Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2018 · 1 min read

ग़ज़ल/तुम्हें भी हो जाएगा इश्क़ इस बेचारे अदीब से

ये हवा भीनी भीनी सी कुछ ये अपनी अपनी सी लगती है
इस हवा की खुशबुएँ भी तो अपनी अपनी सी लगती हैं
जब कहीं किसी रोज़ तुम गुज़र जाती हो मेरे क़रीब से……..

ऐसा नूरानी चेहरा गोलमोल, हर किसी को कहाँ मिलता है
ऐसा रूप का खज़ाना अनमोल,कहाँ मिलता है हर किसी को
ऐसा लगता है दुनिया मिल गयी हमें तुम मिल गयी हो नसीब से…….

दिल की ज़ुबा जज़्बात दिल के,हम तुमसे खामोशियों में कहते हैं
कभी सितारों सा चमका करते हैं, कभी बे फ़िक़रे चाँद चाँद से रहते हैं
तुमसे मिलने का जतन हम क्या बताएं ,कैसे बादल बारिशों को घेरे तरक़ीब से……

अब मिल गया है तो महफूज़ ये हुस्न अपना तौफ़ीक़ रखना
ख़ुद को हीर रखना जूलियट रखना सच्ची मोहब्बत में शरीक रखना
नज़र ना लग जाए कहीं किसी की हाय तुम रखना पहरें ताबीज़ से…..

हम भी तुम्हारे इतने दीवाने हो गए हैं कि कोई होगा ना हम सा
तुम्हें शमा समझ लिया इतने परवाने हो गए हैं कि कोई होगा ना हम सा
इक ना इक दिन तुम्हें भी हो ही जाएगा इश्क़ इस बेचारे अदीब से……

~अजय “अग्यार

1 Like · 362 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"चिन्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
The Nature
The Nature
Bidyadhar Mantry
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आदिवासी
आदिवासी
Shekhar Chandra Mitra
वक्त गुजर जायेगा
वक्त गुजर जायेगा
Sonu sugandh
भारत का लाल
भारत का लाल
Aman Sinha
बस एक गलती
बस एक गलती
Vishal babu (vishu)
कुछ पाने के लिए
कुछ पाने के लिए
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में।
बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में।
जगदीश शर्मा सहज
वह देश हिंदुस्तान है
वह देश हिंदुस्तान है
gurudeenverma198
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
सपने सारे टूट चुके हैं ।
सपने सारे टूट चुके हैं ।
Arvind trivedi
माईया पधारो घर द्वारे
माईया पधारो घर द्वारे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक उम्र
एक उम्र
Rajeev Dutta
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कवि रमेशराज
भारत
भारत
नन्दलाल सुथार "राही"
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
Surinder blackpen
// प्रीत में //
// प्रीत में //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिक्र क्या जुबा पर नाम नही
जिक्र क्या जुबा पर नाम नही
पूर्वार्थ
डर  ....
डर ....
sushil sarna
-- अंतिम यात्रा --
-- अंतिम यात्रा --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
यह दुनिया भी बदल डालें
यह दुनिया भी बदल डालें
Dr fauzia Naseem shad
सरकार बिक गई
सरकार बिक गई
साहित्य गौरव
लालची नेता बंटता समाज
लालची नेता बंटता समाज
विजय कुमार अग्रवाल
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
SPK Sachin Lodhi
........
........
शेखर सिंह
सृष्टि की उत्पत्ति
सृष्टि की उत्पत्ति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...