जगदीश लववंशी 525 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश लववंशी 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे भगवान है ------------------------------------------------- मेरे पिता मेरे भगवान है, इन लबो की वो मुस्कान है, यह जीवन उनका वरदान है, उनके चरणों में मेरा जहान है, हृदय में सदा वो बसते है, मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 6 263 Share जगदीश लववंशी 1 Nov 2018 · 1 min read माँ बिना जीवन नही माँ रहती है जहाँ, स्वर्ग बन जाता वहाँ, माँ बिना जीवन नही, ममता और प्यार नही, माँ बिना नही संसार , माँ बिना नही है सार, माँ ही शब्दों का... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 49 1k Share जगदीश लववंशी 15 Dec 2020 · 1 min read यही कोरोना का तोड़ हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है ।। घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 24 728 Share जगदीश लववंशी 20 May 2020 · 1 min read जीवन गीत खुशी लेना खुशी देना, है यही जीवन गीत, सुख आते दुःख आते, फिर जाते है बीत, कोई रोता कोई हँसता, यही जीवन की रीत , कोई अपना कोई पराया, ऐसी... Hindi · कविता 6 2 440 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read मेरी लेखनी... एक छोटी सी मुलाकात, फिर हुई मीठी मीठी बात, खुल गए दिल के द्वार, जीवन में आई नई बहार, हर पल रहती मुस्कान, गुनगुनाता दिल मधुर गान, खुशियों भरी होती... Hindi · कविता 6 4 277 Share जगदीश लववंशी 12 Jul 2020 · 1 min read बढ़ती जनसंख्या--एक चिंता... आबादी नित बढ़ रही, चिंता की है बात । रोजगार मिलता नहीं, बिगड़ रहें हालात ।। शहर शहर भीड़ बढ़ती, कम पड़ते आवास । भेड़ बकरी सम रहते, चुभती मन... Hindi · दोहा 6 4 436 Share जगदीश लववंशी 19 Jul 2020 · 1 min read जग के दोहे--३ अधिक दिवस चलते नहीं, अधर्म के सब खेल । पापों का घट फूटता, हो जाती फिर जेल ।। धर्म कभी होता नहीं, जीवन में बेकार । जो चलते इस राह... Hindi · दोहा 6 4 356 Share जगदीश लववंशी 5 Aug 2020 · 1 min read राम मंदिर पाँच अगस्त यह शुभ दिन, आया वर्षों बाद । भक्त जनों को अब मिला , प्रभु का आशीर्वाद ।। राम नाम से है नहीं , बड़ा जगत में नाम ।... Hindi · दोहा 6 1 440 Share जगदीश लववंशी 2 Feb 2021 · 1 min read तेरे प्यार ने बना दिया कवि... कुछ खत हमने भी लिखें , मोहब्बत के नाम। ऐसा स्नेह था दिल में, प्रेम लिया था थाम ।। यादों में आती एक सुंदर बाला, जिसके था चेहरे पर तिल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 51 496 Share जगदीश लववंशी 12 May 2020 · 1 min read मित्र.... मित्र बिना सूना संसार । लगते अधूरे अधूरे संस्कार ।। मित्र दिखाता जीने की राह । मन में भरता है उत्साह ।। जब जब संकट आन पड़े । मित्र रहते... Hindi · कविता 5 2 295 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read आओ मिलकर योग करें आओ मिलकर योग करें, एक दूजे का सहयोग करें, स्वास्थ्य जीवन का आधार, सबका इस पर अधिकार, नित प्रातः कीजिए योग, सदा रहोगे फिर निरोग, मन प्रसन्न तन पुलकित, लाभ... Hindi · कविता 5 1 298 Share जगदीश लववंशी 12 Jul 2020 · 1 min read गौ माता वेद पुराण सब कहते, घर में पालो गाय । सुख समृद्धि खूब मिलती, उत्तम हैं व्यवसाय ।। जो खाते हैं दूध घी, पास न आए रोग । आयुर्वेद यह कहता,... Hindi · दोहा 5 3 1k Share जगदीश लववंशी 1 Sep 2022 · 1 min read श्री गणेशाय नमः प्रथम पूज्य है देवता, नमन करें संसार। हर बाधा दूर करते, भरे ज्ञान भंडार।। जयति जयति जय हो गजानन, शुभकर्ता दुःख हर्ता गौरी नंदन, रिद्धि सिद्धि बुद्धि के हो दाता,... Hindi 5 2 439 Share जगदीश लववंशी 5 Jan 2020 · 1 min read एकलव्य हिरण्य धनु का पुत्र हैं, जाति उसकी निषाद । द्रोण पास लेने चला,धनुष विद्या प्रसाद ।।१।। द्रोण ने देख जाति को, कर दिया अस्वीकार । सच्ची थी उसकी लगन, मान... Hindi · दोहा 4 3 369 Share जगदीश लववंशी 14 Apr 2020 · 1 min read मैं मजदूर मेरी व्यथा का, कैसे करूँ बखान । साहिब ,मैं मजदूर हूँ बड़ा परेशान ।। मेहनत पसीना बहाकर, भरता हूँ पेट । स्वीकार करता हूँ, जो मिले आपसे भेंट ।। गढ़... Hindi · कविता 4 4 341 Share जगदीश लववंशी 14 May 2020 · 1 min read आओ प्रेम स्नेह बढ़ाए आओ सीखे शिष्टाचार । सबसे करें सही व्यवहार ।। कभी न करें किसी से छल । दुःखमय बन जाता कल ।। क्षणिक मिलता इससे सुख । फिर मलिन हो जाता... Hindi · कविता 4 2 324 Share जगदीश लववंशी 25 May 2020 · 1 min read जीवन... बार बार नहीं मिलता, जीवन का यह प्यार । धर्म कर्म के काज से, पाते यह संसार ।। ऐसा कुछ कर जाइए, याद रखें संसार । माटी का कर्ज उतरे,... Hindi · दोहा 4 1 309 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2020 · 1 min read कागज की कश्ती कागज की कश्ती कितनी ही सजा लो, एक दिन गल जाएगी यह जान लो, यह पहचान लो..... क्यों ? फिर तुम इतना मोह रखते हो, क्यों ? फिर किसी को... Hindi · कविता 4 561 Share जगदीश लववंशी 20 Jun 2020 · 1 min read मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा... मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा, खेल दिखाऊँ सच्चा सच्चा, उछल कूद मस्ती ले संग संग, जीवन में भर लूँ नव नव रंग, जो हैं थोड़ा थोड़ा तनाव, भूल जाऊँ काम... Hindi · कविता 4 2 388 Share जगदीश लववंशी 2 Jul 2020 · 1 min read //अपना पथ ,अपनी मंजिल// धूल भरी थी, शूल पड़ी थी । फूल किसने देखें, मुसीबत खड़ी थी ।। पथ पथरीला, सूझती न राह । मंजिल मुश्किल, थामे था चाह ।। कंकड़ चुभते थे, पग... Hindi · कविता 4 1 224 Share जगदीश लववंशी 19 Sep 2020 · 1 min read वो लड़का राह पकड़ चलते गए,मंजिल थी अति दूर । मन में यह विश्वास था, होंगे सफल जरूर ।। छोटा बड़ा काम किया, छोड़ी सारी शर्म । सच्ची लगन रख दिल में,खूब... Hindi · दोहा 4 2 327 Share जगदीश लववंशी 31 Dec 2022 · 1 min read नई सुबह नव वर्ष की नई सुबह नव वर्ष की, लेकर आए हर्ष। बीते खुशियों से भरा, आने वाला वर्ष।। अपने अपने रंग में, रंगा यह नव वर्ष। डूबा सारा जगत है, मना रहा है... Hindi 4 2 323 Share जगदीश लववंशी 4 Aug 2019 · 1 min read मित्र मन में जो हैं बसते, हर पल साथ रहते, सुख दुःख के साथी, जीवन राह के पंथी, वो खुशियों की बहार, जग सूना हैं बिन यार, सब खुश रहे मेरे... Hindi · कविता 3 478 Share जगदीश लववंशी 14 Oct 2019 · 1 min read किसान देखो जमीन बिक गई, गिरवी रखे मकान । फसल देख किसान हुए, कितने आज परेशान ।। कितने आज परेशान, अपना भाग्य कोस रहे । मौसम जाता रूठ, कैसे किसान दुःख... Hindi · कुण्डलिया 3 2 514 Share जगदीश लववंशी 31 Oct 2019 · 1 min read एक दिन की सैर हम सब यार मिले । जंगल की सैर चले ।। गलियों से यूँ गुजरकर । चल दिए पगडंडी पर ।। नभ में थे बादल छाये । राह में भी कीचड़... Hindi · कविता 3 448 Share जगदीश लववंशी 1 Nov 2019 · 1 min read जब मिलते हैं यार (१) जब मिलते हैं यार । आ जाती हैं बहार ।। होती हैं फिर कुछ बातें । याद रहती हैं मुलाकातें ।। साथ जो भी पल बीते । कर याद... Hindi · कविता 3 1 296 Share जगदीश लववंशी 1 Jan 2020 · 1 min read कुछ यादें कुछ बातें कुछ यादें कुछ बातें, साथ मेरे रहती । समय गुजर जाता, वे संग संग चलती ।। हर्ष हो या विषाद हो, हो पथ पर चाहे जंग । सुनहरी होती यादें,... Hindi · कविता 3 1k Share जगदीश लववंशी 9 Jan 2020 · 1 min read यादें तुम आ जाती हो, साँझ सवेरे । मन की गहराइयों, में बसी हो मेरे ।। बचपन की गलियों से, गुजर कर आती । तीज त्यौहार की उमंग, तुम हो लाती... Hindi · कविता 3 1 271 Share जगदीश लववंशी 28 Feb 2020 · 1 min read जग प्रेम स्नेह का समन्दर है उठ जाओ हुई भौर । गलियों में शुरू शोर । कोई पुकार रहा है, महसूस करो चहुँओर ।। बागों में खिल उठे फूल । पकड़ो न बातों का तूल ।... Hindi · मुक्तक 3 208 Share जगदीश लववंशी 9 Apr 2020 · 1 min read आ जाओ प्रभु तारणहार आ जाओ प्रभु तारणहार । लेकर अब कल्कि अवतार ।। कोरोना शत्रु बड़ा बलवान । छुप छुप कर मारे इंसान ।। यह अदृश्य निर्दयी है क्रूर । बिना बुलाए आता... Hindi · कविता 3 409 Share जगदीश लववंशी 10 Apr 2020 · 1 min read आँगन में चिड़िया चहके आँगन में चिड़िया चहके । बाग उपवन में फूल महके ।। नभ में देखो सूरज चमके । प्रकृति खुश होकर दमके ।। झगड़े बचे न कोई दंगे । घर बैठे... Hindi · कविता 3 414 Share जगदीश लववंशी 13 Apr 2020 · 1 min read बैठे बैठे अपने घर बैठे बैठे अपने घर, मन को मैं बहलाता हूँ । नए नए शब्दो से, रोज कविता लिखता हूँ ।। देश दुनिया की खबरों का, थोड़ा ज्ञान रखता हूँ । स्नेह... Hindi · कविता 3 522 Share जगदीश लववंशी 27 Apr 2020 · 1 min read परछाई न पकड़ी जाती धीरे धीरे चुपके चुपके, आ जाती हैं निंदिया । जब निहारता हूँ उनको, नजर आती है बिंदिया ।। सूरज कहूँ या चंदा, इतना उज्ज्वल चरित्र । यहाँ वहाँ जहाँ देखूँ... Hindi · कविता 3 4 395 Share जगदीश लववंशी 6 May 2020 · 1 min read (शराब) देखो शराब की तड़प । करा रही यहाँ वहाँ झड़प । नशा जब जब चढ़ता सिर, सब कुछ लेता हमसे हड़प ।। चाहे भूखे रहे उनके बच्चे । सब कहे... Hindi · मुक्तक 3 2 286 Share जगदीश लववंशी 15 May 2020 · 1 min read धैर्य धारण करना होगा ... आसमान उगल रहा आग । हम कहाँ जाए अब भाग ।। जल रहे है हमारे पाँव । दिखती नही कोई छाँव ।। स्वार्थ के आगे सब बेबस । बचा नहीं... Hindi · कविता 3 2 293 Share जगदीश लववंशी 17 May 2020 · 1 min read बुला रहे है गाँव मेरे... बुला रहे है गाँव मेरे , छोड़ कर शहर तेरे , गाँव में हैं घर मेरा , प्रेम स्नेह का हैं बसेरा, धूल धुँआ हैं कोसो दूर , माटी पर... Hindi · कविता 3 2 340 Share जगदीश लववंशी 22 May 2020 · 1 min read प्रार्थना !.. है ! ईश्वर दुःखित है संसार, विपदा आई है द्वार द्वार, भटक रहे है सब मारे मारे, अपनी किस्मत से हारे हारे, देखो धरा पर है उथल पुथल, क्या होगा... Hindi · कविता 3 2 331 Share जगदीश लववंशी 29 May 2020 · 1 min read मेरी संगिनी मेरी कलम.. मेरी संगिनी मेरी कलम, सच कहूँ उसकी कसम, उसके बिना कितना अधूरा, कैसे होगा जीवन पूरा, पल पल तुम याद आती, देखो कितना तड़पाती, जब तक न गुनगुनाऊँ गीत, लेखनी... Hindi · कविता 3 1 386 Share जगदीश लववंशी 31 May 2020 · 1 min read संघर्ष... " दुःखों से घबराया नहीं, किये बहुत संघर्ष । हर परिस्थिति का सामना कर, पाया मैंने यह हर्ष ।। हर पल कर्म किया, अपनी राह स्वयं बनाई । आँसू तो... Hindi · कविता 3 272 Share जगदीश लववंशी 4 Jun 2020 · 1 min read हमसे हो न कोई दुःखी... आ जाए अपना कोई, इंतजार कर रहे । मन को बहुत समझाते, वेदना कैसे सहे ।। वो हँसी खिलखिलाती, बहुत याद आती । भौर हो सुहावनी शाम हो, चेतना वही... Hindi · कविता 3 2 433 Share जगदीश लववंशी 8 Jun 2020 · 1 min read होंगे कामयाब... कब तक डरना हैं, कब तक लड़ना हैं, कैसा समय यह आया, द्वार द्वार कोरोना लाया, सबको यही चिंता खाए, कब यह रोग अब जाए, फिर से खुशहाली आए, सब... Hindi · कविता 3 1 386 Share जगदीश लववंशी 13 Jun 2020 · 1 min read सहयोग चाहते कौन कौन जीतेगा, जो घर रुकेगा । समय की हैं पुकार, अब वहीं बचेगा ।। सब कह रहे हैं, मान जाओ मित्र । समझदारी दिखाओ , लग न जाए चित्र... Hindi · कविता 3 1 391 Share जगदीश लववंशी 2 Aug 2020 · 1 min read ओ ! बादल बरस जा प्यारे ओ बादल बरस जा प्यारे । हम सब तेरी राह निहारें ।। देख मेरा गया सावन सूखा । बारिश बिना उत्सव रूखा ।। कहाँ गए ओ बादल प्यारे । धरती... Hindi · कविता 3 5 553 Share जगदीश लववंशी 8 Sep 2020 · 1 min read मैं तुझको देखता.... मैं तुझको देखता, तू मुझको देखता, इस तरह अपना यह जीवन बीतता, बदल रहा तू भी हर घड़ी, रोज निगाहें तुझ पर गड़ी, सुख दुःख का नहीं असर, शान से... Hindi · कविता 3 4 438 Share जगदीश लववंशी 24 Oct 2020 · 1 min read नवरात्रि पर दोहे (१) घर-घर माँ की वंदना, आया है नवरात्र । मंदिर-मंदिर हो रहे, स्थापित मंगल पात्र ।। (२) देखो खूब धूम मची, माता के दरबार । सारे भक्त बोल रहे, माता... Hindi · दोहा 3 1k Share जगदीश लववंशी 21 May 2021 · 1 min read बरसात का मौसम खिल उठते है चेहरे, जब आती बरसात । झूम उठती है नदियाँ, आते तरु पर पात ।।१ मिट्टी उठती है महक, प्रकृति होती प्रसन्न । करते किसान बोवनी, तभी उपजता... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 7 431 Share जगदीश लववंशी 31 Jul 2021 · 4 min read समय एक समान नहीं रहता मोहन और सोहन दोनों साथ-साथ एक ही विद्यालय में पढ़ते थे । मोहन गरीब था, उसके पिताजी दूसरों के खेत पर काम कर ,अपने परिवार का पालन पोषण करते थे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 669 Share जगदीश लववंशी 10 Jun 2022 · 1 min read मन को मत हारने दो संकट कितना बड़ा हो, चाहे जिद पर अड़ा हो, मन को मत हारने दो, जीत उसी की जो लड़ा हो, समय के साथ चलना है, नहीं किसी को छलना है,... Hindi · मुक्तक 3 1 449 Share जगदीश लववंशी 16 Aug 2022 · 1 min read पेड़ पौधों के बीच में पेड़ पौधों के बीच में, आए हम जंगल पार। चुराकर कुछ लम्हें, लाए मस्ती अपार।। बारिश की बूंदे गिरती, रिमझिम हुआ सावन। उछल कूद करते सभी, होकर आनंद मगन।। देखें... Hindi 3 257 Share जगदीश लववंशी 28 Aug 2022 · 1 min read फिर भी नदियां बहती है कितना कुछ सहती है, फिर भी नदियां बहती है, देती है हम सबको जीवन, भुलाकर सब अपना दोहन, खोद डाला हमने उनका सीना, रेत मिट्टी कंकड़ सब कुछ छीना, फिर... Hindi 3 209 Share Page 1 Next