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ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
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Johnny Ahmed 'क़ैस'
तुम केश तुम्हारे उड़ने दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मनुष्य
Johnny Ahmed 'क़ैस'
किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती
Johnny Ahmed 'क़ैस'
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अजनबी से अपने हैं, अधमरे से सपने हैं
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हाँ बाम-ए-फ़लक से तुझी को चांद निहारे (ग़ज़ल)
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जिस से रिश्ता निभाता रहा उम्रभर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
आपके आने से
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हर पाँच बरस के बाद
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तुम और चांद
Johnny Ahmed 'क़ैस'
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
पता मजनूँ को था इक दिन उसे नाकाम होना था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
अगर ढूँढू ख़ुशी तो दर्द का सामान मिलता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हाँ वो लिपस्टिक रक़ीब लगती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तब आदमी का होता है पीरी से सामना
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
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Johnny Ahmed 'क़ैस'
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
यक़ीनन मुझे मरके जन्नत मिलेगी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मातम-ए-मर्ग-ए-मोहब्बत
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
खोदकर इक शहर देखो लाश जंगल की मिलेगी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मोहब्बत से जिए जाना ज़रूरी है ज़माने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बहुत ज़्यादा ज़रूरत है मुझे इतनी सज़ा दे दो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
The Bench
Johnny Ahmed 'क़ैस'
नदी जिस में कभी तुमने तुम्हारे हाथ धोएं थे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
इक्कीसवीं सदी में मिलती नहीं मोहब्बत
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जितना हुआ हूँ ख़त्म मैं उतना अभी भी बाकी हूँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'