Kumar Kalhans 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Kalhans 16 Apr 2024 · 1 min read सबकी आंखों में एक डर देखा। सबकी आंखों में एक डर देखा। देखा जंगल की एक शहर देखा। .... कुछ भी मुमकिन है इस रिसाले में। राह देखी है और सफर देखा। .... देखा महलों को... Hindi · ग़ज़ल 7 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2024 · 2 min read रुझान। चुनावी रुझान आने प्रारंभ हो गए हैं। प्रारंभिक रुझान सत्ताधारी दल के विरुद्ध जाते दिखाई पड़ रहे हैं। एक आदमी बैचेन होकर ड्राइंग रूम से उठकर भीतर जाता है। जहां... Hindi · कहानी 10 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2024 · 2 min read बहु बहु रे बयार। गांव में गर्मियों के दिन पर छत पर ही सोना होता था। मई, जून की गर्मियां तो ऐसी होती थी जैसे सूरज सिर पर आकर ही बैठ गया है। शाम... Hindi · संस्मरण 11 Share Kumar Kalhans 10 Apr 2024 · 1 min read छिप न पाती तेरी ऐयारी है। छिप न पाती तेरी ऐयारी है। मुझको भाती ये अदाकारी है। आपके बिन भी जिंदगी हमने। आपके साथ ही गुज़ारी है। मेरी नजरों में जो खुमारी है। तेरी नजरों का... Hindi · ग़ज़ल 18 Share Kumar Kalhans 9 Apr 2024 · 3 min read ज़हर मेरे एक मित्र के पिताजी हैं। ज़ाहिर है वयोवृद्ध हैं। किंतु वे अपने पुत्र के साथ नहीं रहते। पुत्र का भी इस संदर्भ में कोई विशेष आग्रह नहीं है। पुत्र... Hindi · कहानी 15 Share Kumar Kalhans 9 Feb 2024 · 1 min read प्याला। इक आशंका की सुरा पिए इक आशाओं की मदिरा ले। आधा प्याला दूधिया रहे आधा मावस से भरा रहे।।। तुमको यदि मधु की चाहत है तो कायरता से दूर रहो।... Hindi · कविता · मुक्तक 59 Share Kumar Kalhans 22 Jan 2024 · 2 min read कल रात सपने में प्रभु मेरे आए। कल रात सपने में प्रभु मेरे आए, भक्त वत्सल थे , वात्सल्य रस से नहाए, मुझसे यह पूछा, वत्स क्या कष्ट है, विचलित क्यों इतना है, इतना क्यों रुष्ट है,... Hindi · कविता 92 Share Kumar Kalhans 22 Jan 2024 · 1 min read मेरे नयनों में जल है। मेरे नयनों में जल है। वह जल आंसुओं की तरह खारा नहीं है। उसमें मिठास है। उसमें दिव्यता है। उसमें अजेयता का भाव है। उसमें सभी पवित्र सरिताओं का जल... Hindi · कविता 61 Share Kumar Kalhans 22 Jan 2024 · 1 min read यही रात अंतिम यही रात भारी। यही रात अंतिम यही रात भारी। आनंद अतिरेक अनुपम अबोला, अदभुद ही आएगा प्राची से डोला, कण कण सुवासित प्रभासित करेगा, उपहार लाएगा किरणों का मेला, वंचित न कर देना... Hindi · गीत 59 Share Kumar Kalhans 20 Jan 2024 · 1 min read हवस का सूरज। हवस का सूरज जला देगा तेरे परवाज़ को। अंजाम में तब्दील कर देगा तेरे आगाज़ को। ***** क्यों ज़िबह करते नहीं हो नफरतों के मामले। क्यों लिए बैठे हो दिल... Hindi · ग़ज़ल 52 Share Kumar Kalhans 17 Jan 2024 · 1 min read बस यूं ही कुछ हो गया था। बस यूंही कुछ हो गया था। वह मिले मैं खो गया था। नींद सदियों से रुकी थी। गोद पाई सो गया था। मैं समझ लूं तो बताऊं। क्या से क्या... Hindi · ग़ज़ल 1 90 Share Kumar Kalhans 16 Jan 2024 · 1 min read कलम ठहर न जाए देखो। कलम ठहर न पाए देखो। स्याही सूख न जाए देखो। ..... दो पैरों पर चलने वाले। कितने हैं चौपाये देखो। ..... इक दूजे के पागलपन से। दोनों ही पगलाए देखो।... Hindi · ग़ज़ल 65 Share Kumar Kalhans 16 Jan 2024 · 1 min read जब मेरी नज़र से देखोगे तब मेरी दहर को समझोगे। जब मेरी नज़र से देखोगे तब मेरी नज़र को समझोगे। तुम मेरी नज़र से बाहर रह क्या मेरे दहर को समझोगे। ..... हंसते चेहरों की चांदी में रोते चेहरों की... Hindi · ग़ज़ल 73 Share Kumar Kalhans 16 Jan 2024 · 1 min read गीत नया गाता हूं। गीत नया गाता हूं। अपने हठयोग से नभ को झुकाया है, गर्वीला सागर भी हाथ जोड़ आया है, जीवन से भर दिया हाथों को फेरकर, प्रस्तर कठोर को मोम सा... Hindi · गीत 73 Share Kumar Kalhans 16 Jan 2024 · 1 min read जोर जवानी चुटकी में। जोर जवानी चुटकी में। खतम कहानी चुटकी में। .. अमर बेल सी लगती जो। दुनियां फानी चुटकी में। .. कंकर पत्थर बनते हैं। राजा रानी चुटकी में .. ऊंचा खड़ा... Hindi · ग़ज़ल 34 Share Kumar Kalhans 16 Jan 2024 · 1 min read राह चलने से ही कटती है चला करते हैं। राह चलने से ही कटती है चला करते हैं। बेख़बर हैं वही दूरी का गिला करते हैं। ***** इनके ऊपर नहीं मौसम की हुकूमत चलती। ख़्वाब वो फूल हैं हर... Hindi · ग़ज़ल 27 Share Kumar Kalhans 6 Aug 2023 · 1 min read घन घटाओं के जैसा कोई मीत हो। घन घटाओं के जैसा कोई मीत हो। तेज चलने लगे धूप की आरियां, सूखने जब लगे चैन की क्यारियां, सब्र की जब जमा पूंजी घटने लगे, जब लगे कम सभी... Hindi · कविता 1 86 Share Kumar Kalhans 27 Jul 2023 · 1 min read नदी आप नदी को चाहे जितना सिकोड़ सकते हैं, मन भर निचोड़ सकते हैं, क्योंकि नदी अपने प्रेमी के बल से बल पाती है, उसी के बरसते स्नेह के बल पर... Hindi 1 212 Share Kumar Kalhans 27 Jul 2023 · 1 min read इक जीवन दो रूप हमारे। इक जीवन दो रूप हमारे, इक मन है इक तन है अपना दोनों में संघर्ष है कितना, साथ हैं आए साथ है जाना एक रहें पर कोई विधि ना, इक... Hindi · गीत 190 Share Kumar Kalhans 15 May 2023 · 1 min read बेहयाई हया का नया नाम है। बेहयाई हया का नया नाम है। मामला अब यहां सब सरेआम है। खूब जोड़ी हमारी बड़ा नाम है। मैं भी बदनाम हूं वह भी बदनाम है। बेवफा ने दिया मुझको... Hindi · ग़ज़ल 252 Share Kumar Kalhans 3 May 2023 · 1 min read प्याला। खुद में आनंद का सोता है अनुपम यह जीवन हाला है। ज्ञानी जन कहते सदियों से अनजान मगर यह प्याला है।। जो प्यास बढ़ती जाती है यह हाला किसने ढाली... Hindi · कविता 248 Share Kumar Kalhans 23 Apr 2023 · 1 min read प्याला। जीवन क्षणभंगुर भय जिसको क्षण भर भी न जी पाता है। वह रहे ज्योति के मध्य किंतु उसको दिखता सब काला है।। प्याले के मादक हाव भाव इतनी मदिरा छलकाते... Hindi · कविता 130 Share Kumar Kalhans 19 Apr 2023 · 3 min read अंगवस्त्र एक महिला नेता के अंतर्वस्त्र के रंग का खुलासा कर और उस पर तालियां बटोर कर खान साहब घर पहुँचे तो गर्मी की वजह से बड़ी प्यास लगी थी। बेगम... Hindi · कहानी 1 180 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2023 · 1 min read प्याला। मधु की तो बात निराली है। प्याला यह कैसे कह पाए। वह सदियों से ही खोज में है। पर शब्द उचित न वह पाए। ..... तन की दुर्बलता देख कहे।... Hindi · कविता 255 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2023 · 1 min read प्याला। क्यों दुर्बल खुद को समझ रहा। तू अमित शक्ति की हाला है। हर तत्व समाहित हैं तुझमें। तू इसीलिए तो प्याला है। ..... निजता जब भी बिसरायी है। आंचल को... Hindi · कविता 195 Share Kumar Kalhans 9 Apr 2023 · 3 min read ज़हर मेरे एक मित्र के पिताजी हैं। ज़ाहिर है वयोवृद्ध हैं। किंतु वे अपने पुत्र के साथ नहीं रहते। पुत्र का भी इस संदर्भ में कोई विशेष आग्रह नहीं है। पुत्र... Hindi · कहानी 91 Share Kumar Kalhans 29 Mar 2023 · 2 min read कहानी मेरे एक मित्र हैं जो मुंबई में रहते हैं। एक सरकारी उपक्रम से सेवानिवृत हो चुके हैं। स्वनामधारी कवि , लेखक हैं। साथ ही साथ वे कवि सम्मेलन करवाने के... Hindi · कहानी 106 Share Kumar Kalhans 3 Mar 2023 · 1 min read मान लें। मान लें गुस्ताखियां तो पाक हो जाते हैं लोग। रौशनी पहलू में ले शफ़्फ़ाक हो जाते हैं लोग। ***** कई सदियाँ लगती हैं नज़रों में आने के लिये। एक लम्हे... Hindi · ग़ज़ल 165 Share Kumar Kalhans 2 Mar 2023 · 1 min read पछतावा। एक आतंकवादी फटा, इस तरह फटा, कुछ नहीं बचा, तो सुपुर्दे ख़ाक होने का सवाल ही नहीं उठता था, न जमीन का था न जन्नत का, यहां से वहां प्रेतात्मा... Hindi · अकविता। 103 Share Kumar Kalhans 19 Jan 2023 · 1 min read किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा। किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा। मुझे परवाह नहीं तुमने जो पत्थर समझा। ** अलहदा नजरें हैं सबका अलग नजरिया है। किसी ने बूंद को ही पूरा समंदर समझा।... Hindi · गजल 1 2 226 Share Kumar Kalhans 14 Jan 2023 · 1 min read तेरी गुस्ताख निगाहों में हया देखी है। तेरी गुस्ताख़ निगाहों में हया देखी है तेरी बेलौस अदाओं में वफ़ा देखी है ------ बात मेहर की करूँ लफ्ज़ नहीं आएँगे तेरी ज़ुल्मत में भी जब हमने शिफा देखी... Hindi · ग़ज़ल 130 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 1 min read नजरों से नजरें मिलाना आ गया। नजरों से नजरें मिलाना आ गया। हमको भी पीना पिलाना आ गया। ** टीस दी है खामुशी के संग दी। आपको भी दिल दुखाना आ गया। ** सारे ही बेवकूफ... Hindi 125 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 1 min read कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिए। कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिये। इंसान की सदियों से जीने की तैयारी देखिये। ***** इतने पैगम्बर जहाँ में आय लेकिन क्या हुआ। हो रही है पर बशर की आंख... Hindi · ग़ज़ल 76 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 3 min read वसूली। भारती बाबा के पिताजी बहुत परेशान थे। मांझा इलाके के एक यादव जी ने उनकी सराफे की दुकान से अपनी बेटी के विवाह में आभूषण बनवाए थे। कुछ रकम उन्होंने... Hindi · कहानी 107 Share Kumar Kalhans 28 Nov 2022 · 4 min read दो दोस्त। दो दोस्त और शराब। लॉक डाउन में सबको समस्या हुई थी सो हमको भी हुई। हम दोनों दोस्तों ने अपने परिवारों को गांव में भेज दिया ताकि वे वँहा सुरक्षित... Hindi · कहानी 1 109 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा। खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा। पेड़ जलते हुए नदियों को है प्यासा देखा। .... जान आती नहीं कितने भी शानदार बनें। बुत बनाएं हैं पत्थरों को तराशा... Hindi · ग़ज़ल 2 2 135 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read समय समय की बात है। समय समय की बात है, तुम्हे मेरी हर बात मधुर लगती थी, तुम मुग्ध भाव से मुझे देखते हुए कहा करती थी, आपकी बातों से रस टपकता है, जिससे भीग... Hindi 61 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read हम अपनी छोटी सी दुनियां के भगवान बने फिरते हैं। हम अपनी छोटी सी दुनियां के भगवान बने फिरते हैं। चैन का खाता बिन दमड़ी का पर धनवान बने फिरते हैं। नदी लपेटे घूम रहे हैं , पर होठों से... Hindi · गीत 96 Share Kumar Kalhans 13 Nov 2022 · 1 min read तासीर है मेरी अच्छा भी हूं बुरा हूं। तासीर है ये मेरी अच्छा भी हूँ बुरा हूँ। ये मैंने कब कहा है मैं आपसे खरा हूँ। क्यों जाने लोग फिर भी रखते है साथ अपने। जबकि है राय... Hindi · ग़ज़ल 82 Share Kumar Kalhans 9 Nov 2022 · 1 min read मुझको मुस्काने का हक है। मुझको मुस्काने का हक है। मैं फूल बन चुका हूं पहले मेरे सपने छूकर देखो। मुझमें पराग उत्पन्न हुआ मेरे अपने होकर देखो। मैं मानव हूँ इतने से ही मुझको... Hindi · गीत 2 2 55 Share Kumar Kalhans 4 Nov 2022 · 1 min read नेता जी का जूता। नेताजी हैरान थे, जूता बदलते बदलते , परेशान थे, किसी भी कंपनी का , कैसा भी जूता , मंगाया जाता था, नेता जी का पैर, जरूर घायल हो जाता था,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 4 103 Share Kumar Kalhans 30 Oct 2022 · 1 min read निर्ममता का नाम जगत है। निर्ममता का नाम जगत है। सूरज अपने वज्रघात से तम के टुकड़े कर देता है, संध्या में जब थकता सूरज तम आकर बदला लेता है, यही कहानी है इस जग... Hindi · गीतिका 1 1 148 Share Kumar Kalhans 30 Oct 2022 · 1 min read बेरुखी के पल टहलते जर्द हर अहसास है। बेरुख़ी के पल टहलते जर्द हर अहसास है। अब मेरे दिल में न दरिया है न कोई प्यास है। *** किसपे रख दूँ उंगली अपनी दोस्त दुश्मन कौन है। तेरी... Hindi · ग़ज़ल 1 2 131 Share Kumar Kalhans 8 Oct 2022 · 1 min read जैसी भी वैसी ही बनी रहना। क्या लिखूं , कैसे लिखूं, शब्द कहते हैं, हममें सामर्थ्य नहीं, उपमाएं कहती हैं, हम में उपयुक्तता नहीं, धरती कहती है , मुझमें इतना धैर्य नहीं, हवाएं कहती हैं, हममे... Hindi · कविता 1 2 101 Share Kumar Kalhans 4 Oct 2022 · 1 min read हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए। हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए। लाशों को नोंचते हैं वो बदकार आ गए। ***** सीरत है गिरगिटों की वे करते हुंआ हुंआ। खुद को समझते शेर वे सियार... Hindi · ग़ज़ल 2 2 71 Share Kumar Kalhans 28 Sep 2022 · 1 min read कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी। रौशन करे उस नूर की सूरत है शायरी। कोई शौक नहीं मेरी जरुरत है शायरी। .................... ये साथ न देती तो उनमें डूब ही जाता। ज़ज़्बात बह निकलने की सूरत... Hindi · ग़ज़ल 1 2 182 Share Kumar Kalhans 27 Sep 2022 · 1 min read आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से। मतला। आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से। निकले बहुत बाकी हैं पर अरमान कसम से। ** जीना नहीं अब रह गया आसान कसम से। इंसानियत से दूर है... Hindi · ग़ज़ल 1 113 Share Kumar Kalhans 25 Sep 2022 · 1 min read आप सहलाओगे तो सो जायेगा। आप सहलाओगे तो सो जाएगा, अपनी भूख को भूल जाएगा, सिर्फ, परतंत्रता के कारण नहीं, वो आपकी विवशता समझता है, जब आपके अपने , उसको ही नहीं, आपको भी ,... Hindi · कविता 74 Share Kumar Kalhans 23 Sep 2022 · 1 min read महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं। सारी ही गलतियां मेरी तुमको पता नहीं। महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं। ** मसरूफ़ सभी लोग घरों के हैं इस तरह। अब कोई आए जाए किसी को पता... Hindi 1 2 134 Share Kumar Kalhans 6 Sep 2022 · 1 min read सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते। बहुत नुकसान है उतने में गर मुस्कां नहीं सकते। सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते। ** बहल जाते थे बहलाने से हम तुम दौर दूजा... Hindi · ग़ज़ल 2 1 122 Share Page 1 Next