जगदीश लववंशी Tag: कविता 356 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next जगदीश लववंशी 15 Dec 2020 · 1 min read यही कोरोना का तोड़ हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है ।। घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 24 766 Share जगदीश लववंशी 8 Nov 2020 · 1 min read परिवार-मिलन जब - जब हम मिलते है, खुशियों के फूल खिलते है, ख़ुशनुमा माहौल होता, रिश्ते प्रेम से महकते है, हट जाता सारा तनाव, प्रेम स्नेह की होती छाँव, प्रफुल्लित मन... Hindi · कविता 2 1 857 Share जगदीश लववंशी 23 Sep 2020 · 1 min read कहाँ खो गया बचपन मेरा कहाँ खो गया बचपन मेरा, खुशियों का वो सुंदर डेरा, आँगन में चिड़ियों का पहरा, जन जन से रिश्ता वो गहरा, सुबह सुबह की प्यारी धूप, वो खेल निरालेे हम... Hindi · कविता 2 511 Share जगदीश लववंशी 18 Sep 2020 · 1 min read फिर से होगा सवेरा फिर से होगा सवेरा, खुशियों की होगी धूम । हटा दो मन की निराशा, ले विश्वास खूब झूम ।। दुःख के काले काले बादल, छँट जाएंगे ओ मेरे यार ।... Hindi · कविता 247 Share जगदीश लववंशी 8 Sep 2020 · 1 min read मैं तुझको देखता.... मैं तुझको देखता, तू मुझको देखता, इस तरह अपना यह जीवन बीतता, बदल रहा तू भी हर घड़ी, रोज निगाहें तुझ पर गड़ी, सुख दुःख का नहीं असर, शान से... Hindi · कविता 3 4 465 Share जगदीश लववंशी 6 Sep 2020 · 1 min read कहाँ गई मेरी ख़ुशी.... कहाँ गई मेरी ख़ुशी, कहाँ गई मेरी हँसी, सूने हुए घर के कोने, सपने लगते अब बौने, कैसे आएंगे सुहाने दिन, कैसे रहेंगे ममता बिन, क्यों गए सबको छोड़, अंतर्मन... Hindi · कविता 1 4 257 Share जगदीश लववंशी 2 Aug 2020 · 1 min read ओ ! बादल बरस जा प्यारे ओ बादल बरस जा प्यारे । हम सब तेरी राह निहारें ।। देख मेरा गया सावन सूखा । बारिश बिना उत्सव रूखा ।। कहाँ गए ओ बादल प्यारे । धरती... Hindi · कविता 3 5 636 Share जगदीश लववंशी 15 Jul 2020 · 1 min read मेरी प्रेरणा मेरे उर में जो मिला, वह नाम है तुम्हारा । जीवन पथ पर सदा, मिला मुझे सहारा ।। बनकर तुम प्रेरणा, चलती हो संग संग । हर पल जीवन में,... Hindi · कविता 2 2 293 Share जगदीश लववंशी 2 Jul 2020 · 1 min read //अपना पथ ,अपनी मंजिल// धूल भरी थी, शूल पड़ी थी । फूल किसने देखें, मुसीबत खड़ी थी ।। पथ पथरीला, सूझती न राह । मंजिल मुश्किल, थामे था चाह ।। कंकड़ चुभते थे, पग... Hindi · कविता 4 1 240 Share जगदीश लववंशी 28 Jun 2020 · 1 min read बारिश की आस.. सहते सहते उमस को, लोग हुए बेहाल । बारिश की अब आस में, बैठे अपने हाल ।। आषाढ़ अब बीत रहा, देखे सावन राह । होगी धरा हरी भरी, ऐसी... Hindi · कविता 2 2 451 Share जगदीश लववंशी 27 Jun 2020 · 1 min read उड़ गया ओ परिंदे कहाँ..... ढूँढ रहीं नजरें यहाँ वहाँ, उड़ गया ओ परिंदे कहाँ, अब भी मन में बसी सूरत, पूजता हूँ मानकर मूरत, गुजर गए हैं दिन बरसो, लगता बात हुई हो परसो,... Hindi · कविता 2 1 231 Share जगदीश लववंशी 20 Jun 2020 · 1 min read मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा... मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा, खेल दिखाऊँ सच्चा सच्चा, उछल कूद मस्ती ले संग संग, जीवन में भर लूँ नव नव रंग, जो हैं थोड़ा थोड़ा तनाव, भूल जाऊँ काम... Hindi · कविता 4 2 407 Share जगदीश लववंशी 15 Jun 2020 · 1 min read क्यों कदम ऐसा उठातें हो.... सुख दुःख आते जाते, फिर क्यों इतना घबराते, क्यों नहीं थोड़ा सोचते, क्यों नहीं संघर्षों से झूझते, चींटी भी जब पहाड़ चढ़ती, कितनी ही बार फिसलती, हर बार ले उत्साह... Hindi · कविता 2 4 363 Share जगदीश लववंशी 13 Jun 2020 · 1 min read सहयोग चाहते कौन कौन जीतेगा, जो घर रुकेगा । समय की हैं पुकार, अब वहीं बचेगा ।। सब कह रहे हैं, मान जाओ मित्र । समझदारी दिखाओ , लग न जाए चित्र... Hindi · कविता 3 1 410 Share जगदीश लववंशी 12 Jun 2020 · 1 min read तेरे नैन.... किसको ढूँढ रहें, होकर यूँ बेचैन । किसकी यादों में, नम हुए तेरे नैन ।। जो क्षण चले जाते हैं, वो लौटकर नहीं आते । मन की नहीं होती हैं,... Hindi · कविता 2 4 523 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2020 · 1 min read कागज की कश्ती कागज की कश्ती कितनी ही सजा लो, एक दिन गल जाएगी यह जान लो, यह पहचान लो..... क्यों ? फिर तुम इतना मोह रखते हो, क्यों ? फिर किसी को... Hindi · कविता 4 615 Share जगदीश लववंशी 8 Jun 2020 · 1 min read होंगे कामयाब... कब तक डरना हैं, कब तक लड़ना हैं, कैसा समय यह आया, द्वार द्वार कोरोना लाया, सबको यही चिंता खाए, कब यह रोग अब जाए, फिर से खुशहाली आए, सब... Hindi · कविता 3 1 456 Share जगदीश लववंशी 7 Jun 2020 · 1 min read बीमारी का यही मर्ज हैं... हर चेहरे पर मास्क हो, थोड़ी थोड़ी दूरी हो, पास न आएगी बीमारी, निभा लो यह जिम्मेदारी, आप सब हो समझदार , है आपके उच्च विचार, करते हाथ जोड़ विनती,... Hindi · कविता 2 216 Share जगदीश लववंशी 5 Jun 2020 · 1 min read जाग उठ रे इंसान जाग उठ रे इंसान, बसा ले तू जहान, आओ देखें हमारे चारो ओर, कटे हुए पड़े हुए पेड़ो के छोर, घनी बस्ती में होता हुआ शोर, आने वाला एक अंधेरा... Hindi · कविता 2 4 263 Share जगदीश लववंशी 4 Jun 2020 · 1 min read हमसे हो न कोई दुःखी... आ जाए अपना कोई, इंतजार कर रहे । मन को बहुत समझाते, वेदना कैसे सहे ।। वो हँसी खिलखिलाती, बहुत याद आती । भौर हो सुहावनी शाम हो, चेतना वही... Hindi · कविता 3 2 492 Share जगदीश लववंशी 2 Jun 2020 · 1 min read प्रीत.. बनी रहे ऐसी ही प्रीत । खुश रहे सदा मन मीत।। जीवन में हो सुंदर गीत । खुशियाँ जाए न कभी बीत ।। तुम पाओ हर पल जीत । खुशी... Hindi · कविता 2 376 Share जगदीश लववंशी 31 May 2020 · 1 min read संघर्ष... " दुःखों से घबराया नहीं, किये बहुत संघर्ष । हर परिस्थिति का सामना कर, पाया मैंने यह हर्ष ।। हर पल कर्म किया, अपनी राह स्वयं बनाई । आँसू तो... Hindi · कविता 3 292 Share जगदीश लववंशी 30 May 2020 · 1 min read बिटिया होती प्यारी... बिटिया होती प्यारी, घर की राज दुलारी, घर आँगन महकते, जब उसके कदम पड़ते, लक्ष्मी का वह रूप है, देखो सुंदर स्वरूप हैं, जब गुड़िया चलती हैं, धरा भी छूने... Hindi · कविता 2 4 257 Share जगदीश लववंशी 29 May 2020 · 1 min read मेरी संगिनी मेरी कलम.. मेरी संगिनी मेरी कलम, सच कहूँ उसकी कसम, उसके बिना कितना अधूरा, कैसे होगा जीवन पूरा, पल पल तुम याद आती, देखो कितना तड़पाती, जब तक न गुनगुनाऊँ गीत, लेखनी... Hindi · कविता 3 1 419 Share जगदीश लववंशी 28 May 2020 · 1 min read जीवन होगा फिर से सुंदर... कब थमेगा, कब रुकेगा, यह रोग का शोक, कब से सूने है चौक, पुकार रही गली गली, लौटा दे हँसी खिली खिली, कैसा बरस रहा कहर, यह कोरोना का जहर,... Hindi · कविता 281 Share जगदीश लववंशी 27 May 2020 · 1 min read आँसू अब पोंछ डाल... आँसू अब पोंछ डाल, मत हो इतना बेहाल, देखो सुख दुःख आते जाते, हमको रुलाते हमको हँसाते, नहीं होता इनका कभी अंत, थोड़े से मन को बना लो संत, दिन... Hindi · कविता 2 1 343 Share जगदीश लववंशी 26 May 2020 · 1 min read गुड मॉर्निंग.... गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग, उठ जाओ डार्लिंग ,उठ जाओ डार्लिंग, देखो सूरज छत पर आया, सुहावनी नव भौर लाया, सुनो पक्षियों की चहचाहट, गलियों में बच्चों की आहट,... Hindi · कविता 318 Share जगदीश लववंशी 24 May 2020 · 1 min read देश सँवारना होगा ... बरसो गुजर गए, देखे अपना मुख, सबके दुःख से, भूल गया अपना सुख, सोचा था सुंदर होगा,तेरा यह जहान, क्या क्या सजा कर रखे थे, मैंने अरमान, सब धुल गए... Hindi · कविता 2 2 377 Share जगदीश लववंशी 23 May 2020 · 1 min read बढ़े चलो बढ़े चलो... बढ़े चलो बढ़े चलो वीर तुम बढ़े चलो, यह घड़ी इम्तिहान की यह सीख ले चलो, हो रहा जो बचाने जीवन का संघर्ष, फिर से आएंगे दिन भरे हुए हर्ष,... Hindi · कविता 1 2 476 Share जगदीश लववंशी 22 May 2020 · 1 min read प्रार्थना !.. है ! ईश्वर दुःखित है संसार, विपदा आई है द्वार द्वार, भटक रहे है सब मारे मारे, अपनी किस्मत से हारे हारे, देखो धरा पर है उथल पुथल, क्या होगा... Hindi · कविता 3 2 359 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read आओ मिलकर योग करें आओ मिलकर योग करें, एक दूजे का सहयोग करें, स्वास्थ्य जीवन का आधार, सबका इस पर अधिकार, नित प्रातः कीजिए योग, सदा रहोगे फिर निरोग, मन प्रसन्न तन पुलकित, लाभ... Hindi · कविता 5 1 331 Share जगदीश लववंशी 21 May 2020 · 1 min read मेरी लेखनी... एक छोटी सी मुलाकात, फिर हुई मीठी मीठी बात, खुल गए दिल के द्वार, जीवन में आई नई बहार, हर पल रहती मुस्कान, गुनगुनाता दिल मधुर गान, खुशियों भरी होती... Hindi · कविता 6 4 299 Share जगदीश लववंशी 20 May 2020 · 1 min read जीवन गीत खुशी लेना खुशी देना, है यही जीवन गीत, सुख आते दुःख आते, फिर जाते है बीत, कोई रोता कोई हँसता, यही जीवन की रीत , कोई अपना कोई पराया, ऐसी... Hindi · कविता 6 2 466 Share जगदीश लववंशी 19 May 2020 · 1 min read कविता..... जब से तुम आई हो, जग में बहार लाई हो, जो था कभी सूनापन, बन गया अब अपनापन, देखने तेरी झलक, अपलक हुए पलक, नयन करें इंतजार, दर्श दिखाओ एक... Hindi · कविता 2 2 461 Share जगदीश लववंशी 17 May 2020 · 1 min read बुला रहे है गाँव मेरे... बुला रहे है गाँव मेरे , छोड़ कर शहर तेरे , गाँव में हैं घर मेरा , प्रेम स्नेह का हैं बसेरा, धूल धुँआ हैं कोसो दूर , माटी पर... Hindi · कविता 3 2 388 Share जगदीश लववंशी 16 May 2020 · 1 min read ऐसा कब हो.... ऐसा कब हो... खुशियों के पल , न कोई कोलाहल , अपनो का हाथ, रिश्तों का साथ, परिवार का सहारा, फिर कैसे जाए हारा? यह जो है सबका संग, भरते... Hindi · कविता 2 1 513 Share जगदीश लववंशी 15 May 2020 · 1 min read धैर्य धारण करना होगा ... आसमान उगल रहा आग । हम कहाँ जाए अब भाग ।। जल रहे है हमारे पाँव । दिखती नही कोई छाँव ।। स्वार्थ के आगे सब बेबस । बचा नहीं... Hindi · कविता 3 2 359 Share जगदीश लववंशी 14 May 2020 · 1 min read आओ प्रेम स्नेह बढ़ाए आओ सीखे शिष्टाचार । सबसे करें सही व्यवहार ।। कभी न करें किसी से छल । दुःखमय बन जाता कल ।। क्षणिक मिलता इससे सुख । फिर मलिन हो जाता... Hindi · कविता 4 2 354 Share जगदीश लववंशी 12 May 2020 · 1 min read तितली.... तितली आई तितली आई । मन में खुशियाँ भर लाई ।। रंग बिरंगे पंख फैलाकर । फूल फूल से रस भरकर ।। देखो कितनी इठला रही । पल भर का... Hindi · कविता · बाल कविता 2 4 624 Share जगदीश लववंशी 12 May 2020 · 1 min read मित्र.... मित्र बिना सूना संसार । लगते अधूरे अधूरे संस्कार ।। मित्र दिखाता जीने की राह । मन में भरता है उत्साह ।। जब जब संकट आन पड़े । मित्र रहते... Hindi · कविता 5 2 322 Share जगदीश लववंशी 9 May 2020 · 1 min read आओ साथी मिलकर मदद करें आओ साथी आओ साथी, हम सब मिलकर मदद करें । थोड़े थोड़े अपने सहयोग से, पुण्य का यह घड़ा भरे ।। मजदूर हमारे भाई है, सच्चे भारत वासी है ।... Hindi · कविता 2 2 230 Share जगदीश लववंशी 8 May 2020 · 1 min read रोटी रोटी की लगाकर आस , गाँव छोड़ चला था शहर । आई एक विपदा भारी, टूट पड़ी बनकर कहर ।। अपना पसीना सींच सींच कर, मालिक को किया मालामाल ।... Hindi · कविता 2 295 Share जगदीश लववंशी 7 May 2020 · 1 min read मैं बेबस बैठा हूँ मैं बेबस बैठा हूँ, कब से रूठा हूँ, देख कर प्यारे प्यारे जन, मन होता था अति प्रसन्न, जा रहे सब हमे छोड़, जग के रिश्तों को तोड़, जिनकी गोदी... Hindi · कविता 2 326 Share जगदीश लववंशी 4 May 2020 · 1 min read आओ घर बैठे करें कुछ काम आओ घर बैठे करें कुछ काम । जिससे सुहावनी बन जाए शाम ।। चल रहा है गर्मी का मौसम । पक्षियों के लिए होता पानी कम ।। छत आँगन में... Hindi · कविता 2 4 294 Share जगदीश लववंशी 3 May 2020 · 1 min read जीतेंगे हम एक दिन सब थम चुका, रुक गई हलचल । साँसों को बचाने, लड़ रहे पलपल ।। कितना समझा रहे, फिर भी माने न लोग । मोहल्ले में आ गया, फिर भी जाने... Hindi · कविता 2 7 252 Share जगदीश लववंशी 2 May 2020 · 1 min read नभ की सैर आओ बच्चों करो न देर । चलते करने नभ की सैर ।। देखो टिमटिम करते तारे । लग रहे है कितने प्यारे ।। चमक रहे है चंदा मामा । सबके... Hindi · कविता · बाल कविता 1 4 723 Share जगदीश लववंशी 1 May 2020 · 1 min read बचपन का बखान आम के बगीचे से खाते आम । खेल खेल कर थकते हर शाम ।। खजूर तेंदू करौंदे और सीताफल। अमरूद कबीट खाते रामफल ।। जंगल जाकर तेंदू पत्ते भी तोड़े... Hindi · कविता 2 2 504 Share जगदीश लववंशी 30 Apr 2020 · 1 min read छोड़ो न कभी सत्य राह जब जब होती है व्यथा । बन जाती है एक कथा ।। कष्ट सहकर ही निखरते । चोट से ही हीरे बिखरते ।। गिरने से चलना सीखा । मधुर गान... Hindi · कविता 1 2 352 Share जगदीश लववंशी 29 Apr 2020 · 1 min read समय - अबूझ पहेली समय जब करवट लेता । सब कुछ पलट देता ।। आँखों देखी एक कथा । छुपी जिसमे मेरी व्यथा ।। भीड़ भरी थी एक बाकर । अनगिनत थे यहाँ नौकर... Hindi · कविता 1 4 425 Share जगदीश लववंशी 28 Apr 2020 · 1 min read भौर का नजारा आओ देखे भौर का नजारा । यह है प्राकृति का सहारा ।। बह रही है शुद्ध हवा । देखो बनकर एक दवा ।। न धुँआ है न कोई धूल ।... Hindi · कविता 1 4 592 Share Previous Page 2 Next