ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 169 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 17 Jun 2024 · 1 min read विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमचंद Quote Writer 2 69 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Jun 2024 · 1 min read कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए... कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए... पितृ दिवस विशेष : Quote Writer 3 112 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Jun 2024 · 1 min read पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़ पहले नदियां थी , तालाब और पोखरें थी । हमें लगा पानी और पेड़ की कोई कीमत नहीं है जमीन की कीमत है । हमने एक एक पेड़ काटा ,... Quote Writer 3 101 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 31 May 2024 · 1 min read अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ शुरू से ही इतना अधिक रहा करता था कि वे सारे सम्बन्ध प्रेम के बजाय कुछ और ही बनते गए। जीवन... Quote Writer 3 148 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 23 May 2024 · 1 min read बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...) क्यों खड़ी की तुमने बारूद के ढेर पर हमारी दुनिया मुझे जीवन की आस है। मैं सावन को आँखों में भरकर बहारों में झूलना चाहती हूँ शाँति, ज्ञान, करुणा मेरा... Hindi · बुद्ध 1 115 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 23 May 2024 · 1 min read बुद्ध पूर्णिमा विशेष: बुद्ध पूर्णिमा विशेष: ईर्ष्या और नफरत की भावनाएं जीवन में कोई भी खुशी हासिल नहीं करने देती है. ये भावनाएं हमारे मन की शांति को खत्म कर देती है .... Quote Writer 2 143 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 20 May 2024 · 1 min read तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्रेम के आसपास एक बारीक सा झाँसा बुनने का मन है उसका, एक जाल, जिसमें प्रेम का तानाशाह... Quote Writer 1 78 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 15 May 2024 · 1 min read धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नतमस्तक हो जाएं और प्रकृति इतनी तुच्छ वस्तु भी नहीं है कि किसी एक मनुष्य ,एक विचार... Quote Writer 1 188 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 May 2024 · 1 min read आलस मेरी मोहब्बत है आलस मेरी मोहब्बत है आलस ही मेरी चाहत है आलस ही मेरी जिंदगी है आलस तू कितनी महान है एक तेरे लिए न जाने हमने क्या क्या नहीं गंवाया है... Quote Writer 1 151 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 May 2024 · 1 min read जन्मदिवस विशेष 🌼 जन्मदिवस विशेष 🌼 आप जिस तरह बोलते हैं, बातचीत करते हैं, उसी तरह लिखा भी कीजिए। भाषा बनावटी नहीं होनी चाहिए। ~ महावीर प्रसाद द्विवेदी Quote Writer 90 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 12 May 2024 · 1 min read मातृत्व दिवस विशेष : मातृत्व दिवस विशेष : जिसने इक उम्र दी है बच्चों को उसके लिए एक दिन का जश्न मनाकर खुद पर नाज कर रहे है हम 🤔 Quote Writer 58 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 10 May 2024 · 1 min read बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को हम तरस गए ! ~कैफ़ी आज़मी : पुण्यतिथि विशेष Quote Writer 42 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 May 2024 · 1 min read प्रेम को स्मृतियां पुरुष के लिए भी आसान तो नहीं होता अलगाव के दर्द से बाहर आ पाना...!! मगर फिर भी,वक्त गुजरने के साथ,धुंधली पड़ जाती हैं ,मुस्कुराती सुबहें खिलखिलाती दोपहरें !!ठंडी पड़... Hindi · स्मृति 53 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 May 2024 · 1 min read इश्क की गहराई जानते हो तुम मुझे जीवन के उस मोड़ पर मिले थे जब कही कुछ दबी ख्वाइशें रह गई थी अंतर्मन में जब कुछ शौक बचे थे बनने संवरने के, आईने... Hindi · स्मृति शेष 63 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 May 2024 · 1 min read दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों के नाम से ही पता चल जाता है। ये रेलगाड़ियाँ पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे विकसित राज्यों को सस्ते... Quote Writer 112 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 30 Apr 2024 · 1 min read प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जिये गए प्रेम को तो शायद अब तक कथाओं में उतारा भी नहीं जा सका है। लेकिन कोई दीवाना... Quote Writer 145 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 30 Apr 2024 · 1 min read राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है राजनीति में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या मूर्खता है और क्या बुद्धिमानी। फर्क इस बात से पड़ता है कि जनता के बीच क्लिक क्या करता है।... Quote Writer 122 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Apr 2024 · 1 min read यह पृथ्वी रहेगी / केदारनाथ सिंह (विश्व पृथ्वी दिवस) यह पृथ्वी रहेगी / केदारनाथ सिंह (विश्व पृथ्वी दिवस) मुझे विश्वास है यह पृथ्वी रहेगी यदि और कहीं नहीं तो मेरी हड्डियों में यह रहेगी जैसे पेड़ के तन में... Quote Writer 123 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Apr 2024 · 1 min read जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती जन्मदिन विशेष : अशोक की कहानी से उभरने वाला पहला सत्य "आत्म-निरीक्षण स्वयं को अच्छे और अच्छे से बेहतर बनाने की क्षमता रखता है।" यदि अशोक ने अपने पिछले कार्यों... Hindi · जन्मदिन विशेष 127 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Apr 2024 · 1 min read जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती जबतक हमारे हृदय में असमानता के भाव है हम धार्मिक नहीं हो सकते . Quote Writer 1 94 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 6 Apr 2024 · 1 min read सरकारी नौकरी सरकारी नौकरी लगने के बाद आपके ज्ञान में घुन लगने लगता है ... - विमल Quote Writer 141 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 3 Apr 2024 · 1 min read सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह ओझल हो जाता है , फिर वह तुम्हें अचानक पकड़ लेता है , जब तुम... Quote Writer 1 163 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Apr 2024 · 1 min read यात्राएं करो और किसी को मत बताओ यात्राएं करो और किसी को मत बताओ एक सच्ची मोहब्बत को जियो और किसी को मत बताओ खुश रहकर जियो और किसी को मत बताओ लोग सुन्दर चीज़ों को तबाह... Quote Writer 1 196 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Apr 2024 · 1 min read जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए, जो मेरे लफ्ज़ न समझ पाए, ना खामोशी.... वो मेरा दर्द भला कैसे जान पाएंगे.. जो लोग अपनी ग़लती कभी मान ही नहीं पाते, वो किसी और को, अपना क्या... Quote Writer 203 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 28 Mar 2024 · 1 min read विकल्प क्या है विकल्प क्या है ? सांस लेते रहना या रोक लेना चलते रहने या रुक जाना देखना या फिर आंखे मूंद लेना चुप रहने और चिल्लाने का विकल्प भी है हर... Article 57 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 28 Mar 2024 · 1 min read मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों दरमियान से बस जिंदगी गुज़र जाने दो ... Quote Writer 192 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Mar 2024 · 1 min read कितना धार्मिक धर्म की चिंता में सब परेशान हैं। किसी को समस्या है कि होली को मुबारक क्यों कहा जा रहा है, शुभ क्यों नहीं। किसी की चिंता है कि रमज़ान के... धर्म 1 71 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 Mar 2024 · 1 min read रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है .. रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है .. जीवन में हर रंग रहे सबका जीवन खुशरंग रहे आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं! #holi #होली2024 Quote Writer 178 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 Mar 2024 · 1 min read रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है .. रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली से हमें यही सिखाती है .. जीवन में हर रंग रहे सबका जीवन खुशरंग रहे आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं! #holi... Quote Writer 90 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 21 Mar 2024 · 1 min read विश्व कविता दिवस विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं Quote Writer 112 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 20 Mar 2024 · 1 min read आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा है। आज वो दौर है जब अनपढ़ लोग देश में छाए हुए हैं और हर किसी को... Quote Writer 127 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Mar 2024 · 1 min read हम मिलेंगे हम मिलेंगे…… एक रोज़ मैं मिलूंगा तुमसे किसी इतेफ़ाक़ की तरह, शायद किसी पथरीले पड़ाव पर तुम मेरा हाथ थामने मिल जाना, या किसी मोड़ पे यूँ ही कहीं टकरा... 109 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Mar 2024 · 1 min read वो चिट्ठियां गईं वो चिठ्ठियाँ जिसमें “लिखने के सलीके” छुपे होते थे “कुशलता” की कामना से शुरू होते थे। बडों के “चरण स्पर्श” पर खत्म होते थे...!! नन्हें के आने की “खबर”... Hindi · चिट्ठी 1 144 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 13 Mar 2024 · 1 min read भ्रम और तसल्ली कभी क्षितिज की ओर देखा है? वहां जहां मिलती है धरती आसमान से पर ऐसा सच में नहीं होता एक झूठ है ये जो सच लगता है एक झूठ जो... 98 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Mar 2024 · 1 min read मां आई मां आई बैठी सामने मैंने दुख को नहीं मां को देखा पिता आए गले लगाए मैने सुख को नहीं पिता को देखा क्षण भर में पिता ने आगोश से अलग... Quote Writer 1 187 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Mar 2024 · 1 min read औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है दूध और खून तो औलादों में बंट जाती है : महिला दिवस विशेष Quote Writer 1 162 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 29 Feb 2024 · 1 min read बंदिशे . एक दीवार है , ईंटों की नहीं... बंदिशों की,नियमों की,रिवाजों की बड़ी सख्त सी जिसके एक ओर तुम हो और दूसरी ओर मैं,, हम सुन सकते हैं महसूस कर... Hindi · दीवार 1 126 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 Feb 2024 · 1 min read मिडिल क्लास राजकुमार देखिए हमारा ये कहना है कि ! मिडिल क्लास के राजकुमारो तुम पैदा हुए हो युवा अवस्था में गुलामी की तरह मेहनत करने के लिए ! जिससे तुम गृहस्थी के... Hindi · युवा पीढ़ी 1 132 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Feb 2024 · 1 min read माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी, माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी, भूमिकाएं बदलेंगी,नायक-नायिका बदलेंगे, पर..कथानक का मूल भाव तो नहीं बदलेगा। कहानियाँ पुनः सृजित होती रहेंगी, कोई तो उस अधित्यका पर बैठ करेगा इनका संचालन। हम... Quote Writer 176 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 21 Feb 2024 · 1 min read प्रेम कहानी एक कदम दो चार कदम फिर कदम कदम मंजिल फिर भी ना मिली सोच रहे अब कदम कदम एक नजर दो चार नजर फिर नजर नजर अपना साया नजर ना... Hindi · प्रेम कहानी 1 64 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 17 Feb 2024 · 1 min read बसंत हो फूल को यदि उड़ना आता तो नि:संदेह उड़कर जाता और खोज लाता रूठी तितली को जो अब तक नहीं आई, और बसंत उसकी राह तककर चला भी गया. ख़त को... Hindi · बसंत और पतझड़ 1 177 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 13 Feb 2024 · 1 min read अफसाने ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर, बारिशें हों तो भीग जाया कर!! काम ले कुछ हसीन होंठों से, बातों बातों में मुस्कुराया कर!! दर्द हीरा है दर्द मोती है,... Hindi · ग़ज़ल 1 163 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 10 Feb 2024 · 1 min read मन ... कभी कभी समझ ही नही आता कि मन क्या चाहता है, कभी भीड़ में खुश है तो कभी तन्हाई पसंद , कभी किताबों में खोया, तो कभी दर्द भरे गीतों... Hindi · मन का समंदर 1 153 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Feb 2024 · 1 min read मेरी लिखावट मै लिखता हूं महज एहसासों को, मुझसे कल्पना नहीं की जाती, मुझे सोचकर लिखना पसंद है, मैं कहानियों में खुद को नही उतार पाता, कहानियां कभी सत्य है तो कभी... Hindi · एहसास 2 166 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Feb 2024 · 1 min read चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ? चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ? खाक हूं मैं , खाक पे क्या खाक इतरा के चलूं ..!! Quote Writer 168 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Feb 2024 · 1 min read एक तेरे चले जाने से कितनी एक तेरे चले जाने से कितनी कमजोर हो गई है मेरी भावनाएं रूपी टहनियां देख आंधियों से लड़ कर भी कुछ ही अपनी शाखाएं बचा पाया हूं की कही तुम... Quote Writer 1 187 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Jan 2024 · 1 min read खालीपन कुछ भी तो ख़ाली नहीं था जहां कुछ नहीं था वहां हवा थी वो जगहें जो ख़ाली लगती थी वहां भी भरी होती थी हवा । गिलास आधा भरा है... Hindi · Hindi 1 158 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jan 2024 · 1 min read बेचैन स्मृतियां एक अरसा बीत गया शून्य में निहारते हुए मैं कब शून्य बन गया पता ही नही चला अब तो एक वर्ष और बीत गया नए साल भी पुराने हो जायेंगे... Hindi · स्मृति कविता 1 196 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jan 2024 · 1 min read 🍁यादों का कोहरा🍁 सुनो💞 कोहरे की सर्द हवा मेरे मन को, तुम्हारे ख़यालो से पहले से जायदा गर्म रखेगी । ये बढ़ती ओस की धुंध ढक लेगी मेरे रंगहीन चेहरे को जो सिर्फ... Hindi · मन का मौसम 1 134 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 29 Dec 2023 · 1 min read मायने रखता है मायने रखता है ज़िन्दगी से ज्यादा, उसे जीने की चाह मायने रखती है जब अंत हो आसान, तब भी, शुरुआत की आस रखना, मायने रखता है। सब कुछ हार जाने... Hindi · कविता 2 493 Share Previous Page 2 Next