DeePak Patel 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DeePak Patel 31 Jul 2021 · 1 min read हाथ थाम रखा है क्या ? आज कल चाँद बड़े ग़ुरूर में है, सुनो आज कल तुम छत पर नही जा रहे क्या ? हर तरफ धूप बस मेरे रास्ते मे ही छांव है, सुनो तुमने... Hindi · कविता 2 1 447 Share DeePak Patel 10 Feb 2021 · 1 min read मैंने पढ़ा वर्षों तुझे। मैंने पढ़ा वर्षों तुझे, तू भी मुझें कुछ देर पढ़, आ मेरे नज़दीक आ, मेरे जज्बातों के गीत पढ़, ताख पर रख दे सब, सौ किताबें प्यार की, आ मेरे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 52 627 Share DeePak Patel 31 Jan 2021 · 1 min read जिस्म ! जिस्म ! छूना तेरे जिस्म को, हरगिज़ मेरी चाहत नहीं, रूह तक अगर उतर ना पाऊ, तो मेरे दिल को फिर राहत नहीं, आँखों को बंद कर भी, तेरा दिदार... Hindi · कविता 3 4 351 Share DeePak Patel 30 Jan 2021 · 1 min read किसान! किसान ! कल अगर इतने ही फायदेमंद थे, सरकारी क़ायदे तेरी ख़ातिर, तो क्यों रात को बिन सोए,तुम कतार में लग जाते थे, खाद-बीज नही ना मिले पर,प्रशासन के डंडे... Hindi · मुक्तक 3 4 581 Share DeePak Patel 18 Jan 2021 · 1 min read मोहब्बत उसे भी है हमसे ! मोहब्बत उसे भी है हमसे, ये ख़ुद को बता रहे है हम, हर दिन एक झूठा यक़ीन, खुद को दिला रहे है हम, मोहब्बत उसे भी है, ये ख़ुद को... Hindi · कविता 5 5 404 Share DeePak Patel 10 Jan 2021 · 1 min read मेरी जिंदगी। मेरी राह भी तू,मेरी मंज़िल भी, मेरी मुस्कान भी तू मेरी खामोशी भी तू, मेरी दुआ भी तू,मेरा ख़ुदा भी तू, ख्वाईश भी तू,मेरा तकल्लुफ भी तू, मेरा जिस्म भी... Hindi · मुक्तक 3 2 327 Share DeePak Patel 1 Jan 2021 · 1 min read ये हवाएं ये फ़िज़ाये । ये हवाएं ये फ़िज़ाये, जो तुझें छू कर मस्त मगन हो जाती है । मुझसे टकरा कर ये, तेरे होने का एहसास दिलाती है, तन्हा होकर भी हम अकेले नही... Hindi · कविता 2 7 432 Share DeePak Patel 31 Dec 2020 · 1 min read नव वर्ष । Resolution! हारूँगा नए साल में भी कुछ ना कुछ, पर हार कर जंग बीच मे ही छोड़ दूं, ये मुमकिन नही, जीत कर साबित नही करना इस दुनियां को, की मैं... Hindi · कविता 1 4 558 Share DeePak Patel 29 Dec 2020 · 1 min read मैं तुम्हें अब भूलना चाहता हूँ। अब तो इजाजत दे दो इस दिल को, मैं तुम्हें अब भूलना चाहता हूँ, तुम्हारे गलतियों पर अब, तुमसे रूठना चाहता हूँ, अब तो इजाजत दे दो इस दिल, मैं... Hindi · कविता 4 7 553 Share DeePak Patel 23 Dec 2020 · 1 min read उसका हाथ थाम लो। जब तुम्हारा दिल टूटा हो, किसी का साथ छूटा हो, जब तुम मायूस हो, जब तुम्हे हर बात, Irritate करती हो, जब तुम्हे दुनियां में अपने भी बेगाने लगने लगते... Hindi · मुक्तक 1 368 Share DeePak Patel 22 Dec 2020 · 1 min read अभी मरा नही हूँ मैं! सुनो मेरी जान,मरा नही हूँ मैं, साँसे चल रही है मेरी, जिस्म में अभी जान बाक़ी है, तुम बिन जीने से बस मेरी रूह ही तो मरी हैं, पर सुनो... Hindi · मुक्तक 3 6 278 Share DeePak Patel 22 Dec 2020 · 1 min read दिदार। तुझसे बस एक मुलाकात चाहता है दिल, तुझसे चंद लम्हे खास चाहता है दिल, तुझें इश्क हमसे हो या ना हो, बस एक बार तेरा दिदार चाहता है ये दिल।।... Hindi · शेर 2 280 Share DeePak Patel 22 Dec 2020 · 1 min read मेरे क़त्ल का इल्ज़ाम। मेरे क़त्ल का इल्ज़ाम उन पर है, जो कभी हमारी जिंदगी हुआ करते थे, कल वो मेरे दिल मे हुआ करते थे, आज रक़ीब की बाहों में हुआ करते है।... Hindi · शेर 3 2 317 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 1 min read बेवफ़ा। तुझें बेवफ़ा कह हम अपनी वफ़ा से सवाल क्यों करे, इश्क़ एकतरफ़ा था हमारा, तो मुक्कमिल हम ही करेंगे ।। दीपक 'पटेल' Hindi · शेर 2 391 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 1 min read दिल मे दस्तक़। तेरे दीदार से सज़दा करना चाहता है ये दिल, मेरे महबूब कभी मुलाकात का मौक़ा तो दे, तेरे राहों में गुलाब की पंखुड़ियां बिखेर दु, एक दफ़ा मेरी जान, दिल... Hindi · शेर 1 510 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 2 min read तुम क्या,कौन हो मेरे लिए ? दुआ है रब से की तुम्हारी जिन्दगी कुछ यूँ बन जाए, की तुम्हारे चाहने से ही तुम्हे हर खुशी मिल जाए| इसके साथ ही मेरा रब मुझपर भी कुछ यूँ... Hindi · कविता 2 627 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 2 min read देखते ही उनको ,सोचा ठहर जाऊँ! ज़िन्दगी की दौड़ में हर पल दौड़ते,कही ठहर जाने की वजह तलाश करते एक दिल की कहानी। देखते ही उनको सोचा ठहर जाऊँ,कह दूँ उनको अपने दिल के हाल,उनमे ही... Hindi · कविता 1 544 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 2 min read तू मेरे आज को मेरी असलियत मत समझना।। सुन ले ये दुनियां तू मेरे आज को मेरी असलियत मत समझना, माना की आज मेरे पास मेरी मंजिल नहीं है,पर इस भ्रम में तू मुझे नाक़ाबिल मत समझना, मैं... Hindi · कविता 2 4 391 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 3 min read माँ।। क्या लिखूँ मैं आपके लिए। माँ।। क्या लिखूँ मैं आपके लिए। यूँ तो दुनिया की कोई क़लम या शायर तेरे कारनामों को कागजों में समेत ना सका, पर चलो एक नाकाम कोशिश मैं भी करता... Hindi · कविता 3 4 235 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 5 min read मैं ख़ुद को ख़ुद की मोहब्बत से ही जुदा कर लाया।। बात उन दिनों की है,जब हम ख़ुद से थोड़े अनजाने थे,देखा था रब हमने पहली ही नज़र में बने हम उसके दीवाने थे। कशमकश थी कैसे कहे अपने दिल के... Hindi · कहानी 1 550 Share DeePak Patel 21 Dec 2020 · 1 min read इश्क-ए-सुकून ! तुझें जाने से नही रोकूँगा, पर इतना जान ले तू माना कल तुझें जो इश्क़ करेगा, बेहिसाब करेगा, तेरा नूर ही कुछ ऐसा है, पर मेरा यक़ीन कर, उसके बेहिसाब... Hindi · शेर 1 2 357 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read जरा पूछना उससे ! मुझें यूँ बेकस छोड़,रंगीन कर रही हो, मेरी जान,तुम रक़ीब की राते , जरा पूछना उससे, क्या उसे भी इश्क़ है तुम्हारी रूह से, जैसे मैं करता हूं, या बस... Hindi · कविता 3 4 288 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read ग़ुनाह दिल का। ग़ुनाह बस इतना दिल का, हम तेरे इंकार को, तेरा इज़हार समझ बैठे, मेरे संग तेरी मुस्कुराहट को, तेरा इकरार समझ बैठें, तूने कहा अच्छा लगता है, तुझें मेरे संग... Hindi · कविता 2 492 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read दिल के ज़ख्म। हर जख्म दिया जमाने ने, तब सहारा दिया तेरे मुस्कुराने ने, प्यार करने वालो की आँखों मे, अश्कों का जलजला दिया बेगानों ने, सोचता हूँ हम यूँ तब मिले है... Hindi · कविता 1 298 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read फ़ितरत। एक बार बताया भी नही, उसने छोड़कर जाने से पहले, इश्क़ कर औऱ फिर दग़ा करना, शायद उसकी फ़ितरत थी । दीपक 'पटेल' Hindi · शेर 1 354 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read लफ्ज़ । जिसे बस तुम दो लफ़्ज समझते हो, मेरे जज्बातों का दरिया है वो, मेरी अधूरी मोहब्बत को बयाँ करने का, एक मात्र जरिया है वो। दीपक 'पटेल' Hindi · शेर 1 342 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read हे पिता,आप बेमिसाल हो ! आप शान हो सम्मान हो, मेरा स्वाभिमान हो, इस धरा पर मेरे वजूद का, आप ही कर्णधार हो, आप गुरु ,ज्ञान हो, मेरे संरक्षण के पहरेदार हो, मेरे बचपन के... Hindi · कविता 6 4 456 Share DeePak Patel 20 Dec 2020 · 1 min read माँ ! तुझसे बस यहीं कहना चाहता हूँ। एक बार फिर वो बचपन जीना चाहता हूँ, तेरी गोद मे फिर खेलना चाहता हूँ, तेरी लोरिया सुन सुकून से सोना चाहता हूँ, तेरे बुलाते ही सब छोड़, तेरे पास... Hindi · कविता 2 2 421 Share