Godambari Negi Pundir Language: Hindi 186 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Godambari Negi Pundir 28 Feb 2022 · 1 min read 'मनुज घातक कोविड से' (1) कोविड से तो डर रहे,करें वैक्सीन खोज। विस्फोटक से मार रहे,चला शस्त्र हर रोज। चला शस्त्र हर रोज,प्रजा करती त्राहिमाम। शक्ति के घमंड में,सब सूने हो गए धाम। समय... Hindi · कुण्डलिया 204 Share Godambari Negi Pundir 28 Feb 2022 · 1 min read 'आखिर क्यों?' कौन सुआत्मा कौन दुरात्मा? कौन किसका किसलिए कर रहा संघार? कौन मनुज दनुज कौन? कौन किसको पहचान रहा? ये कैसा युद्ध, क्या धर्म युद्ध? या मात्र अहंकार युक्त? आखिर क्यों... Hindi · लेख 312 Share Godambari Negi Pundir 24 Feb 2022 · 1 min read 'सांझ के रूप' चला सूर्य पश्चिम में सोने, सुखद स्वप्न में खुद को खोने। सागर में फैली लाल चदरिया, उतरी उस पर सांझ गुजरिया। चल पड़ी व्योम पथ तारे बोने, चला सूर्य पश्चिम... Hindi · कविता 565 Share Godambari Negi Pundir 24 Feb 2022 · 1 min read ग़ज़ल सुना है आजकल, उनके अय्यार बहुत हैं, करने को हम पे वार, जो तैयार बहुत हैं। सुनी थी सूनी रात में, सरगोशियाँ कई, हो सका न सामना, वो बेजार बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 197 Share Godambari Negi Pundir 21 Feb 2022 · 1 min read 'संघर्ष' ये जीवन ही संघर्ष है,मान मत तू हार। बालपन से संग अपने,संकटों के तार।। एक शिशु भरने को पेट,करता रुदन खूब। भूमि में जब गढे़ गहरी, ...हरी रहती दूब।। दौड़कर... Hindi · कविता 273 Share Godambari Negi Pundir 18 Feb 2022 · 1 min read 'मर्यादा' कर कर्म हो मर्यादित, मर्यादा भंग ना कीजे। देश-धर्म रहे उन्नत, यत्न सभी ये कर लीजे।।१ रखें प्रथम देश हित, काज तब दूजा कीजे। बन मातृभूमि रक्षक, तन-मन अर्पित कर... Hindi · कविता 302 Share Godambari Negi Pundir 14 Feb 2022 · 1 min read 'ऋतुराज वसंत' निरख रूप ऋतुराज का, ठहर गए रति नैन। पीत छटा में भीज कर, बहा हृदय का चैन।। ठिठुरन देख ठिठक गई, दिनकर ने बढ़ाया ताप। ढोलक झांझ मृदंग पर, थप-थप... Hindi · दोहा 636 Share Godambari Negi Pundir 14 Feb 2022 · 1 min read 'वीर सैनिक' बीज वीरता के मैं, सदा बोता रहा... बात ये नहीं कि, मैं यहाँ सोता रहा... न कभी पीछे हटा हूँ, दुश्मनों के खौफ़ से... एक पाँव पर भी, खडा़ रहा... Hindi · कविता 1 212 Share Godambari Negi Pundir 13 Feb 2022 · 1 min read 'ठंड' आज ठंड कुछ ज्यादा है। सूर्य ने भी निकाला, अपना रथ आधा है। जमी है विचारों पर धुंध, अंधकार ने भी हम पर, निशाना अपना साधा है। चक्षु में हल्की... Hindi · मुक्तक 1 2 326 Share Godambari Negi Pundir 10 Feb 2022 · 1 min read 'लम्हे दर्द भरे' खूबसूरत लम्हें धीरे-धीरे निकल गए, समय की धार में जाने कब फिसल गए। तिनका-तिनका जोड़ा था तूफा़ं ले उड़ा, चट्टानों से अरमान बर्फ बन पिघल गए। मन जब लहूलूहान हुआ... Hindi · मुक्तक 2 3 351 Share Godambari Negi Pundir 8 Feb 2022 · 1 min read 'सन्नाटा' खामोशियाँ भी बोलती हैं, पहले वो शब्द तोलती हैं। सन्नाटा बहुत शोर करता है, हर इंसान इससे डरता है। कोई है,जो तैरता है, तस्वीरों के रूप में। परछाईं बन चलता... Hindi · मुक्तक 223 Share Godambari Negi Pundir 2 Feb 2022 · 1 min read 'सोच' दिल से कही बातें अच्छी होती हैं, जीवन में वो सबसे सच्ची होती हैं। जुबां देकर जो मुकर जाते अक्सर, सोच उनकी ज़रा कच्ची होती है। ⭐पुंडरीक✍ Hindi · मुक्तक 171 Share Godambari Negi Pundir 1 Feb 2022 · 1 min read 'मन नहीं मानता' तुम सच में भाव शून्य हो गए हो या.... मात्र नाटकीयता है जो.... ओढ़ ली है तुमने जटाजूट श्रीफल जैसी बाह्य रूप में घोर कठोरता पर भीतर से तरल मिठास... Hindi · मुक्तक 1 340 Share Godambari Negi Pundir 27 Jan 2022 · 1 min read 'शूल' फूल ही नहीं शूल भी शान रखते हैं, चुभन देते हैं पर सदा मान रखते हैं। खाकर नमक जिसका उगते पलते हैं, चुभकर उसे बता कब कहाँ छलते हैं। फितरत... Hindi · कविता 187 Share Godambari Negi Pundir 27 Jan 2022 · 1 min read 'तसव्वुर' तसव्वुर में तेरी कभी जीते रहे कभी मरते रहे, कभी हंसके कभी रोकेे आँखों में अश्क भरते रहे। हकीकत में जिन्दगी उतनी आसान कब होती है, तस्वीर आँखों में उतरी... Hindi · मुक्तक 546 Share Godambari Negi Pundir 25 Jan 2022 · 1 min read 'मन मेरा' तुम्हारी यादों की महक में, मन मेरा कहीं खो गया। जागता रहा बंद आँखों में, खुली आँखों मे सो गया। तस्वीर तेरी तसव्वर मेंं है, अक्स आँखों में है बसा।... Hindi · मुक्तक 1 2 212 Share Godambari Negi Pundir 25 Jan 2022 · 1 min read 'परिंदा' न बंदिशें न रंजिशें, बड़ी खुशहाल जिन्दगी है। जिधर चाहे उधर उड़े, चाहे जिधर उधर मुड़े। न ख़फ़ा किसी के होने की फिक्र, न किसी के बेवफ़ा होने का जिक्र।... Hindi · मुक्तक 391 Share Godambari Negi Pundir 24 Jan 2022 · 1 min read 'बेटियाँ हमारी खुशियाँ' बेटियाँ हमारी खुशियाँ..?????????? बेटियाँ बड़ी महान होती हैं, ये घर आँगन की शान होती हैं। वस्तु समझ दान क्यों करते हो? बेटी हुई माँ पर दोष धरते हो। बेटी बंटती... Hindi · कविता 1 399 Share Godambari Negi Pundir 24 Jan 2022 · 1 min read 'भारत की नारी' त्याग तपस्या और बलिदान है यही मेरी पहचान। भारत की महान संस्कृति में नारी की है अलग पहचान। जननी सम पूजी जाती है भूमि जहाँ वो है मेरा देश महान।... Hindi · कविता 1 246 Share Godambari Negi Pundir 24 Jan 2022 · 1 min read 'परवाना' रोशन शमा से जब हुई रात, परवाना इक मचलने लगा। चाहत में वो उस चमक की, उसके पास से गुज़रने लगा। गुजरने से हल्की सी हवा ने, शमा का तन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 342 Share Godambari Negi Pundir 22 Jan 2022 · 1 min read 'गीत' होंठों के तेरे मैं गीत बन जाऊँ, हृदय में बसकर प्रीत बन जाऊँ। फीके ये नजा़रे तू है जो सामने, तेरे ही पूजा के गीत गुनगुनाऊँ। हर नज़र में मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share Godambari Negi Pundir 21 Jan 2022 · 1 min read 'याद' तेरी याद के सहारे काट लेंगे जीवन का लंबा सफ़र , तेरी याद न होती तो तन्हाई ले चलती जाने किधर। शुक्रिया मेहरबानी जो किया मुझ पर तूने ये करम,... Hindi · मुक्तक 191 Share Godambari Negi Pundir 19 Jan 2022 · 1 min read 'वनिता की व्यथा' मुझको साथ तुम ले जाते, प्रिय अपने संग वनवास में। कैसे रहूँ क्योंकर मैं जिऊँ, बिन प्रियतम रनिवास में। पुण्य आता कुछ भाग मेरे, सेविका बन रहती तुम्हारी। वस्त्र राजसी... Hindi · कविता 552 Share Godambari Negi Pundir 18 Jan 2022 · 1 min read 'ग़जल' खूबसूरत लम्हें धीरे-धीरे निकल गए, समय की धार में जाने कब फिसल गए। तिनका-तिनका जोड़ा था तूफा़ं ले उड़ा, चट्टानों से अरमान बर्फ बन पिघल गए। मन जब लहूलूहान हुआ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Godambari Negi Pundir 18 Jan 2022 · 1 min read 'मन' नाव बनी है काग़ज की, चंचल मन पतवार। मांझी जग डोलता फिरे, फिर कौन लगाए पार। Hindi · मुक्तक 1 1 261 Share Godambari Negi Pundir 17 Jan 2022 · 1 min read 'आओ हम बिछड़ जाएं' 'आओ हम बिछुड़ जाएं' आओ हम बिछड़ जाएं, फिर पास कभी न आएं। कभी मिले थे हम-तुम, चलो ये भी भूल जाएं। न तो है तेरी ख़ता, न मेरा ही... Hindi · गीत 3 3 279 Share Godambari Negi Pundir 17 Jan 2022 · 1 min read 'बेवजह' मिलना तो था तुम से.. पर कैसे कहूँ... कहीं तुम ये न पूछ बैठो... किस लिए? क्या कहेंगे... हम को भी नहीं पता।। काम तो कुछ नहीं.. पर यों ही... Hindi · मुक्तक 1 1 298 Share Godambari Negi Pundir 15 Jan 2022 · 1 min read 'याद रहोगे' हमेशा याद रहोगे, यादों में, बातों से, बिन मिली मुलाकातों से। याद रहोगे हमेशा। चेहरे से, मोहरे से, एक एक शब्दों से, कानों में बिन उतरी बातों से। फिर भी... Hindi · मुक्तक 1 1 208 Share Godambari Negi Pundir 15 Jan 2022 · 1 min read 'सब वैसा ही है सिवाय तुम्हारे' सब वैसा ही है यहाँ जैसा तुम छोड़कर निकल पड़े थे। तुम्हारे कपड़े प्रैस करके रखे हैं । रोज नया अखबार तुम्हारी टेबल पर सजाते देते हैं। शाम के वक्त... Hindi · लेख 191 Share Godambari Negi Pundir 14 Jan 2022 · 1 min read 'रात' रात जानती है, उसने क्या- क्या नहीं देखा है अपनी आँखों से, कभी चाँद तारों के साथ कभी चाँदनी में तो कभी घनघोर अंधकार में। लुटती जनता मिटती आबरू, लहूलुहान... Hindi · मुक्तक 1 1 265 Share Godambari Negi Pundir 12 Jan 2022 · 1 min read 'ग़जल' गई शान है यहाँ पर ईमान तो अभी बाकी है, दिल में कुछ करने का अरमान तो अभी बाकी है। मोहब्बत में हमें बेफा़ई ही मिली है तो क्या हुआ?... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 253 Share Godambari Negi Pundir 12 Jan 2022 · 1 min read 'तुम ही तुम' जहाँ भी देखूँ तुम ही तुम हो। कहीं धूप गुनगुनी हो, कहीं बर्फ का मौसम हो। कहींमद मस्त पवन हो, कहीं वसंत का मौसम हो। कहीं चाँद की चाँदनी हो,... Hindi · मुक्तक 2 2 271 Share Godambari Negi Pundir 11 Jan 2022 · 1 min read 'मुस्कान' खिलती हैं कलियाँ भी, देख मुस्कान तुम्हारी, महकी सी लगती है फिर, घर की क्यारी-क्यारी। मेघ भी आसमान में, बिखर गया पंख पसारे, चाँद ने भी चाँदनी अपनी, तेरी मधुर... Hindi · कविता 508 Share Godambari Negi Pundir 10 Jan 2022 · 1 min read 'तुम ही तुम' जहाँ भी देखूँ तुम ही तुम हो। कहीं धूप गुनगुनी हो, कहीं बर्फ का मौसम हो। कहींमद मस्त पवन हो, कहीं वसंत का मौसम हो। कहीं चाँद की चाँदनी हो,... Hindi · कविता 2 522 Share Godambari Negi Pundir 10 Jan 2022 · 1 min read 'कुदरत' कुदरत का करिश्मा भी कमाल करता है। जिन्दगी जीने के लिए धमाल करता है।। खूबसूरती अनेकों भरकर इस दुनिया में, दिखा-दिखा इस दिल को निहाल करता है।। Hindi · मुक्तक 2 225 Share Godambari Negi Pundir 10 Jan 2022 · 1 min read 'बात बने' दोबारा कभी तुम जो मुस्कराओ तो बात बने। हमसे कभी मिलने आओ तो बात बने। अंधेरे में नहीं उजाले में मिलने आओ तो बात बने। गैर समझ कर नहीं अपना... Hindi · मुक्तक 2 295 Share Godambari Negi Pundir 8 Jan 2022 · 2 min read 'एक भूल' 'एक भूल' बात तब की है जब मैं कक्षा पाँच में थी।उन दिनों कक्षा पाँच की भी बोर्ड परीक्षा होती थी । मैं गाँव के प्राइमरी स्कूल में पढ़ती थी।... Hindi · लेख 3 5 312 Share Godambari Negi Pundir 8 Jan 2022 · 1 min read 'करुणा' 'करुणा' करुणा रोये होकरके करुणित, द्रवित हृदय से दया बरसती। घनीभूत हो उठती जब पीड़ा, मर्मस्पर्शी मरहम को है तरसती। देख विकल आकुल हो उठता, हर मानव हृदय भी अनजाना।... Hindi · कविता 4 4 401 Share Godambari Negi Pundir 5 Jan 2022 · 1 min read 'प्रतिबिंब' देखूँ जब दर्पण में चेहरा, मैं प्रतिबिंब हो जाऊँ। खुद को ही तुम मान-मानकर, मन अपना बहलाऊँ। देख तुम्हें कभी लगती लाज, कभी तड़पूँ नीर बहाऊँ। साज शृंगार करूँ तेरी... Hindi · मुक्तक 1 2 355 Share Godambari Negi Pundir 5 Jan 2022 · 1 min read 'अपनापन' 'अपनापन' कितने अर्थहीन और खोखले थे तुम्हारे वो मर्मस्पर्शी शब्द! ज्यों मात्र किसी रंगमंच के लिए थे प्रयुक्त। जो पिघला गए थे मेरे मन को, छेदित कर गए थे नयनों... Hindi · मुक्तक 3 2 543 Share Godambari Negi Pundir 1 Jan 2022 · 1 min read 'उम्मीद' तुम आओगी इक शाम बडी़ उम्मीद है.. होंगे कुछ पल तेरे नाम बडी़ उम्मीद है.. भर जाएगा खेत-खलिहान बडी़ उम्मीद है.. ख्वाहिश होगी पूरी नादान बडी़ उम्मीद है.. महकेगा अपना... Hindi · मुक्तक 2 234 Share Godambari Negi Pundir 29 Dec 2021 · 1 min read 'अपेक्षा' आप दूसरों से जितना प्रेम करते हैं, जैसा व्यवहार करते हैं, जरूरी नहीं कि उनकी ओर से भी समय आने पर आपको वैसा ही प्रेम और व्यवहार मिले इसलिए जितना... Hindi · लेख 1 717 Share Godambari Negi Pundir 29 Dec 2021 · 1 min read 'इंतजार है' ये इंतजार धुंध के छंटने का बादल के हटने का मंजिल तक पहुंचने का किसी के आने का ये इंतजार आख़िर कब खत्म होगा? आँसुओं के थमने का विचारों के... Hindi · मुक्तक 4 2 308 Share Godambari Negi Pundir 28 Dec 2021 · 1 min read 'प्यारी ऋतुएँ' 'प्यारी ऋतुएँ' प्रकृति के देखो खेल अजब हैं, इसके तो हर दृश्य ग़जब हैं। प्रत्येक ऋतु होती अलबेली, अपने में ही होती है पहेली। आए ग्रीष्म तो छाया भाए, हमने... Hindi · कविता 3 2 636 Share Godambari Negi Pundir 19 Dec 2021 · 1 min read 'बचपन' 'बचपन' चंचल निश्छल प्यारा, मेरा बचपन बिछुड़ गया। जग से चिंता रहित दुलारा, जाने किधर गया। मेरा बचपन बिछुड़ गया... हंसते रहते थे मिल जुलकर, खेला करते थे खिल-खिलकर, मित्र... Hindi · कविता 2 1 517 Share Godambari Negi Pundir 19 Dec 2021 · 1 min read 'संस्कार' 'संस्कार' मिले जिसे हो सुसंस्कार, वही करताआदर सत्कार। करो घर में सम्मान बड़ों का, छूकर पाँव करो नमस्कार। हो उम्र सयानी अगर किसी की, करना मत उसका तिरस्कार। आते हैं... Hindi · मुक्तक 2 2 414 Share Godambari Negi Pundir 11 Dec 2021 · 1 min read 'तुम्हारी याद' तुम पहचान ना सके हमें! और तुम्हारी याद ने मेरे कण-कण में अपना बसेरा बना लिया है। हम तन्हा कहाँ है? तुम्हारा हमसे फासला बना लेना कोई मायने नहीं रखता... Hindi · मुक्तक 3 1 255 Share Godambari Negi Pundir 9 Dec 2021 · 1 min read 'मृत्यु' मृत्यु सहचरी सबकी है, बेवफाई नहीं करती है। मिलने अगर वो आ जाए, लेकर साथ ही जाती है। कब आएगी कहाँ आएगी? चुनकर किसको ले जाएगी। ये भेद सदा ही... Hindi · कविता 2 4 446 Share Godambari Negi Pundir 8 Dec 2021 · 1 min read 'प्रतिदान' कोमल हृदय करने को रक्षित, धरना पड़ता है रूप कठोर नग सा भी। जीवन को जीने को सुखमय , लेना पड़ता निष्चय कठिन डग का भी तूफानों से टकराने को... Hindi · कविता 2 534 Share Godambari Negi Pundir 7 Dec 2021 · 1 min read 'खिदमत' 'खिदमत' अश्क किसी के आँखों में देखो अगर , पोंछ लेना उन्हें तुम अपना समझकर। पेट खाली कभी कोई दिख जाए तो , दो निवाले खिलाना तुम अपना समझकर। हर... Hindi · मुक्तक 1 2 325 Share Previous Page 2 Next