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413 posts
मित्रो नमस्कार!
मित्रो नमस्कार!
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मां -सही भूख तृष्णा खिलाया सदा
मां -सही भूख तृष्णा खिलाया सदा
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित
पढ़ें चुटकुले मंचों पर नित
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
योग
योग
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल
बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गाती दुनिया मंगल गाथा, भारत देश महान की,।दिनांक -३१/१०/२३
गाती दुनिया मंगल गाथा, भारत देश महान की,।दिनांक -३१/१०/२३
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
तुम्हारे ओंठ हिलते हैं
तुम्हारे ओंठ हिलते हैं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
राम वन गमन -अयौध्या का दृश्य
राम वन गमन -अयौध्या का दृश्य
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
लिफाफा देखकर पढ़ते
लिफाफा देखकर पढ़ते
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
फूल से खुश्बू महकना चाहिए
फूल से खुश्बू महकना चाहिए
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
ये दुनिया तो रैन बसेरा
ये दुनिया तो रैन बसेरा
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
खूब रोया अटल हिज्र में रात भर
खूब रोया अटल हिज्र में रात भर
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
देखि बांसुरी को अधरों पर
देखि बांसुरी को अधरों पर
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी
याद किया नहिं कभी राम को नित माया ही जोड़ी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए
फूल खुश्बू के हों वो चमन चाहिए
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
तन के तो उजरे बहुत
तन के तो उजरे बहुत
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
नश्वर सारा जीव जगत है सबने ही बतलाया
नश्वर सारा जीव जगत है सबने ही बतलाया
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भरत मिलाप
भरत मिलाप
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
एक गिलहरी
एक गिलहरी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मनाओ मातु अंबे को
मनाओ मातु अंबे को
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जग में उजास फैले
जग में उजास फैले
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
सारे दूर विषाद करें
सारे दूर विषाद करें
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जनता मारेगी कोड़ा
जनता मारेगी कोड़ा
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
सदाचार है नहिं फलदायक
सदाचार है नहिं फलदायक
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
भले संसद आरक्षित
भले संसद आरक्षित
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
ज्ञान /बोध मुक्तक
ज्ञान /बोध मुक्तक
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कविता की बोली लगी
कविता की बोली लगी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
शिक्षा बिजनिस हो गई
शिक्षा बिजनिस हो गई
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
आदमी की जिंदगी
आदमी की जिंदगी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हे गणपति वंदन करूं
हे गणपति वंदन करूं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जिंदगी तो अब उसे ये पुष्प बेला सी लगी
जिंदगी तो अब उसे ये पुष्प बेला सी लगी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मुझको अच्छी लगी जिंदगी
मुझको अच्छी लगी जिंदगी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है
गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
बाल दिवस
बाल दिवस " वही शिक्षक कहाता है"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कहते तुलसी दास
कहते तुलसी दास
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जन्मदिवस
जन्मदिवस
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
लो हम भी सठिया गए
लो हम भी सठिया गए
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
जिंदगी फूल है और कुछ भी नहीं
जिंदगी फूल है और कुछ भी नहीं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
छोड़ो चीनी माल
छोड़ो चीनी माल
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कत्ल श्रृद्धा का हुआ तो मर गया संसार भी
कत्ल श्रृद्धा का हुआ तो मर गया संसार भी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
24-- ११-२२ कुंडलिया छंद:-
24-- ११-२२ कुंडलिया छंद:-
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
लगता दीवाली आई
लगता दीवाली आई
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
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