नवीन जोशी 'नवल' 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नवीन जोशी 'नवल' 1 Jun 2024 · 1 min read श्रीराम घनाक्षरी ---------- पाप, अनाचार, अत्याचार के संहार हेतु, दीनों की पुकार सुनि, धरा पे पधारे हैं, हरे जगती के भय, धर्म की कराने जय, युग युग में वो प्रभु राम... Hindi · मुक्तक 2 12 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे कोरोना के काल में, हर जन था भयभीत । हार मनुज की यह कहूँ, या प्रकृति की जीत।१। चली हवा शह-मात की, बात बिना आधार। ज्ञानवान वे बन गये, बिकते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 2 11 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read छठी पर्व दोहे ----- छठी अलौकिक पर्व है, एक कठिन उपवास । अर्क देव को अर्घ्य दें, लेकर दृढ़ विश्वास ।१। शीतल जल में अर्घ्य ले, खड़े बिना पदत्राण । अस्त-उदय होते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 10 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे मुझको भी बिखरे मिले, बीच डगर पर शूल, पर हारा मैं भी नहीं, वहीं उगाये फूल।१। बीस भुजा दस शीश थे, आलय आलीशान। मगर कहो लंकेश का,टिका कहाँ अभिमान।२। भूषण... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 7 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read नैन दोहे ------ नैना से नैना मिले, हुए बेखबर गात । बीच डगर में हो पड़ी, नैनन ही से बात।१। नैनों में है शोभती, यू काजर की रेख। प्रतिपदा के चांद... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 9 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read धर्मदण्ड भारत के संस्कृति संवाहक, अडिग रहो नित निज प्रण में, करो धर्मयुत कर्म सदा, विश्वास करो बस जन-गण में। असुर सदा बाधक होते हैं, लेकिन मत विचलित होना, धर्मदंड को... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 7 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read स्वाभिमान जग से क्या डरना, पर खुद से डर जाना ही अच्छा होगा, दुनिया से क्या आशा, प्रभु के दर जाना ही अच्छा होगा। सर कटना ही बेहतर होता, महफिल में... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 10 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read कलम आज कलम को तीर बना दूँ, अपने मन की पीर बना दूँ । पत्थर पर जो अमिट रहेगी, ऐसी एक लकीर बना दूँ।। - नवीन जोशी 'नवल' Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 9 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read जीवन जीवन में आगे बढ़ने को, सतत प्रयत्न मनुज करता है। किंतु अप्राप्य सुखों को पाने, जीते जी ही नित मरता है।। असंख्य मन मष्तिक में पाले, सपनों में खोया भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 10 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read शुभकामना संदेश जीवन भर खुशियाँ मिलें, ईश कृपा हो माथ। रहें सदा जैसे रहे, कवि-कविता का साथ।। कवि-कविता का साथ, रहे ना इक दूजे बिन। रहो महकते झूमते, तुम हरपल हर दिन।।... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया 7 Share नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read आशा दुख सुख आते जाते रहते, किंतु निराशा ठीक नहीं है। कर्म पंथ पर अडिग चले जो, जीवन जीता सुखद वही है।। देखो तरुवर के जीवन में, एक समय पतझड़ छाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 13 Share नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read मन मयूर मायूस क्यों है दिल मेरे, अब जाग तू, बुझा ले निज अश्रु से यह आग तू। सफलता चूमेगी, तेरी चरण रज, जंग है यह जिंदगी, मत भाग तू।। देख मरघट,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 17 Share नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read बता देना। फिर घटाएं घट गईं तो बता देना। सर्द रातें कट गईं तो बता देना ।। आज तो मासूमियत है चेहरे पर, मुश्किलें यदि छंट गई तो बता देना।। दूरियां थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 1 13 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read याचना मातु तेरे द्वार आऊॅं, थाल दीपों की लिये, भाव की बाती बनाऊँ, याचनाओं के दिये। तेल मेरी कामनाएं, और ज्वाला हृदय की, बाल दूँ दर पे सभी मैं, शीश चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 15 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read राष्ट्र-मंदिर के पुजारी राष्ट्र-मंदिर के पुजारी, प्रगति-पथ पर बढ़ रहे हैं। थी निराशा हर तरफ, थी सुप्त मांँ भारत की गोदी, दूत भेजा इष्ट ने तब, सौराष्ट्र से 'नरेन्द्र मोदी' । व्याप्त था... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share नवीन जोशी 'नवल' 28 May 2024 · 2 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको । कीर्ति, सुख, ऐश्वर्य, धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 14 Share नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2024 · 1 min read कलम का क्रंदन कलम को कलम रहने दो, तलवार मत करो ! लेखन एक सन्देश हो खर-पतवार मत करो !! सबके अपने-अपने मत हैं, सबके अपने-अपने पथ हैं, अगणित शिष्टजन समाज में, मानव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share नवीन जोशी 'नवल' 25 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का महापर्व पहले हम कर्तव्य निभाकर, फिर पीछे जलपान करेंगे। लोकतंत्र के महापर्व पर, हम अपना मतदान करेंगे।। हम भी सैनिक भारत माँ के, अपना फर्ज निभायेंगे, अपनी यह लघु आहुति से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 29 Share नवीन जोशी 'नवल' 18 May 2024 · 1 min read भारत के सैनिक मैं भारत का सैनिक हूँ, भारत माँ मुझको प्यारी है। अडिग खड़ा हूँ सीमा पर दुश्मन को मार भगाऊंगा, अंतिम क्षण तक भारत माँ मैं तेरे ही गुण गाऊंगा। देश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 25 Share नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2024 · 1 min read राष्ट्रहित में मतदान करें संविधान से शक्ति लेकर, आओ अमृतपान करें, चलो सभी मतदान करें.......२.... ! महाशक्ति हो देश हमारा, उसी के हित में वोट करें, अपनी उंगली की ताकत से, देशद्रोह पर चोट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read जन्मदिन शुभकामना संशय यह है आज आपको, कैसे प्रेषित करूँ बधाई! उर में नित बसते हो तो फिर, किन शब्दों से कहूँ बधाई! पर है जन्मदिवस आपका, साहस करके कलम उठाई। मारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 24 Share नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 32 Share नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read पलायन (जर्जर मकानों की व्यथा) कान लगाकर सुनो, ध्यान से देखो तो, परवश हृदय पुकारें भी कुछ कहती हैं।। फागुन, सावन, तीज, पर्व सब नीरस हैं, ये शीतल मंद बयारें भी कुछ कहती हैं।। देह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 24 Share नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read जीवन संगिनी जीवन के सफर सुहाने में, खुशियाॅं अपार हो लाई तुम। दुख में -सुख में जीवन पथ पर, देती हो संग दिखाई तुम।। पल-पल, क्षण-क्षण निज जीवन का, करती हो कभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 23 Share नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read बिटिया विदा हो गई नव-जीवन का साथ निभाने, एक नया संसार बसाने, दुनिया की यह रीत निभाने, प्यारी बिटिया चली गई है ।। खेल-खिलौने यहीं छोड़कर, नए पंख- परिधान ओढ़कर, बाबुल का उद्यान छोड़कर,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 26 Share नवीन जोशी 'नवल' 24 Apr 2024 · 1 min read संवेदना (वृद्धावस्था) शीर्ष थे परिवार में, ज्यों व्योम के तुम प्रथम तारे ओ विपिन के वट-विटप, अब शून्य में किसको निहारे ! जोड़कर तृण-तृण तुम्हीं ने, दिवस ना कुछ रात देखा, पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 1 82 Share नवीन जोशी 'नवल' 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है जीवन का नव अनुभव मैंने, अपनी ऑंखों से देखा है । तपती जेठ दुपहरी देखी, पूष की रात घनेरी देखी । भादौ मेघ गर्जना देखी, शरद्ध दीप्ति विखेरी देखी ।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 93 Share नवीन जोशी 'नवल' 22 Mar 2024 · 1 min read नर जीवन हे मित्र 'समय' तुम रुको तनिक, अब कुछ कर लेना बाकी है । मानव बनने में समय लगा, नर जीवन जीना बाकी है ।। जब कदम चल पड़े उत्तरार्ध, चंचल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 60 Share नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read कालाबाजारी (फितरत) मौत खड़ी है सिर पर आकर, फिर भी यह कालाबाजारी !! यह कैसा मानव स्वभाव है, सबकुछ है फिर भी अभाव है, संकट का सब पर प्रभाव है ! पर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 96 Share नवीन जोशी 'नवल' 2 Jul 2023 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता अरु तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 202 Share नवीन जोशी 'नवल' 13 Jun 2023 · 1 min read नील गगन कुण्डलिया ------------- नील गगन में छा रहे, धवल मेघ चितचोर । करता है दिल आज हम, चलें साथ उस छोर।। साथ चलें उस छोर, जहाँ खग विचरण करते। काजर की... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 390 Share नवीन जोशी 'नवल' 10 Jun 2023 · 1 min read निर्जन पथ का राही निर्जन पथ का राही हूँ मैं, निज आँसू पीना आता है। बीहड़ता में रहकर मुझको, कांटों में जीना आता है ।। चाहे रोको मार्ग हवा का, या फिर ढक लो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 296 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read विरह बीति रहा मधुमास सखी, अजहूं बलमा घर आये नहीं, हिय मोर विरक्त बिना पिय के, उथ बैरी फागुन गाये रहीं ! कर्कश कोकिल के सुर हैं, नव कोंपल भी कुम्हलाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 245 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read जीवन सफर मुक्तक -------- राह है सुनसान उस पर, आज मेला भी नहीं है, विकट मग के कंटकों को, हाल झेला भी नहीं है। किंतु है विश्वास उस पर, जो जगत् निर्माण... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 123 Share नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read पशु हत्या कुण्डलिया ------------- जीने को विचलित रहा, मानव घर में बंद । लेकिन पशु-पक्षी सभी, फिरते थे स्वच्छंद।। फिरते थे स्वच्छंद, सुखी हो विचरण करते । भूले अत्याचार, चैन की साँसें... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 140 Share नवीन जोशी 'नवल' 6 Jun 2023 · 1 min read जीवन का एक और बसंत मुक्तक -------- (१) पल-क्षण, दिवस, मास बहु बीते, वर्ष एक फिर बीत गया, खारे-मीठे अनुभव का भी, बजता नव संगीत गया। चलते चलते जीवन पथ पर, जब नैराश्य हराने आता,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 387 Share नवीन जोशी 'नवल' 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण संकल्प ------------------------------- आज सभी संकल्प करें, निर्मलता को अपनाएं, संरक्षित कर वृक्ष, नीर को, पर्यावरण बचायें ! मेरी अचेचता से कोई जीव दुखी ना होएं, औरों को भी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 256 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read बसंत पंचमी (१) मातु शारदा प्रकट भई है, आये हैं ऋतुराज सखी, झूम रही वन उपवन-डारी, झूम उठा मधुमास सखी। गुलमोहर, चंपा, टेसू पर, भ्रमर नाचते विविध रंग के, शगुन गीत गाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 167 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read किसान विधा : वर्ण पिरामिड वो देख किसान श्रम से ही बोता है बीज तो जाकर कहीं कई दिनों में पकती है फसल खेत में । वो जब नित ही अथक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 112 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read परिवार (१) कितना सुंदर लगता है जब, सामूहिक परिवार हो, दादा दादी की शिक्षा, भाई बहनों का प्यार हो । मात पिता के संस्कार, सब एक दूसरे के पूरक, आज कहां... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 135 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति जय माँ शारदे ये स्नेहिल सी सीरत,ये मौसम मृदुल सा, ये कैसा विहंगम, नजारा अतुल सा । हृदय जीत लेती ये, पर्वत शिखाएं, प्रकृति का ये आंचल, अधिक मंजुल सा... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 131 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read मुस्कान जब भी मिलना तुम अपनों से, मन के शुभ -सुंदर सपनों से, प्रेरित होकर श्रेष्ठ जनों से, मधुमय शब्द जुबान में । रहना नित मुस्कान में ।। अंजानों को मीत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 181 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान राजनीति राजनीति का क्षुद्र रूप लखि, मन होता है खिन्न, सेवा के पथ पर निकला है, आरोपों का जिन्न ! उगल रहे हैं आग, सदा कुत्सित भावों से, होत न हित... Poetry Writing Challenge · कविता 2 147 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read जुनून लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए ! मंजिल पाना नहीं मुश्किल बस जुनून होना चाहिए, निराश, उदास नहीं मन उपवन प्रसून होना चाहिए, ललक हो जीवन में हर रोज कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 149 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read आशा संपूर्ण धरा पर फिर नूतन वैभव होगा । प्रसन्नता का फिर से नव उद्भव होगा।। विश्वास है फिर से सुखद दिन आयेंगे, निराशा भरे दिन बीत ही जायेंगे। नई सुबह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 120 Share नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई ऐ दिल सच-सच बता, क्या है तेरे दिल में ? क्यों तू तनहा है इस भरी महफ़िल में ? धरती तेरी, अम्बर तेरा फिर क्यों उदास है ? सुहाना सफर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 173 Share नवीन जोशी 'नवल' 3 Jun 2023 · 1 min read करवा चौथ कुण्डलिया छंद ----------------- छाई धवला चाँदनी, जगमग है चहुँओर । छटा गगन की देखकर, हर्षित चतुर चकोर।। हर्षित चतुर चकोर, मगन हो नाचे - गाये । चौथ कलानिधि आज, नवल... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 340 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2023 · 1 min read शिव अराधना कुण्डलिया छंद -------------------- मनोकामना साथ ले, कर फूलों की हार । आई दृढ़ विश्वास से, शिवशंकर के द्वार।। शिवशंकर के द्वार, करो 'हर' इच्छा पूरी । एक आपसे आस, नहीं... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 329 Share नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2023 · 1 min read श्री राम राज्याभिषेक कुण्डलिया -------------- वंदन कौशलदेश को, कलित सजा दरबार । सिंहासन पर नाथ हैं, शोभित तोरण द्वार ।। शोभित तोरण द्वार, अयोध्या रुचिर बनी है। संग विराजत भ्रात, वाम दिशि जगजननी... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 698 Share नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2023 · 1 min read जीवन का सफर कुण्डलिया छंद -------------------- जीवन का जग में भला, सफर कहाँ आसान। कदम कदम पर छल भरे, खड़े मिले इंसान।। खड़े मिले इंसान, पराये हों या अपने । सपने पालें लाख,... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 237 Share Page 1 Next