Buddha Prakash Tag: कविता 314 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 17 Apr 2022 · 1 min read पिता हे पिता ! तुम हो महान , अस्तित्व मेरा तुमने किया प्रदान , इस भवसागर में होते हो मेरे साथ , सुख देने के लिए करते हर संभव प्रयास ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 22 22 945 Share Buddha Prakash 18 Apr 2022 · 1 min read पिता आदर्श नायक हमारे पिता तुम्हारे जीवन की सुनी है कहानी, तभी तो आदर्श नायक हो हमारे , बचपन में ऊँगली पकड़ कर चलना है सिखाया, संस्कार देकर जीवन जीना भी है बताया, रूखी-सूखी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 14 20 568 Share Buddha Prakash 14 Apr 2021 · 1 min read बाबासाहेब 'अंबेडकर ' भीम महू में जन्मे हैं बाबासाहेब कहते सब अधिकारों के रक्षक हैं अंबेडकर है नाम बड़ा ' जय भीम ' सब कहते हैं हृदय में दीपक जलते हैं पाया शिक्षा... Hindi · कविता · जय भीम कविता 12 8 2k Share Buddha Prakash 29 Apr 2021 · 1 min read नारी- स्वरूप बिटिया है! इतनी है प्यारी, लड़कों से भी न्यारी, पढ़ती है ,आग में तपती है , सुरक्षा खुद ही करती है , अब मेडल की है बारी । डरती नहीं... Hindi · कविता 10 8 580 Share Buddha Prakash 16 May 2021 · 1 min read बरसात आई झूम के... बरसात आई झूम के...। पवन करे शोर, कोयल की मधुर गुंजन, मयूरा नाचे भोर, चिड़िया की चीं-चीं सुनकर, मन बहलाए घन-घोर । बरसात आई झूम के...।।१। गरज रहे हैं तीव्र... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 12 753 Share Buddha Prakash 9 May 2022 · 1 min read पिता के चरणों को नमन । पिता तुम्हारे चरणों को, नमन करते बार-बार हैं । जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में, उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है, समर्पित किया अपने जीवन को, ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 10 10 692 Share Buddha Prakash 23 Jul 2022 · 1 min read पहनते है चरण पादुकाएं । पहनते है चरण पादुकाएं । दशा और दुर्दशा का भी हाल बताते है, करते है सुरक्षा सभी के पैरों की, चलना हो जाता है बड़ा आसान , यात्रा हो या... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 9 4 469 Share Buddha Prakash 28 Sep 2021 · 1 min read जीतने की मंजिल सिरफिरे हो तुम, जो अजीब शौक रखते हो, दिन-रात खोजते हो जीतने की मंजिल, हारने के बाद भी जश्न मनाते हो । ठहरते नहीं हो , न ही दुख का... Hindi · कविता 8 247 Share Buddha Prakash 17 Jul 2022 · 1 min read भूखे पेट न सोए कोई । अगर थोड़ा-सा समझदार बन जाओ, अहम् भाव को त्याग सको, अपना व्यक्तित्व पहचान लो, तुम भी वहीं इंसान हो, भूख में लंगर छ्के हो, भूखे पेट न सोए फिर कोई... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 8 4 316 Share Buddha Prakash 14 Aug 2022 · 1 min read फहराये तिरंगा । चलो चलें फहराये तिरंगा, हर घर में लगाए तिरंगा, देश के कोने-कोने में, वीरों के गीत गाए तिरंगा, शान तिरंगा मान तिरंगा, देश की पहचान तिरंगा ।....।1। चलो चलें फहराये... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 8 8 316 Share Buddha Prakash 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात में गलतियांँ बरसात में गलतियांँ हो जाती हैं अक्सर । तैरने जाते पोखर में जमीन खिसक जाती है तल से, कुछ लोग बिछड़ जाते कुछ याद आते हैं इस मौसम में, बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 10 347 Share Buddha Prakash 6 Jun 2021 · 1 min read एक गोरी नारी एक गोरी नारी, तेज तर्रार, तीखी आवाज,पतली कमर, चलती मटक, नजरें सजग, तेरी आवाज लगाती है, कह-कह कर बुलाती है। सिर पर रख, घूंँघट से ढ़क, गली-गली में जाती है,... Hindi · कविता 7 801 Share Buddha Prakash 13 Jun 2021 · 1 min read मातृ-वीर का बलिदान आंँखें ऊँनींदी ,ह्रदय है लाल, मस्तिष्क ओढ़े हुए है काल, बढ़ चला धारण किए, तलवार,भाल और कटार, लथपथ-लथपथ खून से, रणभूमि के द्वार पर, जोश और उमंग भरकर, पीड़ा को... Hindi · कविता 7 466 Share Buddha Prakash 20 Jun 2021 · 1 min read सूखी-नदिया नदिया तू जो बहती थी, इंसानों से क्या रूठ गई ?...... कल- कल करके गाती थी, कैसे आज तुम सूख गई । नदिया तू जो........... ।।१। टेढ़ी-मेढ़ी गलियों से तू,... Hindi · कविता 7 4 288 Share Buddha Prakash 22 Jun 2021 · 1 min read भाई-भाई में प्रेम... भाई-भाई में प्रेम, सागर से भी गहरा होता है, एक-दूजे की खैर करना, जीवन भर पहरा होता है ।..(१) होता नहीं कभी बैर, बस आपस का झगड़ा होता है, बोले... Hindi · कविता 7 6 401 Share Buddha Prakash 2 Jul 2021 · 1 min read क्या यही है जीवन की कहानी ? भूखे को भोजन दिया है, प्यासे को दे दिया जल है, रोते हुए को हँसाया है, गिरे हुए को उठाया है, मेरा क्या दोष है बताओ, क्या यही है जीवन... Hindi · कविता 7 2 308 Share Buddha Prakash 15 Aug 2021 · 1 min read जय जय भारत देश महान...... जय जय भारत देश हमारा, तिरंगे की शान न झुकने देंगे, भारत का सम्मान न मिटने देंगे, विश्व गुरु में नाम हमारा, संस्कृति में उच्च स्थान है न्यारा, जय जय... Hindi · कविता 7 4 2k Share Buddha Prakash 25 Aug 2021 · 1 min read सफलता तराशने का श्रेय टूटा फूटा 'प्रयास' भी, सफल कर देता है जीवन सारा, एक मौके की तलाश ही, बदल देता है मिटे हुए भाग्य की रेखा..! करते रहो थोड़ा-थोड़ा 'अभ्यास', आत्मविश्वास इतना भर... Hindi · कविता 7 2 250 Share Buddha Prakash 26 Aug 2021 · 1 min read तीन किताबें वो तीन किताबें थी, क्या नहीं था उनमें, फिर क्यों मुझको बेचा, क्या फर्ज हुआ था पूरा, या मित्रता हमसे तोड़ दी, उन कूड़ो के ढेर में, ज्ञान मेरी तोल... Hindi · कविता 7 2 357 Share Buddha Prakash 19 May 2022 · 1 min read अरदास तुम्ही हो मालिक, तुम्ही खुदा हो, तुम्ही इस जगत के, जगत पिता हो। तुम्ही हो अम्बर, तुम्ही धरा हो, तुम्ही जीवन के, मात-पिता हो। तुम्ही हो दाता, तुम्ही ईश्वर हो,... Hindi · कविता 7 4 695 Share Buddha Prakash 22 Jul 2022 · 1 min read बरसात की झड़ी । उमड़-घुमड़ के आये मेघ, बरसात की झड़ी लगाने। सावन और मेघा, प्रेम से तन को भिगाने, मन को तृप्त करने, बरसो रे मेघा ,बरसो, ये नदियां तुझको तरसे, सुनने को... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 7 6 678 Share Buddha Prakash 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत नहीं बदलनी थी । फ़ितरत नहीं बदलनी थी उसकी, पहली मुलाक़ात मे जो दिखी थी, एक ना एक दिन स्वतः बाहर आना था, हकीकत मे जो अंदर छुपी थी, उम्र कितनी भी गुजर जाए... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · प्रकाश की कविताएं 7 1 250 Share Buddha Prakash 26 Mar 2021 · 1 min read फ़तह दिन-दिन भर रोया करते जो, मौका उनको भी मिलता है , रूखे से बेजान चेहरे पर , मुस्कान उनको भी मिलती है , डटे रहे जो अपने कर्म पर ,... Hindi · कविता 6 2 518 Share Buddha Prakash 3 Apr 2021 · 1 min read तिरस्कार चुभे हुए कांटो से, मैंने जब यह पूँछा, क्या रिश्ता है मेरा तुझसे, खून का या पीढ़ी दर पीढ़ी का, कोई बगावत या ऋण है क्या मेरा, दर्द होता है... Hindi · कविता 6 2 341 Share Buddha Prakash 6 Apr 2021 · 1 min read वो लिखते हैं ना जाने लोग कैसे लिखते हैं, जाने अनजाने में कुछ सीखते हैं, अपनापन पाने के लिए शब्दों में भीगते हैं, तोड़ते हैं जोड़ते हैं विधाओं में समेटते हैं, करते हैं... Hindi · कविता 6 4 293 Share Buddha Prakash 21 Jun 2021 · 1 min read संशय का है संसार संशय का है संसार, दर्द मरहम का झूठा प्यार, क्षणभर में बदनाम, तीर-कटार वाणी-वार, रो-रो कर हुआ बेहाल। संशय का.........। तल में अंँधेरा, जग में सवेरा, भेदभाव में है लुटेरा,... Hindi · कविता 6 485 Share Buddha Prakash 22 Jul 2021 · 1 min read तलाश तू जारी रख, -' लक्ष्य'। रुक मत ठहर मत, तलाश तू जारी रख, मूरत नहीं माटी का तू , एहसास खुद में जारी रख। हारना कोई गम नहीं, जीतने से कम नहीं, ढाल है विश्वास... Hindi · कविता 6 2 487 Share Buddha Prakash 27 Jul 2021 · 1 min read सपनों के पंख इरादा ठान लिया है मुसाफिर, तो डगर की परवाह न कर, सड़क जाती हो या न, उन मंजिलों तक पहुंँच कर दिखा, जहांँ छुपे हुए हैं तेरे सपने, संघर्ष कर... Hindi · कविता 6 2 397 Share Buddha Prakash 19 Aug 2021 · 1 min read भरोसा मौत का न करना..! जीवन पर भरोसा नहीं है, जीने पर भरोसा नहीं है, कड़वे सच पर तो भरोसा कर लो, मौत का भरोसा नहीं है । सुकून से न बैठो तुम, जो करना... Hindi · कविता 6 2 634 Share Buddha Prakash 3 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक वह कहलाते हैं..। सदियों से जीवन में, जो ज्ञान ज्योति जलाते रहे, मानव को सिखाते रहे, त्यागमूर्ति वह संघर्ष किए, शिक्षक वह कहलाते हैं। भेदभाव बिन किए वो, एक समान राह बताते रहे,... Hindi · कविता 6 490 Share Buddha Prakash 10 Sep 2021 · 1 min read चित्त-मन कितना अद्भुत यंत्र है, न कोई षड्यंत्र है, न अस्त्र है न शस्त्र है, धारण किए न वस्त्र है, तीव्र गति सी चाल है , न पुष्पक विमान है, चंचल... Hindi · कविता 6 210 Share Buddha Prakash 28 Sep 2021 · 1 min read तन्हाई में जीते हैं....! कितने तन्हा हो गए , किनके वो दीवाने थे, आंँखों में जिनके डूबे थे , अब आंँख किसी से लड़ा बैठे, तन्हाई में जीते हैं, खुद से दिल लगा बैठे...।।१।... Hindi · कविता 6 406 Share Buddha Prakash 5 Oct 2021 · 1 min read चाचा जी चाची संग हंँसते ! चाचा जी बड़े दीवाने हैं, चाची के हुस्न निराले हैं, कितनी नखरे वाली हैं, मांँ की कहलाती देवरानी है । हंँसी ठिठोली करते सब, चाची होती हैं घर में जब,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 894 Share Buddha Prakash 4 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत का रहस्य किसकी क्या फ़ितरत , किसको है पता , जिसने इसको समझा, फ़ितरत कुछ और थी। बड़ी मासूमियत होती है, फ़ितरत छुपती है जहाँ, सदा चौंका देती है अंततः, पीठ पीछे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · प्रकाश की कविताएं 6 2 382 Share Buddha Prakash 21 Mar 2021 · 1 min read धन हे पिता ! श्रेष्ठ है तू देखा न तुझ-सा शील, धैर्य और असीम शान्त मुख चट्टान-सा अडिग तेज-सा सुख वचन व्दन्द लक्ष्य परमानन्द अजर अमर स्थिर मन की वेदना धीर... Hindi · कविता 5 4 412 Share Buddha Prakash 29 Mar 2021 · 1 min read नन्हा मित्र नन्हा-सा पौधा था, खुशी उतनी मिलती रही, शाखाऐ जितनी बढ़ती चली, दूरियां उतनी चढ़ती रही , डाल-डाल पर फल निकले , पात-पात हरे-भरे , रोपा था बीज जहां , पाया... Hindi · कविता 5 2 440 Share Buddha Prakash 31 Mar 2021 · 1 min read रंग के ढंग रंगों का है त्यौहार एक रंग और घुल गया बिछड़े हुए थे आज जो वे भी अब मिल गये एक रंग हम पर चढ़ा खून में वह मिल गया रंगों... Hindi · कविता 5 2 257 Share Buddha Prakash 8 Apr 2021 · 1 min read प्रेम- व्यथा प्रेम की सीमा कोई न जाने, अद्भुत रचा है यह संसार, नारी हृदय प्रेम जगत है, योग- वियोग का है श्रृंगार , बीज पड़े- सो फल उभरे, मंद मंद-सी है... Hindi · कविता 5 3 274 Share Buddha Prakash 11 Apr 2021 · 1 min read देशभक्त देश है देश के हित के लिए मर मिटे, त्याग दिए प्राण भी उन्हें हमने क्या दिए, आग में कूद कर स्वयं को उन्होंने भस्म किये, फूलों के शीश को... Hindi · कविता 5 1 238 Share Buddha Prakash 16 Apr 2021 · 1 min read प्यारी दादी परियों से प्यारी है, यह दादी हमारी है । झुक-झुक कर चलती हैं, नाटक-सा करती हैं । तीखी नजरें ऐसी हैं, बिल्कुल बच्चों जैसी है । देखने को तड़पती हैं... Hindi · कविता 5 330 Share Buddha Prakash 22 Apr 2021 · 1 min read 21वीं सदी की 'महामारी' 21वीं सदी की 'महामारी' है , जीवन लीला हमारी है, प्रचंड है , दंड है, इसके कई खंड है, एक है, विश्व की तैयारी है । दमघोंटू है, अशुद्ध है,... Hindi · कविता 5 332 Share Buddha Prakash 24 Apr 2021 · 1 min read मुझे नहीं है हारना! अब मुझे नहीं है हारना ! अपनी दुनिया डूब चुकी अब, अब रुकना नहीं है मुझको, आँसुओं से खूब भीग चुकी हूंँ, लुटा दी है शान और शौकत, अंदर से... Hindi · कविता 5 2 525 Share Buddha Prakash 7 May 2021 · 1 min read विजय पथ उल्का पिण्ड बरसते रहे , फिर भी हम उन्हें सहते रहे । उस नीरस आंखों में आंसू न झलके, हृदय की प्यास गहरती रही । भाप बन कर उड़ गई... Hindi · कविता 5 4 538 Share Buddha Prakash 20 May 2021 · 1 min read बरसात का जल सबको रिझाता जब भी बरसात का मौसम आता, दानव-सा बादल छा जाता, काले-काले और बड़े- बड़े , दिखते हैं खूब घने, लेकर जल सागर से, आकर छत के ऊपर खड़े, सूरज को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 320 Share Buddha Prakash 28 May 2021 · 1 min read कलम का आधार रंग-बिरंगे कलम हमारे, सुंदर रंग के अक्षर लिखते । काला नीला लाल हरा, अलग-अलग उपयोग सदा। नीला कलम सदाबहारी, सबको भाती लेख सजाती । लाल कलम अध्यापक का, अनुशासन प्रिय... Hindi · कविता · बाल कविता 5 4 341 Share Buddha Prakash 7 Aug 2021 · 1 min read धोखा नहीं आंँखों का! धोखा होता नहीं आंँखों का, न ही अनजानो का यह खेला है, धोखा देना फितरत में हो यदि शामिल, अनजान चेहरों में अपनों का ही झमेला है। धोखे की कोई... Hindi · कविता 5 221 Share Buddha Prakash 10 Sep 2021 · 1 min read सावन की झड़ी आज फिर से झड़ी लग गई, सावन के मेघदूतो की, रिमझिम बारिश की बूँदों की, व्याकुलता प्यास बुझाने को, नेत्रों की गली से बच गई । आज फिर से झड़ी......।... Hindi · कविता 5 2 340 Share Buddha Prakash 11 Sep 2021 · 1 min read मेरी लाश से इतना बता दो। दफन कर दो जमीन पर, या जलती हुई चिता पर लेटा दो, रह गया न एहसास मुझे में, याद रखने की एक वजह बता दो, इंसान हूंँ पर मरा हुआ,... Hindi · कविता 5 295 Share Buddha Prakash 17 Sep 2021 · 1 min read मांँ की छांँव में बचपन वो यादें आज भी लुभाती , मेरा बचपन मचलता यौवन, बगिया के लाल नीले सुनहरे पुष्प, मुस्कुराते हुए मन मचल उठता, बस किसी तरह पा लूँ, छू लूँ , फिर... Hindi · कविता 5 377 Share Buddha Prakash 8 Oct 2021 · 1 min read सर्कस मेले में बीच बाजार, तंबू लगा हुआ विशाल, सर्कस का है प्रचार, मन बहलाए जोकर इंसान । कर्तव्य दिखाते अजीब सजीव, भालू बंदर को भी नचाते, रस्सी पर चल सबको... Hindi · कविता · बाल कविता 5 4 377 Share Page 1 Next