Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2021 · 1 min read

‘इंतजार है’

ये इंतजार
धुंध के छंटने का
बादल के हटने का
मंजिल तक पहुंचने का
किसी के आने का
ये इंतजार आख़िर
कब खत्म होगा?
आँसुओं के थमने का
विचारों के ठहरने का
दूर तक तकने का
पाँव के थकने का
यादों के रुकने का
ये इंतजार आखिर
कब खत्म होगा?

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
ज़िंदगी में बेहतर
ज़िंदगी में बेहतर
Dr fauzia Naseem shad
भीड़ के साथ
भीड़ के साथ
Paras Nath Jha
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
Sanjay ' शून्य'
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु।
Neelam Sharma
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
ना जाने क्यों ?
ना जाने क्यों ?
Ramswaroop Dinkar
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
surenderpal vaidya
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
#सम_सामयिक
#सम_सामयिक
*Author प्रणय प्रभात*
ये आँधियाँ हालातों की, क्या इस बार जीत पायेगी ।
ये आँधियाँ हालातों की, क्या इस बार जीत पायेगी ।
Manisha Manjari
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दीपक माटी-धातु का,
दीपक माटी-धातु का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
अबला नारी
अबला नारी
Buddha Prakash
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा का महत्व
शिक्षा का महत्व
Dinesh Kumar Gangwar
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बेवफा
बेवफा
RAKESH RAKESH
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सुना है सकपने सच होते हैं-कविता
सुना है सकपने सच होते हैं-कविता
Shyam Pandey
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जहाँ करुणा दया प्रेम
जहाँ करुणा दया प्रेम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
समस्या
समस्या
Neeraj Agarwal
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
Jyoti Khari
2890.*पूर्णिका*
2890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...