kalipad prasad 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kalipad prasad 14 Oct 2016 · 1 min read तुकांत कविता हम हैं जवान रक्षक देश के, अडिग जानो हमारा अहद, प्रबल चेतावनी समझो इसे, भूलकर पार करना न सरहद | अत्याचार किया अबतक तुमने, हमने भी सहन किया बेहद, सर्जिकल... Hindi · कविता 1 4k Share kalipad prasad 21 Sep 2016 · 2 min read पाकिस्तान मिट जायगा (कविता ) उरी में शहीद हुए,शहीदों को समर्पित पकिस्तान मिट जायगा ! कश्मीर होगा अब से देखो, भारत देश की शान पाकिस्तान का मिट जायगा, सभी नामो निशान | सोना, मरना एक... Hindi · कविता 4k Share kalipad prasad 16 Aug 2017 · 2 min read संकल्प से सिद्धि (गीत) संकल्प से सिद्धि’ (गीत) ‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, भारतवर्ष में सफल हो | दुआ करो सब देश वासियों, भारत सबसे निर्मल हो ||(टेक ) १ सुविधा छोड़े नेता अपना,... Hindi · गीत 1k Share kalipad prasad 14 Sep 2016 · 1 min read कुकुभ छंद और ताटंक छंद ( हिंदी दिवस पर ) कुकुभ छंद -२ देश की एकता, अखण्डता, सबकी वाहक है हिंदी भाव, विचार, पूर्णता, संस्कृति, सभी का प्रतिरूप हिंदी | आम जन की मधुर भाषा है, भारत को नई दिशा... Hindi · कविता 1 945 Share kalipad prasad 1 Oct 2016 · 1 min read दोहा-मुक्तक दोहा मुक्तक © आरम्भ हुआ आज से, गरबा नाच धमाल गाओ नाचो साथ सब, है डांडिया कमाल मौज मजा का पर्व है, मधुर है लोक गीत हँसी ख़ुशी मस्ती करो,... Hindi · दोहा 722 Share kalipad prasad 2 Oct 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका ना करो ऐसे कुछ, रस्म जैसे निभाती हो आरसी भी तरस जाता, तब मुहँ दिखाती हो | छोड़कर तब गयी अब हमें, क्यों रुलाती हो याद के झरने में आब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 622 Share kalipad prasad 6 Aug 2017 · 3 min read नाम में कुछ है विद्यालय का यह रिवाज़ था कि जो भी कर्मचारी सेवा निवृत होता था, उसे पूरा विद्यालय मिलकर विदाई देता था | उस दिन एक चतुर्थ वर्ग कर्मचारी “वुद्धिमान” का विदाई... Hindi · लघु कथा 1 627 Share kalipad prasad 20 Sep 2016 · 1 min read कविता बुद्ध, जैन, सिख, ईशाई, हिन्दू, मुसलमान सबका मत एक ही है, क्षमा ही महा दान | हर धर्म मानता है क्षमा, शांति का है मूल जानकर भी फैलाते नफरत, क्यों... Hindi · कविता 1 502 Share kalipad prasad 26 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ अचेत अवोध शिशु को, तू सीने से लगाया माँ बड़ा किया उसको सींचकर, अपने खून से तू माँ |1| सब सोते रहे, तू जागती रही, गुनुनाकर, लोरी सुनाकर प्यार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 23 499 Share kalipad prasad 12 Apr 2018 · 2 min read कविता आरक्षण – एक भष्मासुर आरक्षण एक भष्मासुर है जिनलोगों ने इसकी सृष्टि की शिव जी की भांति वही आज उससे बचने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं, अपने कर्मों... Hindi · कविता 553 Share kalipad prasad 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल जिंदगी में काम कुछ हो नाम के बज्मे नाज़े चूमा’ लूँ मैं जाम के | आँखों’ से आखें मिली, दिल खो गया याद कुछ है तो, तुम्हारे नाम के |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 543 Share kalipad prasad 13 Sep 2016 · 1 min read दोहे सावन भारत में हर मास में, होता इक त्यौहार केवल सावन मास है, पर्वों से भरमार |1| रस्सी बांधे साख में, झूला झूले नार रिमझिम रिमझिम वृष्टि में, है आनन्द... Hindi · दोहा 489 Share kalipad prasad 13 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल हमने जब वादा किया तो मुस्कुरा देने लगे दोस्ती में वो मुझे इक तोहफा देने लगे | इस जमाने के दिए झटके सभी हमने सहा जख्म जो तुमने दिया था,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 515 Share kalipad prasad 19 Oct 2016 · 1 min read दो मुक्तक स्वदेश : जन्मभूमि को कभी भूलो नहीं, यही है स्वदेश पढ़ लिख कर हुए बड़े, तुम्हारा परिचित परिवेश एक एक कण रक्त मज्जा, बना इसके अन्न से कमाओ खाओ कहीं,... Hindi · मुक्तक 456 Share kalipad prasad 9 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल (१) राजा’ मंत्री हुआ करे कोई जनता’ से तो वफ़ा करे कोई | बात सबको खरी खरी बोलूँ द्वेष हो तो जला करे कोई | दिल्लगी तो कभी नहीं करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share kalipad prasad 12 Nov 2016 · 1 min read कविता सागर पर्वत दरिया पादप, सुंदर हर झरना नाला थे सुन्दर वन जंगल जैसे, हरा पीला फूल माला | शुद्ध हवा निर्मल जल धरती, सब प्रसाद हमने पाया काला धुआँ दूषित... Hindi · कविता 470 Share kalipad prasad 18 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल उद्योग हो, भरोसा’ भी बेहद, अथाह हो मंजिल मिले उसी को’ सबल जिनमे’ चाह हो | इंसान की स्वतन्त्र, इबादत की’ राह हो इंसान के प्रकाश, ज्यों’ उजली निगाह हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share kalipad prasad 29 Oct 2016 · 1 min read गीतिका /गजल परीक्षा जिन्दगी की, हल को बारम्बार पढ़ लेना अनूठी जिन्दगी है यह, सही आधार पढ़ लेना |१ कभी ऊपर कभी नीचे, कभी चलती समानांतर बिना घबराये तुम धीरज से, जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 469 Share kalipad prasad 27 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल पेट को चाहिए खाद्य, नारा नहीं पेट जितने से भर जाय, सारा नही | भावना की कमी, जाँचना चाहिए भूखो को चाहिए खाना,चारा नहीं | सारे रिश्ते बिगड़ते हैं, तकरार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 442 Share kalipad prasad 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका ताज़ा’ कानून लाभकारी है घूस खोरों में’ बेकरारी है | देश में आज अंध हैं श्रद्धा अंध विश्वास इक बिमारी है | अब मुहब्बत अदालतों में दर्ज मामला कत्ल फौजदारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 452 Share kalipad prasad 21 Nov 2016 · 1 min read दोहे प्रभु मेरे क्या हो गया, पटरी नीचे ट्रेन स्वर्ग सिधारे लोग सौ, यात्री हैं बेचैन | बच्चे हुए अलग अलग, सन्तति बिन माँ बाप मिली सजा निर्दोष को, किसका है... Hindi · दोहा 418 Share kalipad prasad 8 Mar 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक रंग श्याम हैं कृष्ण कन्हैया, राधा रानी हैं गोरी पीला सरसों ज्यो रंग, जैसी चाँद अँगोरी पीला वसन चुनरी, काली कजरारी है नैन वासंती हवा में झूमी निबोरी... Hindi · मुक्तक 403 Share kalipad prasad 22 Oct 2016 · 1 min read सरहद हम हैं जवान रक्षक देश के, अडिग जानो हमारा अहद, प्रबल चेतावनी समझो इसे, भूलकर पार करना न सरहद | अत्याचार किया अबतक तुमने, हमने भी सहन किया बेहद, सर्जिकल... Hindi · कविता 1 434 Share kalipad prasad 3 Mar 2017 · 1 min read गीतिका /गजल आजादी तुम्हे जो मिली उसको न गँवाना जो तोड़ने की बात करे उसको मनाना | काश्मीर से दक्षिण कभी कोई न अजाना मिलकर सभी इस देश में अब जश्न मनाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 444 Share kalipad prasad 15 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका मापनी : १२२२ १२२२ १२२२ रदीफ़ - है , काफिया -आना उमंगों की तरंगे यूँ छुपाना है विरह में गीत यूँ अब गुन गुनाना है | ये↓ लहरे तो उठेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share kalipad prasad 25 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की धुन को बजता जायगा राज़ जीवन का सुनाता जायगा | पल दो पल की जिंदगी होगी यहाँ दोस्ती सबसे निभाता जायगा | बाँटता जाएगा मोहब्बत सदा दोस्त दुश्मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share kalipad prasad 9 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका एक ग़ज़ल आई जब तू जिन्दगी हँसने लगी तू मेरे हर सपने में रहने लगी | धीरे धीरे तेरी चाहत बढ़ गई देखा तू भी प्रेम में झुकने लगी |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share kalipad prasad 11 Nov 2016 · 1 min read गीतिका गीतिका पदांत –है , समान्त –इले, मात्रा प्रति पद – २४ लगता तो यही कि हम पहली बार मिले हैं मिलना विछुड़ना जन्म जन्म के सिलसिले हैं | चाहता रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share kalipad prasad 4 Sep 2018 · 1 min read जगत में क्यों सदा तनहा रहा हूँ ? जगत में बारहा आता रहा हूँ खुदा का मैं बहुत प्यारा रहा हूँ | वफ़ा में प्यार मैं करता रहा हूँ निभाया प्यार मैं सच्चा रहा हूँ | मिले मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share kalipad prasad 6 Apr 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका बिन तेरे जिंदगी में’ पहरेदार भी नहीं दुनिया में’ अब किसी से’ मुझे प्यार भी नहीं | बेइश्क जिंदगी नहीं’ आसान है यहाँ इस मर्ज़ की दवा मिले’ आसार भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 373 Share kalipad prasad 17 Sep 2016 · 1 min read कविता कर्मणि अधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन भाग इंसान भाग तेरा भाग्य तभी उठेगा जाग, सुस्त पड़ा सोता रहेगा यह जग तेरे आगे निकल जायगा | यह शरीर मिला है तुझे इसका... Hindi · कविता 1 358 Share kalipad prasad 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका रक्षा के’ नाम पर सभी’ लोगों में जोश है पर रहनुमा तमाम अभी तक खमोश हैं | ये जिन्दगी तमाम रही मय-ओ-नोश है वीरान मयकदा से’ दुखी मय फ़रोश है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share kalipad prasad 1 Nov 2016 · 1 min read गीत मिटटी से मेरा जनम हुआ, मिटटी में मिल जाता हूँ छोटी सी है जिंदगी मगर, जगत को जगमगाता हूँ | दीवाली हो या होली हो, प्रात:काल या सबेरा जब भी... Hindi · गीत 403 Share kalipad prasad 5 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका इस जीस्त से निराश हूँ मैं, यार क्या करूँ कुछ भी तो सूझता है नहीं, प्यार क्या करूँ | हमको निभाना प्यार तो, इकरार क्या करूँ उत्सर्ग जिंदगी है तो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share kalipad prasad 5 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल इन्तिखाबों में फैसला क्या है देर करने में’ फायदा क्या है | शत्रु नादान बोलते क्या है उनका’ महफूज़ मशवरा क्या है ? देर क्यों है चुनाव राज्यों में घोषणा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share kalipad prasad 19 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की राह तो’ दुश्वार है’ आसां होना आशिकों, ये भी’ मयस्सर नहीं’ यजदां होना | आज इंसान की’ किस्मत है परीशाँ होना कोशिशें भी करे’ मुस्किल है’ गुलिस्ताँ होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 344 Share kalipad prasad 12 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल कभी तेरी भी’ चाहत हो, मिले आ जाये’ है मुझसे नज़ाकत से उठे घूँघट, तू’ शर्मा जाये’ है मुझसे | तकाज़ा-ए-निगह तेरी, पकड में हो मेरी जब भी पशेमां और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share kalipad prasad 22 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल तारीफ़ क्या करूँ तेरी आखों की नूर की देदिप्त अंग अंग है’ सुरलोक हूर की | वो नूर और ओज, सभी दिव्य देव के राजा या’ रंक चाह है’ दैविक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share kalipad prasad 15 Jul 2017 · 2 min read ग़ज़ल /गीतिका दुअम्ली पाक सेना हार कर आजरफ़िशां क्यूँ हो हमेशा ही हमारे वीर सैनिक खूंचकाँ क्यूँ हो ? किया है प्यार जब उसने, विरह में तब फुगाँ क्यूँ हो बता सकता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share kalipad prasad 22 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल वक्त आया महज़ फैसला चाहिए दुश्मनों से नहीं आँकड़ा चाहिए | घर में घुस कर पढ़ाना सबक लाज़मी लात के भूत को इंदिरा चाहिए | क्रोध को रोकना अब नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 319 Share kalipad prasad 7 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार से माँ की वो’ लोरी गुन्गुनानी फिर कहाँ राज कन्या राज रानी की कहानी फिर कहाँ ? तुम ही’ लायी थी बहारें जिंदगी में दिलरुबा तुम चली जब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 303 Share kalipad prasad 7 Apr 2017 · 1 min read दोहे दोहे अपनी ही आलोचना, है मुक्ति प्राप्ति मार्ग गलती देखे और का, उनमे अभाव त्याग | अगर क्षमा ही श्रेष्ठ है, जिद्दी क्यों है संत सभी लड़ाई व्यर्थ है, सबका... Hindi · दोहा 322 Share kalipad prasad 14 Jun 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका अब लूटपाट स्त्रीत्व हरण, सब चरम हुए व्यभिचार छल कपट, यही सबके धरम हुए | जब तेरी खिन्नता भरी आँखे भी’ नम हुए समझा था’ दुःख तेरी’, यही तो भरम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 313 Share kalipad prasad 8 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल सब बताये न हुई इनको’ तसल्ली न सही दोस्त तो और बहुत, पर दिली’ वो भी न सही | जिंदगी काट ली’ है सुख से’ सफलतापूर्वक दोस्त! तुम सा सभी’... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share kalipad prasad 6 Oct 2016 · 1 min read गीतिका/ग़ज़ल गीतिका ----नौ दुर्गा –प्रार्थना बहर: २१२२ २१२२ २१२२ २१२ रदीफ़ : चाहिए ; काफिया : “आ” नौ दिनों की माँग भक्तों की माँ सुनना चाहिए वे बुलाते तो माँ उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 316 Share kalipad prasad 17 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल यह खुश नसीबी’ ही थी’, कि तुमसे जिगर मिले हूराने’ ख़ुल्द जैसे’ मुझे हमसफ़र मिले | किस्मत कभी कभी ही’ पलटती है’ अपनी’ रुख डर्बी के ढेर में तेरे जैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share kalipad prasad 18 Sep 2016 · 1 min read हिन्दुस्तानी है हिन्दी आओ बच्चों तुम्हे पढ़ायें, सच्चे जीवन की बातें पढ़ते जाओ लिखते जाओ, पढ़कर ही आगे जाते | भारत गौरव गाथा गाओ, मिलकर नन्हे सब बच्चे लय में मिठास कोयल जैसा,... Hindi · कविता 343 Share kalipad prasad 24 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक नज़र जिधर घुमाओ, उधर रिश्ते है, गोत्रजन है रिश्ते बनाना आसान, उसे निभाना कठिन है रिश्ते में घोलो प्यार और विश्वास का मिठास फिर देखो, रिश्ते निभाना कितना आसान है... Hindi · मुक्तक 287 Share kalipad prasad 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल रूठा रूठा रहता है जानम, कुछ बात बताये तो हम उसे (उन्हें)मनाये कैसे, साजन पास कभी आये तो | है अभिमानी ताकत के मद में, करता केवल मन का धैर्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 299 Share kalipad prasad 8 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल नया युग आ गया है अब, असहमति को मिटाना है नया भारत नया ढाँचा, बनेगा वह निराला है | वे’ जो नाराज़ हैं उनको, मनाना है दुबारा अब सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share Page 1 Next