Mamta Rani Tag: कविता 71 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Mamta Rani 16 May 2020 · 1 min read प्रकृति की प्रवृत्ति प्रकृति की प्रवृत्ति है निरंतर बढ़ते रहना धरा पे हो अनुचित प्रवृत्ति सब सहते रहना सब बच्चों को प्यार स्नेह वो देती है सबका बोझ उठाती है माता वो कहलाती... Hindi · कविता 2 2 321 Share Mamta Rani 29 Apr 2020 · 1 min read पिता रहता है सदा हाँथ सर पे धूप से बचाता छाता जैसे कठोर भी है कोमल भी वो नारियल के ऐसे रहता जैसे कमी नहीं होने देते कुछ भी चाहे जैसे... Hindi · कविता 2 4 291 Share Mamta Rani 20 Apr 2020 · 1 min read जननी जननी हो माँ तुम ही तुम ही सारा संसार हो बच्चों के दिल में बसी जैसे ममता भरमार हो छवि तुम्हारी ऐसी जैसे दुर्गा माँ का दीदार हो दिल में... Hindi · कविता 2 2 442 Share Mamta Rani 25 Mar 2020 · 1 min read जग जननी माँ जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी महिमा अनोखी है अम्बे महारानी जय हो तेरी माँ जगदम्बे भवानी आया नवरात्र आयी नवरात्रि जय माँ जगजननी शैलपुत्री... Hindi · कविता 3 4 335 Share Mamta Rani 24 Jan 2020 · 1 min read बेटियाँ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ घर घर ये अलख जगाओ करो ना बेटे और बेटियों में भेदभाव दोनो को दो अच्छे शिक्षा और संस्कार बेटी को भी पालो बेटों के जैसे... Hindi · कविता 2 2 289 Share Mamta Rani 2 Nov 2018 · 1 min read प्यारी माँ माँ शब्द अपने आप में पूर्ण है, हमारे जीवन में उनका प्यार परिपूर्ण है। माँ के दिल में बच्चों की खास जगह होती है, उनके लिए हमेशा हँसती रोती है।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 46 1k Share Mamta Rani 3 Feb 2017 · 1 min read अहंकार पता नही लोग इतने मगरूर क्यों है, अपने ही अहम में चूर क्यों है। ना ही रिश्तों की परवाह है, ना कद्र है रिश्तों की। स्वार्थ पर ही टिका है,... Hindi · कविता 5 4 308 Share Mamta Rani 1 Feb 2017 · 1 min read सरस्वती माँ की कृपा सरस्वती माँ की कृपा, बनी रहे सबपर। विद्या और बुद्धि का हो संचार, सरस्वती माँ की कृपा, बनी रहे बरकरार। माँ इसी तरह हर साल आना, अपने साथ ढेरों खुशियां... Hindi · कविता 2 1 542 Share Mamta Rani 29 Jan 2017 · 1 min read समाचार पत्र समाचार पत्र हमारे घर रोज आता है, अपने साथ ढेरों खबरे लाता है। देश दुनियां की सारी खबरे हमें देता है, छोटी हो या बड़ी सारी खबरों को लता है।... Hindi · कविता 3 2k Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read मन की उलझन मन की उलझन ऐसी है, उलझी रस्सी जैसी है। मन की उलझन कभी ना सुलझे, जीतना सुलझे उतना उलझे। तन और मन के बीच, जब ताल-मेल बिठ नहीं पाता। तो... Hindi · कविता 1k Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read प्यारा परिवार मेरा है प्यारा परिवार, सभी करते एक दूसरे से प्यार। परिवार की है बात निराली, जो जग में है सबसे प्यारी। परिवार ही है मुस्कराहट की वजह, परिवार के बिना... Hindi · कविता 2 1k Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read करें योग रहें निरोग करें योग रहें निरोग, योग करें रोज रोज। योग है सदियों पुरानी, यही है भारत की कहानी। योग से तन और, मन की स्फूर्ति होती हैं। योग करने से हमारी... Hindi · कविता 2 371 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read बाल श्रम एक अभिशाप बाल श्रम है , एक अभिशाप। जो भी करवाते, उनसे काम , वो है, पाप का भागीदार। बच्चे तो हैं, देश का भविष्य। उनकी सही, जगह है स्कूल। वो तो... Hindi · कविता 2 548 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read मम्मी मेरी सबसे प्यारी मम्मी मेरी सबसे प्यारी, सबसे न्यारी मेरी मम्मी। लगती है प्यारों में प्यारी मम्मी में जहाँ बसा है, और मैं मम्मी में। मम्मी है तो जीवन सारा, लगता कितना रंग... Hindi · कविता 2 714 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read पढ़ाई पढ़ाई हो या हो कोई काम, करो पूरी मेहनत और लगन के साथ। अगर हो मेहनत पक्की, तो जीत मिलेगी सच्ची। जब हो परिश्रम पक्की, तभी मिलेगी सफलता सच्ची। पढ़ाई... Hindi · कविता 2 478 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read कलयुग और सतयुग कलयुग का अंत होने वाला है, सतयुग आने वाला है। कलयुग में तो पाप् हिंसा बढ़ गया है, कलयुग में तो लोग प्यार त्याग को भूल गए हैं। और एक... Hindi · कविता 1 1k Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read जल ही जीवन है जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन असंभव है। जल ही हमारी प्यास बुझाती , नहाने धोने के काम है आती। जल की ना करें बर्बादी जितनी हो जरुरत... Hindi · कविता 2 529 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read नोट बंदी नोट बंदी मोदी जी के नोट बंदी ने, हाहाकार मचा दिया। काला धन रखने वालों पर, करारा प्रहार कर दिया। अचानक हुए इस फैसले ने, सारे लोगों को हिला... Hindi · कविता 2 499 Share Mamta Rani 28 Jan 2017 · 1 min read नोट बंदी नोट बंदी मोदी जी के नोट बंदी ने, हाहाकार मचा दिया। काला धन रखने वालों पर, करारा प्रहार कर दिया। अचानक हुए इस फैसले ने, सारे लोगों को हिला... Hindi · कविता 2 577 Share Mamta Rani 27 Jan 2017 · 1 min read जुगनू जुग-जुग जुगनू, प्यारी सी जुगनू। रात को आती, दिन को जाती। तारों सी चमचमाती जुगनू जुगनू के आने से, लगता है ऐसे। तारों की दुनिया में, तारें हों जैसे। जुग-जुग... Hindi · कविता 1 253 Share Mamta Rani 27 Jan 2017 · 1 min read माँ है जन्नत माँ तो है जन्नत की नूर प्यार करना उसका उसूल। माँ ही है सारा मूल, माँ का प्यार है अपरंपार जो बच्चों से करती प्यार बेशूमार। लाख बुराइयां हो हममें,... Hindi · कविता 1 429 Share Previous Page 2