Dushyant Kumar 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *नया साल* नया साल है नया दौर है, नई आज शुरुआत है। नए साल पर क्या करना है, यही राज की बात है? अच्छी बातें तुम अपनाओ, जो हुआ सो भूल जाओ।... Poetry Writing Challenge · कविता 5 155 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *आस्था* अगर है तुम्हारे अंदर आस्था, तो नहीं रोक सकता तुम्हारा कोई रास्ता। बदल सकते हो चाहो तो जीवन को, अगर रखते हो इसके प्रति वास्ता।।१।। नाम है आस्था का दूसरा... Poetry Writing Challenge · कविता 5 141 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *आस्था* *आस्था* अगर है तुम्हारे अंदर आस्था, तो नहीं रोक सकता तुम्हारा कोई रास्ता। बदल सकते हो चाहो तो जीवन को, अगर रखते हो इसके प्रति वास्ता।।१।। नाम है आस्था का... Hindi · कविता 5 238 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 1 min read *जातिवाद का खण्डन* कोई बड़ा न कोई छोटा, एकता का है सब टोटा। ना हो कोई जातिवाद, मिट जाएगा सब अपवाद।।१।। क्या है आज जातिवाद, ऊंच नीच का है विवाद। सब है मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 5 237 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 2 min read क्या रखा है? वार में, मानव मानव का दुश्मन हुआ, मैं तुमको आज बताता हूं। रक्त पिचास क्यों बने हुए तुम, मैं तुमको समझाता हूं। युद्ध नहीं बुद्ध की नीति, अभी आज अपना लो तुम।... Poetry Writing Challenge · कविता 5 321 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 2 min read *हम पर अत्याचार क्यों?* खाने से ईर्ष्या, पाने से ईर्ष्या। छूने से ईर्ष्या, पीने से ईर्ष्या। मूछों से ईर्ष्या, पूछो तो ईर्ष्या। घोड़ी से ईर्ष्या, जोड़ी से ईर्ष्या। विरोध से ईर्ष्या, मोद से ईर्ष्या।... Poetry Writing Challenge · कविता 5 224 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 1 min read *कैसे हम आज़ाद हैं?* चीखों की पुकार से, दुष्टों के व्यवहार से। घर से निकले भय व्याप्त है,जीना भी दुश्वार हुआ। अस्मत लुटे सरेआम, शासन की चुप्पी नाकाम। कथनी करनी में अन्तर, राजा की... Poetry Writing Challenge · कविता 5 94 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 1 min read *बीमारी न छुपाओ* रोग हो या बीमारी इसको ना छुपाओ। छोटे से बड़ा हो जाता बाद में पछताओ। बाद में पछताओ तुम जीवन को रोकर। जीवन हमको जीना है अति खुश होकर। बन... Poetry Writing Challenge · कविता 5 249 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *पानी व्यर्थ न गंवाओ* यू ना गंवा पानी इस तरह बेकार। कर ले तू मानव पानी से प्यार। क्योंकि कोई काम का नहीं व्यर्थ पानी। उठाएगा तू इसके कारण बहुत परेशान।।१।। नलकूप हैंडपम्प समर्सिबल... Poetry Writing Challenge · कविता 5 506 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *हे!शारदे* मां शारदे ज्ञानदायिनी हंसवाहिनी। हे! शारदे तू तार दे। जिसको चाहे देती ज्ञान, तेरी महिमा है महान। जो चरण कमलों में तेरे आए, उसको ना धिक्कार दे हे! शारदे तू... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 5 301 Share Dushyant Kumar 2 Aug 2023 · 1 min read *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* पुरानी पेंशन हक है मेरा, बुढ़ापे का सहारा है। अपने भी जब साथ छोड़ दें, यही एक सहारा है। माननीय लेते कई-कई पेंशन। हमारे लिए... Hindi · कविता · गीत 5 654 Share Dushyant Kumar 11 Nov 2023 · 1 min read *ऐसी हो दिवाली* *ऐसी हो दिवाली* ऐसी न हो दिवाली, जिसमें दीप जले खाली। दीपों के साथ-साथ हृदय हो प्रफुल्लित, गरीबों की भरो थाली, ऐसी हो दिवाली।।१।। रद्द करो पटाखे, इत्यादि का प्रयोग।... Hindi · कविता 5 149 Share Dushyant Kumar 12 Nov 2023 · 1 min read *अद्वितीय गुणगान* *अद्वितीय गुणगान* तू अद्वितीय तू अनन्त अनन्य तेरी भक्ति, अंर्तयामी सबका स्वामी, इसमें ना कोई श्योक्ति। दीन दुखियों असहायों का रक्षक है तू, तू आदि है न कोई अन्त, ऐसी... Hindi · कविता · मुक्तक 5 124 Share Dushyant Kumar 13 Nov 2023 · 2 min read *शादी के पहले, शादी के बाद* *शादी के पहले, शादी के बाद* एक कॉलेज में पढ़ते थे, एक लड़का एक लड़की। आंखें हुई चार दोनों की, बात इस तरह भड़की। धीरे-धीरे एक दूसरे को, लगे दोनों... Hindi · कविता · मुक्तक 5 128 Share Dushyant Kumar 7 Dec 2023 · 1 min read *सेब का बंटवारा* *सेब का बंटवारा* मामा लाये एक सेब, खाली हो गई उनकी जेब। दीदी के बच्चे थे चार, सेब देखकर करें विचार।।१।। घर में हम हैं चार भाई, मामा को क्यों... Hindi · बाल कविता 5 132 Share Dushyant Kumar 24 Dec 2023 · 1 min read *मेरे मम्मी पापा* *मेरे मम्मी पापा* मम्मी पापा प्यारे- प्यारे, हम उनके आंखों के तारे। सुख-दुख में वे साथ हमारे, चीज खिलौने लाते सारे।। हर बात पर ध्यान देते, दुख हमारे सब हर... Hindi · बाल कविता 5 142 Share Dushyant Kumar 29 Dec 2023 · 1 min read *रंगीला रे रंगीला (Song)* *रंगीला रे रंगीला (Song)* रंगीला रे रंगीला-२, कैरेक्टर है ढीला-२। दबंगाई का आदी हूं, डर नहीं किसी बात का। खतरों का खिलाड़ी हूं, मालिक हूं जज्बात का। पहचान मेरी है... Hindi · गीत 5 101 Share Dushyant Kumar 29 Dec 2023 · 1 min read *रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई, *रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई, फिर क्यों इन्सा बना कसाई। रिश्ते नाते सारे भूला, मद मस्ती में ऐसे झूला, करता घातक वार, रे इन्सा क्यों करता... Hindi · गीत 5 103 Share Dushyant Kumar 19 Mar 2024 · 1 min read अद्वितीय गुणगान तू अद्वितीय तू अनन्त अनन्य तेरी भक्ति, अंर्तयामी सबका स्वामी, इसमें ना कोई श्योक्ति। दीन दुखियों असहायों का रक्षक है तू, तू आदि है न कोई अन्त, ऐसी तेरी शक्ति।।१।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · मुक्तक 5 44 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read "स्कूल चलो अभियान" "स्कूल चलो अभियान" स्कूल चलो अभियान आया, स्कूल चलो अभियान। एडमिशन स्कूल में कराना, खुद सीखो दूसरों को सिखाना। नई नई सीख नई नई बातें, स्कूल में ही सीख पाते।... Poetry Writing Challenge · कविता 4 126 Share Dushyant Kumar 31 Dec 2023 · 1 min read *चाटुकार* *चाटुकार* साहब की हां में हां मिलाते, चरण पड़े आगे गिड़गिड़ाते, झूठ को ही सच बतलाते, मीठी झूठी बातें बनाते, खुद जय बोलें और बुलवाते, समय से करते हैं निज... Hindi · कविता · मुक्तक 2 2 152 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 3 min read *गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)* आजादी तो हक है मेरा, बेगुनाह को फांसा क्यों? रोम रोम में कपट तुम्हारे, देते क्यों दिलासा यूं? चोर उचक्के और लुटेरे, चारों ओर मिल जाएंगे। दया ईमान व सच्चे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 2 50 Share Dushyant Kumar 27 Jan 2024 · 1 min read *भ्रष्टाचार* आज है भ्रष्टाचार का युग हुआ, चारों ओर है भ्रष्टाचार। कोई क्षेत्र नहीं बचा है, राजनीति हो या व्यापार। राजनीति हो या व्यापार, इससे कोई बच नहीं पाया। भ्रष्टाचार के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 2 75 Share Dushyant Kumar 14 Jan 2024 · 4 min read *वकीलों की वकीलगिरी* रेप मर्डर चार सौ बीस, जब तक दो इनको फीस। बातें इनकी हवा- हवाई, करते क्या है सुन लो भाई। जमानत तुम्हारी सौ प्रतिशत, बाहर से बाहर होगी। चाहें केस... Hindi · कविता · मुक्तक 1 105 Share Dushyant Kumar 15 Jan 2024 · 1 min read * तुगलकी फरमान* सोच रहा हूं बैठकर, कौन बनाता है यह, अजीबो गरीब तुगलकी फरमान? जिसमें न सहूलियत आम जनता की, न चिंता, न दुःख दर्द का एहसास, न जमीन से जुड़ी हकीकत,... Hindi · कविता · मुक्तक 1 92 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 2 min read *मैं वर्तमान की नारी हूं।* मैं जन्म से पहले भी सताई, जन्म लिया इस जग में आई। सिलवटें देखीं माथे पर, सुने ताने फिर भी हर्षाई। शोषण अत्याचार कष्ट भी झेला, भेदभाव का मिला झमेला।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 55 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *हमारा संविधान* डॉ.अम्बेडकर शत-शत नमन, दिया अमूल्य संविधान। मेरे लिए भी है यह, पवित्र ग्रंथ महान।।१।। संविधान है हम हैं, कर लो इसका पान। यह तुम्हें बचाएगा, कठिन घड़ी में आन।।२।। दुनिया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · दोहा · मुक्तक 1 45 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *चाटुकार* साहब की हां में हां मिलाते, चरण पड़े आगे गिड़गिड़ाते, झूठ को ही सच बतलाते, मीठी झूठी बातें बनाते, खुद जय बोलें और बुलवाते, समय से करते हैं निज स्वामी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 72 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई, फिर क्यों इन्सा बना कसाई। रिश्ते नाते सारे भूला, मद मस्ती में ऐसे झूला, करता घातक वार, रे इन्सा क्यों करता था तकरार।।१।। लूट बुराई रिश्वतखोरी,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · मुक्तक 1 66 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 2 min read *लव इज लाईफ* माना कि हम रात को, एक बंद कमरे में होते। सब सोते, हम उसकी यादों में खोते। काश उस कमरे में, अंधेरा हो जाता। मैं उसे पहचानने में, भूल कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 42 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *शादी के पहले, शादी के बाद* एक कॉलेज में पढ़ते थे, एक लड़का एक लड़की। आंखें हुई चार दोनों की, बात इस तरह भड़की। धीरे-धीरे एक दूसरे को, लगे दोनों चाहने। लड़का बोला चिंता न कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 35 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 4 min read *वकीलों की वकीलगिरी* रेप मर्डर चार सौ बीस, जब तक दो इनको फीस। बातें इनकी हवा- हवाई, करते क्या है सुन लो भाई। जमानत तुम्हारी सौ प्रतिशत, बाहर से बाहर होगी। चाहें केस... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 83 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read * तुगलकी फरमान* सोच रहा हूं बैठकर, कौन बनाता है यह, अजीबो गरीब तुगलकी फरमान? जिसमें न सहूलियत आम जनता की, न चिंता दुःख दर्द का एहसास, न जमीन से जुड़ी हकीकत, न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 62 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* पुरानी पेंशन हक है मेरा, बुढ़ापे का सहारा है। अपने भी जब साथ छोड़ दें, यही है एक सहारा है। माननीय लेते कई-कई पेंशन। हमारे लिए क्यों नहीं है पेंशन।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · मुक्तक 1 72 Share Dushyant Kumar 24 Jan 2024 · 1 min read *देश का दर्द (मणिपुर से आहत)* आंखें सबकी मिची हुई हैं, चारों ओर अंधेरा है। अस्मत इज्जत तार-तार हुई, ऐसा नया सवेरा है। देश में कितनी घटनाएं ऐसी, संख्या गिनना भारी है। न्याय में देरी सजा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 66 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *ऐसी हो दिवाली* ऐसी न हो दिवाली, जिसमें दीप जले खाली। दीपों के साथ-साथ हृदय हो प्रफुल्लित, गरीबों की भरो थाली, ऐसी हो दिवाली।।१।। रद्द करो पटाखे, इत्यादि का प्रयोग। घर-घर कर लो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 51 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *वोट की ताकत* पापा माता सुन लो भाई, वोट बनवाओ जाकर ताई। किसान बाबू और हलवाई, सरकार बनेगी वोट से भाई।।१।। हो गई उम्र अट्ठारह अब, वोट हमें बनवाना है। वोट की ताकत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 55 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *आदर्शता का पाठ* प्रातः उठो, शौच करो व्यायाम। थोड़ा लो फिर आराम। बुरा न हो पकड़ो कान। मात पिता का कहना मानो, शिष्टाचार की भाषा जानों। अच्छे बुरे को तुम पहचानो। गुरु का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 58 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *क्या आपको पता है?* टपकता है छप्पर, आशियाना भी टूटा है। जाड़े गर्मी में रहते नंगे पैर, जूता भी टूटा है। अरे इन टूटे आशियानों की तुलना हमसे मत करिए, अरे! साहब खुद को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 43 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 1 min read *इन्हें भी याद करो* भुला दिया क्यों आज तुमने, ऐसे वीर शहीदों को। सींचकर अपने लहू से, जन्म दिया हम बीजों को। भीमराव चंद्र बोस भगत की, भूल गए क्यों आंधी को। क्यों आज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 52 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *कौन है इसका जिम्मेदार?(जेल से)* व्यवस्था पर सवाल उठाता, सब जन को यह बात बताता। ध्यान लगाकर पढ़ना सुनाना, झूठ सच्चाई की तुलना करना। इसमें कितनी है सच्चाई, जवाब दो क्यों मौन हो भाई? कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 35 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *मानव शरीर* कोशिका ऊतक अंग, अंगतंत्र और अस्थि से बना शरीर। सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ है, यह मानव शरीर। 639 पेशियां इसमें, 206 हैं अस्थियां। 12 जोड़ी होती हैं, मानव शरीर में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 67 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *हम किसी से कम नहीं* हम किसी से कम नहीं, जवाब देना जानते हैं। दिल की गहराइयों को, हम समझना जानते हैं। आप ठहरे फिरंगी, तुम क्या जानो हमारी। तकदीरों की लकीरों को हम बदलना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 53 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 1 min read *बेटी की विदाई* एक तरफ नजारा खुशियों का, रंग बिरंगे फूल मालाएं गलीचे, रंगभूमि आतिशबाजी का शोर, कहीं बाजे डीजे की झंकार। कहीं पायलों की छम छम,कही रंगों की बहार। चारों ओर खुशी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 74 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 2 min read *यातायात के नियम* यातायात नियम बताता, हाथ जोड़कर तुम्हें समझाता। ये बात लो मेरी मान, यातायात पर दो सब ध्यान। करो यातायात नियम का पालन, मेरी बात लो मान। जीवन मूल्यवान है, हर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 109 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 5 min read वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से) वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। प्रेरणा है वो, मुझे प्रेरणा देकर जाती है। वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। उसका गोल चांद सा चेहरा, मासूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 72 Share Dushyant Kumar 5 Feb 2024 · 1 min read *हुस्न से विदाई* बाइक थी उसकी शौक सवारी, घूमने की थी फुल तैयारी। करतूतें थी उसकी न्यारी, यात्राएं लगती थी उसे प्यारी। ना पढ़ाई की थी तैयारी, भाड़ में जाए दुनियादारी। भीड़ खचाखच... Hindi · कविता · मुक्तक 1 54 Share Dushyant Kumar 15 Feb 2024 · 1 min read *पेड़* लगाओ पेड़ ना कटे माटी, पेड़ हमारे जीवन साथी। पेड़ों की है माया न्यारी, फर्नीचर मिले छाया भारी।। रोगों को ये दूर भगायें, घर आंगन में इन्हें उगायें। सुन्दर वातावरण... Hindi · बाल कविता 1 86 Share Dushyant Kumar 16 Feb 2024 · 1 min read *घर* प्यारे प्यारे होते घर, न्यारे न्यारे होते घर। मिलकर रहते सब अपने, यहां साकार होते सपने।। खिलाता पिलाता आराम दिलाता, हमारे स्वागत में बिछ जाता। ईंटों का यह नहीं है... Hindi · बाल कविता 1 69 Share Dushyant Kumar 20 Feb 2024 · 1 min read *पलटूराम* यह बात हो गई है आम, पलट रहे हैं पलटूराम। अपना सिक्का खुद ही खोटा, बेपेंदी के बने हैं लोटा। अपनों से विमुख होकर, गैरों के पियें चरण धोकर। पहले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक 1 56 Share Previous Page 2 Next