Mahender Singh Tag: लेख 158 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Mahender Singh 24 Sep 2021 · 1 min read आत्म-निर्भर भारत सबका साथ सबका सहयोग सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास . ये दर्शनशास्त्र मंत्र बताया है. वित्त मंत्री सीतारमण ने. . सरकार की जनता की जेब में ही, काला धन... Hindi · लेख 3 4 543 Share Mahender Singh 18 Sep 2021 · 1 min read क्या फर्क पडता है क्या फर्क पडता है. तुम कहाँ हो. यात्रा आरंभ करो. भूल जाओ. कुछ क्षण. तुम कहाँ हो. अतीत कैसा रहा. तत्क्षण योजना बनाओ. बढ़ चलो, उस ओर, जिधर निसर्ग इशारे... Hindi · लेख 1 1 404 Share Mahender Singh 17 Sep 2021 · 1 min read बिन कहे सब समझ जाना बिन कहे सब समझ जाना हर महीने मन की बातों में स्थान पाना. बिन रोएं दूध मिल जाना एक छोटी रेखा के साथ बढ़ी रेखा खींच देना. ये काम जनता... Hindi · लेख 1 1 576 Share Mahender Singh 14 Sep 2021 · 1 min read हिन्दी गौरव या समंवय हमारी राष्ट्रीय भाषा हिन्दी से, हम किसी भी हद तक जा सकते है, और किसी भाषा में हम किसी व्यक्तित्व की, *हिन्दी नहीं कर सकते है. लिपि देवनागरी है. इंगलिश... Hindi · लेख 4 3 299 Share Mahender Singh 13 Sep 2021 · 2 min read एक मच्छर एक मच्छर / एक परजीवी हजारों अण्डे उत्पत्ति स्थान पानी की सतह इसमें भी नर मादा नाम एनाफिलीज और क्यूलेक्स. प्रभावशाली क्यूलेक्स उम्र भी ज्यादा अण्डे जो देने है. भोजन... Hindi · लेख 4 5 894 Share Mahender Singh 7 Sep 2021 · 1 min read आज की महाभारत धृतराष्ट्र संजय से पूछता है, संजय अधर्मियों ने छल के सहारे लेकर, इंटरनेट बंद कर दिया है. . फिर भी संजय बताओ, कुछ अपने विवेक से, कुछ तो बताओ ???... Hindi · लेख 5 5 618 Share Mahender Singh 4 Sep 2021 · 1 min read इंटरनेट युग सोच लो अभी भी देखा करो इंटरनेट बहुत तेज गति से अपने पांव पसार है. लेकिन वह सबकुछ नहीं है. मानव/मनुष्य/आदमी/इंसान उसके बनाने और संचालन में एक अहं भूमिका अदा... Hindi · लेख 3 2 496 Share Mahender Singh 2 Sep 2021 · 1 min read अट भी पट भी भक्तों की....कडी नंबर एक किसी ने सही कहा है. *जनता जैसा राज यानि सत्ता चाहती है. वैसा ही शासन राज करता है,* विपीन एक बात बार-बार कहे जा रहा था, जैसे उसे बहम ही... Hindi · लेख 4 4 536 Share Mahender Singh 1 Sep 2021 · 2 min read विवेक और बुद्धपुरुष समझ विचार करके पैदा होती है, View वीव यानि देखना. सिर्फ़ आँखों से देखना. अधूरा है. बड़ा अच्छा शब्द है. विवेक ! देखने के साथ-साथ सोचना विचारना. अर्थात मनन करना.... Hindi · लेख 4 6 618 Share Mahender Singh 27 Aug 2021 · 1 min read आयोजन नहीं ये किसी के. कुत्ते भी अपनी गली में शेर बन जाते है, मिले जो बागडोर, बंदर भी हल्दी की गांठ पाकर बन बैठता है पंसारी. बात स्वाद अदरख की, बंदर ने भी स्वीकारी... Hindi · लेख 2 1 358 Share Mahender Singh 27 Aug 2021 · 1 min read मोनेटाइजेशन खाते तो सब हैं, खायकी क्या होती है, ये भूख नहीं जमीर तय करता है, जो मुनाफे दे रहे है उन्हें पहले चुना गया, ये हाल उन सेवको का है,... Hindi · लेख 3 3 291 Share Mahender Singh 23 Aug 2021 · 1 min read आचरण आचरण व्यक्तिगत होते हैं, या सार्वजनिक. गर सार्वजनिक होते है तो. धर्म हाशिये पर आ जाते है. फिर निसर्ग महत्वहीन. और निसर्ग ही महत्वहीन हो जाये. फिर मानव हित में... Hindi · लेख 2 2 271 Share Mahender Singh 21 Aug 2021 · 1 min read अनुभूति प्रेम रोग. हृदय शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, प्रवाह और प्रभाव अनूठे. प्रेम जीवन का अंगीकार. हृदय में उत्पन्न ज्वार उसे बिमार नहीं होने देते. प्रेम ही संचरण, तर्पण,... Hindi · लेख 3 4 722 Share Mahender Singh 20 Aug 2021 · 1 min read एकमात्र अव्यवस्थित प्राणी संपूर्ण सृष्टि के जीव प्राणी जरायुज अण्डज उष्मज सब प्राकृतिक व्यवस्थाएं बैठा लेते है. आदमी के अलावा. . पक्षी अस्थाई घौंसले बनाते है, अण्डे देकर सेंचन के लिए... पक्षी बन... Hindi · लेख 4 4 559 Share Mahender Singh 20 Aug 2021 · 1 min read मान्यता प्राप्त ठगी ठगों की ठगी से ठगा हुओं की ये मजबूरी भी कैसी समस्या, और कोई *पसंद भी तो नहीं, प्रवचन, भाषण नहीं, अपने बर्तन बासण देखों !!! एक मकान मालिक का... Hindi · लेख 3 2 290 Share Mahender Singh 18 Aug 2021 · 1 min read थोपना एक डरपोक अपनी बातों को थोपता है. जी हाँ इशारे तानाशाही पर है. राजनीति और धर्म गद्दीगत आदमी. खुद को ही सर्वेश्वर समझ लेता है. खुद को असक्षम समझने वाले... Hindi · लेख 3 2 360 Share Mahender Singh 9 Aug 2021 · 1 min read मन घडन्त गणित मनुष्य विचारवान प्राणी है, मनुष्य के मस्तिष्क पटल पर विचारों का प्रवाह चलते रहता है, एक मिनट में लगभग पच्चीस से तीस विचार आते जाते है, मन के क्रियान्वयन में... Hindi · लेख 4 3 374 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read अपाहिज घबराहट एक मनोवैज्ञानिक लक्षण है, आजकल के बच्चे वाचाल तो बहुत है मनोदैहिक मजबूत कतई नहीं, वे जल्दी थक जाते है, हार मान लेते है. आगे हार के कारणों के... Hindi · लेख 4 6 364 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read कार्यपालक वो भी मुख्य एक ऐसा सी.ई.ओ.. चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर जो खुद तनख्वाह पर हो, कंपनी को बंद के कगार पर लाकर खडे कर दे जिसे अपने मजदूरों में उत्साह भरने की बजाय उन्हें... Hindi · लेख 2 2 234 Share Mahender Singh 20 Jul 2021 · 1 min read धार्मिक जवानी मनुष्य विचारवान है. वह याद रख सकता है. वह कल्पना कर सकता है, वह हंस सकता है, वह परिवार नियोजन कर सकता है. वह मूलभूत आवश्यकताओं को जुटा सकता है... Hindi · लेख 8 5 543 Share Mahender Singh 19 Jun 2021 · 1 min read साझा आप किसकी मानते हो, शायद, अपनी, ना ..ना..ना ये तो बहुत बडी जानकारी की बात की बात है, शायद, दूसरों की, हाँ यह आम बात है. ऐसा आसान भी, पल्लू... Hindi · लेख 2 1 573 Share Mahender Singh 3 Jun 2021 · 1 min read कौन है ये ऊपर वाला ? जी हाँ, पटकथा, ऊपर वाला लिखता है, आदमी तो बेचारा, उस पर अभिनय करता है, और लोग ऊपर वाले को भूलकर, वह दर्जा, उसी को दे देते हैं, वे और... Hindi · लेख 4 4 686 Share Mahender Singh 23 Mar 2021 · 1 min read इतिहास और वर्तमान इतिहास अतीत का वह दस्तावेज है, जिससे हम जानकारी लेकर वर्तमान और भविष्य को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है, इतिहास की सही वा सटीक जानकारी तथ्य... Hindi · लेख 1 1 376 Share Mahender Singh 22 Jan 2021 · 1 min read तीन कृषि कानून की प्रस्तावना तीन कृषि कानूनों के कारण और खौफ की वजह ? धरातल पर परिणाम. जमीन एक भौतिक ऐसेट है. जो व्यक्ति परिवार समाज को एक भौतिक सामाजिक पहचान देती है. कुछ... Hindi · लेख 2 2 300 Share Mahender Singh 22 Jan 2021 · 1 min read तीन कृषि कानून पर पक्ष विपक्ष वास्तव में जनता को नहीं मालूम, ये तीन कृषि कानून है क्या ? समर्थन करने वालों का तर्क है. मोदीजी पर विश्वास ✍️ कैसा विश्वास मालूम नहीं. वे लाए है... Hindi · लेख 1 3 282 Share Mahender Singh 20 Oct 2020 · 1 min read देश और भेष बहुआयामी क्षेत्र से जो देश परहेज़ रखता हो उसे ✍️ कोई भी हरा सकता है. ब्यौरे अतीत के होते है. वर्तमान योजना रहित भविष्य एकदम धुंधला अंधकारमय. राग एक ही... Hindi · लेख 1 2 669 Share Mahender Singh 7 Sep 2020 · 1 min read धर्म एक नीजि व्यवस्था धर्म एक व्यक्तिगत विषय * * * * * * * * * * * * * कुछ महान् आत्माओं को , सोशल-मीडिया मंच पर सिर्फ़ किसी देवी देवताओं के... Hindi · लेख 2 1 200 Share Mahender Singh 14 Apr 2020 · 1 min read भगवान रुप ब्लैक-होल. मंदबुद्धि/तर्कहीन/असहाय/दीनहीन/निर्धन/कमजोर. मार्ग है भक्ति, साधन:- कल्पना/थाली/मूर्ति/पूजा/आराधना/उपासना साधक यानि भक्त उपर्लिखित चीज़ें को उपलब्ध हो. बात थोड़ी विरोधाभासी लगती है. एक ऐसा आयोजन जिसमें सामग्री की आवश्यकता स्पष्ट जग जाहिर है.... Hindi · लेख 4 2 273 Share Mahender Singh 5 Apr 2020 · 2 min read न्यायालय और व्यवस्था एक *महिला मित्र ने पूछा है की :- क्या *न्यायालय में *न्याय मिलता है ? . अब ये भला कोई *पीडित थोड़े पूछेगा ! एक *अहंकार से ग्रस्त मनुष्य ही... Hindi · लेख 5 3 524 Share Mahender Singh 18 Mar 2020 · 2 min read ठग वो भी है जो मनुष्य की व्यवस्था को ईश्वर की बताते हैं किसी दूसरे ने गलत किया, इसलिये हम सही हैं, को जायज ठहरा कर, काम करनेवाले भी, #धार्मिक होते है #व्यंग्य. . किसी की गलतियों पर, खुद को सुकून देने के... Hindi · लेख 2 2 1k Share Mahender Singh 10 Mar 2020 · 1 min read एक अबूझ पहेली *त्रिदेव (ब्रह्मा/विष्णु/महेश) *श्रीकृष्ण *श्रीराम * सतयुग *त्रेतायुग *द्वापरयुग *कलयुग *सनातन *शाश्वत क्या है ? मुक्ति/मोक्ष क्या है ? विचारक/दार्शनिक किस श्रेणी के. आस्तिक/नास्तिक क्या शिक्षक गुरु तुल्य है. क्या कथा... Hindi · लेख 3 2 345 Share Mahender Singh 27 Jan 2020 · 1 min read संवैधानिक ईकाई *वोट लोकतंत्र संविधान *ईकाई /वोट/समर्थन/निर्णायक/पक्षधर अधिकार/अधिकारी कर्तव्य/लॉयब्लिटी/जिम्मेदारी या यूं कहे साक्षरता के लिए. वर्णमाला, शब्द, वाक्य, प्रयोग आवश्यक. अगर मकान के निर्माण में *ईंट ईकाई है. शरीर की संरचना में *कोशिकाएं.... Hindi · लेख 3 1 460 Share Mahender Singh 25 Jan 2020 · 1 min read धार्मिक अवधारणा और इंसानियत इंसानी फितरत और धर्म - - - - - - - - - - - - - - - *इंसानियत की पहचान होते ही तो सब *तथाकथित *धर्म सब गिर... Hindi · लेख 3 1 242 Share Mahender Singh 24 Jan 2020 · 2 min read अमावस्या और पूर्णिमा एक खगोलीय घटना अमावस्या/पूर्णिमा/सूर्य-ग्रहण/चंद्र-ग्रहण विचारक/दार्शनिक व्यक्तित्व की देन, धर्म/धार्मिक/अंधभक्त कल भी/ आज भी वंचित/दुखी थे और रहेंगे. दासता की विचारधारा अपने आसपास का माहौल भी दयनीय रखना. . धर्म का... Hindi · लेख 4 1 277 Share Mahender Singh 24 Jan 2020 · 2 min read मन और अनुबंध मनुष्य एक मात्र विचारवान/ निर्णय-सम्मत/कल्पनाशील/याद्दाश्त/बुद्धिजीवी प्राणी है. ये सबमें व्यक्तिगत तौर से किसी मनुष्य में इक्ट्ठे नहीं मिलती. यह किसी व्यक्ति-विशेष या धर्म कौम के संस्कार संस्कृति भी नहीं. मन... Hindi · लेख 3 1 377 Share Mahender Singh 18 Jan 2020 · 2 min read व्यवाहरिक छलावा और गुलाम भारत. एक *व्यवहार एक *वाद और एक ही *विवाद एक *जरूरत एक *आदत और एक ही *फसाद धर्म और उसके उत्पाद. -----////--//-/-------//-- इन सबसे जन्मे पूँजीवाद/उद्योग/समाजवाद/साम्यवाद/नाजीवाद/फासिज्म एक *योजना *आपसी-तालमेल में प्रमुख... Hindi · लेख 3 2 584 Share Mahender Singh 12 Jan 2020 · 1 min read व्यवस्था और लोकतांत्रिक सुविधाएं व्यवस्था कई भांति की होती है. एक सार्वजनिक व्यवस्था जिसका संबंध सीधे प्रकृति और अस्तित्व से है उससे इंसान केवल सगज रहकर आपदाओं से बच सकता है. लड़ नहीं सकता.... Hindi · लेख 3 1 519 Share Mahender Singh 4 Jan 2020 · 1 min read कुछ सवाल क्या एक अच्छा वक्ता ? अच्छा शासक हो सकता है. क्या नींव भरने के बाद ? मकान के डिजाइन में संभावनाएं बचती हैं ? क्या धर्म/मजहब/जीवनशैली भावनात्मक लगाव मूलभूत सुविधाएं... Hindi · लेख 4 1 278 Share Mahender Singh 31 Dec 2019 · 1 min read झाडफूंक और चिकित्सा भारत विभिन्नताओं का देश है. यह परिवेश हर क्षेत्र में झलकता है. चिकित्सा के क्षेत्र में ईलाज में भी. ईलाज से पहले बीमारी का उद्गम/उद्भव मालूम आवश्यक है. बीमारियों के... Hindi · लेख 5 1 489 Share Mahender Singh 17 Dec 2019 · 1 min read उतावला बहुमत सरकार के उतावलापन या पूर्ण बहुमत के फैसले ? ( उदाहरण नंबर 1 ) वैद्य जी बहुत बार मरीज आकर आपसे पूछते है. मुझे नहीं मालूम मुझे क्या हुआ है... Hindi · लेख 4 3 241 Share Mahender Singh 18 Oct 2019 · 1 min read सफलता और रहस्य जो लोग असफल यानि फेल्योर होते हैं वे होते ही हैं इसीलिए होते हैं ? ( कारण कोई खास या विशेष / गुप्त या रहस्य नहीं. बातें पुरातन, शास्त्र-सम्मत, और... Hindi · लेख 4 1 224 Share Mahender Singh 12 Oct 2019 · 1 min read भगवान की परिकल्पना कमजोर असहाय मंदबुद्धि कर्महीन आलसी लोगों का मार्ग है तथाकथित धर्म. कुछ चालाक लोग के लिए. बचने का मार्ग ..भी, कूडेदान की तरह इस्तेमाल गलतियां करके भगवान को जिम्मेदार बताना.... Hindi · लेख 4 2 659 Share Mahender Singh 8 Oct 2019 · 1 min read राष्ट्रवाद और विवेक एक आदमी धर्म अधर्म के मार्ग पर जब तक नहीं चल सकता जब तलक उसके पास अपना ज्ञान/विवेक बोध नहीं होता . तब तक वह किसी #विचारधारा का #संवाहक ही... Hindi · लेख 4 2 471 Share Mahender Singh 2 Oct 2019 · 1 min read डिजिटल इंडिया और पाँच सौ का नोट #Digital_India पर व्यंग्य ? छोटे दुकानदार के पास अगर ग्राहक #पाँच_सौ या #दो_हजाररुपये का नोट. लेकर पहुंचता है तो ये मत समझना #ग्राहक के पैसे हैं. बल्कि उधार के हैं.... Hindi · लेख 4 1 352 Share Mahender Singh 29 Sep 2019 · 1 min read अंधभक्ति और सुकून जी हाँ आज फिर वो पश्चाताप के नो मुकर्रर दिन आ पहुंचे है. जिसमें सब पश्चाताप करेंगे ? संकल्प तो बिलकुल नहीं होंगे. हमने जो अतित में सहन किया. प्रकृति... Hindi · लेख 3 1 358 Share Mahender Singh 16 Aug 2019 · 1 min read देश की मुख्यधारा ही दोषपूर्ण आजादी से पहले का हिंदुस्तान संवैधानिक देश भारत से पहले यह मुल्क कैसा रहा होगा जब आजादी के 73वें वर्ष सभ्यता, संस्कृतिवान्, सनातन विश्व गुरु भारत की पोल. अनेकता में... Hindi · लेख 3 1 225 Share Mahender Singh 24 Jul 2019 · 2 min read कुछ लोग ज्यादातर गलत समझते हैं जी हाँ दुनिया का एक बहुत बड़ा तबका ऐसा है, खासकर भारत में जहाँ धर्म धार्मिकता के नाम पर लोगों को सोच को सीमित किया गया है, ऐसा इसलिये है... Hindi · लेख 4 1 810 Share Mahender Singh 21 Jul 2019 · 1 min read आदमी परिचय का मोहताज़ है *लोग यानि भीड़ *आदमी यानि बोझ तले दबा हुआ, *मनुष्य मतलब मन-अनुकूल *व्यक्ति यानि एकल *इंसान मतलब प्रकृति पर्सनैलिटी के दायरे सेहत से चरित्र के सिर्फ़ कामवासनाओं से कहीं ज्यादा... Hindi · लेख 4 1 598 Share Mahender Singh 16 Jul 2019 · 2 min read गुरुपूर्णिमा उपदेश की नींव पर यह प्रचारक समाज क्या कभी उदाहरण बन पायेगा. तुलसी, वट,पीपल को पूजने वाले लोग. क्या कभी इनके गुणों से लाभान्वित हो पायेंगे . नोट या सिक्के,... Hindi · लेख 4 1 344 Share Mahender Singh 15 Jul 2019 · 1 min read नास्तिकता नकार या स्वीकार धर्म की स्थापना वा धर्म की हानि दोनों का प्रकृति वा अस्तित्व पर एक समान नुकसान. मनुष्य किसी भी विचारधारा का हिस्सा बनकर सर्वप्रथम निजत्व को अस्वीकार करता है. जबकि... Hindi · लेख 4 2 506 Share Previous Page 2 Next