Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2019 · 1 min read

मां के लिए कविता

तू ठंड में सूरज सी किरण
तू भारत का है तरुण
तू है पास, तू है खास
तुझ पर है सबको विश्वास
तू गर्मी में पानी की प्यास
तुझमें ज्वाला सी है आग
तु दुश्मन को कर देगी खाक
तू बर्षा में वर्धन की आश
तू है प्राण, तू है प्रण
तू ठंड में सूरज सी किरण..
तू लड़ाई में युद्ध का रण
तू धूल में मिट्टी का कण
तू आन है, तू शान है
तुझसे ही सारा जहान है
तू धैर्य है, तू क्रोध है
तुझमें ही वेदों का बोध है
तू है हवा , तू है कला
तेरे ही आंचल में पला..
मां तेरे लिए क्या लिखूं तेरी ही लिखावट तो मै हूं ।
✍️ आशीष गुर्जर पटेल

Language: Hindi
3 Likes · 475 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
પૃથ્વી
પૃથ્વી
Otteri Selvakumar
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
Dr.Pratibha Prakash
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
हम उस महफिल में भी खामोश बैठते हैं,
हम उस महफिल में भी खामोश बैठते हैं,
शेखर सिंह
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
Rajesh Kumar Arjun
मकानों में रख लिया
मकानों में रख लिया
abhishek rajak
हम चाहते हैं
हम चाहते हैं
Basant Bhagawan Roy
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
Kshma Urmila
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
धन से कब होता जुड़ा ,खुशियों भरा स्वभाव(कुंडलिया)
धन से कब होता जुड़ा ,खुशियों भरा स्वभाव(कुंडलिया)
Ravi Prakash
मैं फक्र से कहती हू
मैं फक्र से कहती हू
Naushaba Suriya
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
हसरतें
हसरतें
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
#राम-राम जी..👏👏
#राम-राम जी..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
ये आँधियाँ हालातों की, क्या इस बार जीत पायेगी ।
ये आँधियाँ हालातों की, क्या इस बार जीत पायेगी ।
Manisha Manjari
सावन मंजूषा
सावन मंजूषा
Arti Bhadauria
उत्थान राष्ट्र का
उत्थान राष्ट्र का
Er. Sanjay Shrivastava
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
🪸 *मजलूम* 🪸
🪸 *मजलूम* 🪸
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
रावण की गर्जना व संदेश
रावण की गर्जना व संदेश
Ram Krishan Rastogi
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
सत्य कुमार प्रेमी
💐 Prodigi Love-47💐
💐 Prodigi Love-47💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
"नारियल"
Dr. Kishan tandon kranti
भ्रम
भ्रम
Shyam Sundar Subramanian
कलयुगी दोहावली
कलयुगी दोहावली
Prakash Chandra
वो शिकायत भी मुझसे करता है
वो शिकायत भी मुझसे करता है
Shweta Soni
तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं।
तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं।
शक्ति राव मणि
Loading...