अग्यार 159 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अग्यार 17 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल/तेरी तलब है कई आरजुओं की तरहा हवाएँ कंघी करती हैं मेरे बालों में तेरे बाजुओं की तरहा तेरी तलब इक आरज़ू है मेरी कई आरजुओं की तरहा महबूबा मुझे तेरी तस्वीर की ज़रूरत ही नहीं पड़ती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 884 Share अग्यार 12 Sep 2018 · 1 min read नज़्म/"ऐ ज़िन्दगी से मौत तक के मुसाफ़िर,तेरा ख़ुदा कौन है आख़िर?" ये छायादार फलों से लदें दरख़्त ये झूमती फसलों में कंघी करती थके हर लम्हें हर फ़लसफ़े से खेलती ये चारों दिशाओं की हवाएँ मेरा ख़ुदा है ऐ ज़िन्दगी से... Hindi · कविता 527 Share अग्यार 15 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल/हाय ! तन्हाई हाय ! वक़्त बे वक़्त ज़ुबाँ से तरानें निकले हैं कभी फुरक़त कभी उल्फ़त के बहाने निकले हैं भर आयी फ़िर ये आँखें ,चाँद को देखकर कह रही सिसक सिसककर ,वो बेगाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 526 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read आईना ज़रा ज़रा सी बात पर कीचड़ उछालने वालों चाँद में दाग ढूढ़ने वालों, आईना देखों आईना.... __अजय "अग्यार Hindi · तेवरी 1 453 Share अग्यार 12 Sep 2018 · 1 min read "बारात देहाती-मस्त बाराती" चन्द दिनों पहले की है बात इक़ शादी थी कहीं यूँ तो साज़ सज्ज़ा थी फ़िर भी बर्बादी थी कहीं शोरगुल माहौल में ख़ूब ढोल-नगाड़े बज रहे थे दुल्हा-दुल्हन से... Hindi · कविता 452 Share अग्यार 15 Aug 2018 · 1 min read "मशाल जलती रहे"---देशभक्ति ग़ज़ल हर दिल अजीज़ में इक़ इंकलाबी विसाल चलती रहे हों जाए दफ़न चाहें आवाज़ें, मग़र मशाल जलती रहे ये मातृभूमि है रंग-बिरंगी, सभी क़ौमों ने सींचा है इसे जो पहले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 443 Share अग्यार 13 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल/कुछ पाखंडी लोग,लोगों की जाति पूछते हैं हर आदमी है दिया फ़िर भी बाती पूछतें हैं कुछ पाखंडी लोग,लोगों की जाति पूछते हैं आसमां ज़मीं की नहीं पूछता,हवा पानी की पर ये ढोंगी ज़ुबाँ से काटकर ,दराँती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share अग्यार 13 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ना पूछिए हम तुम्हारें कौन हैं ना पूछिए ना पूछिए इश्क़ में हम तुम्हारे कौन हैं ना कीजिए ना कीजिए शरारे हम तुम्हारें कौन हैं हम तो आए तुम्हारे भरोसे बरसों की प्यास बनकर बस कीजिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 498 Share अग्यार 3 Nov 2018 · 1 min read शेर/जज़्बात आज मैंने तुम्हें मेरे शहर में ठंडी हवा सा बहते हुए देखा अगर वो तुम नहीं थीं मेहरबाँ तो वल्लाह कोई तुम सी थी.. ~अजय "अग्यार Hindi · मुक्तक 456 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read "वाबस्ता" ये वक़्त गुज़र जाए सनम तेरी बाहों में वाबस्ता बस तू ही तू नज़र आए, मेरी निगाहों में वाबस्ता तलब तलब तेरी तलब मैं दुआं में करूँ तेरी तलब मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 463 Share अग्यार 1 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल/बेवज़ह फ़र्क पाल रक्खा है हर इक़ ने कोई ना कोई मर्ज़ पाल रक्खा है अन्दर ही अन्दर कोई खुदगर्ज़ पाल रक्खा है वफ़ाए, इल्तिज़ाए तो कहने की बातें हैं सब हर इक़ ने अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 459 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read "मेरे वतन" ये नीर सुनहरी सी माटी ये भोर सुहाने से मौसम ये सोंधी सोंधी सी वादी ये चँचल चँचल मस्त पवन कोस कोस यहाँ बदले पानी कोस कोस यहाँ बदले वानी... Hindi · कविता 450 Share अग्यार 26 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ख़ुदाया सबकी बात करता है। बिन बादल सहरा में भी बरसात करता है कोई तो है जो रात को दिन,दिन को रात करता है उसके इशारे पे क्या नहीं हो सकता यारों वो ख़ुदा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 462 Share अग्यार 13 Aug 2018 · 1 min read "शहर अनजाना" बड़ा दिलकश बड़ा रंगीन है, ये शहर मग़र अनजाना ना इसमें बचपन है ना वो अपना घर, शहर अनजाना ना वो पूनम का चाँद है,ना सुबहा की किरणें यहाँ पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 412 Share अग्यार 13 Aug 2018 · 1 min read "मैं दिल्लगी करता हूँ" तेरे इश्क़ में हुआ मदहोश बहुत, मैं दिल्लगी करता हूँ मुझें तुझपर यकीं है मेरे सनम मैं तुझपे यकीं करता हूँ होता हूँ तन्हा आशियाने में जब कभी कभी वीराने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 448 Share अग्यार 8 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल /मेरी शरारत समझ लेना तेरे सज़दे में मेरे हर अल्फ़ाज़ को, तेरी सिफ़त समझ लेना जब कोई ठंडी हवा का झोंका तुझे छू जाए, उसे मेरा ख़त समझ लेना हो जाऊँ ग़र नाराज़ भी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 418 Share अग्यार 25 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/जीने की वजहा मिल जाए इक दिन मुझें भी जीने की वजहा मिल जाए जो तेरे दिल में थोड़ी सी भी जगहा मिल जाए ये क़दम बेचैन हैं बड़े तेरे पहलू में आ जाने को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 425 Share अग्यार 26 Aug 2018 · 1 min read ये ज़िन्दगी आँखों में हैं नींदें मग़र पलकों पर हैं ख़्वाब कम्बख़्त सोना भी चाहें ग़र सोया ना जाए ये कैसा चला हम पर ज़िन्दगी का रुआब कम्बख़्त रोना भी चाहें ग़र... Hindi · मुक्तक 420 Share अग्यार 1 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ अपनी ज़िन्दगी से मिलते हैं कभी हिरनी से मिलते हैं तो कभी शेरनी से मिलते हैं अब तो रोज़ रोज़ गुफ़्तगू में हम अपनी ज़िन्दगी से मिलते हैं हमारा ग़ुस्सा तो कब का पिघल गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 408 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read मेरी शान हिंदुस्तान हर साँस पे इक़ नाम हो इक़ नाम हो बस नाम तेरा मेरा मज़हब तू पहचान तू मेरा एहतराम तू ईमान मेरा मेरी जान मेरी शान मेरी आन हिंदुस्तान हिंदुस्तान... Hindi · गीत 391 Share अग्यार 14 Sep 2018 · 2 min read नज़्म/ख़ुदी में खोया रहता है ख़ुदी में खोया रहता है वो अपनी अपनी कहता है यूँ तो इक़ चट्टान सा है वो मग़र पहाड़ो से कभी मिला नहीं भूल गया उससे भी कई बड़े हैं... Hindi · कविता 1 400 Share अग्यार 13 Aug 2018 · 1 min read "हमारी कहानी दरमियाँ" सवालों जवाबों सी हो गई है हमारी कहानी दरमियाँ गुमसुम से सवाल चुपचाप से जवाब रवानी दरमियाँ जैसे बादलों से फ़िज़ा कुछ कहना चाहती हो कभी लफ्ज़ फ़िर भी तरसते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 427 Share अग्यार 18 Aug 2018 · 1 min read "मैं ख़ुद की बनी राह पर चलना चाहता हूँ"- कविता चाहें राह काँटों से भरी हो या अंगारों से चाहें सामना बीहड़ से हो या मझधारों से चाहें निबाह ग़ुरबत में हो या गुल्ज़ारों में चाहें पनाह शिद्दत में मिले... Hindi · कविता 399 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read तुम बग़ैर हमें बेचैन करके यूँ ,तुम्हें चैन अग़र आ जाए शब-ए-फुरक़त में भी हमें चाँद नज़र आ जाए ये उदासियों से लिपटा चेहरा क्या चाहता है तुम ख्यालों में ही आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share अग्यार 22 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ख़लल अगर नहीं पड़ता हम बेपनाह मोहब्बत करते हैं तुझे ,असर नहीं पड़ता ये हमारा मुक़द्दर है जो तेरे रस्ते में हमारा घर नहीं पड़ता हमारे बस में कहाँ है कि हम कहीं भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 390 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read इंसानी वज़ूद ये पवन ये जमीं ये खुला आसमां ये पानी की बूंदें ये सूरज की किरणें ये तारों का जहाँ ये चन्दा की चमक ये सुबह दुपहर साँझ ये रात औऱ... Hindi · कविता 391 Share अग्यार 17 Sep 2018 · 1 min read नज़्म/ बातें तुम्हारी यादें हमारी जब तारें टिमटिमाते हैं अँधेरी रातों में ..................तब इत्तेफ़ाक़ से कभी कभी मेरी नज़र चली जाती है हाँ तुम्हारी याद हैं मेहमाँ वक़्त बे वक़्त आ जाती हैं भर आती... Hindi · कविता 388 Share अग्यार 13 Aug 2018 · 1 min read "मेरे तन मन को तू ही भायी री" तेरा रूप अनूप संदल सी धूप जैसे एक मरुस्थल में नलकूप तेरे सागर सागर शोभित नैना दम भर नहीं मेरे ह्रदय को चैना अरी तू कौन कहां से आयी री... Hindi · कविता 363 Share अग्यार 7 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल/मेरा धरना वरना है दिल्ली में मेरा चैन सुकूँ ,दर्द हमदर्द सब ,मेरा जहाँ वहाँ है दिल्ली में ये मर्ज़-ए-इश्क़-ए-आलम है, मेरी दुआ-दवा है दिल्ली में मेरी जुस्तजू,मेरी आरजू ,मेरी धड़कन-वड़कन सब उसकी मेरी नज़र वज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 417 Share अग्यार 19 Aug 2018 · 1 min read पाकीज़ा बातें तुममें औऱ मुझमें बड़ा फ़र्क है ,ऐ दोस्त °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° तुम नसाफ़ बातें याद रखतें हो, पाकीज़ा भूल जाते हो मैं पाकीज़ा बातें याद रखता हूँ , नसाफ़ भूल जाता हूँ..... Hindi · तेवरी 1 339 Share अग्यार 31 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल/दिल नहीं करता तुझे खोकर कुछ पाने को दिल नहीं करता अब बेवजहा मुस्करानें को दिल नहीं करता जाने कौन से सफ़र पे ये ले चला मेरा साया जाने क्यूं लौट कर आने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 343 Share अग्यार 15 Nov 2018 · 1 min read महबूबा अब हमपे सितम मत करना हो जाए ग़र कोई ख़ता ये दास्तां ख़तम मत करना जालिमा मेरी महबूबा अब हमपे सितम मत करना उछाल देना चेहरें पे हमारे चाहें अंगारें ,हम सह लेंगे हमें ख़ुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 351 Share अग्यार 15 Aug 2018 · 1 min read "थोड़ी सी आज़ादी उनके हिस्से भी आए"--कविता वतन के ख़ातिर किए जितने वीर जवानों ने सारे वचन निभाए जिन्होंने इस मातृभूमि को अपना तन मन अर्पण कर पहरें लगाए थोड़ी सी आज़ादी उनके हिस्से भी तो आए... Hindi · कविता 329 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 1 min read तुम ना आए देखों सब आ गए नज़र मग़र तुम ना आए कब से सूना पड़ा है ,घर मग़र तुम ना आए सावन की रैना रुत बारिश की जाने को है हो गयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share अग्यार 3 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल हर इक़ ग़लत बात पे कितनों से लड़ गया वो दूसरों को सुधारते सुधारते ख़ुद बिगड़ गया इक़ दरख़्त ने कई पौधों को बचाये रक्खा पाल पोसकर बड़ा किया औऱ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share अग्यार 1 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ इनायत क़ुर्बा कीजिए ऐ मेरे राहगुज़र मेरी मुश्किलें आसाँ कीजिए इक नज़र तो कीजिए, मेरी जाँ को जाँ कीजिए मैंने जला रक्खें हैं आँखों में चराग़ मुहब्बत के ज़रा कीजिए,थोड़ी ही सही इनायत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 400 Share अग्यार 29 Aug 2018 · 1 min read ओह ! तो ये बात है ----तंज ओह ! तो ये बात है ईमानदारों के लिए सूखा बईमानों पर बरसात है ओह ! तो ये बात है..... भृष्टों के लिए दिन उत्कृष्ठों के लिए रात है ओह... Hindi · कविता 375 Share अग्यार 17 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/कुछ तो लिक्खा होगा ख़ुदा ने हमारी भी तक़दीर में कुछ तो लिक्खा होगा ख़ुदा ने हमारी भी तक़दीर में भर जाएगा रंग आहिस्ते आहिस्ते हमारी भी तस्वीर में जब सारा जहाँ कहेगा आफ़रीन हमारे कारनामों पर सारी दुनिया को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 324 Share अग्यार 14 Aug 2018 · 1 min read "कहाँ आ पहुँचें" ऊँचें ऊँचें पर्वतों सी चाहत में कहाँ आ पहुँचें लोग इक़ ज़िन्दगी से दूसरी ज़िन्दगी में जा पहुँचें ज़मीर का मोल आसमानों पर चढ़ा है इस क़दर जो ना बेच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 323 Share अग्यार 17 Aug 2018 · 1 min read "ख़ुदी है कम्बख़्त खुदगर्ज़" सुलझाए नहीं सुलझती है ज़िन्दगी बेग़ैरत क्या करें ख़ुद ही है कम्बख़्त खुदगर्ज़ ,औरों पे हैरत क्या करें वो बनके आयी घटा सावन की इक़ दफ़ा ज़िन्दगी में अपना बनकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share अग्यार 25 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/तू ही हिन्दी मेरी तू ही उर्दू है आज सर से लेकर पाँव तलक सुकूँ ही सुकूँ है ये तेरा असर है मुझपे,तेरी झलक जुनूँ ही जुनूँ है मैं ना भुला पाऊँगा कभी ये हँसीं लम्हें प्यार के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 351 Share अग्यार 17 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल/तुम्हें भी हो जाएगा इश्क़ इस बेचारे अदीब से ये हवा भीनी भीनी सी कुछ ये अपनी अपनी सी लगती है इस हवा की खुशबुएँ भी तो अपनी अपनी सी लगती हैं जब कहीं किसी रोज़ तुम गुज़र जाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 363 Share अग्यार 13 Aug 2018 · 1 min read "ऐ ख़ुदा मेरा यार लाक़े दे" ऐ मस्त हवा मस्त फ़िज़ा मुझें मेरा यार लाक़े दे मुझें नहीं चाहिए कोई औऱ तू वही यार लाक़े दे अब तू ही बता क़ुसूर मेरा ऐ ज़मीं-ओ-आसमां ऐ घटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 348 Share अग्यार 17 Aug 2018 · 1 min read "मन बावरा मेरा ये बुद्धु" मन बावरा मेरा ये बुद्धु ये आवारा बहुत है इक़ मुस्कराहट ही इसको, इशारा बहुत है हुस्न वाले की दो बातों से बहल जाता है ये इश्क़ के नाम का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share अग्यार 2 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल/तेरी आँखों में ख़ुशी चाहिए हमें फ़कत अपनी ज़िन्दगी चाहिए बस तू चाहिए तेरे सिवा कुछ नहीं चाहिए कभी कभी ऐ रहबर तेरी शरारत चाहिए थोड़ी थोड़ी सी ही सही मग़र तिश्नगी चाहिए दूर रहके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 324 Share अग्यार 17 Aug 2018 · 1 min read "ये हाय तन्हाई" मैं ओढ़ता हूँ बिछाता हूँ जिसमें रहता हूँ ये हाय तन्हाई पीछा नहीं छोड़ती मेरा दिल तोड़ती है , ये हाय तन्हाई ना आगाज़-ए-ख़ुशी ना कोई राह मयस्सर करती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share अग्यार 4 Sep 2018 · 1 min read नौजवां प्यासा अच्छे दिन का उत्तर से दक्षिण पूरब से पश्चिम तक है फैला, कुहासा अच्छे दिन का यहाँ गंगा भी उफ़ान पर है देखों, मग़र नौजवां प्यासा अच्छे दिन का ___अजय अग्यार Hindi · मुक्तक 339 Share अग्यार 11 Oct 2018 · 1 min read नज़्म/लगता है बादल नाराज़ हैं आज-अक्टूबर मास लगता है बादल नाराज़ हैं आज सूरज को ढक दिया बादलों ने हवाओं की उंगलियां पकड़कर ज़ोर ज़ोर से पिघल रहे हैं देखों दरख़्तों को भी डरा रहे हैं धमकी... Hindi · कविता 343 Share अग्यार 12 Aug 2018 · 4 min read पत्रकारिता एक आईना पत्रकारिता लोकतन्त्र का आईना होती है। इस बात से प्रत्येक नागरिक भलीभांति रूप से परिचित है।लोकतन्त्र में पत्रकारिता की भूमिका वास्तविक रूप से बहुत ही अहम होती है।सम्पूर्ण लोकतन्त्र को... Hindi · लेख 299 Share अग्यार 15 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल/ख़ुद को ख़ुदी की कहने दो लोग कुछ कहते हैं कहते रहें ,कहने दो तुम ख़ुद को ख़ुदी की कहने दो इक़ दिन ये इरादें फ़ौलाद बनके चमकेंगें रूह को वक़्त की नज़ाकत सहने दो मुक्कमल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share Page 1 Next