ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 169 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Dec 2023 · 1 min read प्रेम मे डुबी दो रुहएं प्रेम मे डुबी दो रुहएं अबोध शिशु के समान होती है,, पहचानती है बस स्नेह की भाषा,,, पलटती है केवल लाड़ की लिपि पर,,, सूंघ लेती है गंध पवित्र भावनाओं... Quote Writer 2 212 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 26 Nov 2023 · 1 min read प्रियवर ..... तुम मेरी सम्पूर्ण रात्रि हो, और मैं तुम्हारी एकमात्र प्रहर। होते ही उजास हम, भोर के तारे हुए । ......🕊️🌟 Hindi · शेर 216 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Nov 2023 · 1 min read प्रेमी चील सरीखे होते हैं ; प्रेमी चील सरीखे होते हैं ; जो इस संसार रूपी सबसे ऊँचे वृक्ष की सबसे ऊँची शाखा पर , अपना प्रेम नीड़ बुनना चाहते हैं। वो चाहते हैं प्रेम को... Quote Writer 148 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 12 Nov 2023 · 1 min read चाहत चाहनाएं बहुत रहीं जीवन में .. कभी चाहा तारों भरे आसमान में खेलना तारों के साथ कभी चाहा चिड़ियों का हाथ पकड़ चलना हवाओं में कभी चाहा रोक लूं भाग... Hindi · चाहत 1 267 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 13 Sep 2023 · 1 min read मेहनत मेहनत से बना हूँ मेहनत का दर्द जानता हूँ। आसमां से ज्यादा ज़मीं की कद्र जानता हूँ। लचीला पेड़ था जो झेल गया आँधियाँ। मैं मगरूर दरख्तों का हश्र जानता... Hindi · कविता 3 76 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Sep 2023 · 1 min read ख्वाब था मगर हसीन तुमको था मुझपे हां यकीन कितना था अफसोस ये ख्वाब था मगर हसीन कितना था काश के उस रात की सुबह हुई न होती सुबह का मौसम खिला था मगर... Hindi · वो इश्क़ याद आता है 2 226 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 31 Aug 2023 · 1 min read रक्षाबंधन और सुरक्षा अब समय आ गया है कि स्त्री रक्षा माँगे ही नहीं, रक्षा प्रदान करे। जो स्वयं इतनी शक्तिशाली हो वे कब तक पुरुषों से सुरक्षा मांगती रहेगी आज पृथ्वी संकट... Hindi · रक्षा बंधन 1 575 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Aug 2023 · 1 min read एक कहानी है, जो अधूरी है एक कहानी है, जो अधूरी है एक अधूरापन है जिसमें मैं हूँ एक मैं हूं जो बिखर चुका हूं एक बिखराव है जिसमें कई बाल्टी आंसू हैं एक आंसू है... Quote Writer 578 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Aug 2023 · 1 min read निश्चल प्रेम प्रेम की कोई परिभाषा नहीं बनी, सबकुछ उदाहरण पर ही डिपेंड है। प्रेम जितना किया जाता है उतना बाकी रहता है। प्रेम टूटने से बचाता है। हार जाने से रोकता... Hindi · प्रेम · प्रेम कहानी 1 162 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 3 Aug 2023 · 2 min read नशा और युवा युवा इसको गंभीरता से समझे , नशे की लत से दूर रहें....... इन दोनों तस्वीरों में सिर्फ आठ साल और तीन माह का फर्क है! यह तस्वीर मशहूर ब्रिटिश सिंगर... Hindi 1 252 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 2 Aug 2023 · 1 min read .... तो आप कतार में है मुस्कुराइए आप क़तार में हैं! अगर आपको लगता है कि एक ज़ोंबी की बंदूक़ चार लोगों के खून पर रुक जाएगी तो आप क़तार में हैं! अगर आपको लगता है... Hindi · कविता 2 145 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Jul 2023 · 1 min read इश्क मेरा उसने कहा और मैं मान गया दिल खिला और फिर टूट गया है कहानी बस इतनी मेरे इश्क़ की साथ मिला और फिर छूट गया जाने क्यों कूदना चाहता था... 191 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 16 Jul 2023 · 2 min read हारे हुए लोग हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे ? ? हारे हुए लोगों के लिए कौन दुनिया बसाएगा ? उन पराजित योद्धाओं के लिए , तमाम शिकस्त खाए लोगों के लिए। प्रेम में... Hindi · कविता 1 150 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 2 Jul 2023 · 1 min read जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया ए इश्क सोचता हूं उतना निभाया क्यों नहीं गया Quote Writer 1 389 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Jul 2023 · 1 min read अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना है... कभी खामोशी में... कभी खालीपन मे... घंटों तुम्हारे एहसासों में खुद को महसूस करना है... और तुम्हें... Quote Writer 379 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 22 Jun 2023 · 1 min read दर्द ए मुहब्बत इस दर्दे-मुहब्बत का चारा ही नहीं कोई समझाया बहुत हमने' समझा ही नहीं कोई कोई तो तसल्ली दे' हालात के मारों को कहते तो बहुत कुछ हैं' सुनता ही नहीं... Hindi 1 343 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Jun 2023 · 1 min read कितना आसान हो गया है धार्मिक भावनाएं आहत होना या करना ! यह स कितना आसान हो गया है धार्मिक भावनाएं आहत होना या करना ! यह सब तब होता है जब आप खुद सही गलत का निर्णय नहीं लेते । आप उस भीड़... Quote Writer 205 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Jun 2023 · 1 min read चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई बाप के कंधे से ऊँचा कुछ नहीं है ✍️विमल Quote Writer 121 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Jun 2023 · 1 min read चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई बाप के कंधे से ऊँचा कुछ नहीं है Hindi · Father's Day 246 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Jun 2023 · 1 min read जेठ का महीना जलते जेठ का महीना चुरा लिया है, धूप ने जिस्म से पसीना चुरा लिया है। रख के पत्थर को अपने सिर पे उसने, छाती के भीतर से सीना चुरा लिया... Poetry Writing Challenge 1 372 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Jun 2023 · 1 min read प्रेम के आस - पास प्रेम के आस-पास / विमल प्रेम एकनिष्ठ होता है पीड़ाएँ बहुवचन। हल्का-सा स्पर्श छूने की परिभाषा को बदल जाता है। प्रेम की भाषा नहीं होती इज़हार के शब्द नहीं होते... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 1 154 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 12 Jun 2023 · 1 min read जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए फिर जीवन भर नहीं टूटता अतीत की स्मृतियों से वह कभी रिक्त नहीं होता प्रेम कि मृत्यु हमारी आंशिक मृत्यु है हर बार प्रेम... Quote Writer 538 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 9 Jun 2023 · 1 min read प्यार और भटकाव कोई इधर है कोई उधर है नहीं रहा अब कोई सुधर है कहो ये कैसी है रूसवाई दिल की पीड़ा ना दी सुनाई शायद तुमने उपकार किया है पर हमने... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 2 144 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Jun 2023 · 1 min read ट्रेन दुर्घटना देखो हमारे ख्वाब कैसे बिखर गए, हाथ मै टिकट था मगर हम घर नही गए । सफर शुरू किया था की घर जायेंगे, ये किसने सोचा था की मर जायेंगे... Poetry Writing Challenge 1 207 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Jun 2023 · 1 min read ...... और अचानक तुम आ जाओ अचानक तुम आ जाओ इतनी रेलें चलती हैं भारत में कभी कहीं से भी आ सकती हो मेरे पास कुछ दिन रहना इस घर में जो उतना ही तुम्हारा भी... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 1 188 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 7 Jun 2023 · 1 min read मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले तुम्हारे नाम के पत्थर मेरी " बुनियाद " से निकले !! Quote Writer 412 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Jun 2023 · 1 min read ओ पृथ्वी ( विश्व पर्यावरण दिवस 🌎 ) ओ पृथ्वी ( विश्व पर्यावरण दिवस 🌎 ) हमारी आँखों में कसमसा रहा है जल ओ पृथ्वी अभी रहेगा तेरा हरापन तेरी कोख में सोया हुआ बीज पौधा भी बनेगा,... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 3 1k Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Jun 2023 · 1 min read पेड़ के हिस्से की जमीन पेड़ के हिस्से की जमीन निगल गया आदमी , आदमी के हिस्से का पेड़ उसने लगाया ही नहीं ।। पर्यावरण दिवस विशेष - विमल Quote Writer 348 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारी यादें तुम्हारी यादें तुम्हारे मैसेज शायद डिलीट कर दिए जाएं, मगर जो उनमें तुमने लिखा था वो हमेशा याद रहेगा। तुम्हें अनफ़्रेंड और शायद ब्लॉक भी कर दिया जाए, मगर तुम्हारी... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 2 276 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Jun 2023 · 1 min read इश्क और वहम मैं इस कदर तुम्हें चाहूंगा कि अनजाने में ही सही तुम भी अनजान नही रह सकोगी । न चाहकर भी चाहोगी तो मुझे ही । तुमने दर्द दिया है तकलीफें... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता 2 273 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Jun 2023 · 1 min read उदास लड़के उदास लड़कों को खोजने के लिए भी कोई मोहनजोदाड़ो जैसी खुदाई नहीं करनी पड़ती दिख जाएंगे कहीं भी, कभी भी उदास न दिखने की कोशिश करते हुए बाइक या ऑटो... Hindi · एक लड़का 3 1 1k Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 25 May 2023 · 1 min read यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा हुआ है Quote Writer 2 217 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 24 May 2023 · 1 min read दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझने का प्रयास करना । दूसरों को समझने के लिए खुद को निष्पक्ष,तटस्थ, पूर्वाग्रहमुक्त, दुर्भावना, ईर्ष्या, जुगुप्सा... Quote Writer 1 777 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 17 May 2023 · 1 min read पहला प्यार पहला प्यार दुनिया में कुछ भी नहीं है पहले प्यार जैसा यदि कुछ है तो वह है दूसरा प्यार। दूसरे प्यार की तरह केवल एक चीज़ है इस संसार में... Quote Writer 2 553 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 15 May 2023 · 1 min read धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नतमस्तक हो जाएं और प्रकृति इतनी तुच्छ वस्तु भी नहीं है कि किसी एक मनुष्य ,एक विचार... Quote Writer 1 575 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 May 2023 · 1 min read मां मां सुनो ना! जिस्म का रेज़ा-रेज़ा तुमसे ही है। और सिर्फ जिस्म ही क्यों, रूह में भी तो तुम ही हो। फिर तुम कहाँ कहीं और हो, यहीं तो हो,... Quote Writer 188 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 May 2023 · 2 min read 21वीं सदी और भारतीय युवा देश का सबसे बड़ा न्योक्ता रेलवे एवं बैंकिंग सेक्टर हुआ करता था । निजीकरण को बढ़ावा देने के कारण दोनों से रोजगार लगभग गायब कर दिए गए । सेना और... Hindi · निबंध 1 2 602 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 19 Apr 2023 · 1 min read लगभग मनुष्यों की पशुता अधिकतर कवि लगभग कवि थे अधिकतर कविता लगभग कविता अधिकतर मनुष्य लगभग मनुष्य भी नहीं हो सके पशुओं के साथ ऐसा नहीं रहा वे अपनी पशुता में भरपूर थे इसीलिए... Hindi · कविता 2 238 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 6 Apr 2023 · 1 min read हनुमान जयंती #जन्मदिनविशेष धीरे धीरे हनुमान जी का रूप परिवर्तन हो रहा है । पहले हनुमान जी वानर प्रजाति के सहनशील, विद्वान एवं विशाल हृदय वाला सहयोगी दिखते थे परंतु कालांतर में... Hindi · जन्मदिन 1 435 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 21 Mar 2023 · 1 min read आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत, आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत, सभी को किसी न किसी बात का मलाल रह जाएगा..! 😞😞😞 Quote Writer 1k Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 21 Mar 2023 · 1 min read आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत, आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत, सभी को किसी न किसी बात का मलाल रह जाएगा..! 😞😞😞 Quote Writer 6 11k Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 20 Mar 2023 · 1 min read विश्व गौरैया दिवस विश्व गोरैया दिवस 🐤 पहले एक गौरैया होती थी एक आदमी होता था लेकिन आदमी इतना ऊँचा उड़ा कि गौरैया खो गई! पहले एक पहाड़ होता था एक आदमी होता... Hindi · कविता · विश्व गौरैया दिवस 395 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 18 Feb 2023 · 1 min read धर्म और संस्कृति धर्म का प्रयोग लोग सिर्फ दिखावा के लिए करते हैं नेता सत्ता हथियाने के लिए ,पंडित/मौलवी/पादरी या अन्य अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए और आम लोग सेल्फी के लिए... Hindi · धर्म संस्कृति 1 183 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 14 Feb 2023 · 1 min read प्रेम की अनिवार्यता प्रेम की अनिवार्यता बहुत असंभव-से आविष्कार किए प्रेम ने और अंततः हमें मनुष्य बनाया लेकिन अस्वीकार की गहरी पीड़ा उस प्रेम के हर उपकार का ध्वंस करने पर तुली दिया... Hindi · प्रेम 1 328 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 8 Feb 2023 · 1 min read घाव प्रेम के घाव के अपने प्रकार हैं कुछ दर्द छोड़ जाते हैं कुछ दाग, दुर्घटनाओं में आई चोटों के घाव भर जाते हैं दाग बने रहते हैं , गाल पर पड़े तमाचों... Hindi · प्रेम कहानी 1 187 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 24 Jan 2023 · 1 min read खुशी और गम खुशी मेहमान है तकलीफ घर है मेरा ...... हार से दोस्ती है जीत डर है मेरा ...... मत दो उम्मीद मुझे मुस्कुराने की ये परेशानियां ही अब सफर है मेरा... Hindi 1 235 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 23 Jan 2023 · 1 min read ईश्वर प्रकृति ही ईश्वर है और ईश्वर धर्म से पड़े है । धर्म एक संकुचित विचार है परंतु ईश्वर व्यापक है । धर्म को एक क्षेत्र , समुदाय या भावनाओं में... Hindi · धर्म 1 144 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 1 Jan 2023 · 1 min read नया साल साल का पहला दिन हवा मद्धम धूप हल्की सी और सर्दी थोड़ा ज्यादा थोड़ा कम प्रेम का एक नया गुनगुना मौसम तुम्हारे बिना कर दिया किताबों के नाम मुझे लगने... Hindi · Happy New Year 3 384 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 15 Dec 2022 · 1 min read पिता की डायरी #पिताजी के पुण्य तिथि 2 जनवरी के पूर्व हम ला रहे है #पिताकीडायरी एपिसोड । और इस कड़ी में हम आपको एवं उनके जानने वालों के लिए लेकर आ रहे... Hindi 1 1 210 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 5 Dec 2022 · 1 min read बेटियां खुद MBBS डिग्रीधारी रोहिणी आचार्य के तीन छोटे बच्चे हैं, उनके पति समरेश सिंह सिंगापुर में ही एवरकोर पार्टनर्स नाम की कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। ऐसी परिस्थिति में कोई... Hindi · बेटीयां 1 370 Share Previous Page 3 Next