Dr fauzia Naseem shad Tag: शेर 1843 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr fauzia Naseem shad 11 Aug 2024 · 1 min read मुतफ़र्रिक़ अश'आर* *मुतफ़र्रिक़ अश'आर* लब पे खामोशियों के पहरे थे। मुस्कुराहट के ज़ख्म गहरे थे। कोशिशें हाथ मलती रहती हैं, खेल तक़दीर खेल जाती है। तीर लफ़्ज़ों के कर गए ज़ख़्मी, कारगर... Hindi · शेर 2 36 Share Dr fauzia Naseem shad 10 Aug 2024 · 1 min read लफ़्ज़ों में आप जो इतने तकल्लुफ की ज़रूरत नहीं कोई, लफ़्ज़ों में आप जो मजबूरियाँ लपेटो। डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 44 Share Dr fauzia Naseem shad 9 Aug 2024 · 1 min read बात निकलेगी बात निकलेगी जब ज़रूरत की , हर तमन्ना उदास कर देगी । डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 46 Share Dr fauzia Naseem shad 9 Aug 2024 · 1 min read ख़ुद को ख़ुदी के लिए ख़ुद को तन्हा करो तुम, ज़रूरी बहुत है ख़ुद को महसूस करना । डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 32 Share Dr fauzia Naseem shad 9 Aug 2024 · 1 min read जीत सकते थे नफ़रते करके क्या हुआ हासिल , आप दिल भी तो जीत सकते थे। डॉ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 53 Share Dr fauzia Naseem shad 4 Aug 2024 · 1 min read दोस्ती दोस्ती एक दिन में सिमट नहीं सकती । दोस्ती का हर दिन ही ख़ास होता है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 76 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read ख़्वाब कोई नींद तब आये मेरी आंखों को, ख़्वाब कोई अगर मुकम्मल हो। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 89 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read भीड़ दुनिया में भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है, आप हमको तलाश मत करना। डॉ० फ़ौज़िया नसीम 'शाद' Hindi · शेर 2 84 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read अज़ीयत को तो इस दिल में कहने को कुछ भी न होता, अज़ीयत को दिल की अगर हम समझते। डॉ० फ़ौज़िया नसीम 'शाद' Hindi · शेर 2 77 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read नाराज़गी मेरी बे’ वजह है क्या नाराज़गी मेरी । आप खुद से भी पूछ सकते हो । डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 57 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी में न थी कुछ कशिश तिश्नगी में न थी। ज़िन्दगी - ज़िन्दगी में न थी। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 89 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी को समझते इल्म की रौशनी का उजाला जो करते। ज़िन्दगी को समझते मुताला जो करते। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 56 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Aug 2024 · 1 min read कितनी उम्मीदें ज़िन्दगी भी परेशां हो जाएं, कितनी उम्मीदें दिल में पलती हैं। डॉ० फ़ौज़िया नसीम 'शाद' Hindi · शेर 2 67 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Aug 2024 · 1 min read वक़्त को वक़्त ज़िन्दगी का यक़ीं नहीं कुछ भी, वक़्त को वक़्त दे नहीं सकते। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 65 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Aug 2024 · 1 min read आगे बढ़ने का सबको पीछे धकेलते जाओ, आगे बढ़ने का थोड़ी मतलब है। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 72 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी अपनी सारी खुशियां तुम्हारे दम से हैं, तुमको समझा है ज़िन्दगी अपनी। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 54 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Aug 2024 · 1 min read एक लम्हा जिस पे हम ऐतबार कर पाते, एक लम्हा यक़ीन का मिलता। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 59 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Aug 2024 · 1 min read तीर लफ़्ज़ों के तीर लफ़्ज़ों के कर गए ज़ख़्मी, कारगर वैसे तेरा तीर नहीं। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 67 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Aug 2024 · 1 min read कोशिशें हाथ कोशिशें हाथ मलती रहती हैं, खेल तक़दीर खेल जाती है। डाॅ○ फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 74 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Aug 2024 · 1 min read मुस्कुराहट के ज़ख्म लब पे खामोशियों के पहरे थे। मुस्कुराहट के ज़ख्म गहरे थे। डाॅ○ फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 62 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Jul 2024 · 1 min read खबर देना कुव्वत - ए - सब्र का हुनर देना। फिर बिछड़ने की तुम खबर देना। डाॅ ○ फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 70 Share Dr fauzia Naseem shad 29 Jul 2024 · 1 min read हल कोई हल कोई जिसका कुछ नहीं मिलता ٰ, मुफ़लिसी तल्ख़ वो मसाइल है । -डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 79 Share Dr fauzia Naseem shad 28 Jul 2024 · 1 min read मेरे सवालों का मुझे हिजाब में तू बे'हिसाब रखता है। मेरे सवालों का भी क्या जवाब रखता है। डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 84 Share Dr fauzia Naseem shad 28 Jul 2024 · 1 min read भूलने की गैर मुमकिन नहीं था फिर भी मुझे, भूलने की तो कोशिशें करते। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 106 Share Dr fauzia Naseem shad 27 Jul 2024 · 1 min read हम मुकद्दर से कोशिशों की न पूछ कुछ हमसे, हम मुक़द्दर से मात खाते हैं। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 65 Share Dr fauzia Naseem shad 26 Jul 2024 · 1 min read सब के सब सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला, फिर यहां कौन किससे है कमतर । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 57 Share Dr fauzia Naseem shad 25 Jul 2024 · 1 min read ज़िंदगी का सफ़र पलक झपकते ही मंज़िल पे जा ठहरता है , ये ज़िन्दगी का सफ़र इतना मुख़्तसर क्यों है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 60 Share Dr fauzia Naseem shad 25 Jul 2024 · 1 min read आप खुद से भी ज़ीस्त को वक़्त कितना दे पाये, आप ख़ुद से भी कुछ सवाल करें। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 81 Share Dr fauzia Naseem shad 24 Jul 2024 · 1 min read अब गुज़ारा नहीं अब गुज़ारा नहीं ख़ामोशी से, हम भी अपना मिज़ाज बदलेंगे। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 72 Share Dr fauzia Naseem shad 24 Jul 2024 · 1 min read वरना बे'आब रौनक़े - ज़ीस्त है तेरे दम से, वरना बे'आब ज़िन्दगी होती। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 69 Share Dr fauzia Naseem shad 24 Jul 2024 · 1 min read अच्छा होना भी लोग हमको बुरा समझते हैं, अच्छा होना भी कितना मुश्किल है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 63 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Jul 2024 · 1 min read ज़रूरतों की भीड़ में टुकड़ों में नींद की बांहों में सो गया , ज़रूरतों की भीड़ में बचपन भी खो गया । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 94 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Jul 2024 · 1 min read बदल जाते हैं मौसम पलकों की हदो में कहां ठहर पाते हैं मौसम , पलकों के झपकते ही बदल जाते हैं मौसम । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 6 77 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Jul 2024 · 1 min read वक़्त को वक़्त ही वक़्त का इंतज़ार कर लेना, वक़्त को वक़त ही बदलता है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 111 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Jul 2024 · 1 min read ज़िंदगी का भी ज़िंदगी का भी मोल होता है, और क़ीमत चुकानी पड़ती है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 83 Share Dr fauzia Naseem shad 14 Jul 2024 · 1 min read मौत बेख़ौफ़ मौत बेख़ौफ़ कर चुकी है तो फिर, ज़िन्दगी से भी हम नहीं डरते। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 87 Share Dr fauzia Naseem shad 13 Jul 2024 · 1 min read हौसला मेरा हौसला मेरा बस रहे क़ायम, मुश्किलों से न हार मानूंगी। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 71 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jul 2024 · 1 min read हमने आवाज़ देके देखा है तुमने सुनना ही कब हमें चाहा, हमने आवाज़ देके देखा है। डॉ० फ़ौज़िया नसीम 'शाद' Hindi · शेर 3 59 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jul 2024 · 1 min read मेरे अशआर शाइरी का अगर हिसार पढ़ो। मेरे अशआर बार - बार पढ़ो। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 50 Share Dr fauzia Naseem shad 12 Jul 2024 · 1 min read ख़त्म अपना ख़ुद को महदूद करके वो आख़िर, ख़त्म अपना वजूद कर बैठा। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 63 Share Dr fauzia Naseem shad 11 Jul 2024 · 1 min read हर एहसास हर एहसास मुस्कुराता है कोई तसदीक पाकर, कहां फिर दूर जाता है कोई नज़दीक आकर। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 57 Share Dr fauzia Naseem shad 9 Jul 2024 · 1 min read हक़ीक़त में ख़वाब का सिलसिला नहीं अच्छा, तुम हक़ीक़त में हमसे मिल जाओ। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 73 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Jul 2024 · 1 min read एक सा एक सा कुछ कभी नहीं रहता , वक़्त तबदीलियां भी लाता है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 40 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2024 · 1 min read भूलना तुमको लग़ज़िशें दिल ये कर नहीं सकता, भूलना तुमको थोड़ी मुमकिन है। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 69 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2024 · 1 min read देखा है तुमने सुनना ही कब हमें चाहा, हमने आवाज़ देके देखा है। डॉ० फ़ौज़िया नसीम 'शाद' Hindi · शेर 2 72 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2024 · 1 min read कितनी बेचैनियां कितनी बेचैनियां सताती हैं, कश्मकश दिल की क्या कहे कोई। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 66 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2024 · 1 min read दिल तक रखते दिल के हर एहसास को दिल तक रखते , भला ऐसा सलीक़ा हम कहां तक रखते । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 59 Share Dr fauzia Naseem shad 6 Jul 2024 · 1 min read ख़ुद की नज़रों में अपने वजूद के एहसास को कभी खुद में मरने नहीं देना , खुद की नज़रो में कभी खुद को गिरने नहीं देना । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 48 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jul 2024 · 1 min read दिल से गुज़र के यादों की तेरी ख़ुशबू, ये साज़िशों का मौसम। दिल से गुज़र के निकले, ये बारिशों का मौसम। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 87 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Jul 2024 · 1 min read मुक्ममल हो नहीं पाईं मुकम्मल हो नहीं पाईं अधूरी सी मुलाक़ातें, बिना बरसात के बरसीं मिरी आंखों से बरसातें। डॉ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 110 Share Previous Page 2 Next