आशीष गुर्जर पटेल 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आशीष गुर्जर पटेल 6 Dec 2019 · 1 min read हास्य कविता राज दिल के कोने तक जाते रहे बो हमारे और करीब आते रहे हमने देखा ना प्यार से बरना वो हमको बहुत लुभाते रहे हम मिले थे एक चाट की... Hindi · कविता 2 681 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Jan 2020 · 2 min read "कितना बदल गया इंसान" एक हसीन लडकी राजा के दरबार में डांस कर रही थी... ( राजा बहुत बदसुरत था ) लडकी ने राजा से एक सवाल की इजाजत मांगी . राजा ने कहा... Hindi · कहानी 2 2 591 Share आशीष गुर्जर पटेल 30 Nov 2019 · 1 min read जीवन पथ भय नहीं कर चल मुसाफिर, अभी तुझे जाना है दूर कर भरोसा खुद पर, लड़ने को खुद से पाना है तुझे मंजिल को पथ से खुद पर ना कर रेहम... Hindi · कविता 3 2 586 Share आशीष गुर्जर पटेल 2 Jan 2020 · 1 min read नया साल 2020 हवा लगी पश्चिम की, सारे कुप्पा बनकर फूल गए। ईस्वी सन तो याद रहा, पर अपना संवत्सर भूल गए।। चारों तरफ नए साल का, ऐसा मचा है हो-हल्ला। बेगानी शादी... Hindi · कविता 1 582 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Nov 2019 · 3 min read रेलगाड़ी का सफर चलो दोस्तों आज शुरुआत करते हैं रेलगाड़ी का सफर एक नई कहानी से मैं आपके लिए लेकर आया हूं एक जबरदस्त कहानी जो आपको बहुत कुछ सिखाएगी । यह कहानी... Hindi · कहानी 3 538 Share आशीष गुर्जर पटेल 22 Nov 2019 · 3 min read हम तो ठेठ देसी है । आप सभी महानुभवो का ह्रदय से धन्यवाद । की आप मेरी लिखी हुई कविता लेख गीत को पसंद करते है । तो समय बर्बाद ना करते हुए में अता हूं... Hindi · कहानी 3 2 508 Share आशीष गुर्जर पटेल 28 Dec 2019 · 1 min read चित्त की बात महीने में एक बार बरसो में बार बार मौका जरूर मिलता है अपनी गलती सुधारने का मौका मिले तो उसे चित्त के साथ मौका समझो क्योंकि ऎसा काम जरूरी है... Hindi · लेख 1 501 Share आशीष गुर्जर पटेल 27 Mar 2020 · 1 min read भारत वासी की आवाज वहीं पुराने किस्से दुहराना चाहता हूं फिर से गिर कर उठना चाहता हूं जो मज़ा था पहले मेरे देश में में वही इतिहास दोहराना चाहता हूं में अपने देश (... Hindi · कविता 2 1 490 Share आशीष गुर्जर पटेल 24 Nov 2019 · 1 min read कविता मुझको टोका है जिसने, उनको दिखाना बाकी है जो समझे कमजोर मुझे, उसे पढ़ाना बाकी है चल पड़ा है तू अब , समस्या आना बाकी है । इरादे नेक है... Hindi · कविता 3 500 Share आशीष गुर्जर पटेल 2 Dec 2019 · 1 min read बलात्कारी हत्यारे रोते हुए बैठ गया मैं उस जगह जहां एक लड़की किसी जानवर रूपी इंसान की शिकार हो गई इन लोगो को में जानवर भी नहीं बोल सकता क्योंकि इनसे अच्छे... Hindi · लेख 2 522 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता किस्मत का भरोसा क्या करना हर कोई बेगाना होता है साथ साथ चलने वाला भी साथ छोड़ देता है ये 21वी सदी है यारा चलता पेन भी धोखा देता है... Hindi · कविता 4 2 499 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read पत्ते है हम इन पत्तों की तरह बेजान बना दिया है लड़े जो तूफानों सी हवा से पर उनको अपनो ने ही गिर दिया है । बेजान पड़े है वो धारा पर ,... Hindi · कविता 2 481 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Jan 2021 · 1 min read "धुआं "लोग किसी का दोस्त होना भी इल्जाम होता है , कोई समझे तुमको गलत (बुरा) हाल होता है, कोई तोड़ दे वर्षों की दोस्ती तो समझो.आंखो मैं चुभने बाले धुएं को... Hindi · लेख 472 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Jan 2020 · 1 min read "बच्ची सी बात" लोग खामोशी को अपना आशियाना समझ बैठे है तकदीर तो उसने लिखी , और मिटा दी मुझे पता नहीं लोग "बच्ची सी बात" को क्यों गले से लगाकर बैठे हैं... Hindi · लेख 1 464 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Nov 2019 · 1 min read मां के लिए कविता तू ठंड में सूरज सी किरण तू भारत का है तरुण तू है पास, तू है खास तुझ पर है सबको विश्वास तू गर्मी में पानी की प्यास तुझमें ज्वाला... Hindi · कविता 3 477 Share आशीष गुर्जर पटेल 10 Dec 2019 · 1 min read प्रेमिका पुरानी मोहब्बत को इस नई ताकत से मत तौलो ये संबंधों की तुरपाई है, षणयंत्रों से मत तौलो मेरे लहजे की छैनी से गढ़े कुछ देवता तब मेरे लफ्जों पर... Hindi · कविता 2 456 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Dec 2019 · 1 min read फार्मेसिस्ट हर दर्द दिल की दवा जाता हूं मैं जो बेह रही है हवा पहचानता हूं मैं मुझे पता है हवा क्यों पलटी है ये मौसम की मार को हटना जानता... Hindi · कविता 491 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Nov 2019 · 1 min read बचपन की कुछ यादें मेरे साथ कुछ खास हुआ था मेरे दोस्त विकास ने मुझे बहुत अच्छी बात बताई थी बचपन के बारे में वह कुछ इस प्रकार हैं । अक्सर हमको बचपन की... Hindi · लेख 3 468 Share आशीष गुर्जर पटेल 11 Jan 2020 · 1 min read कल किसने देखा कभी मतलब से मतलब कि तरफ नहीं देखा कभी जिंदगी को जिंदगी की तरह नहीं देखा मुझे पता है लोग मतलबी है कभी विष को "शिवी,"अमृत सा नहीं देखा Hindi · कविता 1 2 492 Share आशीष गुर्जर पटेल 9 Dec 2019 · 1 min read संतुलन दिल और दिमाग को संतुलित रखिए यही जिंदगी की चाबी है । Hindi · लेख 2 431 Share आशीष गुर्जर पटेल 20 Nov 2019 · 1 min read पोस्ट थानेदार की जितनी पोस्टे भैया सरकार की, सबसे कठिन थानेदार की । ( २ ) लफड़ा झपड़ा जब बिध जबे करन रिपोर्ट थाने में जावे, पहले पैसा उते चढ़ाबे बाद में मुंशी... Hindi · गीत 3 2 523 Share आशीष गुर्जर पटेल 29 Feb 2020 · 1 min read है कुछ यादे आज भी शायद अब वो मुझे पहचान ना सके दर्द दिल का वो मेरा ,ना जान सके अल्फाज़ ऎ मोहब्बत, ना बयां कर सकूं ना रो सकू ना केह सकू मोहब्बत की... Hindi · कविता 2 1 451 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Dec 2019 · 1 min read जिम्मेदारी एक शब्द जिम्मेदारी जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से लो जो जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से ले वो मेरी जिम्मेदारी से वो जिम्मेदार है जो जिम्मेदारी को जिम्मेदारी से ना ले वो मेरी जिम्मेदारी से... Hindi · कविता 3 460 Share आशीष गुर्जर पटेल 27 Mar 2020 · 1 min read क़तील हवा बेवजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या है मौत से आंख मिलाने की ज़रूरत क्या है सबको मालूम है बाहर की हवा क़ातिल है यूँ ही क़ातिल से उलझने की... Hindi · कविता 423 Share आशीष गुर्जर पटेल 20 Nov 2019 · 1 min read घर से दूर रहने वाले विद्यार्थी को समर्पित घर जाता हूं तो मेरा ही बैग मुझे चिढ़ाता है । मेहमान हूं यह पल पल मुझे बताता है । मां कहती है, सामान बैग में डालो, हर बार तुम्हारा... Hindi · कविता 5 5 443 Share आशीष गुर्जर पटेल 17 Sep 2020 · 1 min read जख्म दर्द सीने में समा बनके पलने लगे है आंखो मैं आशु अश्क के झरने लगे है जख्म पर मरहम लगाने से क्या फायदा , क्योंकि मुझसे अपने ही आजकल जलने... Hindi · मुक्तक 1 412 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Feb 2020 · 1 min read देश भक्ति कविता भिगो कर खून में बर्दी, बो निशानी दे गए हमको मोहब्बत मुल्क से सच्चाई की कहानी दे गए हमको वो थे अमर बलिदानी , जिनके रक्त से भीगा है देश... Hindi · कविता 2 444 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read इश्क बना दुश्मन दुश्मन अब रह तु अपनी औकात में रेह के फिक्र है खुशियों की सौगात में कभी आयाना उठा कर देख लीजिएगा जिस वक़्त तू था इश्क़ मेरे साथ मे मैं... Hindi · मुक्तक 2 448 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read मुक्तक जिंदगी के सफर में बहुत अजनबी लोग मिलते हैं उनमें से जो खास होते हैं वह हमेशा साथ होते हैं । Hindi · मुक्तक 3 3 417 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता तेरे भीतर की खामोशी को, मैं पहचान जाता हूं तेरे भीतर की रवानी को, भी पहचान पाता हूं। तुझे देखते ही भर गई मेरी आंखे, तू मेरे दिल में है,... Hindi · कविता 4 2 401 Share आशीष गुर्जर पटेल 16 Jan 2020 · 1 min read "बचपन से सीख" कभी खो जाता हूं अपने बचपन की यादों में इस कदर मालूम पड़ता है सपना था वह मेरा अब नींद से जागा हूं बड़ी रुखसत के बाद । कुछ अजीब... Hindi · लेख 1 376 Share आशीष गुर्जर पटेल 16 Mar 2020 · 1 min read काफी है रुको मैं बताता हूं एक कहानी वो रात थी बड़ी सुहानी हवाओं की थी सनसनी सारी चारों ओर अंधेरा था तू जिसको छोड़कर गई वह दिल मेरा था यह तो... Hindi · लेख 1 395 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Dec 2019 · 1 min read तरु के दोहे पेड़ कहे लकड़हार से तू क्यों काटे मोए एक दिन ऎसा आएगा मे जलाऊंगा तोए ।। मत लगाओ रे मेरे भैया, मन को कछु ना होए ऎसो तो मत करो... Hindi · दोहा 1 2 376 Share आशीष गुर्जर पटेल 23 Feb 2020 · 1 min read दो शब्द एक गीत में कुछ पहले जैसा हो गया हूं बदलने कि कोशिश भी की पर अब लगता है कुछ ठहर सा गया हूं मुझे पता नहीं क्या हुआ था मुझे लगता है... Hindi · लेख 2 2 374 Share आशीष गुर्जर पटेल 7 Dec 2019 · 1 min read बारात फूल सबनम में बिखर जाते है । ज़ख्म सारे मरहम में मिल जाते है जब भी तेरी याद आती है तो, हम तेरे गम में डूब जाते है । बात... Hindi · लेख 2 390 Share आशीष गुर्जर पटेल 11 Jan 2020 · 1 min read आशु की शिवी तू दिल का कारण बनी रहे तुहि कुम कुम बनी रहे तुमहि ऒश ,जाम पिला रही तुहि लाल समुंदर बनी रहे तू हमेशा खुश रहती रहे तू झोको सा लगती... Hindi · कविता 2 370 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Dec 2019 · 1 min read हे इंसान हे इंसान.. तू इस रश का ना कर कभी पान अब खोलना पड़ेगा तुझको अपने कान अक्सर सीधे पेड़ जल्दी टूट जाते है इसकी वजह से अच्छे अच्छे रिश्ते टूट... Hindi · कविता 1 384 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Jan 2020 · 1 min read "हुनर है मुस्कुराना" कुछ पल की खुशी तो कुछ पल का गम कुछ पल है भले ही साथ हम जिंदगी इसी का नाम है ना कर कभी आंखे नम मुस्कुराने की वजह कभी... Hindi · कविता 1 341 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Dec 2019 · 1 min read रूख नहीं कर भरोसा तो चलेगा, की रहते हैं भगवान । कर भरोसा इंसान पर, कराता यही जलपान ।। पेड़ सिरा काट दिया ,पर पेड़ रहती हमेशा जान कब समझेगा नादान... Hindi · दोहा 3 2 312 Share आशीष गुर्जर पटेल 16 Apr 2020 · 1 min read चारों धाम तेरी यादों को मेरी मां मैं अपना काम लिखता हूं मेरे हृदय के हर पन्ने पर तेरा ही नाम लिखता हूं मेरे लहजे कि छेनी में गढ़े है सिपु के... Hindi · कविता 1 1 316 Share आशीष गुर्जर पटेल 6 Dec 2019 · 1 min read इश्क़ एक जाम है । राज जो कुछ भी हो इशारों में बता भी देना दिल में जो है पर्दे दिल के ,वो पर्दे हटा भी देना हमने चखा है अभी तक व्यंजनों का स्वाद... Hindi · कविता 2 292 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read कविता देखकर किसी की शख्सियत को सर झुका देना यूं तो आदत नहीं है हमारी देख कर मुस्कुरा देना भी आदत नहीं है हमारी सामने वाले को खुश करने को मुस्कुरा... Hindi · लेख 3 2 343 Share आशीष गुर्जर पटेल 4 Feb 2020 · 1 min read पुरवा की हरियाली तीज शकुन्त की चहक से ओतप्रोत पुरवा की हरियाली तीज मृण की महक से ओतप्रोत पुरवा की हरियाली तीज शस्य की हरियाली से सुरभित पुरवा की हरियाली तीज पुरवा के लोगों... Hindi · कविता 2 2 284 Share आशीष गुर्जर पटेल 4 Jan 2020 · 3 min read हिन्दू धर्म *02* *दो लिंग :* नर और नारी । *दो पक्ष :* शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। *दो पूजा :* वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त)। *दो अयन :* उत्तरायन और दक्षिणायन। *03*... Hindi · लेख 2 276 Share आशीष गुर्जर पटेल 14 Jan 2020 · 1 min read पिता वो मुझे पोधा समझकर पालना याद आता है वो खेतों मै तुम्हारा काम करना याद आता है वो कंधे पे बिठा मेला घूमना याद आता है मेरे बचपन का हर... Hindi · कविता 3 4 281 Share आशीष गुर्जर पटेल 26 Nov 2019 · 1 min read मृत्यु की खुशी आज देखा है मैंने किसी को मृत्यु की खुशी में नाचते हुए देखकर आंखों में आंसू आ गए लोग बेवजह ही बात का बतंगड़ बनाए बैठे हैं । हमेशा खुश... Hindi · कविता 4 2 281 Share आशीष गुर्जर पटेल 19 Jan 2020 · 1 min read "हौसला बुलंद" कमजोर ना बना इस तरह जिंदगी को ये जाने दिल जल्द आयेगा खुशी का पल चलो हम मुस्कुराहट से शुरुआत करते है Hindi · लेख 2 2 272 Share आशीष गुर्जर पटेल 18 Jan 2020 · 1 min read "शिवी कलश" स्याही ना देखो इस कलम सी धार की कोरे है पन्ने सारे लिखती बारीक सी सहजन तुम लेखनी ऎशे "विशाल" की कलम की तुम नोक हो तुम छत्रसाल सी जीवनी... Hindi · कविता 1 262 Share आशीष गुर्जर पटेल 25 Feb 2020 · 1 min read सायरी रुखसत हुआ था इस कदर, जुल्फ घटा हटी जैसे कुछ हुआ था इस कदर , मिटा दो लफ्ज़ अल्फ़ाज़ मोहब्बत के नहीं करनी हमें मोहहब्त इन बेवफाओं से । Hindi · लेख 1 260 Share आशीष गुर्जर पटेल 12 Dec 2019 · 1 min read लोग अजनबी घास हरी हो तो ही अच्छी लगती है बस यही बात मुझको यू खटकती है हा है मुझे प्यार तुझसे मानता हूं जिंदा तो हूं पर मेरी जान कही भटकती... Hindi · कविता 2 267 Share Page 1 Next