अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 413 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Mar 2024 · 1 min read मित्रो नमस्कार! मित्रो नमस्कार! 🙏🌹🙏 देखें एक चित्र!! रोटी पर मखनी लगी,बथुवे का हो साग। छाछ थाल में हो रखी,धन्य आपके भाग।। धन्य आपके भाग,मिले जो पोषक भोजन । मुंह में पानी... Hindi · कुण्डलिया 1 72 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Jan 2024 · 1 min read आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम सज-धज कर तैयार है,राम लला का धाम। आओ हम सब प्रेम से,बोलें जय श्रीराम। ************************** बीता अब वनवास,लला घर आयेंगे। घर-घर में उल्लास,गीत सब गायेंगे।। दर-दर वंदनवार हैं,सजे शहर औ... Hindi · गीत 1 92 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Nov 2023 · 1 min read मां -सही भूख तृष्णा खिलाया सदा छंद-वाचिक भुजंगी/शक्ति (मापनी युक्त) १२२ १२२ १२२ १२ *मां* सही भूख तृष्णा खिलाया सदा । अमिय प्यार से ही पिलाया सदा।। (१) बिना वस्त्र काटे सकल रैन भी सुनहला वसन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 155 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 4 Nov 2023 · 1 min read पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित, लगा रखा सामंती डेरा। बांध रहे खुद सहरा सिर पर मत पूछो तुम दुख अब मेरा। ******************** आयें, चाहें लाख रुकावट, कविता तो अविराम बढ़ेगी।... Hindi · गीत 2 137 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 4 Nov 2023 · 1 min read योग योग की नित साधना में मन लगाना चाहिए। हो गई है भोर तो अब जाग जाना चाहिए।(१) शीत ने दस्तक लगाई है दरों पर आपके, है बहुत मौसम सुहाना क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 126 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Nov 2023 · 1 min read बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल बी पी शुगर बढा रहे,बीबी के कुछ बोल। बढे रक्त में इस तरह, जैसे मिसरी घोल। जैसे मिसरी घोल, उठे लेवल झट ऊपर। नहीं आप विश्वास,देख लो खुद ही छूकर... Hindi · कुण्डलिया 164 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 31 Oct 2023 · 1 min read गाती दुनिया मंगल गाथा, भारत देश महान की,।दिनांक -३१/१०/२३ दिनांक -३१/१०/२३ #बाल- #गीत मुखड़ा -आधार छंद -प्रदीप,१६/१३ पर यति ;अंत में २१२अनिवार्य। अंतरा ( १)-आधार छंद -लावणी समांत -आयी अंतरा (२)/(३) आधार छंद -प्रदीप समांत/पदान्त-आ/अर आओ बच्चों तुम्हें सुनाऊॅ,कथा... Hindi · गीत 171 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल #गीतिका आधार छंद - वाचिक स्रग्ग्विणी 212 212 212 212 वक्त चलता रहा सोचते रह गये। बोल पाये नहीं बोलते रह गये।।(१) वो गली से हमारी रहे थे गुजर, रोक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 83 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता दिनांक -२८/१०/२३ #गीतिका छंद -विष्णु पद मापनी - २६ मात्रिक (मापनी मुक्त)१६,१० पर यति समांत - आना , पदांत -है जीवन तो बहती दरिया है, बहते जाना है। सुख दुख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read तुम्हारे ओंठ हिलते हैं विधाता छंद हॅसीं तुम हो जवाॅ तुम हो अदा हर कातिलाना है। टिका लो तुम नजर जिस पर वही बंदा दिवाना है।।(१) तुम्हारे ओंठ हिलते हैं जुबाॅ से फूल झरते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read राम वन गमन -अयौध्या का दृश्य सार छंद १६+१२=२८ राम विपिन को चले लखन सॅग, चर्चा है घर-घर में। वन में कैसे रह पायेंगे, जीते हैं सब डर में।। **************************** वल्कल वस्त्र देखकर प्रभु के, चिंतित... Hindi · गीत 60 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read लिफाफा देखकर पढ़ते लिफाफा देखकर पढ़ते। छंद -विजात (१४ मात्रिक, मापनी युक्त) मापनी- १२२२ १२२२ रस-व्यंग विधा -मुक्तक विजात छंद,(१४ मात्रिक) मापनी युक्त १२२२ १२२२ लिफाफा देखकर पढ़ते। नये उपमान हैं गढ़ते।। नहीं... Hindi · कविता 2 32 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read फूल से खुश्बू महकना चाहिए आनंदवर्धक छंद २१२२ २१२२ २१२ विश्व में संग्राम रुकना चाहिए। दिल किसी का अब न दुखना चाहिए।।(१) बिछ चुकीं ल्हाशें अभी तक अनगिनत, शांति से ही हल निकलना चाहिए।(२) लोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Oct 2023 · 1 min read ये दुनिया तो रैन बसेरा ये दुनिया तो रैन बसेरा,पलक झपकते जायेगा। मुट्ठी बंद यहां आया है, हाथ खोलते जायेगा।। ************************************* क्या लाया था क्या ले जाये जीवन एक पहेली है। उलझी-उलझी रही जिंदगी, माया... Hindi · गीत 2 65 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Oct 2023 · 1 min read खूब रोया अटल हिज्र में रात भर दिनांक २६/१०/२३ विधा -गीतिका समांत -अने पदांत -लगा देखिए छंद -स्रिग्वणी वाचिक २१२ २१२ २१२ २१२ रूप यौवन उभरने लगा देखिए। अब अटल भी सॅवरने लगा देखिए।।(१) इश्क चढ़कर नशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read देखि बांसुरी को अधरों पर देखि बांसुरी को अधरों पर, सोच रही है राधा। पिया मिलन अब कैसे संभव, सम्मुख दिखती बाधा।। ******************* मन में व्यथित हुई घबराती। अनमन अंदर जाती ।। एक रैन भी... Hindi · गीत 1 75 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी। कुंभकर्ण सा सोया दिन में, नीद कभी नहिं छोड़ी।। ******************* जब से पैदा हुआ जमीं पर, भूल गया उस रब... Hindi · गीत 1 63 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए गीतिका आधार छंद -स्रिग्वणी (वाचिक) मापनी २१२ २१२ २१२ २१२ समान्त- अन पदान्त - चाहिए फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए । हर तरफ शांति हो वो जतन चाहिए।।१)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 82 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read जिंदगी ढल गई डोलते रह गये कर न पाये कभी सोचते रह गये। वक्त की चाल पर देखते रह गये।।(१) वो गली से हमारी रहे थे गुजर, रोक पाये नहीं बोलते रह गये।(२) बात उनकी हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read तन के तो उजरे बहुत दिनांक -२६/१०/२३ #कुण्डलिया रस-व्यंग तन के तो उजरे बहुत,मन के काले लोग। ऐसे सबद परोसते,जैसे मिसरी भोग।। जैसे मिसरी भोग,लगे मीठा ही मीठा। बोलें मीठे बोल,लुभाते हैं वो पल में।... Hindi · कुण्डलिया 1 172 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read ढूंढ रहा हूं घट घट उसको गुरुवार -दिनांक : २६/१०/२३ #विधा -#गीत ढूंढ रहा हूं घट -घट उसको पार न उसका पाया। ज्ञान हुआ अधकचरा मुझको, समझ न कुछ भी आया।। ********************** अब तक नहीं भरी... Hindi · गीत 1 205 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read नश्वर सारा जीव जगत है सबने ही बतलाया ढूंढ रहा हूं खुद में खुद क़ो, पता नहीं लग पाया है। पूछा जिससे भी अब तक है, उसने नहीं बताया है। *********************** कौन गली से आया हूं मैं, कौन... Hindi · गीत 1 191 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Oct 2023 · 1 min read भरत मिलाप चित्र मंथन दृश्य -भरत मिलाप #कुंडलियां #छंद कर रावण वध राम ने, किया लंक प्रस्थान। तिलक विभीषण का किया, दिया उचित सम्मान।। दिया उचित सम्मान,राज पद देकर उनको। किया उच्च... Hindi · कुण्डलिया · गीत 1 257 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 25 Oct 2023 · 1 min read एक गिलहरी मेरे घर में एक गिलहरी, रोज सुबह आ जाती है। फुदक-फुदककर करे डांस वो मन को बहुत लुभाती है।। *********************** बच्चों से वह घुली-मिली है। बालकनी में खूब हिली है।।... Hindi · गीत 2 111 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 20 Oct 2023 · 1 min read मनाओ मातु अंबे को गुरु वार -२०/१०/२३ आधार छंद -विधाता समांत -आन,पदांत -से पहले मनाओ मातु अंबे को,किसी भी गान से पहले।। रचो कुछ छंद ऐसा तुम ,अमुक पहचान से पहले।।(१) करो बर्बाद मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 186 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Oct 2023 · 1 min read जग में उजास फैले १६/१०/२३ छंद - ईश ( वर्णिक ) ********************** सूत्र - स ज गुरु गुरु मापनी - 112 121 22 ********************** इजरायल के संदर्भ में सृजित दिखता नहीं उजाला। अब खत्म... Hindi · कविता 1 145 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Oct 2023 · 1 min read सारे दूर विषाद करें रविवार, 08.10.2023 #गीतिका आधार छंद- लावणी विधान- ३० मात्रा. १६,१४ पर यति, अंत गुरु पदांत- करें समांत- आद ना छोड़ें छोटी खुशियों को,आओ अब आह्लाद करें। दुख तो हमें मिलेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 93 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 Oct 2023 · 1 min read जनता मारेगी कोड़ा देखि चुनावी मौसम को फिर, भानुमती कुनवा जोड़ा। किसी गांव की ईंट उठाई,किसी गांव का है रोड़ा।। *************************************** डांगर का चारा चरकर भी, ठोक रहे फिर ताल वही। सौ-सौ चूहे... Hindi · गीत 1 118 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 Oct 2023 · 1 min read सदाचार है नहिं फलदायक शुक्रवार, दिनांक-06/10/2023 आधार छंद-' आल्ह/वीर ' छंद मापनीयुक्त मात्रिक विधान- 31 मात्राभार, 16,15:पर यति, चरणांत गाल अनिवार्य. समांत-' उनता ', पदांत-' कौन ' ********************************************** गीतिका- जिन राहों पर नहीं सफलता,ऐसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 89 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 4 Oct 2023 · 1 min read भले संसद आरक्षित दिनांक ४/९/२०२३ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ छंद -रोला अस्त -व्यस्त हैं वस्त्र,व्यथा सबको बतलाती। हुआ साथ जो संग, बताते वह रो जाती।। बही अश्रु की धार,जलद जैसे बरसाते। हुआ वही कुछ साथ,गिद्ध जैसे... Hindi · कविता 102 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 3 Oct 2023 · 1 min read ज्ञान /बोध मुक्तक मंगलवार दिनांक ०३-१०-२०२३, प्रदत्त शब्द : ज्ञान/ बोध/समानार्थी #दोहा मुक्तक (१) खुद को कहते हैं सुकवि,नहीं छंद का #बोध। काव्य-विधा पर कर रहे , बतलाते वह शोध।। पढ़ें चुटकुले मंच... Hindi · मुक्तक 242 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Sep 2023 · 1 min read बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं" लंबू चाचा आये हैं। खेल खिलोने लाये हैं।। रंग- बिरंगे गुब्बारे हैं। संग में चमक सितारे हैं। आओ भैया बाहर आओ। दिल धक-धक धक से धड़काओ। मिलकर सारे मौज मनाओ।... Hindi · कविता 1 185 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Sep 2023 · 1 min read कविता की बोली लगी २७/९/२३ #कुण्डलिया # """"""""""""""""""""""""""""" कविता की बोली लगी,आज भरे बाजार। पढ़ें चुटकुले मंच पर,देखि लिफाफा भार।। देखि लिफाफा भार, सुनाते चटपट रचना। भाव नहीं नहिं छंद, बताते अभिव्यंजना।। कहै अटल... Hindi · कुण्डलिया 122 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 27 Sep 2023 · 1 min read शिक्षा बिजनिस हो गई २६/९/२४/३ प्रदत्त विषय शब्द- शिक्षक, आचार्य, गुरु, अध्यापक या समानार्थी। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ शिक्षा बिजनिस हो गई, प्रोफिट का व्यापार। गुरुकुल तो अब लुप्त हैं, छोड़ रहे आधार।। छोड़ रहे आधार, पुरातन... Hindi · कुण्डलिया 1 76 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Sep 2023 · 1 min read आदमी की जिंदगी 17.9.23, रविवार गीतिका छंदाधारित गीतिका ( मापनी युक्त मात्रिक,26 मात्राएं, मापनी - 2122 2122 2122 212) यति 14,12 पर या 12,14 पर समांत - ई, पदांत - है आदमी की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 49 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Sep 2023 · 1 min read हे गणपति वंदन करूं 19/09/2023 प्रदत्त शब्द-निशा/ रात/ रात्रि सभी देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं। निवेदित है एक कुंडलियां छंद 🙏🌹🙏 हे गणपति वंदन करूं,करो सहज स्वीकार। विघ्न सभी मेरे हरो ,जग... Hindi · कुण्डलिया 1 74 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Sep 2023 · 1 min read जिंदगी तो अब उसे ये पुष्प बेला सी लगी 18/9/2023 गीतिका छंदाधारित गीतिका ( मापनी युक्त मात्रिक,26 मात्राएं, मापनी - 2122 2122 2122 212) यति 14,12 पर या 12,14 पर समांत - ई, अपदांत #गीतिका # आदमी की जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 17 Sep 2023 · 1 min read मुझको अच्छी लगी जिंदगी एक लंबे अंतराल के बाद, सभी सुधि साहित्य प्रेमियों के समक्ष सादर संप्रेषित है एक रचना 🙏🌹🙏 १७/९/२३ #जिंदगी # सुख से दुख से भरी जिंदगी। झपकी भर नहिं रुकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 16 Sep 2023 · 1 min read हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३ हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३ शनिवार ,दिनांक-16/09/2023 #मुक्तक# (१) मुक्त गुलामी से हुए,हुए नहीं आजाद। अंग्रेजी में ही करें,अब भी वाद- विवाद ।। तरस रही हिन्दी अभी, पाने को पहचान,... Hindi · मुक्तक 141 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 15 Sep 2023 · 1 min read गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है जय मां शारदे! "स्वाभिमान है हिन्दी" ✍️🌿✍️🌿✍️🌿✍️🌿✍️🌿✍️🌿✍️ (14 सितम्बर २०२३) ******************************** छंद-विधाता मापनी -१२२२ १२२२ १२२२ १२२२ #गजब है हिंद की भाषा,ये' हिन्दी खूब भाती है # ⛳✍️⛳✍️✍️⛳✍️✍️⛳✍️✍️⛳✍️ वतन की... Hindi · कविता 73 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Sep 2023 · 1 min read बाल दिवस " वही शिक्षक कहाता है" बाल दिवस के उपलक्ष्य में सादर संप्रेषित जगाता है अलख शिक्षा, वही शिक्षक कहाता है। दिखाता है उचित राहें, सही शिक्षक कहाता है।। सभी को मानता बच्चे। बनाता है पुरुष... Hindi · गीत 199 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Apr 2023 · 1 min read कहते तुलसी दास संप्रेषित है दोहावली। रामचरित मानस लिखा,रचा एक इतिहास। जीवन भर प्रभु राम के,बने रहे वह दास।।(१) मुक्त यदि होना तुम्हें,करो सदा अरदास। राम नाम जपते रहो,कहते तुलसी दास।।(२) अंधकार मन... Hindi · दोहा 1 126 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Apr 2023 · 1 min read जन्मदिवस जन्मदिवस है आपका,करिए सैर सपाट। जीवन में सब कुछ मिले, मन के खुलें कपाट।। मन के खुलें कपाट,दिव्य हो जीवन यापन। शैली हो उत्कृष्ट,मगर जीवन हो पावन। कहै अटल कविराय,पूर्ण... Hindi · कुण्डलिया 1 244 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Mar 2023 · 1 min read रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं अटल मुरादाबादी Quote Writer 2 365 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Jan 2023 · 1 min read लो हम भी सठिया गए मित्रो नमस्कार! निवेदित है एक दोहा व कुंडलिया छंद आप भी मेरी इस यात्रा में मेरे सहयोगी रहे हैं। मैं हृदय से आप सभी का आभारी हूं और रहूंगा। पाठा... Hindi · कुण्डलिया 1 139 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 Jan 2023 · 1 min read जिंदगी फूल है और कुछ भी नहीं जिंदगी फूल है और कुछ भी नहीं। जिंदगी शूल है और कुछ भी नहीं। राह कांटों भरी देख हमने लिया जिंदगी हूल है और कुछ भी नहीं। कायदे हैं बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 156 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 27 Dec 2022 · 1 min read छोड़ो चीनी माल चीनी खाकर हो गये,हम चीनी से स्वीट। स्वास्थ्य बिगाड़ा है सकल,किया नित्य ही बीट। किया नित्य ही बीट,शिथिल अब हड्डी- पिंजर। किडनी पर भी वार,चुभे जैसे यह खंजर।। कहै अटल... Hindi · कुण्डलिया 1 113 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Dec 2022 · 1 min read कत्ल श्रृद्धा का हुआ तो मर गया संसार भी हैं निगाहें बंद लेकिन दिख रहा इज़हार भी। ना नुकर सी है मगर वो कर रहे इकरार भी।।(१) इश्क मर्यादित रहे नित सोच सबकी है यही, कर रहे इजहार लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 121 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Nov 2022 · 1 min read 24-- ११-२२ कुंडलिया छंद:- 24-- ११-२२ कुंडलिया छंद:- रस -व्यंग *-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-*-* नेता जी बन जाइए,पिकनिक होगी जेल। मन चाही सेवा मिले,नियम सभी हैं फेल।। नियम सभी हैं फेल, रूल की ऐसी तैसी। चाहो होय... Hindi · कुण्डलिया 2 96 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 27 Oct 2022 · 1 min read लगता दीवाली आई साफ सफाई शुरू हुई तो, लगता है दीवाली आई। तोरण वंदनवार सजे तो,लगता दीवाली आई।। घर द्वारों पर दिखतीं लड़ियां, जगमग जगमग चमक रहीं, और रोशनी से न्हाये घर,लगता दीवाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 243 Share Page 1 Next