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14 Sep 2020 · 1 min read

फ़लसफ़ा जिंदगी का

तेरे होने से ही जब सुबह और शाम हमारे होते थे
दिन का हर पहर और रात भी साथ हमारे होते थे

मुलाकातें ऐसे होते थे जैसे सुकून का पल होता था
साँसों से धड़कने चलती थी जो पल साथ होता था

फलसफा जिंदगी के यूँ बदलते गए इस जीवन में
चाह उसी की कर बैठे जो था नहीं इस जीवन में

प्रेम का नाम तुमसे है प्रेम का अरदास तुमसे है
चाहत ही नहीं राहत भी हर साँस बस तुमसे है

सोहबत बस तेरे से सुकून भी तुमसे मिलता है
हर साँस जीवन का जज्बात भी तुमसे मिलता है

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 407 Views
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