर्ण 2 Sep 2025 · 1 min read 'भीरूभाई' 'भीरूभाई' _________ भटके भीरू,भाड़े के भीड़ संग; हिंद की जनता हुईं, उससे तंग। वह लगे सबको,देशी तैमूर लंग; नाम पप्पू, नहीं उसमें कोई ढंग। भक्त कहे युवा, रक्त में कई... Hindi · कविता 2 695 Share पंकज कर्ण 24 Aug 2025 · 1 min read भीड़ चोर भीड़ चोर ******** एक विषय गंभीर, राह निकले नकली पीर, चलाए अंधेरे में तीर, जुटाए, भाड़े की भीड़, बहता उसके कारण गरीबों का नीर। हर देशी बनो, वीर; वरना, हर... Quote Writer 102 Share पंकज कर्ण 24 Aug 2025 · 1 min read भीड़ चोर भीड़ चोर ******** एक विषय गंभीर, राह निकले नकली पीर, चलाए अंधेरे में तीर, जुटाए, भाड़े की भीड़, बहता उसके कारण गरीबों का नीर। हर देशी बनो, वीर; वरना, हर... Hindi 1 237 Share पंकज कर्ण 4 Aug 2025 · 1 min read मुंह चमकी मुंह चमकी बेच के आपन इज्ज़त आबरू; बताबऽ केकर लेल गाबा तारू। तोहर, बानर जऽसन मुख बा; बताबऽ मोदी से का दुःख बा। ऐसे नाचे-गावे से कुछो न होई; तोहर,सातों... Quote Writer 135 Share पंकज कर्ण 25 Jul 2025 · 1 min read योग्यता ही नौकरी दिलाती, और योग्यता ही शहर; योग्यता ही नौकरी दिलाती, और योग्यता ही शहर; जो नर अमृत पी न सका, पीता है सदा वही जहर। pk Quote Writer 77 Share पंकज कर्ण 29 Jun 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक जरूरतमंद को, खूब दान मिले। जयचंद को, सुत बेईमान मिले। पप्पू को पद मिले, पदवी नहीं; ज्ञान को,सदा ही सम्मान मिले। pk Quote Writer 81 Share पंकज कर्ण 22 May 2025 · 1 min read असली पंडित, लोभ व झांसे में आ गया। असली पंडित, लोभ व झांसे में आ गया। नकली पंडित, पूरे हिंद देश को खा गया। बाबू तो, भाग्य रचने कलम लिए बैठे रहे; बाबा, निज स्वारथ में सबको लड़ा... Quote Writer 100 Share पंकज कर्ण 8 May 2025 · 1 min read 'सिन्दूर' तो कमाल कर दिया, 'सिन्दूर' तो कमाल कर दिया, हरा पाक को लाल कर दिया, भारत के वीर सैनिकों ने, दुश्मनों को बेहाल कर दिया। pk Quote Writer 1 612 Share पंकज कर्ण 6 May 2025 · 1 min read "जातिगत गणना" "जातिगत गणना" नाचो-गाओ,खुशी मनाना; निज संख्या, खूब बढ़ाना; आरक्षण का, इनाम पाना; 'जाति' गिने जाने वाली है। बिन मेहनत नौकरी पाना, अल्पज्ञ भी, खूब इतराना; मूर्खता का, लुत्फ़ उठाना; 'जाति'... Hindi · कविता 539 Share पंकज कर्ण 1 May 2025 · 1 min read मंजर मंजर तुम, धर्म पूछो; मैं, जात पूछूंगा। तुम, कर्म पूछो; मैं, हालात पूछूंगा। तुम ज्ञान दिखाओ, मैं संविधान दिखाऊंगा। तुम योग्यता दिखाओ, मैं आरक्षण दिखाऊंगा। तुम बहुत कर दो, मैं... Hindi 2 603 Share पंकज कर्ण 21 Apr 2025 · 1 min read इंसान बनो, बंदर नहीं; इंसान बनो, बंदर नहीं; नेवला बनो, छुछंदर नहीं। नदी बनो, समंदर नहीं; ज्ञानी बनो, सिकंदर नहीं। pk Quote Writer 2 694 Share पंकज कर्ण 28 Mar 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक मेरे तीखे बोल,आग लगा दे पूरे शहर में। जो मीठा बोलूं,अमृत घुल जाए जहर में। मैं तो बिन तैरे ही, कई नदी पार कर लूं; बचपन में खेला करता... Quote Writer 103 Share पंकज कर्ण 14 Mar 2025 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" ये बताने में, सामाजिक हर्ज नहीं। व्यक्तिगत उपवास, कोई पर्व नहीं। निज स्वास्थ्य व स्वार्थ छिपा यहां; ऐसे व्यक्ति के प्रति , हमें गर्व नहीं। pk Quote Writer 411 Share पंकज कर्ण 26 Feb 2025 · 1 min read वर्तमान में बिहार में होने वाले शिक्षक स्थानांतरण की रूपरेखा वर्तमान में बिहार में होने वाले शिक्षक स्थानांतरण की रूपरेखा: बीमार व दिव्यांग और जोड़ीदार; शेष बची महिला, शहरी पहरेदार। पुरुष गांव संग नदी व चढ़े पहाड़; शहरी शिक्षा होने... Quote Writer 105 Share पंकज कर्ण 2 Jan 2025 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ठिठुरन हो या कठूरन, सब कुदरत की माया है। जरूरी नहीं वही अच्छा है, जो तुमको भाया है। कंबल ओढ़ कर ही, नाचो-गाओ खुशी मनाओ; सन् बीस-चौबीस बीता, बीस-पच्चीस... Quote Writer 269 Share पंकज कर्ण 16 Dec 2024 · 1 min read पप्पू की तपस्या पप्पू की तपस्या खाता वह मुर्गा, पीता दारू; मिली न कोई, उसे मेहरारू; कर लो बात,करे हाथ आगे; तन फैले गर्मी तो तप जागे। जो रहे, मौसम गर्मी व ठंडी;... Hindi 3 375 Share पंकज कर्ण 15 Dec 2024 · 1 min read पप्पू की तपस्या पप्पू की तपस्या खाता वह मुर्गा, पीता दारू; मिली न कोई, उसे मेहरारू; कर लो बात,करे हाथ आगे; तन फैले गर्मी तो तप जागे। जो रहे, मौसम गर्मी व ठंडी;... Hindi 170 Share पंकज कर्ण 16 Nov 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक यहां अयोग्य हड़पे, आसन है। मूर्ख-चपाट,कर रहे शासन है। योग्य जनता, भूखे भटक रहे; कुत्ते व गदहे खा रहे,राशन है। pk Quote Writer 177 Share पंकज कर्ण 7 Oct 2024 · 1 min read जब-जब निज माता को छोड़, जब-जब निज माता को छोड़, जगमाता को पूजे नर व नारी; पूजित जगमाता खुश भी हो, निज माता नाराज हुई तो, कुछ भी हो; विपत्ति पड़ेगी सदा ही भारी। pk Quote Writer 208 Share पंकज कर्ण 28 Jul 2024 · 1 min read आज मेरिट मजाक है; आज मेरिट मजाक है; योग्यता है सजा। मूर्खता पाले रहो; मिलेगा आरक्षण का मजा। Quote Writer 275 Share पंकज कर्ण 11 Jul 2024 · 1 min read हाइब्रिड बच्चा (मुक्तक) हाइब्रिड बच्चा (मुक्तक) एक हाइब्रिड बच्चा, हो गया बड़ा। इडली प्यारा है, खाये खड़ा-खड़ा। देशी राजा बनूं, ऐसी चाह रखता; सदा हाथ दिखाता वह, डरा-डरा। _________________________ pk Quote Writer 266 Share Page 1 Next