Ekta chitrangini 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ekta chitrangini 5 May 2024 · 2 min read संवेदना जो भाव मन मे आये वो संवेदना , लेशमात्र जो मन को छू जाए वो भी संवेदना। जो अनुभूति हो वो भी संवेदना, खुशी के पल हो ,चाहे हो वेदना।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 135 Share Ekta chitrangini 2 Apr 2024 · 2 min read "सत्य अमर है" सत्य सीधा है सरल है सुंदर है, हम सत्य की विजय बताते हैं। सत्य उन पुराने सिक्को की तरह है, जिसकी परख जौहरी ही कर पाते हैं। इस दुनियां वालों... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · सत्य की खोज 5 5 189 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "डोली बेटी की" जब द्वारे से बेटी की डोली चली, छोड़ चली बाबुल का घर,प्यारी कली। माँ ने ममता से लोरी सुनाई थी गोद में, बाहों में झुलाया पिता ने बेटी को मोह... Poetry Writing Challenge-2 · डोली बेटी की 118 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "सैनिक की चिट्ठी" सुनो ! अब मैं लौट के न आऊंगा, एक केसरिया कफन साथ लाऊंगा। सुनो नवबधू मेरी तुम रोना मत, दिखाकर प्यार के चार दिन । मुझे भूलकर तुम प्यार, भारत... Poetry Writing Challenge-2 · सैनिक 98 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "ओट पर्दे की" ओट की आड़ में एक प्रीत की मुस्कान, देख रहा था चंद्र चकोर को ,एक ही चितवन। पर्दा शब्द ही नही, इसके भाव है , दुल्हन करती है घूँघट ,चुनरी... Poetry Writing Challenge-2 · पर्दा 1 176 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "एक दीप जलाना चाहूँ" दिया बाती को जीवन साथी बनाना चाहूँ, उसकी ज्योति को जगमगाना चाहूँ। एक दीप बिखरे जीवन की क्यारी पर, एक दीप सफल जीवन की तैयारी पर । एक दीप तन... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक 180 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "गंगा माँ बड़ी पावनी" गंगा माँ है पवन धाम, आओ हम सब करें प्रणाम। बहती जाएं जो ,वह स्वर हैं गंगा, भोलेनाथ के जटाओं से ,निकली हैं गंगा। बहती नदी रुकती नही , ममता... Poetry Writing Challenge-2 · माँ गंगा 170 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी" मीरा का अदभुत प्रेम, अद्भुत विरह वेदना थी, विकल वेदना चुभ जाती थी, वो भी वह सह जाती थीं। नयनों से आसूं ना रुक पाते, आंखे भी प्रेम का दर्पण... Poetry Writing Challenge-2 · मीरा का प्रेम 378 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "कोशिशो के भी सपने होते हैं" कुछ शब्दों को लिखने का, कुछ जेहन की सिलवटों का । एक नन्ही सी चींटी ,जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारो पर सौ बार फिसलती है। मन का विश्वास... Poetry Writing Challenge-2 · कोशिश 1 217 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "घर की नीम बहुत याद आती है" मेरे घर पर एक नीम है जो याद बहुत आती है, हरी भरी नीम एक महक दे जाती थी। पापा की एक खटिया बिछती थी, गांव की सब सखियां ,बहने... Poetry Writing Challenge-2 · नीम 2 218 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "भाभी की चूड़ियाँ" भाभी की चूड़ियाँ, माँ की याद बहुत दिलाती है, माँ के ना होने के बाद, पीहर में माँ का एह्सास बहुत कराती है। भाभी तू न होती तो किसकी खनकती... Poetry Writing Challenge-2 · चूड़ियाँ 1 286 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "आँगन की तुलसी" मन तुलसी , तन तुलसी जन जन के घर की तुलसी। जब जब कविता ने लिया, चौपाई का नाम, मतलब इसका एक है, तुलसी के प्रभु राम। रामचरितमानस लिखा, लिखा... Poetry Writing Challenge-2 · तुलसी 157 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "दर्पण बोलता है" दर्पण कितना सपाट होता है, सब जस का तस लौटा देता है। दर्पण कभी झूठ नहीं बोलता है, सबको सच्चाई का एहसास करा देता है। किसी से ना छुपाव ना... Poetry Writing Challenge-2 · दर्पण 168 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "शाम की प्रतीक्षा में" जज्बाते जिगर कैसे कहूं मैं, कि हर शाम इंतजार करूँ मैं। तुम आओगे, है ये तुम्हारा वादा , तेरे वादे का इंतजार करूँ मैं। यही दुआ भगवान से करूं, की... Poetry Writing Challenge-2 · शाम 118 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... Poetry Writing Challenge-2 · फितरत 122 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "बहनों के संग बीता बचपन" बहनों के संग ऐसा बीता बचपन, प्यार और करुणा से भरा रहता था मन, जैसे एक टोली थी, बड़ी से छोटी ,छोटी से बड़ी, जैसे एक हाथ की पांचो उंगली... Poetry Writing Challenge-2 · बहने 148 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "वेश्या का धर्म" पाटलिपुत्र के चक्रवर्ती सम्राट अशोक की अनूठी कहानी थी, नगरवधू विंदुमती एक वेश्या की कहानी थी। जो दोनों के बीच की, एक घटना थी, बात हल्की नही, बड़ी गहरी थी।... Poetry Writing Challenge-2 257 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "किस बात का गुमान" किस बात का गुमान करता है बन्दे, पाकर गुमान ना कर, खोने का गम मत कर। भूकम्प का एक झटका आता है, पल भर में सब छीन जाता है। जब... Poetry Writing Challenge-2 · अभिमान 154 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "स्वार्थी रिश्ते" जो दिल के रिश्ते होते हैं , उसमे सहूलियत दिखती है । जो दिमाग के रिश्ते होते हैं , उसमे चालाकियत दिखती है। साजिश रचने वाले ,कोई गैर नही, जो... Poetry Writing Challenge-2 · बिगड़ते रिश्ते 1 169 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "द्रौपदी का चीरहरण" परिणाम दुर्योधन के अपमान का, किया पांचाली का चीरहरण । दुर्योधन को ना था आभास, की हो जायेगा कौरवों का विनाश। पांचाली कछ में कर रही थी श्रृंगार, दुशाशन लोक... Poetry Writing Challenge-2 · महाभारत 158 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मोहे रंग दे" मोहे ऐसे रंग दे, मैं किसी को नजर न आऊं, जैसे रंग फूलों का वैसे ही रंग जाऊं। वसंत में टेसू के रंग, खेतों में सरसों के रंग, मोहे रंग... Poetry Writing Challenge-2 · रंग 112 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मेरी बेटी है नंदिनी" मेरी कविता के हर पन्नों की, संस्कार है बेटी, मेरी कविता की, अलंकार है बेटी। मेरे कविता की, श्रृंगार है बेटी, क्या लिखूं मेरी भावनाओं की, सार है बेटी। मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · बेटी पर कविता 151 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "पूनम का चांद" पूनम के चांद की यह निर्मल श्वेत चांदनी, रात्रि की अदभुत सौंदर्य को बढ़ाती है। कवियों की यह कल्पना है , सौंदर्य की सीमाएं पार कर जाती है। गहरी काली... Poetry Writing Challenge-2 · चांद 144 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "आधुनिक नारी" मैं हूँ आधुनिक नारी, जीती हूँ खुद्दारी से, हारती नही हूँ उन अभिमानी लोगों से, मैं हूँ स्वाभिमानी नारी। मैं वो हुं जो दिये की लौ बनती हूं, घर आंगन... Poetry Writing Challenge-2 · नारी कविता 160 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "वचन देती हूँ" कुछ इस तरह रहूंगी प्रियतम तुम्हारे संग, पवित्र इस तरह प्रयाग में,बसी गंगा की तरह । तुम्हारे जीवन को शीतल करती रहूंगी, अमृत जल की तरह । शिव के मस्तक... Poetry Writing Challenge-2 · अनमोल वचन 138 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "रातरानी" मुझमे जाने कितनी महक समायी, अरे मैं हूँ रात्ररानी । आहट होते ही मचल जाती हूँ, आकाश तक चली जाती हूँ । सुवासित करे जो रोम से प्राण तक, नेह... Poetry Writing Challenge-2 · रातरानीपुष्प 111 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "अवध में राम आये हैं" अयोध्या के हो गए श्रृंगार, श्रीराम के आने से, धरती का हुआ अभिनंदन, पावन पग ढाने से। माथे लग गया चंदन, करें हम सब वंदन, श्री राम श्री राम मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · अयोध्या 141 Share Ekta chitrangini 14 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी प्रेम की भाषा है हिन्दी प्रेम की भाषा है यही इसकी परिभाषा है। हिंदी की एक विन्दी , बहुत कुव्ह कहती है। हिंदी हमारी शान है , हिंदुस्तान की जान है। इस भाषा को... Hindi 3 1 225 Share Ekta chitrangini 8 Jul 2023 · 1 min read "चालाकी" चालाक लोग को अक्ल नही आती, समझते है चालाकी किसी के समझ नही आती। उनको कौन समझाए तुम मूर्ख हो, बस हमे तो उनकी करतूत पर हँसी आती हैं। ना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · चालाकी 9 4 236 Share Ekta chitrangini 8 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत 8 4 324 Share Ekta chitrangini 19 Jun 2023 · 1 min read सहित्य में हमे गहरी रुचि है। सहित्य में हमे गहरी रुचि है। जरूरी नही जीतना , हारना भी एक कला है। Quote Writer 3 2 263 Share Ekta chitrangini 7 Jun 2023 · 2 min read "सुहागन की अर्थी" लाल जोड़े में सुहागन ससुराल आयी थी, आज अर्थी पे जा रही है लाल जोड़े में। चमन के फूल भी खामोशी से मिलने चले, कली कली भी तड़प रही हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 434 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "दूल्हन का घूँघट" घूँघट ओढ़े दुल्हन बड़ी, प्यारी लगती है। कैसी भी वो पर ,बडी प्यारी दिखती है। घूँघट करने में एक ऐसी समझदारी हैं, घूँघट सम्मान देने की एक तलवारी है। घूँघट... Poetry Writing Challenge · कविता 4 2 271 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "परिवार एक सुखद यात्रा" सुखी जीवन का एक आधार है परिवार, कई रिश्तों से मिलकर बनता है परिवार। ममता इसकी नींव है ,अमर प्रेम की है गाथा। विश्वास इसकी दहलीज़ है, एकता शक्ति से... Poetry Writing Challenge · परिवार 2 2 486 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "हाथों की लकीरें" हाथों की लकीरों को देखो, पूरा जीवन लिखा होता है हाथों की लकीरों में। पर हम जान नही पाते हम देख नही पाते, जब ज्योतिष बताते हैं, तो हम विश्वास... Poetry Writing Challenge · कविता 3 6 323 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "नारी जब माँ से काली बनी" नारी जब माँ से काली बनीं तब देवी कहलाईं, देवी का रूप धरीं ,सृष्टि ही रच डालीं। माँ ने नौ रूप धरे नवदुर्गा कहलाईं, नारी ही देवी बन शक्ति स्वरूपा... Poetry Writing Challenge · नारी 3 389 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "वट वृक्ष है पिता" पिता वट वृक्ष हैं जिनके, शीतल छांव में बच्चे पलते हैं। पिता वो रिश्तों का दरिया हैं, जिनमे सारा समंदर समा जाता है। अपने संतान की खुशियों के लिए, आसुओ... Poetry Writing Challenge · पिता 2 675 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "ढाई अक्षर प्रेम के" प्रेम एक समर्पण है , ना कुछ लेना सिर्फ देना। प्रेम एक अभिव्यक्ति है, ना कुछ कहना समझ जाना। प्रेम एक अनुभूति है, स्वंय जान लेना। प्रेम एक श्रद्धा है,... Poetry Writing Challenge · प्रेम 3 5 448 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "राखी के धागे" सारे जग में सबसे प्यारा भाई बहन का प्यार है, रेशम के धागे से बना अनुपम ये त्योहार है। प्रीत से बना है यह धागा, स्नेह भरा बहन का उपहार... Poetry Writing Challenge · राखी 2 239 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "ख़ूबसूरत आँखे" दुनिया मे सबसे खूबसूरत आंखें है तुम्हारी, तस्वीर भी देखूं तो मुझे ही निहारी। इतनी गहरी है आँखे तुम्हारी, नदियाँ, झील, समन्दर से गहरी। तुम्हरी आंखों में एक उम्मीद बसती... Poetry Writing Challenge · आंखे 2 374 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "गांव की मिट्टी और पगडंडी" मिट्टी की सोंधी महक याद आई है, टेढ़े मेढ़े पगडंडी छोड़कर मैं आयी हूँ, पलते, बढते और लिखते पढ़ते, हर जगह गए चलते फिरते। कितना प्यारा मेरा गांव, कितना न्यारा... Poetry Writing Challenge · गांव 1 748 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "मनभावन मधुमास" आया मधुमास उमंग लेकर, रसभीनी शहद आया मकरंद लेकर, बेल मंजरी खिल खिल जाए, हवा सुगंधित फूलो को महकाए। सुमन हर्षित हुए चमन में, पल्लवित होकर लदी लताएं। देखो मधुमास... Poetry Writing Challenge · बसंत 1 411 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "दोस्ती के लम्हे" प्रेम और विश्वास से जुड़ी है दोस्ती, रिश्तों में एक खास रिश्ता है दोस्ती। जीवन मे जो रस घोल दे दोस्ती, जीवन का मधुर एहसास है दोस्ती। रोते को जो... Poetry Writing Challenge · दोस्ती 1 822 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 2 min read "बेटी और बेटा" बेटी मेरी दौलत हैं, बेटा मेरा सोहरत है। बेटी मेरी मान है, बेटा मेरा सम्मान है। बेटी मेरी पूजा है ,बेटा मेरा आस्था है। बेटी मेरी फल है, बेटा मेरा... Poetry Writing Challenge · बेटा · बेटी 1 413 Share Ekta chitrangini 3 Jun 2023 · 1 min read "क्या देश आजाद है?" देश मे अगर नारी बेआबरु नाशाद है, दिल पर रखकर हाथ कहिये क्या देश आजाद है। बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ का लगाते हैं नारा, खुद गला घोटते हैं क्या देश... Poetry Writing Challenge · देश 3 2 314 Share Ekta chitrangini 3 Jun 2023 · 1 min read "वक्त की औकात" जैसी करनी वैसी भरनी , वक्त की बड़ी औकात है। कभी सोचती हूँ वक्त को रोक लुँ, वक्त और तेज भागता है। कभी सोचती हूं धारा को रोक दूँ, फिर... Poetry Writing Challenge · वक्त 3 2 400 Share Ekta chitrangini 3 Jun 2023 · 1 min read "अदृश्य शक्ति" जो दिखाई नही देते वही भगवान हैं, जिस पर हम टिके हैं ,वही भगवान है। ब्रह्माण्ड में भगवान हैं कण कण में भगवान हैं। बीते हुए पल में , आने... Poetry Writing Challenge · भगवान 2 523 Share Ekta chitrangini 3 Jun 2023 · 1 min read "श्रृंगारिका" एक सुहागन के संग रहते हो, प्रिय तुम श्रृंगार बनके। माथे की बिन्दी कहती है , माथे को अनमोल किया। दूर होके भी देते हो, विन्दी में आभास पिया। नयनों... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 446 Share Ekta chitrangini 2 Jun 2023 · 1 min read "कुछ अनकही" कुछ कहते कहते रुक गए, कुछ रुकते रुकते कह गए। सच अकेला था खड़ा, झूठ फरेब से विवश। कब तक आखिर कब तक, वो भी सहते सहते कह गया। सच... Poetry Writing Challenge · सच 2 468 Share Ekta chitrangini 2 Jun 2023 · 1 min read "अश्क भरे नयना" नयनो में अश्क भरे वो भी कुछ कहते हैं, रह रहकर एक पीड़ा उभर आती है। नयनो की भाषा भी कितनी द्रवित कर देती हैं, हम कुछ नहीं कह पाते,... Poetry Writing Challenge · नयन 2 402 Share Page 1 Next