ओमप्रकाश भारती *ओम्* Language: Hindi 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओमप्रकाश भारती *ओम्* 24 Sep 2021 · 1 min read बरखा बादल गरजे , बिजली चमके , झमाझम पानी बरसे । यही बरखा कहलाए ।। ताल तलैया जल भरपूर , नदियों में आ जाती पूर , खेत गली पानी सब दूर... Hindi · कविता 2 770 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 Oct 2021 · 1 min read # मच्छर बालाघाटी # लगाओ मच्छरदानी या खाओ दाल बाटी । हम तो काट के रहेंगे , कहें मच्छर बालाघाटी । आल आउट जलाओ या लगाओ ओडोमास । इसके सामने सब फैल , कोई... Hindi · गीत 3 4 530 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 May 2020 · 1 min read जन्मदात्री माँ माँ वही है जिसके कदमों में बसता है सारा जहां । कहां भटकता है मनवा तू स्वर्ग तो है सारा यहां ।। जिसने नौ दस मास तुझे अपनी कोख में... Hindi · कविता 6 3 542 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Apr 2020 · 1 min read मौसम और जलवायु भाई यह मौसम है या गिरगिट है , जो नित प्रति रंग बदलता है । कभी सुबह धूप , तो कभी दोपहर बदरी , शाम होते बरसता है ।। बेमौसम... Hindi · कविता 3 2 489 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2020 · 1 min read कर्मवीर को ना रोक ये कर्मवीर, ये धर्मवीर , ये महावीर , करके निरोग घर भेज रहे। सेवा अहर्निश,नहीं करें हिश,लेकर विश,एकाकीपन में देख रहे ।। करें जागरूक,तपती धूप,त्यागें भूख,सामाजिक दूरी बनाए रखें ।... Hindi · कविता 5 2 510 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 Apr 2020 · 1 min read बदल गया इंसान सतयुग बीता, त्रेता बीता, द्वापरयुग भी बीत गया । धीरे-धीरे मानव मन भी मानवता से रीत गया । आज वो अपने स्वारथ हेतु रिश्ते नाते भूल गया । मात पिता... Hindi · मुक्तक 4 2 448 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 1 Oct 2021 · 1 min read जिंदगी चल रही थी जिंदगी धड़धड़ाते हुए , अब चल रही है जिंदगी लड़खड़ाते हुए । बीत रही थी जिंदगी खिलखिलाते हुए , अब बिता रहे हैं जिंदगी बिलबिलाते हुए ।... Hindi · कविता 1 435 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 2 Oct 2021 · 1 min read *महामारी* हाय रे चायना तूने यह क्या किया ईजाद । सारे जगत को धीरे-धीरे तू कर रहा बर्बाद ।। हाय रे चायना तूने....... रातों को लोग नींद ना आने से हैं... Hindi · गीत 2 2 418 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 May 2021 · 1 min read नवयुग नवयुग में तकनीकी ने , किया है बंटाधार । नई पीढ़ी मौज करे , बूढ़े रोयें जार-जार ।। मनमानी वे कर रहे , सुनें न उनकी बात । उम्मीदों पर... Hindi · कविता 4 4 417 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 29 Sep 2021 · 1 min read गर्मी लगे सुहानी ग्रीष्म ऋतु लेकर आई , हाय गर्मी लगे सुहानी । तपती धूप , जलते वन , धरती माता अकुलानी , वन वन प्राणी भटक रहे , ढूंढ रहे हैं पानी... Hindi · गीत 2 402 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2021 · 1 min read सावन आया हुई वर्षा , मन हर्षा ,देख मौसम मन भावन का । बूँदें पड़ी , लगी झड़ी ,आया महीना सावन का ।। उजली लड़की , बिजली कड़की , नाच उठा मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 12 415 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 May 2020 · 1 min read लाकडाउन रुखी सुखी खाय के जीवन रहें बिताय । घर से बाहर न निकलें ईश्वर तुम्हें सहाय । बदल गई है दिनचर्या सुबह देखो रामायण । भोजन करके रात में फिर... Hindi · दोहा 3 406 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 11 Oct 2022 · 1 min read बारिश का मौसम यह है बारिश का मौसम सुनिए इसका कर्णप्रिय स्वर निर्झर का झर झर नदियों की कल कल बिजली की चमचम मेघों की गरजन हवाओं की सनसन भंवरों की गुनगुन पंछियों... Hindi · कविता 2 384 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Jun 2021 · 1 min read विरहन प्रियतमा मेरे पिया गए सागर पार , जाने कब आएंगे इस पार । आ गई बरखा बहार , बहे सुहानी मधुर बयार । मेरे पिया ..... मैं विरहन दर्शन की प्यासी... Hindi · कविता 5 365 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 5 Oct 2021 · 1 min read बोल मीठे बोल बोल मीठे बोल भैया , बोल मीठे बोल । दुनिया है गोल भैया , दुनिया है गोल । बोल मीठे बोल भैया...... बोल हैं अनमोल भैया , तौल-तौल कर बोल... Hindi · गीत 2 7 301 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Jun 2022 · 1 min read पथ प्रदर्शक पिता पिता हमारा जीवन दाता । हमें इस संसार में लाता ।। पिता बिना जीवन असंभव । करते वह सब कुछ संभव ।। पिता विशाल बरगद की छांव । जिसकी छाया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 5 296 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 14 Jun 2023 · 1 min read किसान भैया भैया किसान , सुनो रे भैया , अब न लगाओ आग वायु प्रदूषण , न हो शोषण , वरना खेलनी पड़ेगी फाग खेलनी पड़ेगी आग , व्यर्थ बह जाए पानी... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 524 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jan 2022 · 1 min read मकर संक्रांति आज फिर आ गई मकर संक्रांति पता नहीं क्या लाएगी शांति या क्रांति एक तो तीसरी लहर , दूसरी वर्षा ओले का कहर इन से आक्रांत है हर प्रहर ,... Hindi · कविता 4 7 261 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 Oct 2022 · 1 min read रिश्ते-नाते वह रिश्ते नाते जो सबको भाते । दूर हैं अपने तो पास उनको बुलाते । स्वागत सत्कार करें घर में जो भी आते । नैनों में ओम् अश्रु भर आए... Hindi · मुक्तक 3 260 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 3 Oct 2021 · 1 min read *कविता* कविता के रस छंद अलंकार । यही हैं उसके सोलह सिंगार ।। रस से रसमय हो जाती प्यारी कविता । छंदों में छंदमय हो जाती न्यारी कविता । अलंकार से... Hindi · कविता 1 1 227 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read जीवनदायिनी बैनगंगा सिवनी जिले का ग्राम मुंडारा मां बैनगंगा का उद्गम स्थल छोटे कुंड से पतली धार में प्रारंभ होकर आगे बहती कल कल गोपालगंज होती पहुंची लखनवाड़ा जो हमारा जन्म स्थल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 353 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 30 Sep 2021 · 1 min read मजदूरी बनाम मजबूरी कर रहे आप यह दिहाड़ी मजदूरी । लेकिन न बने कभी आपकी मजबूरी । सीख लें अब एक से ज्यादा हुनर । आपत्ति काल से न रहें कभी बेखबर ।।... Hindi · कविता 1 208 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 Jun 2023 · 1 min read बारिश बादल गरजे , बिजली चमके , झमाझम बरसे पानी । यही बारिश कहलाए । ताल तलैया जल भरपूर , नदियों में आ जाती पूर , खेत गली पानी सब दूर... Poetry Writing Challenge 2 365 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 3 Jan 2023 · 1 min read ओम के दोहे ढेर ढेर हो जात है, इक सीमा के बाद। ओम सदा हद में रहें , हो जायें बर्बाद ।। प्रकृति पूजक बने रहें , करें प्रकृति से प्यार । ओम... Hindi 1 230 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Jun 2023 · 1 min read कवि सम्मेलन कवि सम्मेलन हो रहा बैठे हैं कविराज कविता के दस रसों की होगी बरसा आज होगी बरसा आज छंदोबद्ध अलंकार कहे ओम कविराय सुन खुश होगा संसार वाह-वाह कर उठेंगे... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 4 339 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 14 Jun 2023 · 1 min read ओम् के दोहे ढेर ढेर हो जात है , एक सीमा के बाद । ओम सदा हद में रहें , हो जायें बर्बाद ।। प्रकृति पूजक बने रहें , करें प्रकृति से प्यार... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 293 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Sep 2021 · 1 min read नैतिकता हम भारतवासी ..... नीति नैतिकता नीतिशास्त्र पढ़ाएंगे । भ्रातृ भावना भारत में जगायेंगे । उच्चतम उद्यम उन्नति लाएंगे । कर्म कर कर्मठ कर्तव्य कराएंगे । भ्रष्ट भ्रष्टाचार भारत से भगाएंगे... Hindi · मुक्तक 2 187 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 14 Jun 2023 · 1 min read आजादी की कहानी देश प्रेम से अमर हो गए भारत मां के बलिदानी आजाद भगत सुखदेव गुरु थे वे राष्ट्र अभिमानी लक्ष्मीबाई से गांधी तक योद्धा अनगिन महावीर देकर अपना लहू लिख दिया... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 352 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Jun 2023 · 1 min read काव्य मंजूषा आज गगन की शरद पूर्णिमा सारे जग को भाय रही है काव्य मंच की सुंदर रचना अंतर्मन को हरषाय रही हैं कवि गणों की निर्झर लेखनी अमृत रस बरसाय रही... Hindi · कविता 2 363 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read धानी चूनर श्याम मेघ छाए उनसे धुंधला गया गगन झमाझम बरसे बदरा पवन चले सन सन धरणी के सब जीवों के तृप्त हुए तन मन धानी चूनर ओढ़ धरती धारी हरित वसन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 228 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read बरखा छाई घटा घनघोर नाचे वन में मोर देखो बरखा का जोर शाम हो या होवे भोर फैली हरियाली चहुँ ओर ललचाए मन का चोर सुनो पवन का शोर हवा पेड़ों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 315 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read रपटा घाट मंडला रपटा घाट का नर्मदा का किनारा जो हम सबको लगे बड़ा ही प्यारा नर्मदा मैया हमारे जीवन का सहारा क्यों ना लगाएं हम मैया का जयकारा मैया के चरणों में... Poetry Writing Challenge 2 281 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 8 Oct 2022 · 1 min read बरसात छाई घटा घनघोर नाचे वन में मोर देखो बरखा का जोर शाम हो या होवे भोर फैली हरीतिमा चहुंँ ओर ललचाए मन का चोर सुनो पवन का शोर पवन पेड़ों... Hindi · कविता 3 163 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 Jun 2023 · 1 min read कविता कविता होती सरल जैसे जल होता तरल मन करे पढ़ने हर पल गर कविता न होती सरल निश्चित हम पी जाते गरल ओम् कविता हर समस्या का हल ओम प्रकाश... Poetry Writing Challenge · कविता 2 333 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 Mar 2023 · 1 min read *रंग पंचमी* देखो आ गए हैं हुरियार खेलने पंचमी का त्यौहार करेंगे रंगों की बौछार सभी तुम हो जाओ तैयार गालों पर मल दो तुम गुलाल मिटा दो सब मन के मलाल... Hindi · Happy Holi · कविता 1 155 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 Jun 2023 · 1 min read बचपन और पचपन उमर पचपन की और दिल बचपन का यादों में बसा है मेरे वो दिन बचपन का कोई लौटा दे मुझे वो दिन बचपन का बड़ा ही अलबेला ये दिन बचपन... Poetry Writing Challenge · कविता 2 385 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read मच्छर हे मच्छर तूने कोरोना को हराया पर पूरी दुनिया को डराया तेरी किसमें अनेक *ओम* तेरे नाम अनेक कोई कहे नालीप्रसाद कोई कहे गड्ढाचंद कोई कहे मच्छर तुझे अंधेरा पसंद... Poetry Writing Challenge 4 267 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read आओ चलें नर्मदा तीरे आओ चलें नर्मदा तीरे हम सब घूमें धीरे-धीरे मोक्षदायिनी पाप हरणी मेकलसुता सुखकरणी गांव शहर किनारे पावन सुंदर घाट भक्त जोहते मकर संक्रांति की बाट लगी भीड़ जैसी वहां बाजार... Poetry Writing Challenge 2 247 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read संस्कार संयुक्त परिवार के जहां से शुरू होते संस्कार वह है अपना घर परिवार परिवार होता सुख का आधार बच्चे सीखें वहीं से सद्व्यवहार मिले माता पिता से निश्छल प्यार दादा दादी का अप्रतिम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 294 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read बारिश का मौसम यह है बारिश का मौसम सुनिए इसका कर्णप्रिय स्वर निर्झर की झरझर नदियों की कल कल बिजली की चमचम मेघों की गर्जन हवाओं की सनसन भंवरों की गुनगुन पंछियों का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 216 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 10 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण प्रदूषित हो रहा दुनिया का पर्यावरण । अब नहीं सुरक्षित धरती का आवरण । अतः क्यों ना जाएं हम प्रकृति की शरण । तभी रुकेगा सजीव-निर्जीव का क्षरण । मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 1 288 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 14 Jun 2023 · 1 min read शिक्षक गर्व करें हम हैं भारत के शिक्षक हम राष्ट्र संस्कृति सभ्यता के रक्षक हम सभी शिक्षक क्रांतिवीर अशिक्षा मिटाने सदा अधीर समाज में ज्ञान के दीप जलाते बच्चों को नैतिकता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 217 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Jun 2023 · 1 min read हरजाई तेरी जानिब से हम तेरे कूचे में निकल आए उस चिलमन के पीछे से तेरा दीदार हुआ झुकी नजरें सुर्ख लब कुछ फड़फड़ाते हुए गालों की लाली से थोड़ा शर्माते... Hindi 1 185 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read सोनेवानी के घनघोर जंगल सोनेवानी के घनघोर और कठिन जंगल विभिन्न वनस्पतियों से आच्छादित जंगल टेढ़े मेढ़े पहाड़ी रास्तों से भरे अटपटे जंगल हरी-भरी घनी झाड़ियों पेड़ों से पटे जंगल न वाहनों का शोर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 170 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 14 Jun 2023 · 1 min read मकर संक्रांति वर्ष का पहला त्यौहार मकर संक्रांति इससे ही आती है शांति और क्रांति चुन्नू मुन्नू मम्मी पापा दादा दादी जाते मेले जहां दुकानें सजी धजी और झूले भी अलबेले पावन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 140 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 13 Jun 2023 · 1 min read दोहावली ओम की स्वर सम्राज्ञी लताजी , कर गईं महाप्रयाण । हृदयस्पर्शी गीत सुन , लौट आते थे प्राण ।। सुर की ऐसी रागिनी , नहीं अब इस संसार । लता दीदी के... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 121 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 Feb 2024 · 1 min read बारिश का मौसम निर्झर का झर झर नदियों की कल कल बिजली की चमचम मेघों की घनन घनन हवाओं की सनन सनन भंवरों की गुनगुन पंछियों का कलरव कोयल की कुहू कुहू पपीहा... Hindi · कविता 49 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 Nov 2023 · 1 min read नीरोगी काया ढूँढ़ रहे आज सब नीरोगी काया पर प्रकृति के संग रहना न आया दिनचर्या कर ली है अस्त व्यस्त बताइए अब कैसे रहेंगे स्वस्थ देरी से जागना और देर तक... Hindi 4 2 223 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 Nov 2023 · 1 min read पूजा पूजा वीणादायिनी , नमन करे संसार । उर नवल ज्ञानदायिनी , बुद्धि देती अपार ।। बुद्धि देती अपार , जग माता पद्मासना । शारदे हंसवाहिनी , वर दे हमें सुभाषना... Hindi · कुण्डलिया 3 143 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 Feb 2024 · 1 min read ऋतु परिवर्तन जब भी होता ऋतु परिवर्तन , हो जायें सावधान । ऋतु अनुसार अवश्य रखियेगा , अपना खानपान । शिशिर से बसंत पर जठराग्नि , अब होने लगती मंद । कहे... Poetry Writing Challenge-2 2 2 100 Share Page 1 Next