guru saxena Tag: कविता 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid guru saxena 13 Apr 2024 · 1 min read राजनीति और प्यार राजनीति और प्यार वैलेंटाइन डे पर लड़के, ने अवसर पाकर अनुकूल, दिया एक लड़की के हाथों, कर इजहार कमल का फूल । लड़की बोली नहीं गुलाब यह, कमल दिया विचार... Hindi · कविता 96 Share guru saxena 18 Feb 2024 · 3 min read वीरांगना अवंती बाई वीरांगना अवंती बाई ××××÷÷××××××× 1 जब भारत के चप्पे-चप्पे, शासक बने फिरंगी थे । धरा धर्म एकता प्रेम के, नाशक बने फिरंगी थे । तब उनसे लोहा लेने को, भूतल... Hindi · कविता 104 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 2 min read परशुराम संवाद पद्धरि, पद पादाकुलक, चौपाई गोपी अरिल्ल पादाकुलक जयकरी पुनीत ,गुपाल श्रृंगार आदि। छंद। परशुराम संवाद ****************** पद्धरि छंद 16 मात्राएँ अंत में लघु गुरू लघु ×××××× भृगुवंशी हाथ कुठार देख। जलते आँखों अंगार देख।। नीचा सबने कर लीन्ह शीश। लख चाप रहे वे... Hindi · कविता 160 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 2 min read महा श्रृंगार छंद, कैकयी राम संवाद महाश्रृंगार छंद 16 मात्राएँ आदि में त्रिकल द्विकल अंत में द्विकल त्रिकल। गुरू लघु होना चाहिए। ******************* कैकेई राम संवाद ****************** तिलक की सोच रहे मह राज, अवध को बहुत... Hindi · कविता 302 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 1 min read पुरानी यादें (भाग 01) श्रंगार छंद पुरानी याद नये संदर्भ श्रृंगार छंद 16 अंत में गुरू लघु या लघु गुरू हास्य कवि प्यारे गुरू प्रसाद। सभी से न्यारे गुरू प्रसाद।। छंद नभ तारे गुरू प्रसाद। भाग... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 155 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read पदपादाकुलक 16 मात्राएँ परशुराम संवाद पदपादाकुलक 16 मात्राएँ मोटनक प्रारंभ में एक गुरू अवश्य। अंत में लघु लघु गुरू। परशुराम संवाद **************** हो टूक टूक शिव चाप पड़ा। भृगुवंशी देखें नैन गड़ा । बोले फिर... Hindi · कविता 109 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read दिवाली मनायें दिवाली मनायें दिवाली मनायें 122 122 122 122 122 122 122 122 ****************** चलो यार मिलके दिवाली मनायें। यहाँ से वहाँ से अँधेरा भगायें। कहीँ से धरा खोद मिट्टी मँगाई।... Hindi · कविता 173 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 2 min read पुरानी यादें (उत्तर) श्रृंगार छंद 16 मात्राएँ आदि में त्रिकल अंत गुरू पुरानी यादें ************* सरल सुन्दर सुकुमारी रमा ।। नई कोंपल सी प्यारी रमा ।। नेहकारी हितकारी रमा । मुझे कर देना... Hindi · कविता · हास्य 121 Share guru saxena 8 Aug 2022 · 6 min read अमर शहीद मंशाराम जसाठी(ताम्रकार), गुरु सक्सेना अमर शहीद मंशाराम जसाठी(ताम्रकार) जन्म 20नवम्बर 1913 शहादत 23अगस्त 1942. , ××××××××××××××× भारत छोड़ो आंदोलन शहीद मंशाराम अट्ठारह सौ संतावन में,हम लगातार सौ साल लड़े। आजादी पाने लुटे-पिटे। गोलियां खाईं... Hindi · कविता 2 1 439 Share guru saxena 8 Aug 2022 · 1 min read अरसात सवैया गुरू महिमा अरसात सवैया 7भगण 1 रगण गुरू महिमा ××××××××××× साँचहुँ चंचल है मन की गति, एकहि ठौर न जो थिर हो रहे। लालच लोभ सतावत काम, समेटत पाप निरन्तर ही बहे।... Hindi · कविता 250 Share guru saxena 14 Mar 2022 · 1 min read हमारा भारत ( कविता) पुनीत छंद पुनीत छंद 15 मात्राएँ अंत तगण हमारा भारत ************* अपना भारत सबकी शान। इसमें सभी गुणों की खान।। चलता सदा सत्य की राह । दुनिया भर में इसकी चाह ।।... Hindi · कविता 432 Share guru saxena 14 Mar 2022 · 1 min read गोपी एवं श्रृंगार छंद (होली) सुकून की कविता श्रृंगार गोपी मिक्चर ××××××××× श्रृंगार मित्र ने भेजा है संदेश । नहीं है मिथ्या इसमें लेश।। तुम्हारे जब रहता हूँ पास। अलग ही होता है अहसास। बड़ा... Hindi · कविता 308 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read विमोहा छंद विमोहा छंद 212 212 हार में जीत है,यार से प्रीत है जीत में हार है,प्यार का सार है जिंदगी में कभी,जानलो ये अभी। दूर होना नहीं, नेह खोना नहीं। चाहते... Hindi · कविता 474 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read तोटक तोटक 112,112, 112,112 4 सगण 12 वर्ण ललगा,ललगा,ललगा,ललगा ******************** चलते चलते कुछ तो कहिये । अब तो तुमको चलना चहिए यह धार बहाय रही सबको, इसमें खुश हो खुद भी... Hindi · कविता 210 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read शुभ गीता छंद 27 मात्राएँ शुभ गीता छंद 27 मात्राएँ 15/12 पर यति 12 12 221 2 2 21 222 12 राम सेतु निर्माण ************** मना खुशी कपिदल लगे हैं, राम की जय जय करें।... Hindi · कविता 505 Share guru saxena 19 Feb 2022 · 1 min read राधा छंद राधा छंद 13/9 यति के पहले और बाद त्रिकल ********** देना है किसको वोट, चुनो मन ही मन। अब चाह रहे हो सुखी,आपका जीवन। दिल में भी लगे न ठेस,... Hindi · कविता 218 Share guru saxena 18 Feb 2022 · 1 min read राधिका छंद तेरी याद राधिका छंद 13/9 यति आदि द्विकल,यति पहले बाद त्रिकल जरूरी। तेरी याद ******** तू छोड़ मुझे यों कहाँ, चली गई बता। गलती कहाँ कौन हुई, बोल यों न सता ।... Hindi · कविता 1 1 219 Share guru saxena 18 Feb 2022 · 1 min read राधिका छंद राधा छंद 13/9 यति के पहले और बाद त्रिकल अनिवार्य आदि में द्विकल ***************** मतदाता से ××××××÷÷×××× देना है किसको वोट, चुनो मन ही मन। अब चाह रहे हो सुखी,आपका... Hindi · कविता 2 1 1k Share guru saxena 1 Jun 2021 · 1 min read गरीबी की चिंता (कविता ) गरीबी की चिंता ********* नहीं नहीं यह देह प्रदर्शन, गलती नहीं गोरियों की । करी गरीबी ने ही हालत, खस्ता युवा छोरियों की । कोई चारा नहीं बचा है, किससे... Hindi · कविता 1 373 Share guru saxena 19 May 2021 · 1 min read राधिके आ न सकूँ मिलने गुरू जी कहिन रसखान की झलक अनुप्रास अलंकार किरीट सवैया राधिके आ न सकूँ मिलने, मन में अब कीजिये धीरज धारन। आवत जावत में प्रतिबंध, सो बंद लगो सब देश... Hindi · कविता 340 Share guru saxena 10 May 2021 · 3 min read कविता ( माँ की ममता) माँ की ममता ************ बचपन में ही माँ बाप स्वर्ग को धाए । घर पालन पोषण जिसका हुआ पराए । वह थी सुन्दर मानो महके फुलवारी। अच्छे घर ब्याही गई... Hindi · कविता 1 1 382 Share guru saxena 30 Apr 2021 · 1 min read कविता ( कोरोना मिर्ची ) सयाने की सीख ************* बिना काम के घर से बाहर, सिर्फ घूमने मत जाओ । मास्क लगाकर ढक लो चहरा, जरा नहीं गफलत लाओ । यह बीमारी कोरोना की ,... Hindi · कविता 1 2 317 Share guru saxena 23 Apr 2021 · 2 min read कोई तो जिम्मेदार है ।(कविता कोरोना) कोरोना काल है एक सवाल है ******** कोई वोट कबाड़ रहा है कोई नोट कबाड़ रहा है । किसी किसी को ये सीजन है मँहगी बेचे आक्सीजन है आँसू नहीं... Hindi · कविता 3 380 Share guru saxena 21 Apr 2021 · 1 min read कविता (विश्वास की जीत) विश्वास की जीत ********** गम उठाना होगा, साहस जुटाना होगा। हर आँख भारी है, युद्ध अभी जारी है। मौत की घटायें हैं, शोक की हवायें हैं । सबसे ही जूझना... Hindi · कविता 556 Share guru saxena 20 Apr 2021 · 1 min read कविता (कोरोना) मानव और दानव ********** जूझ रहे हैं पड़े पड़े जो , विकट कुरोना की पीड़ा । उनकी करने को सहायता, उठा लिया जिनने बीड़ा वे डाक्टर वे समाज सेवक, बचा... Hindi · कविता 1 1 452 Share guru saxena 16 Apr 2021 · 2 min read कोरोना कोरस कोरोना कोरस , ************ हम लाए लाक डाउन से तुमको निकाल के। अब अपने ही घर में रहो,खुद को संभाल के। कठिनाइयों में काटे हैं दिन एक साल के। तुमको... Hindi · कविता 1 295 Share guru saxena 10 Apr 2021 · 1 min read हनुमान रावण दरबार में सवैया हनुमान रावण दरबार में समान सवैया 32 मात्राएँ 16 -16 पर यति अंत भगण हनुमान कथन ********************** जग जननी को हर कर लाया, तू चोर कुटिल कपटी कायर । जितने... Hindi · कविता 1 1k Share guru saxena 10 Apr 2021 · 1 min read अफसोस और आशा अफसोस और आशा 16 मात्रा धुन राधेश्याम ****************** कायर नक्सलियों के हाथों, जो हुए शहीद नमन उनको । वे गये वतन की रक्षा में, हम बजा रहे मातम धुन को... Hindi · कविता 1 324 Share guru saxena 10 Apr 2021 · 2 min read कोरोना का रोना ( महाभुजंग प्रयात) आधार छंद महाभुजंग प्रयात धुन = कैलाश गौतम (अमौसा का मेला ) न आना न जाना न पाना न खोना। पड़े हैं घरों में, करें सिर्फ सोना । गया साल... Hindi · कविता 1 368 Share guru saxena 4 Apr 2021 · 1 min read कनक मंजरी छंद(करतब पालन हेतु निशाचर) कनक मंजरी छंद 23 वर्ण सवैया 4 लघु +6भगण +गुरू ***************** करतब पालन हेतु निशाचर, तीर कमान चलावत हैं । छन छन में छलसे बल से सब, जोश जुनून दिखावत... Hindi · कविता 1 1 416 Share guru saxena 4 Apr 2021 · 1 min read लवंगलता सवैया (अशोक वाटिका में हनुमान) अशोक वाटिका में हनुमान ********** लवंगलता सवैया 8जगण 1 लघु ********** धरें बजरंग हिये सियनाथ,भिड़े दिल खोल,अशोक उजारन। लगे दल को बल से दल ने रिपु भाग चले निज नाथ... Hindi · कविता 1k Share guru saxena 4 Apr 2021 · 2 min read कविता, जगदीश हरे आरती ऊँ जय जगदीश हरे । प्रभु जय जगदीश हरे ।। कोरोना में सभी कार्य क्रम, जहाँ के तहाँ धरे । करें कौनसे जाकर ,हम अपनी चर्चा । रँग गुलाल... Hindi · कविता 297 Share guru saxena 23 Mar 2021 · 2 min read होली का त्यौहार होली का त्यौहार प्यार, प्यार, प्यार छंदों की बौछार मानव 14 मात्रा 3चौकल एक गुरू ***************** तुम गईं छोड़ कर जबसे, मैं आश लगाये तबसे ।। आने की राह निहारूँ।... Hindi · कविता 1 328 Share guru saxena 23 Mar 2021 · 1 min read होली हास्य हँसगुल्ले फागुनी हवा में श्रृंगार की चाशनी हास्य के हसगुल्ले मुक्तक ***************** 1 समय नदी की तेज धार में बहना पड़ता है । जैसे समय रखे वैसे ही रहना पड़ता है... Hindi · कविता 514 Share guru saxena 26 Jan 2021 · 4 min read बाली का बाग- (विभिन्न छंदों के उदाहरण) दशरथ जटायु बाली का बाग पद पादाकुलक,पद्धरि, श्रृंगार , गोपी,चौपई या जयकरी छंद आदि । **************** 1 *पद पादाकुलक* संतो के मुख से कथा सुनी । दे शब्द भाव जिसतरह... Hindi · कविता 4 532 Share guru saxena 26 Jan 2021 · 4 min read वीरांगना गौराबाई एक गरीब विधवा की शहादत वीरांगना गौराबाई ************** सन् बयालीस का सत्याग्रह, तेईस अगस्त सितम ढाया । बंदूकें चली चीचली में, माहौल इस तरह गरमाया ।। जब मंशाराम जसाठी ने,... Hindi · कविता 2 2 757 Share guru saxena 15 Nov 2020 · 2 min read श्री चित्रगुप्त कथा दीपावली और यमद्वितीया की शुभकामनायें..... कलम का महत्व चित्रगुप्त कथा *************** कर लंका को विजय राम जी अवध पधारे । राज तिलक को जुटे नगर के वासी सारे। कहा भरत... Hindi · कविता 2 322 Share guru saxena 8 Nov 2020 · 1 min read सुग्रीव द्वारा राम वंदना सुग्रीव द्वारा राम की वंदना 8 सगण जय राम रमा,जय नाथ क्षमा, जय हो प्रभुजी जय हो जय हो जब आप सहाय हुए जिसको उसको जग में न कहीं भय... Hindi · कविता 536 Share guru saxena 29 Oct 2020 · 2 min read कविता (जन्मदिन) जन्मदिन कविता गुरुकुल से ÷ आत्म निवेदन जन्मदिन पर विशेष आजादी के साथ साथ ही हम भारत में आए। कड़वे मीठे तरह तरह के, अब तक अनुभव पाए। मात शारदा... Hindi · कविता 2 3 413 Share guru saxena 22 Oct 2020 · 1 min read सुमुखी सवैया कोरोना ÷ सुमुखी सवैया 7 जगण लघु गुरू कोरोना ********** घटा घनघोर घिरी विपदा, सब ओरन चीख पुकार मची। लगे यह रोग हवा उड़िके, अब जायँ कहाँ नहिं गैल बची।... Hindi · कविता 1 1 321 Share guru saxena 22 Oct 2020 · 1 min read सवैया सवैया होली संदेश साल के साल मे मौंंका मिला, हर हाल में होली की धूम मचालो । देख उमंग अनंग भरी, सब यारन से हँसलो मुस्कालो । साज सजाकर आज... Hindi · कविता 326 Share guru saxena 9 Jun 2018 · 1 min read संविधान भारत का संविधान घनाक्षरी छंद ,उपमा अलंकार महीने में एक बार मिलने के क्षण तेरे, सरकारी, कार्ड के राशन जैसे लगते। आते पग शपथ ग्रहण जैसे लगते हैं, जाते पग... Hindi · कविता 1 506 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read बाल कविता (हास्य) बाल दिवस पर बाल केंद्रित एक कविता बाल दिवस पर विद्यालय में, बोल रहे थे बाबूलाल। नेहरु जी के सिर के ऊपर, नहीं जमे थे किंचित बाल; उसी याद में... Hindi · कविता 1 893 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read हम और वे हरि गीतिका छंद जो तालियों की गड़गड़ाहट से ,गगन तक छा रहे। जो गाय गंगा और, गायत्री की महिमा गा रहे । जो जाति बंधन वर्ग बंधन ,राजनीति में बंधे... Hindi · कविता 1 1 556 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read कालिया मर्दन ज्योतिषी शंकर जी बनके जिनके पद का स्पर्श था पाया गौतम नारी तरी तप से प्रभु ने अपना पद शीश लगाया जो पद पाने ऋषि मुनि संत अनंत के ध्यान... Hindi · कविता 1 1k Share guru saxena 30 Aug 2017 · 1 min read हे राम साधू सन्यासी वा बाबा त्यागी तपसी तीर्थ समान दर्शन कर चरणों में लागो मिले तुरत ही पुण्य महान मान्यतायें हैं यही पुरातन हम सब माने जाते हैं पर कुछ पापी... Hindi · कविता 1 297 Share guru saxena 18 Aug 2017 · 1 min read ब्रज की रज सवैया (ब्रज की रज) ब्रज के वन बाग तड़ाग हैं धन्य जहाँ जन्मे श्रीकृष्ण कन्हाई धन्य धरा वह धन्य कदंब जहाँ मुरली घनश्याम बजाई जो जन्मे ब्रज में हुए धन्य... Hindi · कविता 725 Share guru saxena 18 Aug 2017 · 1 min read रानी अवंती बाई रानी अवंतीबाई को श्रद्धांजलि दुर्गा जैसी उतरी रण में रखा देश का पानी जीवन भर वह रही जूझती हार कभी ना मानी अठ्ठारह सौ सत्तावन की है यह बात पुरानी... Hindi · कविता 4 2 4k Share guru saxena 14 Aug 2017 · 1 min read वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् यह दिन शहीदों के बलिदान का यह दिन भारत के स्वाभिमान का यह दिन शौर्य पराक्रम का प्रतीक तिरंगे की आन बान और शान का झुकने ना देंगे... Hindi · कविता 336 Share guru saxena 14 Aug 2017 · 1 min read तिरंगा तिरंगा, सवैया छंद दे रहे लोग सलामी तुझे यह पाकर पर्व महान तिरंगा तू बतला रहा मोल आजादी का कैसे हुए बलिदान तिरंगा देख तुझे जनमानस में जगा जोश जलेश... Hindi · कविता 397 Share Page 1 Next