Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2020 · 1 min read

राधाकृष्ण

राधेकृष्ण की प्रीत अनोखी जो जग ने ना देखी होगी
प्रेम है उनका ऐसा अनूठा जो छोड़े ना ही छूटी होगी

राधेकृष्ण है एक दूजे के संग प्रेम ना ऐसी देखी होगी
प्रेम है उनका सबसे सच्चा जो बिन बांधे बंधी होगी

नाम भी हैं एक दूजे के संग नाम ना ऐसी देखी होगी
राधे के मन में प्रेम है सच्चा प्रीत ना ऐसी देखी होगी

रहते एक दूजे के हृदय में वास उनका स्थान वही है
पीड़ा हो एक को तो हृदय में दर्द दोनों को होते वहीं हैं

राधा के मन में कृष्ण बसे हैं कृष्ण के मन में बसी है राधा
दोनों है एक दूजे के संग चाहे हो मार्ग में कितनी भी बाधा

ममता रानी

Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 499 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all
You may also like:
सड़क
सड़क
SHAMA PARVEEN
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
Krishna Manshi
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आदिपुरुष आ बिरोध
आदिपुरुष आ बिरोध
Acharya Rama Nand Mandal
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
जनरेशन गैप / पीढ़ी अंतराल
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
23/132.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/132.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे अपनी दुल्हन तुम्हें नहीं बनाना है
मुझे अपनी दुल्हन तुम्हें नहीं बनाना है
gurudeenverma198
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
Anand Kumar
दिल का खेल
दिल का खेल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दोस्त न बन सकी
दोस्त न बन सकी
Satish Srijan
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
चलो कहीं दूर जाएँ हम, यहाँ हमें जी नहीं लगता !
DrLakshman Jha Parimal
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*सेना वीर स्वाभिमानी (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)*
*सेना वीर स्वाभिमानी (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)*
Ravi Prakash
"एकता का पाठ"
Dr. Kishan tandon kranti
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कृतज्ञता
कृतज्ञता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
// जय श्रीराम //
// जय श्रीराम //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
Manoj Mahato
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
Mahender Singh
आप की असफलता में पहले आ शब्द लगा हुआ है जिसका विस्तृत अर्थ ह
आप की असफलता में पहले आ शब्द लगा हुआ है जिसका विस्तृत अर्थ ह
Rj Anand Prajapati
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
*Author प्रणय प्रभात*
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
कुंडलिया छंद *
कुंडलिया छंद *
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...