डॉ नवीन जोशी 'नवल' 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ नवीन जोशी 'नवल' 20 May 2023 · 4 min read कौसानी की सैर (संस्मरण का लघु कहानी स्वरूप) गांव में 'नवल' और 'राजा' दोस्त थे, एक ही स्कूल में पढ़ते थे। राजा सामान्य परिवार से था और नवल के परिवार की आर्थिक स्थिति... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 187 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 20 May 2023 · 1 min read माया का रोग (व्यंग्य) कुण्डलिया छंद ------------------ अल्प-आयु में चल बसे, दो हजार के नोट । किसको सुख अनुभूति है, किसको पहुंची चोट।। किसको पहुंची चोट, नवल तू तो फकीर है। नहीं तुम्हारे हाथ... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 244 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 19 May 2023 · 1 min read वट सावित्री अमावस्या कुण्डलिया छंद ------------------- नारी की शक्ति अगर, रहे धर्म के साथ । कर सकती है काल से, खुद ही दो-दो हाथ।। खुद ही दो-दो हाथ, पलट सकती विधान को। यम... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 2 2 422 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read गांव - माँ का मंदिर जय माँ मल्लिके 🙏 ----------------------- आज माँ के द्वार पर मैं, कामनाएं लिख रहा हूँ। मिल रहे हैं मित्र-परिजन, आज आनंदित हुआ मन। और उद्वेलित हुए तन, खिल उठे मन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 490 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read जीवन मुक्तक -------- शिशिर, शीत या ग्रीष्म भयंकर, राह बिछे चाहे हों शूल, चाहे नव-बसंत मनभावन, या भादौ बरसे प्रतिकूल। चलो पुनः जी लेता हूं अब, दुर्गम पथ पर चलते-चलते, निकल... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 261 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 16 May 2023 · 1 min read श्रीराम वन में कुण्डलिया छंद ------------------ (१) कानन में बिन पादुका, लिये चाप-शर हाथ । जगजननी को खोजते, तीन लोक के नाथ।। तीन लोक के नाथ, संग हैं लक्ष्मण भ्राता। स्वयम् भोगते दुःख,... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 233 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 16 May 2023 · 1 min read कैसा गीत लिखूं जय माँ शारदे 🙏 गीत ----- मन मंदिर में असमंजस है, कैसा गीत लिखूं! कैसा गीत लिखूं ! पर-उपकार स्वार्थ में पलते, छपते फिरते हैं कागज पर। आज कंटीले बाजारों... Poetry Writing Challenge · गीत 2 193 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Jul 2022 · 1 min read सुविचारों का स्वागत है क्या कहे, कितना कहे, कैसे कहे, कब तक कहे, ध्यान धरकर इन सभी को, हर कलम कहती रहे !! शब्द चाहे वक्र हों, हर शब्द में संस्कार हो, अग्नि भी... Hindi 6 1 311 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 28 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता से ही है प्रकट पहचान मेरी इस धरा पर, शीश पर प्रत्यक्ष जब तक उस गगन का हाथ है ! है नहीं चिंता किसी भी मोड़ पर कैसे चलूँगा,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 706 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 10 Apr 2022 · 1 min read श्री राम 🙏 मां शारदे को नमन 🙏 जय श्री राम 🙏 जय जय सियाराम🙏जय बजरंगबली श्री रामनवमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🌹🙏 श्री राम --------- अखिल राष्ट्र का गौरव हैं... Hindi · गीत 2 675 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2021 · 1 min read बरसात- वर्षा ऋतु उमड़ घुमड़ घन नभ में छाए, प्रेम सुधा बरसाने को, पड़ने लगी फुहार मधुर, धरती की तपन बुझाने को !! वन-उपवन सब फलित पल्लवित, वसुधा में हरियाली छाई, आज खिल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 22 1k Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 14 Apr 2021 · 1 min read 'नव वर्षाभिनंदन' जय मां शारदे ? नववर्ष वि.सं. २०७८ की अनंतानंत बधाई एवं अशेष मंगलकामनाएं, नव-संवत्सर अखिल विश्व के लिए कल्याणकारी हो?। हर्षित नव मधुमास मनोरम स्वागत है दोऊ जोरि करों से,... Hindi · कविता 1 402 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 Mar 2021 · 1 min read खेलूं कलम से होरी ? जय मां शारदे? ------------------------ खेलूं कलम से होली फाग में, खेलूं कलम से होरी ! खेलूं कलम से होरी !! अंतर्मन–मंदिर से निकसी सजकर ‘रचना’ गोरी ! भा गई... Hindi · गीत 1 4 785 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 7 Mar 2021 · 1 min read 'प्यारी ओस-बिंदु' गौरैया-कोकिल-मैना जब, लगे जगाने सब मिल करके, मैं भी देख परिश्रम उनका, उठ बैठा फिर तड़के-तड़के वह उन्मुक्त बालपन अपना, बीता स्वर्ग सदृश गांव में ! खग-मृग, सरिता, मंद-पवन सब,... Hindi · कविता 1 484 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 Feb 2021 · 1 min read भ्रांति पथ उत्क्षेप नित अभिमान में अनभिज्ञ है निर्वाण से तू, अहं की अट्टालिका चढ़कर स्वयं में ही बटोही ! सत्य है नश्वारता और तू नहीं अविजित धरा पर, तोड़ ले मतिभ्रम... Hindi · कविता 1 434 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 23 Feb 2021 · 1 min read सभी सुविचारों का स्वागत है क्या कहे, कितना कहे, कैसे कहे, कब तक कहे, ध्यान धरकर इन सभी को, हर कलम कहती रहे ! शब्द चाहे वक्र हों, हर शब्द में संस्कार हो, अग्नि भी... Hindi · कविता 3 4 370 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 16 Feb 2021 · 1 min read ऋतुराज बसंत धानी पगड़ी, पीत वसन तन, देख सखी ऋतुराज हैं आए ! सकल तमस को किये पराजित, मंद-मंद मुसकाये दिनकर ! नव बसंत का स्वागत करने, शगुन गीत मृदु गाये अम्बर,... Hindi · कविता 5 4 582 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 14 Feb 2021 · 2 min read अमर बलिदानी (पुलवामा के शहीदों को नमन, भावपूर्ण श्रद्धांजलि ??) वीर शहीदो ! सारा जन-गण, करता है गुणगान तुम्हारा, लेकर जाओ हे बलिदानी,हाथ जोड़कर नमन हमारा ! मातृभूमि हित जब वीरों का,... Hindi · कविता 4 2 334 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Feb 2021 · 1 min read शब्दसाधक की अभिलाषा शारदे माँ शक्ति दें तो एक पहल ऐसी करूंगा 'शब्द' की ही औषधि से, कष्ट सब-जन के हरूँगा !! नित करूंगा साधना मैं लोक के कल्याण हेतु, दम्भ, ईर्ष्या, छल-कपट... Hindi · कविता 2 317 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 3 Feb 2021 · 1 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको ! कीर्ति,सुख,ऐश्वर्य,धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ? सत्य शिव का... Hindi · कविता 3 8 385 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 2 Feb 2021 · 1 min read गंगा मां ब्रह्म कमंडलु, विष्णु पदों से शंकर जटा समायी, भागीरथ तप बल से हर्षित पृथ्वी पर चलि आई । सगर सुतों की तारनहारिणि, शुचि सुतरंगिणि गंगे मां ।। नमो-नमो मां त्रिपथगामिनी,... Hindi · कविता 2 4 470 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ज्ञान प्रदायिनी मातु सरस्वती, श्री बजरंगी वीर को वंदन । अखिल जगत के हैं तारणहार जो, तुलसि के श्री रघुवीर को वंदन। चित्रकूट के घाट जहां पर, तुलसी घिसें प्रभु... Hindi · मुक्तक 3 4 358 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read (व्यंग्य) "भैया कैसे हो"? स्वस्थ गात, संपति विराट हो और जुबां पे दम-खम हो, वस्त्राभूषण देह अलंकृत, कुछ विवेक चाहे कम हो। चटक मटक हो चाल-चलन में और जेब में पैसे हो, फिर अनजाने... Hindi · कविता 4 4 344 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read प्रेम ऐसा प्रेम मधुर हो जिसको, याद करे यह दुनिया सारी। प्रेम नहीं पर्याय स्वार्थ का, नहीं करो तुम इसको विकृत, ऐसा प्रेम दिखाओ करके, अंतर्तम करता हो स्वीकृत ! सीमाओं... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 123 2k Share Previous Page 2